मेरी पिछली कहानी बारिश में चुदाई से मुझे काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली और अब लोग उस प्यार के अहसास को पाने के लिए बारिश में सेक्स कर रहे हैं!
अगर आपने भी बारिश में सेक्स किया हैं तो आप हमे अपनी कहानी लिखकर antarvasnastory2.in@gmail.com पर भेज सकते हैं!
ये कहानी मेरे दोस्त की हैं जिसने मेरी कहानी से प्रेरित होकर अपनी रूठी बीवी को मनाया!
मेरे दोस्त का नाम हैं रघु थोड़ा गुस्सैल हैं बाकी सब मर्दो की तरह जो दुनिया दारी का गुस्सा बेचारी बीवी पर आकर निकलते हैं!
काम का भोज और पैसो की दौड़ में रघु इतना आगे निकल गया की पीछे अपनी बीवी को छोड़ चूका था!
हलाकि हम सब मर्द ये सब अपनी फॅमिली के लिए ही करते हैं पर जाने अनजाने में फॅमिली को ही अनदेखा कर देते हैं!
पैसो से घर तो चल जाता हैं पर फॅमिली को चलाने के लिए प्यार चाहिए, जो की रघु नहीं दे पा रहा था!
रघु का पैसो के पीछे भागना बीवी पर चिल्लाना और टेंशन की जिंदगी में दारू सिगरेट पीना ये रोज का हो गया था!
रघु को अहसास तब हुआ जब रघु अपनी बीवी के साथ एक फोटो खिचवाने गया जो की उसे ऑफिस में जमा करनी थी!
ऑफिस में सब कपल्स अपने जोड़े की फोटो लेकर आ रहे थे और सबसे अच्छी तस्वीर जिसकी होगी उसे इनाम मिलना था!
तो रघु ने सोचा पैसे कमाने का सही तरीका हैं और वो घर आकर जैसे तैसे अपनी बीवी को सज धज के फोटो खिचवाने ले गया!
फोटो खिचवाते वक़्त फोटो वाला रघु की बीवी मालती को काफी समझा रहा था की भाभी जी थोड़ा मुस्कुराए और काफी मशक्त के बाद उन्होंने चार पांच फोटो खिचवा ली अलग अलग स्टाइल में!
रघु खुश था बस दुआ कर रहा था उसकी फोटो बढ़िया आये और इसके लिए उसने फोटो वाले को ज्यादा पैसे दिए की बढ़िया फोटो बनाना!
फोटो एक हफ्ते बाद ऑफिस में जमा करनी थी, अभी एक हफ्ता था लेकिन फोटो वाले ने दो दिन बाद रघु को फोटो के लिए बुलाया!
रघु फोटो लेकर रास्ते में एक जगह बैठ गया, उसने फोटो का लिफाफा खोला और फोटो को बहार निकाला!
फोटो को अच्छे से निहारा पहली अपनी फोटो देखि तो उसको ठीक लगी फिर बीवी की फोटो देखकर उसे मायूसी हुई!
उसने सारी फोटो बारी बारी देखना शुरू किया और पाया उसकी बीवी की फोटो बिलकुल अच्छी नहीं आयी वो फोटो वाले के पास वापिस गया और उसे बोला की फोटो अच्छी नहीं आयी!
फोटो वाले ने समझाया की भाभी की बहुत मुश्किल से मुस्कुरायी हैं इन तस्वीरों में और इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता!
ये सुनकर उसे बुरा लगा और गुस्सा आया अपनी बीवी पर की उसकी वजह से फोटो बेकार हो गयी!
वो गुस्से में अपनी बीवी को डांटने घर की तरफ जा रहा था तो रास्ते में मैं यानी देवेंदर उसका दोस्त पिछली कहानी का लेखक मैं उससे टकराया!
मैंने उसे बोला गुस्से में कहा जा रहे हो भाई, रघु ने अपने गुस्से का सारा कारन मुझे बताया और बोला बताओ अब मैं क्या करू अपनी बीवी का!
मैंने उसे समझाया और शांत करके अपने घर बुलाया, रघु को ठंडा पिलाया और पूछा भाभी जी तस्वीर से साफ़ झलकता हैं की वो खुश नहीं हैं!
रघु ने बोला इतना पैसा कमा रहा हूँ फिर भी वो खुश नहीं हैं कम से कम दो वक़्त के लिए खुश होकर फोटो तो खिचवाती!
मैंने रघु को अपनी बीवी के साथ खिचवाई फोटो दिखाई और उनकी फोटो को भी साथ में रखा!
रघु हैरान था एक तरह हम दो जोड़े जो खुश थे चेहरे पर रौनक थी, दूसरी तरह रघु जो की जबरदस्ती की मुस्कुराहट लिए बीवी के साथ खड़ा था!
उसे समज तो आ गया था की क्या वजह हैं पर क्यों ऐसा हैं उसने मुझसे पूछा !
मैंने उसे बताया की पैसो से घर तो चला रहे हो लेकिन बीवी को खुश प्यार से करो!
अब इस तस्वीर को देखलो कैसे आपकी बीवी जबरदस्ती मुस्कुरा रही हैं आपके लिए!
ये हालत के जिम्मेदार आप हैं रघु!
फिर मैंने उससे पूछा की वो घर जाकर क्या करने वाला था तो उसने बताया की बीवी को डांट मारने वाला था!
मैंने कहा फिर वही गलती करने जा रहे थे असली वजह कुछ और होती है और सारा गुस्सा बेचारी पर निकाल देते हो!
रघु रोने लगा और उसने मुझसे बीवी को मनाने का उपाए पूछा तो मैंने उससे कहा आखिरी बार सम्भोग कब किया था!
उसने कहा याद नहीं मैं हसने लगा और मैंने उसे बताया की मैं और मेरी बीवी रोज करते हैं!
काम काज का टेंशन बहार और घर का घर में रखो!
उसने पूछा अब क्या करू ? मैंने उसे साड़ी गिफ्ट करने का सुझाव दिया लेकिन उसके बाद जो करना था वो मेरी कहानी में लिखा था!
मेरी कहानी आप यहाँ पढ़ सकते हैं Biwi Ki Chudai
वो कहानी मैंने रघु को पढ़ने को कहा और ये बोल दिया कोशिश करो सब सही हो जायेगा!
रघु घर गया साड़ी लेकर और घर की सारी बत्ती बुझा दी, उसने घर में ढेर सारी मोमबत्ती जला दी!
उसने अपनी बीवी को बुलाया बीवी थोड़ा घबराई थी क्युकी ऐसा पहले कभी न हुआ था!
बीवी ने पूछा ये सब क्या हैं रघु बीवी को गले से लगा लिया, बहुत देर गले लगने के बाद रघु ने उससे माफ़ी मांगी और दोनों रोने लगे!
रघु ने मालती को साड़ी दी गिफ्ट में और पहन कर आने को कहा!
साड़ी पहनकर रघु के सामने जब मालती आयी तो रघु से रहा नहीं गया वो मालती पर टूट पढ़ा!
मालती ये सब देखकर खुश हुई और पति का पूरा साथ देने लगी!
मालती और रघु एक दूसरे के होंठ को ऐसे चूस रहे थे जैसे सदियों से प्यार के भूखे थे जो खेर वो थे भी!
रघु ने मालती की साड़ी उठायी और मालती की गोरी जांघो को चूमने लगा!
मालती भी इसका भरपूर मजा ले रही थी उसकी पूरी ठरक जाग गयी तो उसने अपना पल्लू गिरा दिया!
मालती धीरे धीरे अपनी साड़ी को उतारने लगी , रघु उसे देखकर अपने सारे कपड़े उठाने लगा!
रघु अपनी बीवी को बहार गैलरी में लेकर गया और जाली के निचे खड़ा कर दिया!
रघु छत पर तो चुदाई नहीं कर सकता था इसीलिए उसने छत की प्लास्टिक वाली चदर जो जाल पर रखी थी उसे हटा दी!
फिर वो निचे आया और मालती को पूरा नंगा करके खुद भी नंगा हो गया!
वो मालती के होंठ चूमने लगा और मदहोशी में वो जाल के निचे खड़े हो गए जंहा से बारिश हो रही थी!
बारिश उन्हें भीगा रही थी पूरी तरह से और दोनों मिया बीवी गीले शिकवे बुलाकर प्यार का रास एक दूसरे के होंठ से चख रहे थे!