लेखक – सीमा सिंह
आगे की कहानी
जुबेर ने पास रखे एक साफ कपड़े से अपना और सीमा के बदन के पसीने को पोंछा और हल्के हल्के हांफते हुए बोला कि मेरा अभी नहीं हुआ है।
सीमा जुबेर की तरफ देखकर मादक अदा से मुस्कराते हुए बोली अब कैसे करेंगे आप ? जुबेर बोला अब मैं नहीं, अब तुम करोगी , अब आओ मेरे ऊपर।
सीमा बोली नहीं, मैं नहीं कर पाऊंगी, अभी मुझसे नहीं बनेगा,अभी आप ही करिये, जुबेर बोला चल ठीक है, कोई बात नहीं, आज पहली बार है, इसलिए मैं ज्यादा कुछ बोल नहीं सकता हूं।
फिर जुबेर अपने घुटनों पर बैठ गया और बोला आ मेरे पास, वो उसके पास गई और उसने उसके दोनों पैर अपनी कमर में लगा कर उसे अपने से चिपका लिया।
और नीचे से अपना लंड पकड़ कर सीमा की चूत में सटा कर उससे बैठने को कहा तो वो धीरे धीरे आराम आराम से लंड पर बैठने लगी तो उसका लंड धीरे धीरे गच्च से चूत में समाता चला जा रहा था।
उन दोनों के चेहरे आमने सामने थे और उसके वक्ष उसके सीने पर दबे हुए थे, सीमा ने अपने दोनों हाथों से उसके गले को पकड़ा हुआ था, जुबेर ने अपने दोनों हाथों से उसके नितंबों को थाम रखा था।
अब जुबेर ने अपने दोनों हाथों से सीमा के नितंबों को पकड़ कर उसे ऊपर नीचे करना शुरू किया, इस अवस्था में उसका लंड उसके अंदर तक टकरा रहा था।
जुबेर ने उसकी आँखों में देखते हुए उसे छेड़ते हुई कहा क्या बात है मेरी अर्धांगनी तू तो हर अवस्था में एक अलग ही मजा दे रही है।
सीमा ने उसकी पीठ पर मुक्का मरते हुए कहा कि स्वामी बहुत अंदर तक जा रहा है आपका, जुबेर बोला हां पता है, तेरे अंदर तक जा रहा है मेरा लंड, बस तू मज़ा लेती रह।
उस अवस्था में जुबेर ज्यादा तेजी से तो नहीं चोद पा रहा था, मगर सीमा को बहुत मज़ा आ रहा था, तो वो बीच बीच में जुबेर के होंठों को चूमने लगी।
जुबेर भी उसकी गर्दन और गालों को चूमने और काटने लगा था, बीच बीच में दोनों ही एक दूसरे की आंखों में वासना से देखे जा रहे थे।
तभी जुबेर ने एक उंगली सीमा की गांड के छेद में लगा दी और रगड़ने लगा, उसने अपनी आंखें बड़ी और गुस्से से करते हुए उसकी ओर देखा।
जुबेर बोला क्या हुआ ? गुस्से से क्यों देख रही हो ? सीमा बोली वहाँ क्यों कर रहे हो आप ? जुबेर बोला बस उंगली ही तो कर रहा हूँ, सीमा बोली नहीं न मत करो कल करना।
जुबेर बोला बस उंगली ही तो है मेरी रानी, थोड़ी अंदर डालने दो न, सीमा बोली नहीं वहां नहीं जुबेर, जुबेर बोला क्यों ? सीमा बोली ऐसे ही, वहाँ से कल करना।
मगर वो माने नहीं और धीरे धीरे करके सीमा की गांड में उंगली से कुरेदते हुए जुबेर ने उसकी गांड में उंगली पूरी की पूरी अंदर कर ही दी।
दर्द में सीमा ने अपनी आंखें बंद कर ली और सिसकारियां लेते हुए बोली आअह् ह्ह्ह्ह्ह आआऔ उउउउह् ह्ह्ह्ह
आह्हह नहीं जुबेर आह्ह मत करो।
उसने उसकी कराहटों पर ध्यान नहीं दिया और उसकी गांड को अपनी उंगली से ही चोदने लगा, अब सीमा की चूत जुबेर के लंड से चुद रही थी और गांड का छेद उसके हाथ की उंगली से।
कुछ समय तक इसी तरह चोदने के बाद उसने उसे लेटा दिया और अपनी बांहों में उसके पैर फंसा कर दोनों पैर हवा में उठा दिये।
और फिर उसने फंक फंक पक पक की आवाज़ के साथ सीमा की जोरदार चुदाई शुरू कर दी, जुबेर का बहुत मन था कि वो आज ही उसकी गांड भी चोदे।
मगर सीमा ने मना कर दिया था, किसी घोड़े की रफ्तार की तरह वो उसकी चुदाई किये जा रहा था और थोड़ी ही देर के बाद वो फिर से दोबारा से झड़ गई।
जल्द ही जुबेर भी झड़ गया, इसबार भी उसका गर्म गर्म पानी सीमा की चूत में गया और एक बार फिर वही मजा उसे मिला।
पूरी चूत उसके लंड के पानी से भर चुकी थी, सीमा पूरी संतुष्ट होने का अहसास कर पा रही थी, जुबेर उसके ऊपर पड़ा रहा और वो उसको सहलाती रही।
वो दोनों ही अब काफी थक चुके थे, वो उसके ऊपर से हटा और बगल में लेट गया, जल्द ही उन दोनों को नींद आ गई।
जब सुबह सीमा की आंख खुली तो उसने देखा तो जुबेर अभी सो रहा था उसने अपने कपड़े पहने और दूसरे कक्ष में आ गई, यहा कक्ष उसका था।
कक्ष में आने के बाद उसने स्नान किया और कपड़े पहन कर आराम करने लगी उसका शरीर बहुत दर्द कर रहा था तो उसकी दासी पायल को ये पता चला ।
तो उसने उसके हाथ पैर सर और उसके पूरे शरीर की मालीस करना शुरू कर दी जिससे उसका दर्द कुछ कम हो जाए, दोपहर में बड़ी रानी शकुंतला उनसे मिलने आई।
जैसे ही वह कक्ष में आई तो सीमा ने उनके पैरों को छुआ तो बड़ी रानी शकुंतला ने उन्हें आशीर्वाद देते हुए कहा कि दूधो नहाओ पूतो फलो।
बड़ी रानी ने जब सीमा को देखा तो वह समझ गई कि राजकुमार जुबेर में उनकी जमकर चुदाई की है फिर भी अपनी पुष्टि के लिए उन्होंने उससे पूछा।
कि राजकुमार जुबेर में तुम्हारे साथ क्या-क्या किया यह सुनकर सीमा एकदम भोचक्की सी होकर उनको देखने लगी।
उन्होंने उसे शांत किया इसके बाद सीमा ने बताया राजकुमार जुबेर में उनकी दो बार चूत मारी थी, तो बड़ी रानी शकुंतला बोली क्या उसने गांड़ नहीं मारी।
यह सुनकर सीमा बोली आज रात को मेरी गांड मारेंगे यह सुनकर बड़ी रानी शकुंतला ने उनके सर पर हाथ फेरा
और उससे कहा कि आराम करो रात को तुम्हे बहुत मेहनत करनी है।
और उसके बाद वो सीमा और पायल को कक्ष में छोड़कर बाहर चली गई, और दूसरी तरफ जब सुबह जुबेर की नींद खुल गई तो सीमा वहा नही थी। hindi sex stories
तो वो समझ गया कि वो अपने कक्ष में जा चुकी है, उसने स्नान किया तैयार होकर सेना नायक से बात करते हुए महल के बाहर चला गया।
जुबेर और सेना नायक नई टोली की तैयारियों को देखने चले गए, ये सेना नायक और दूसरा सेना नायक ये सब जुबेर और वरुण के दोस्त थे, इनकी मुलाकात देश भ्रमण के दौरान शिक्षा लेने के दरमेयन हुई थी।
ये दोनों सेना नायक और दोनों राजकुमार एक साथ ही शिक्षा ले रहे थे तो दोनों राजकुमारों ने पहले ही सोच लिया था कि राज का काम जब वो देखेंगे तो इन दोनों को अपने साथ रख लेंगे।
अब जुबेर ने दोनों सेना नायक हेमंत और राणा को एक बड़ी नई टुकड़ी बनाने को कहा था, आज जुबेर उसी का निरीक्षण करने राणा के साथ वहा पहुंचा।
जब जुबेर और राणा वहां पहुंचे तो हेमंत उन सैनिकों की पहली टुकड़ी को प्रशिक्षण दे रहा था उसके बाद उन दोनों ने राजकुमार को पूरी तैयारियां बताएं।
नई टुकड़ी की तैयारी को देखते हुए राजकुमार जुबेर ने पहली रानी को संदेश भेजवा दिया आज रात महल नहीं आ पाएंगे यह संदेश सुनकर बड़ी रानी शकुंतला और पहली और दूसरी रानी को थोड़ा अफसोस हुआ।
लेकिन वह जानती थी कि उनके दोनों राजकुमार अपने काम के प्रति पूर्ण निष्ठा रखते हैं, इसीलिए उन्होंने रानी सीमा को संदेश भिजवा दिया।
अगले दिन रात में जुबेर अपने कक्ष में आराम के लिए जा रहे थे, वो बहुत ज्यादा उत्तेजित थे उन्होंने दरवाज़े को बंद किया और तुरंत कपड़े खोल कर नंगे हो गए।
सीमा जुबेर को देख बोली जुबेर इतने उतावले क्यों हो रहे हो, क्या मैं कहीं भागी जा रही हूँ, लेकिन सीमा की गांड़ मरने की सोचकर उससे रुका नही जा रहा था।
क्योंकि जब से उसने सीमा की गांड देखी थी उसे मारने के लिए उसका मन मचल रहा था वह तो काम जरूरी था वरना वह उस दिन ही उसकी गांड मार देता।
इसी कारण उसका लंड तो पहले से ही खड़ा था, उसने कुछ नहीं सुना और सीमा को अपनी बाहों में उठा कर अपने पलंग के पास में ले आया।
सीमा को पलंग पर लिटाते हुए जुबेर ने उसे नंगी होने की कह कर वो एक मेज़ के पास गया और उसने सीमा से पुछा की तुम्हें किस की खुशबू पसन्द है।
तो सीमा बोली चंदन की खुशबू, जुबेर चंदन के तेल की शीशी को ढूंढने गया ये सब तेल दोनों राजकुमारों ने अलग अलग खुशबू के, गांड़ को मारने के लिए खरीदे थे।
शीशी मिलते ही उसने शीशी को पलंग के पास रख दी, सीमा ने अपने कपड़े नहीं उतारे थे, जब जुबेर ने उसकी आंखों में देखा तो मादक मुस्कान के साथ बोली आप ही उतार दो।
ये सुनकर तो वो जल्दी जल्दी से सीमा के कपड़े उतारने लगा, और साथ ही वो जोर जोर से चुम्बन किए जा रहा था और धीरे धीरे उसके वक्ष को भी दबा रहा था।
सीमा की कामुक सिसकारियां निकलने लगी आ ओ ओ आआ आ सी उउउ अ आआअ ह्ह्ह्ह्ह्ह आहह जुबेर आप बहुत अच्छे हो, तो जुबेर बोला मेरी रानी, तुम भी बहुत अच्छी हो।
उन दोनों ने एक दूसरे के होठों का चुम्बन करना चालू कर दिया, दोनों नंगे होकर एक दूसरे को चूमे जा रहे थे और वो अपने एक हाथ से उसके वक्ष को मसलते हुए उसे गर्म कर रहा था।
और दूसरा हाथ सीमा की चूत पर था और वो उसकी चुत को सहलाए जा रहा था, कुछ देर बाद वो एक दूसरे से अलग हुए और उसने सीमा को घोड़ी बनने को कहा, वो तुरंत घोड़ी बन गई।
उसके बाद जुबेर पीछे आ कर सीमा के दोनों मक्खन से मुलायम चूतड़ों को चूमना चालू कर दिया और उसकी गांड को उंगली की पोर से सहलाने लगा।
जैसे ही जुबेर ने उसकी गांड़ के छेद को सहलाना शुरू किया तो सीमा की कामुक सिसकारियां निकलना शुरू हो गई आआ अह्हह् हह ऊऊऊ ह्ह्ह्ह्ह्ह मजा आ रहा है।
वो सीमा के गोरे चूतड़ों को चाटते हुए उसके भूरी गांड के छेद को चूसने लगा, अपनी जीभ को गोल करके उसने उसकी गांड में जीभ को घुसाना शुरू कर दिया।
धीरे धीरे गांड को चूसते हुए उसने एक उंगली उसकी गांड के छेद में डाल दी, सीमा की मादक आहह निकल गई।
फिर उसने बहुत सारा चंदन का तेल सीमा की गांड में लगाना शुरू किया, जुबेर तेल में भीगी उंगली उसकी गांड में डालने लगा।
अब सीमा की गांड का छेद खुद ही खुलने और बंद होने लगा था, और वो गांड में उंगली से मस्त होने लगी, अब उसने अपनी दो उंगलियों को उसकी गांड में डालने लगा।
धीरे धीरे करके जुबेर ने अपनी दोनों उंगलियों से सीमा की गांड के छेद को ढीली कर दी, उसकी गांड के छेद ने भी ढीला होकर मजा लेना शुरू कर दिया था।
फिर वो उठा और अपने लंड पर चंदन के तेल को लगाकर चिकना कर लिया, थोड़ा तेल सीमा की गांड में अपनी उंगली से डाल कर उसकी कमर पकड़ कर ली।
जुबेर ने सीमा की पीठ को चूमने के बाद बोला हां मेरी रानी अब तू तैयार रहना बस अब मैं अपना लंड तेरी गांड के छेद में डाल रहा हूँ, सीमा ने कुछ नहीं कहा।
उसने सीमा से गांड के छेद को ढीली रखने की कहा, तो सीमा ने भी उसके लंड को अपनी गांड़ में झेल लेने की लिए तैयार कर ली।
जुबेर ने धीरे धीरे उसकी गांड में अपने लंड को डालने लगा, जैसे ही लंड सीमा की गांड़ के छेद को चौड़ा करते हुए अंदर गया उसकी चीखे निकल गई।
उउउउह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह मर गईईईईई आह्ह आह्ह आह्ह आह्ह उन्ह सिससस्स आह्ह सिससस्स आह्ह, जुबेर अब रुक गया।
कुछ देर बाद उसने थोड़ा जोर लगाया, तो सीमा छटपटाने लगी, इस समय यूं समझिए कि उसके लंड का सुपारा ही ठीक से अन्दर गया होगा।
आप मेरे साथ बने रहिए और इस राजमहल कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.