लेखक – सीमा सिंह
आगे की कहानी
वो उसकी चूत से निकलने वाले नमकीन और गर्मागर्म पानी को चाटने लगा, उसने थोड़ी ही देर में चूत को चाटकर साफ कर दिया।
अब वरुण का लंड अब सीमा की चूत में घुसने के लिए कुलाँचें भर रहा था, उसने जल्दी से उसकी टांगों को अपने दोनों कंधों पर रखा और तुरन्त ही लंड को चूत के छेद में घिसने लगा।
तभी उसने ज़ोर का झटका मारा और उसका लंड उसकी चूत में दनदनाता हुआ घुस गया, लंड डाल कर वो ज़ोर ज़ोर से झटके मारकर सीमा को चोदने लगा।
उसके लंड के वार से सीमा हवा में उड़ने लगी आई ईस्स आह्ह आह्ह उँह एकदम से डाल दिया आह पतिदेव जरा तो रहम करो अपनी पत्नी की चूत पर आज ही इसका भोसड़ा बना दोगे क्या?
वरुण ने कहा जब जुबेर भाई का लंड इस चूत में ले चुकी हो उससे तुम्हारी चूत ढीली नहीं हुई तो मेरा लंड कैसे चूत का भोसड़ा बनाएगा?
ये सब कुछ सुन कर सीमा के मुंह से हसीं निकल गई उसे हस्ते हुए देख कर वरुण भी हसने लगा था और अपनी गति को बड़ा दिया।
वरुण के लंड के हर एक झटके से सीमा की चूत बुरी तरह से घायल हो रही थी, उसका लंड सीमा की चूत के पूरे अंदर तक वार कर रहा था।
सीमा बोली ओह मेरे राजकुमार बहुत आह्ह मज़ा आ रहा है ओह आह्ह आज पूरे तीन दिन बाद मुझे लंड मिला है तो आज चुदवाने में इतना मज़ा आ रहा है।
आह्ह आह्ह और ज़ोर ज़ोर से चोदो मुझे, रुकना नही एसे ही लंड से चोदो, वरुण बोला हां मेरी सीमा आज तो तुझे जी भर कर चोदूंगा।
सीमा घपाघप से उसका लंड अपनी चूत में ले रही थी, वो भी ताबड़तोड़ सीमा की चूत में लंड डाल रहा था, दोनों तरफ बराबर आग लगी हुई थी।
ताबड़तोड़ ठुकाई से सीमा की चूत की आग और ज्यादा भड़क चुकी थी, और वो अपने आप को रोक नहीं पाई और उसकी चूत ने पानी निकाल दिया।
वरुण के लंड के झटकों से सीमा की चूत का पानी उछल उछल कर बाहर आने लगा, वरुण के ज़ोरदार झटकों से सीमा बुरी तरह से हिल रही थी।
सीमा की सिसकारी निकल रही थी आईई आह्ह आह्ह ईसस्स आह आह्ह उन्ह आईई आह्ह आह्ह ओह, वो सीमा को चोदता रहा और वो फिर से गर्मा गईं।
इस तरह से उसने उसको बहुत देर तक ऐसे ही चोदा, फिर उसने उसकी चूत से लंड को बाहर निकाल लिया था।
और सीमा के ऊपर आकर इस तरह चड़ा की उसका वजन उसके ऊपर नहीं पड़े और अपने लंड पकड़ कर सीमा के मुँह के पास में ले आया।
सीमा भी उसका इरादा समझ गई और उसने भी अपना मुँह खोल दिया, जुबेर आगे झुककर सीमा के मुँह में लंड डालकर घपाघप करने लगा।
सीमा के मुँह को चोदने में उसे चूत चोदने सा मज़ा मिल रहा था, और दूसरी तरफ सीमा के लिए ये सब करना तो पहला अनुभव था।
क्यूंकि उसने तो बस अभी तक बस मुंह से लंड की चुसाई ही की थी, आज पहली बार वो अपने मुंह को किसी लंड से चुदवा रही थी।
जुबेर अपनी कमर हिला हिलाकर उसके मुँह में लंड डाले जा रहा था और अपने मुंह सिसक रहा था ओह सीमा आह्ह, इस वक्त उसके मुँह की चुदाई का गज़ब का माहौल बन रहा था।
कुछ देर करने के बाद वरुण रुक गया और सीमा के मुंह से लंड को बाहर निकल लिया और उसके होठों को चूसने लगा था।
वरुण के उसके होठों के बाद उसने उसको पलट दिया, अब उसके सामने सीमा की गोरी चिकनी पीठ और मस्त शानदार चूतड़ थे।
वरुण अपनी तड़प मिटाने के लिए तुरंत सीमा पर लेट गया और उसके कंधों और कानों को चूमने लगा, वो भी सिसकारी ले रही थी उन्हह ईस्स आह्ह।
वो बड़ी बेताबी से सीमा के खूबसूरत बदन को चूम और चाट रहा था, और इधर उसका लंड उसके दोनों चूतड़ों के बीच की दरार में अपना दबाव बना रहा था।
पुच्च पुच्च आउच पुच्च पुच्च की आवाजें ज़ोर ज़ोर से पूरे कक्ष में गूंज रही थी, वो उसके सुंदर बदन को चूमने और चाटने में पागल सा हो रहा था।
जल्दी ही सीमा की पूरी चिकनी पीठ उसके मुंह के पानी से गीली हो चुकी थी, और वो अब भी कामांध सांड सा लगा हुआ था।
उस घड़ी यूं लग रहा था कि मानो की आज के बाद सीमा की चुदाई वो कभी नहीं कर पाएगा और ये ही उसके जीवन की आखिरी चुदाई है।
पीठ को चूमने के बाद वो सीमा के दोनों मस्त चूतड़ों की ओर बड़ गया और वो उसके चिकने और गोरे चूतड़ों पर चुम्मियाँ करने लगा।
वरुण सोचने लगा कि बहुत ही गज़ब के चूतड़ है इसके, एकदम गोल, सुडौल और चिकने, वो बुरी तरह से उसके चूतड़ों को चाटने में लगा था।
इससे सीमा को बहुत ज्यादा गुदगुदी होने लगी तो वो अपने चूतड़ों को इधर उधर हिलाने लगी लेकिन वरुण ने अपने दोनों हाथों से नितंबों (चूतड़ों) को बगल से पकड़ लिया।
और फिर कुछ देर तक सीमा के नितम्ब(चूतड़) को चूमने और अपनी पूरी जबान निकल कर उसे चाटने लगा जब उसकी आत्मा तृप्त हुई तो वो हटा।
जुबेर ने उसको घोड़ी बनने के लिए कहा, तो उसकी बात को मान कर वो तुरंत पलंग पर घोड़ी बन गई, वो वरुण को उकसा ते हुए बोली लो, चढ़ जाइए अब अपनी घोड़ी पर।
जुबेर ने भी देर ना करते हुए झट से उसकी चूत के ऊपर लंड रखा दिया और सीमा की कमर को पकड़ कर ज़ोर से उसकी चूत में लंड ठोक दिया।
चूत में लंड की दस्तक होते ही उसकी फिर से चीख निकल पड़ी आईई आह् ओह मेरे राजकुमार आईईईईई आईईईर्र सिसस्ससस्स उँह ओह सिसस्ससस्स आह्।
उसका लंड इस बार एक ही झटके में पूरा सीमा की चूत में घुस चुका था, वो उसकी कमर पकड़ कर दे दनादन लंड को अंदर बाहर करते हुए उसे चोदने लगा।
वरुण का लंड झमाझम सीमा की चूत में अन्दर तक जा रहा था, वो वरुण के लंड के झटकों के साथ ही बुरी तरह से हिल रही थी।
और सीमा करहाने लगी आई आह उईई ओह आईईईईई आईईईर्र सिसस्ससस्स , तो वरुण बोला हां मेरी पत्नी तुझे घोड़ी बनाकर चोदने में बहुत ही मज़ा आ रहा है।
सीमा बोली जैसी आपकी मर्ज़ी हो, वैसे चोद लीजिए मुझको, मैं तो तुम दोनों से चुदकर धन्य हो रही हूं, वरुण ज़ोर जोर से उसकी चूत में लंड डाल रहा था।
सीमा को घोड़ी बनाकर बजाने में भी उसे बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था, उसका लंड उसकी चूत के गुलाबी हिस्से को बाहर निकालने लग गया था।
वरुण के लंड की ठुकाई से सीमा बुरी तरह से पसीने पसीने हो रही थीं लेकिन चूत की आग बुझाने के लिए वो सब कुछ सहने को तैयार थी ।
तभी कुछ देर बाद सीमा का बदन अकड़ने लगा और वो कांपने सी लगीं और जल्दी ही उसकी चूत में से गर्मागर्म लावा फूट पड़ा, उसके लंड के धक्कों से उसका पानी नीचे टपकने लगा।
सीमा की दर्द भरी सिसकारियां माहौल को और ज्यादा गर्म कर रही थी आह्ह आह्ह आह्ह ईस्स आह्ह आईईईर्र सिसस्ससस्स उँह ओह सिसस्ससस्स आह्।
वरुण अब भी सीमा को पूरी ताकत से चोद रहा था, उसकी चूत से गर्मागर्म माल निकल कर उनकी जांघों से होता हुआ पलंग की चादर पर गिर रहा था।
वरुण ने अपने आप को रोक लिया, और चूत से लंड को बाहर निकल कर वो पलंग पर पीठ के बल लेट गया।
और उसे अपने ऊपर आकर लंड को चूत में लेकर करने को कहा तो सीमा ने वरुण का लंड पकड़कर अपनी चूत में लगाया और अन्दर ले लिया।
पहले तो सीमा धीरे धीरे ही लंड पर कूद रही थी और वरुण उसके दोनों वक्ष, पेठ, और कमर पर अपने दोनों हाथ फेर रहा था।
इस तरह हाथ फेरने से सीमा और ज्यादा उत्तेजित होने लगी थी तो वो जोर जोर से कमर हिलाते हुए लंड अन्दर लेने लगी।
जब सीमा थक गई तो वरुण ने उसे अपने सीने पर लेटा लिया और उसके होठों पर अपने होठों को रखा लिया और अपने अपने मुंह को खोल लिया।
और वो दोनों अपनी जीभों से खेलने लगे थे और दूसरी ओर वरुण नीचे से अपना लंड हिलाकर उसे जोर जोर से चोदने लगा।
कुछ समय तक ऐसे ही चोदने और मुंह और जीभ से खेलने के बाद वो दोनों रुक गए और उठकर पलंग से नीचे आ गए।
अब वरुण ने उसकी एक टांग उठाकर पलंग के ऊपर रखी और वो उसके सामने आकर अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया।
अब वो दोनों ने एक दूसरे को अपनी अपनी बाहों में लेकर एक दूसरे को जकड़े हुए थे और दोनों ही अपनी अपनी कमर हिला रहे थे।
उसके गोरे गोरे वक्ष बुरी तरह से वरुण के सीने पर दबे हुए थे, वो उसके होठों को चूम रही थी और दोनों अपनी कमर हिलाते हुए लंड को चूत में डाल निकाल रहे थे।
वे दर्द से कराहती हुई उउउ उह्ह्ह आआआ ह्ह्ह्ह्ह्ह आआ आआ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह गईईईईई जमकर चूत में लंड ले रही थी।
थोड़ी देर बाद वरुण ने उसे पलंग पर उसे फिर से घोड़ी बनने को कहा तो वो फिर से घोड़ी बन गई, वो फिर से उसके ऊपर चढ़ कर चोदने लगा।
सीमा बोली आह्ह आह्ह आह्ह सिससस्स ऊँह ओह सिसस्ससस्स आह्ह स्वामी बहुत अच्छा लग रहा है, वरुण बोला मेरी पत्नी को मेरी चुदाई अच्छी लग रही है क्या ?
सीमा बोली हां मेरे पतिदेव, एक बात पुछूं आपसे आपका पानी क्यों नही निकल रहा है, तो वरुण बोला जब से तुम्हे देखा है तब से तुम्हे चोदने की सोच रहा हूं।
लेकिन तुम्हारी मां के कहने की वजह से और राज्य के कामों के कारण में अपनी पत्नी को चोद ही नही पाया और आज तुम मुझे मिली हो।
तो में अपनी उत्तेजना के कारण मेरा पानी नही निकल रहा है, लेकिन में अब शांत हो गया हुं और कुछ ही देर में अपना पानी निकाल दूंगा, और वो सीमा की चूत में जमकर लंड ठोक रहा था।
तभी सीमा को अजीब सी सिहरन सी हुई और ताबड़तोड़ ठुकाई के बाद वो फिर से पानी पानी हो गई, वो अब उसकी चूत को बुरी तरह से चोद चुका था।
वरुण पलंग के किनारे पर बैठ गया और सीमा से लंड चूसने के लिए कहा,वो पलंग से नीचे उतर कर बैठ गईं और उसके लंड को हाथ में लेकर मसलने लगी।
और फिर सीमा ने उसका लंड मुँह में लिया और लपालप लंड को चूसने लगी, जुबेर उसके बालों को सम्हाल रहा था, वे झमाझम उसके लंड को चूस रही थी।
सीमा को देखकर ऐसा लग रहा था कि सच में वो लंड की भूखी है, वो किसी भूखी शेरनी की तरह वरुण के लंड को चूसे जा रही थी।
कुछ ही पल में उसका लंड हिचकोले खाने लगा और उसने झट से उसके मुँह के अंदर ही अपना लंड रोक दिया।
और कुछ ही पलों में उसके लंड का पानी निकल गया, वो उसके लंड का पूरा पानी पी गई, और उसके बाद ही उसने अपने लंड को बाहर निकाला।
जैसे ही वरुण का लंड बाहर निकला तो सीमा ने एक लंबी सांस ली और फिर अपनी जीभ को अपने मुंह के अंदर और होठों पर फेरने लगी।
और वरुण के लंड को सीमा ने अपने हाथ से पकड़ लिया और उस पर लगे हुए बाकी के वीरे को मुंह से जवान निकाल कर चाटने लगी थी।
यह सब देख कर वरुण मन ही मन मुस्कुरा रहा था उसकी पत्नी को उसका वीरे बहुत पसंद आया है वह उसकी एक बूंद भी खराब नहीं होने देना चाहती है।
सीमा ने जब लंड को पूरी तरह से साफ कर दिया तो वह दोनों एक दूसरे को बाहों में लेकर पलंग पर फिर से लेट गए।
एक दूसरे से बातें करने लगे और दोनों ही अपने अपने हाथों को एक दूसरे के बदन पर फिर आ रहे थे और एक दूसरे को फिर से गर्म कर रहे थे।
जिससे वह फिर से चुदाई करें और अपने पहले मिलन को हमेशा के लिए यादगार बना दें, कुछ देर बाद वरुण पलंग से उठकर चंदन की शीशी ले आया।
और वरुण ने चंदन की शीशी सीमा को दिखाते हुए बोला कि जुबेर भाई ने मुझे बताया था कि तुम्हे चंदन की खुस्बू बहुत ज्यादा पसंद है।
आप मेरे साथ बने रहिए और इस राजमहल कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.