राजमहल 1 पार्ट 10 – अन्तर्वासना

लेखक – सीमा सिंह

आगे की कहानी

कि इतना मोटा लंड मैंने अपनी चूत में ले कैसे लिया? शायद यही चुदाई की भूख होती है जो मोटा, पतला, बड़ा या छोटा कुछ नहीं देखती।

कुछ समय बाद सीमा ने करवट ली और अपनी पीठ जुबेर की तरफ करके लेट गई, उसकी गोरी गोरी पीठ को देख उसको पता नहीं क्या हुआ और वो उससे लिपट गया।

जुबेर का लंड सीमा के चूतड़ों की दरार में लगा हुआ था, धीरे धीरे वो उसकी गर्दन को चूमने लगा, सीमा की गर्म साँसें एक बार फिर से तेज और भारी होना शुरू हो गईं।

उसका लंड भी धीरे धीरे कड़ा होने लगा जो कि उसके चूतड़ों में अनुभव हो रहा था, अब उसने सीमा की पीठ पर चूमना शुरू कर दिया।

उसके हाथ सीमा के चूतड़ों पर पहुंच चुके थे और वो उसके कोमल कोमल चूतड़ों को दबाने लगा था, और उसके हाथ उसके चूतड़ों को सहला भी रहे थे।

चूतड़ों को सहलाते हुए जुबेर प्यार से बोले आह्ह सीमा तुम कितनी मस्त हो और तुम स्वर्ग की अप्सरा से कम नहीं हो , तुम हमेशा ही मेरे लिए मेरा पहला प्यार रहोगी।

सीमा ने सिसकार कर कहा आहह हां स्वामी, में आप दोनों भाइयों की हूं, मेरा पूरा जीवन आप दोनों की सेवा के लिए ही है।

जुबेर बोला हां मेरी सीमा, मुझे तुम्हारी निष्ठा पर पूरा भरोसा है तुम हमारे जीवन को खुश कर दोगी, हमे तुम्हारे जैसी पत्नी मिली, ये हम दोनों के लिए बहुत बड़ी बात है। अन्तर्वासना

आज कल की राजकुमारियां तो अपने लिए सुंदर पुरषों को पसंद करती हैं, पता नहीं कैसे तुमने मुझे शादी के लिए पसंद कर लिया, मैं हमेशा तुम्हारा ख्याल रखूंगा।

ऐसे बोलते हुए जुबेर ने पीछे से अपनी एक उँगली उसकी चूत में डाल दी, चूत में उंगली जाते ही वो सिसकार उठी आह्ह स्स्स स्वामी, आआ अह्ह्ह आआ अह्ह्ह् उउउ ह्ह्ह्ह।

जुबेर बोला क्या हुआ ? मजा आ रहा है न? सीमा बोली हां स्वामी,आह्ह हां बहुत, जुबेर बोला एक बात बोलूं क्या? सीमा बोली बोलिये स्वामी ?

जुबेर बोला तुम एकांत में मेरा नाम लिया करो और क्या मैं तुम्हें पीछे से चोद सकता हूँ ? सीमा बोली में आपका नाम ले लूंगी और पीछे मतलब? मैं समझी नही।

जुबेर ने सीमा की गांड के छेद पर उँगली रखते हुए कहा यहाँ से, सीमा सहमते हुए बोली नहीं जुबेर, वहाँ दर्द होगा, जुबेर बोला ज्यादा नहीं होगा, मैं हूँ न।

सीमा ने उसके होठों को चूमकर बोली आज नहीं जुबेर , कल कर लेना, जुबेर बोला ठीक है मगर आज मुझे और चोदना है तुम्हें।

जुबेर की बात पर सीमा बस मुस्करा कर रह गई, जुबेर ने कहा बोलो ना, चोद लूं ? शरमाते हुए सीमा बोली जैसा आपका मन हो जुबेर ।

जुबेर बोला क्यों, तुम्हारा मन नहीं है क्या ? सीमा शरमाते हुए बोली आपको जो करना हो करिये, मुझसे मत पूछिए, जुबेर समझ गया कि सीमा शरमा रही थी।

जुबेर ने अब बिना कुछ बोले उसे पलटा लिया और उसके जोर से निप्पल(चुचक) अपने मुँह में भर लिए, उसकी जोर से सिसकारी निकल गयी आआआ ह्ह्ह्ह आऊउ छछ।

और जुबेर ने बारी बारी से सीमा के निप्पलों(चुचकों) को चूसना शुरू कर दिया, उसकी सिसकारियां कक्ष में गूंजने लगी ऊओ ह्ह्ह आआ आह्ह्ह्ह आऊउछछ।

जुबेर ने उसके एक हाथ को पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया और बोला तुम भी कुछ करो न, उसने भी बिना कुछ बोले उसके लंड को सहलाने लगी।

कुछ ही देर में उसका लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया, अब सीमा उसके लंड को जोर जोर से हिलाए जा रही थी, उसने उसके वक्ष को अपने हाथों में भर लिया।

और उसको दबाने सहलाने लगे, सीमा फिर से सिसकारियां लेने लगी  उ उ आ उ आ आआ ह्हह्ह आउउ उउह् हह्ह।

चुदाई के पहले दौर में भी जुबेर ने उसकी स्तनों को दबा दबा कर उनको लाल कर दिया था, उसकी चूचियों में काफी दर्द हो गया था।

मगर अबकी बार दर्द तो हो रहा था पर वही दर्द उसे मजा दे रहा था, जुबेर ने काफी देर तक सीमा के स्तनों के साथ खेलते हुए उसके चुचक चूसता रहा।

कुछ देर के बाद उसके स्तनों में जलन होने लगी थी और वो अब झटपटाने लगी थी आह्ह जुबेर  बस अब दुख रहा है रुको न जुबेर आह्ह आईई उफ्फ करते हुए वो कराहने लगी थी।

जुबेर काफी देर से उसके स्तनों को दवाएं और चुचको को चूसे जा रहा था तो वो समझ गया कि अब उसे तकलीफ हो रही है, उसने उसे छोड़ दिया ।

फिर जुबेर उठा और उसे पेट के बल लेटा दिया, फिर उसकी पीठ को चूमते हुए नीचे की ओर कमर और फिर उसके चूतड़ों तक जा पहुँचा ।

सीमा के उभरे हुए गोल गोल चूतड़ों पर अपने दांत गड़ाते हुए उसे हाथों से मसलने लगा, फिर दोनों हाथों से उसके चूतड़ों को फैला कर अपना मुँह उसमें लगा दिया।

वो सिहर गयी, उसके लिए ये सब एक नया अनुभव था, अभी तक उसने केवल दर्पण के सामने ही नंगी होकर अपनी गांड के छेद को छुआ था।

उसकी मादक सिसकारियां निकल गई ऊओह्ह्ह आआ आह्ह्ह्ह आऊउछछ, उस वक्त उसे काफी अजीब सा लगा क्योंकि जुबेर उसके गांड का छेद चाट रहा था।

उसे तो पता नही था कि कोई पुरुष किसी नारी के गांड़ के छेद को भी चाटता है, मगर पता नहीं क्यों धीरे धीरे फिर उसे गुदगुदी होने लगी अब उसी छेद पर उसकी जीभ सीमा को मजा देने लगी।

जुबेर उसकी गांड में मुंह मार मार कर उसे चाट और चूस रहा था, वो आगे पीछे होते हुए उसका साथ दे रही थी और उसके वक्ष भी नीचे दबे होने के कारण आगे पीछे हिलते हुए रगड़े जा रहे थे।

अब जुबेर ने नया तरीका शुरू किया, पहले एक कपड़े से सीमा की चूत को अंदर तक साफ किया और उसके बाद वो अभी तक वो उसकी गांड ही चाट रहा था।

मगर अब जुबेर ने एक बार गांड तो दूसरी बार चूत को चाटना शुरू कर दिया, उसके मुंह के होठ एक बार गांड को चूस जाते और अगली बार फिर होंठ उसकी चूत को चूस जाते।

सीमा इस चुसाई से पागल सी होने लगी थी, पता नहीं कैसे मस्ती में उसकी गांड अपने आप ही हवा में उठने लगी थी, इस तरह से वो अपने घुटनों के बल आ गई।

वो बड़े प्यार से जुबेर से अपनी चूत और गांड़ के छेदों को  चटवा रही थी, कुछ देर बाद जब उसकी दोनो जाँघें कांपने लगीं तो जुबेर समझ गया कि वो चुदाई के लिए बिल्कुल तैयार है।

जुबेर ने सीमा के पैर खींच कर उसे फिर वैसे ही पेट के बल लेटा दिया और फिर उसके ऊपर आ गया, उसने अपना वजन जरा सा भी उसके ऊपर नहीं डाला।

और एक हाथ से उसके चूतड़ों को फैला कर लंड चूत में लगा दिया, चूत में लंड लगा कर वो हल्के हल्के से उसको धक्का देने लगे और लंड धीरे धीरे चूत का मुंह खोलने की कोशिश करता हुआ अंदर की ओर सरकने लगा।

धीरे धीरे उसका दबाव बढ़ने लगा और देखते ही देखते जुबेर का लंड सीमा की चूत में घुसता हुआ पूरा का पूरा अंदर समा गया।

इस बार सीमा को पहले से थोड़ा दर्द तो कम हुआ लेकिन अबकी बार जब लंड चूत में फंसा तो मजा भी आया साथ में।

इस बार पूरे दर्द को सहते हुए सीमा ने उसका मूसल जैसा लंड अंदर ले लिया था, वो समझ गई कि उसकी चूत अब कुंवारी नही है वो थोड़ी से खुल गई है।

शायद जुबेर को भी इस बात का अंदाजा हो गया था।, इसलिए उसने अपना पूरा लंड एक बार बाहर निकाला और एक साथ पूरा अंदर डाल दिया।

इससे सीमा की एक जोर की चीख निकल गयी आह्ह जुबेर उउउ उह्ह्ह आआआ ह्ह्ह्ह्ह्ह आआ आआ ह्ह्ह् ह्ह् ह्ह्ह्ह मर गईई ईईई।

अब जुबेर रुका नहीं और जोरदार तरीके से सीमा की चुदाई शुरू कर दी, वो बहुत तेजी से उसकी चूत को चोदने लगा।

इस बार जुबेर की चोदने की रफ्तार कुछ ज्यादा ही तेज लग रही थी उसे , ऐसा लग रहा था कि वो सीमा की चूत के चिथड़े उड़ा देगा , इतनी तेज रफ्तार उसने पहली चुदाई में नहीं दिखाई थी।

अबकी बार तो वो दनादन सीमा की चूत में धक्कम पेल कर रहा था, उसके अंग अंग में दर्द महसूस होने लगा था।

सीमा दर्द और मजे में बस आह्ह उफ्फ ऊईई आईई ओह्ह आह्ह जुबेट आराम से  आह्ह ईईईई  मटी मजी ईई आह्ह करती रही और जुबेर उसकी चूत को रौंदते चला गया।

मजा तो उसे भी बहुत आ रहा था, मगर शायद जुबेर को उससे ज्यादा मजा आ रहा था, उसकी कसी हुई चूत में उसका मोटा सा लंड बहुत फंस फंस कर अंदर बाहर जा रहा था।

धीरे धीरे वो उसके ऊपर लेट गया और उसके चूतड़ों को रगड़ रगड़ कर चोदने लगा, फिर अपने हाथों को पलंग पर टिका कर जोर जोर से धक्के मारने लगा ।

जिससे सीमा के चूतड़ों से जोर जोर से पट-पट फट-फट की आवाजें आने लगीं, चट चट चट  पट पट पट की आवाजें पूरे कमरे में गूंजने लगीं।

इस अवस्था में चोदते हुए उसे काफी देर हो गई थी तो उसने उसे घुटनों के बल होने के लिए कहा और सीमा अपने घुटनों पर आ गई।

इसके बाद जुबेर ने उसकी कमर को पकड़ लिया और एक बार फिर से उसकी चूत में लंड घुसा दिया और उसकी चूत को पेलने लगा ।

वो सीमा की कमर को पकड़ कर किसी जानवर की तरह उसकी चुदाई करने लगा, लंड तेजी से चूत में ठुकने लगा और वो दर्द में चिल्लाने लगी आआ अह्ह्ह आआ अह्ह्ह् उउउ ह्ह्ह्ह।

सीमा चिल्लाए जा रही थी मगर उसके आगे उसकी कहाँ चलने वाली थी, थोड़ी देर बाद उसे भी काफी मजा आने लगा और उसकी कमर अपने आप आगे पीछे होने लगी।

अब वो भी चुदाई में मदहोश होकर उसका साथ देने लगी, जुबेर का पूरा बदन पसीने से भीग चुका था, सीमा का भी चेहरा दर्द से लाल हो गया था।

फिर भी वो उस चुदाई का पूरा मजा ले रही थी, उस वक्त तो जैसे सीमा की शर्म गायब ही हो गई थी और वो किसी और ही नशे में थी।

जुबेर ने हाफ्ते हुए पूछा कैसा लग रहा है ? सीमा ने बड़ी बेशर्मी से जवाब दिया बहुत मज़ा आ रहा है जुबेर स्स्स आह्ह जुबेर आप चोदते रहिये बस।

उसके मुँह से ऐसे शब्द सुन कर जुबेर का मजा भी दोगुना हो रहा था, उसने एक हाथ से उसकी कमर और एक हाथ से उसके कन्धे को थाम लिया था।

और अपनी पूरी ताकत से सीमा की चुदाई करते जा रहा था, जुबेर बोला तू तो बहुत मस्त चुदवा रही है सीमा मजा आ गया आज तो।

सीमा बोली आआह आआ  करते रहिए ऊऊह्ह आई ईईई, जुबेर बोला हां, जान कर रहा हूँ, तुझे मजा आ रहा है ना ? सीमा बोली हां, बहुत मजा आ रहा है आह्ह आआह ऊऊहहह।

जुबेर चोदता रहा और वो वैसे ही झड़ गई, उसकी चूत से पानी निकल कर पलंग पर गिरने लगा, मगर अभी जुबेर का नहीं निकला था और वो बिना रुके चुदाई किये जा रहा था।

उस अवस्था में शायद जुबेर को बहुत मजा आ रहा था इसलिए वो उसी अवस्था में सीमा की चुदाई कर रहा था ।

चुदते चुदते जल्द ही वो एक बार फिर गर्म हो गई और वो फिर से उनका साथ देने लगी, कुछ देर बाद जुबेर रुका और उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया।

वो भी पलट कर बिस्तर पर बैठ गई, जुबेर ने अपना और सीमा का पसीने से भीगा हुआ बदन देखकर बोला अरे आज तो तूने बहुत मेहनत कर ली।

जुबेर ने पास रखे एक साफ कपड़े से अपना और सीमा के बदन के पसीने को पोंछा और हल्के हल्के हांफते हुए बोला कि मेरा अभी नहीं हुआ है।

आप मेरे साथ बने रहिए और इस राजमहल कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.

seema.singh2003@proton.me

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