दोस्तों बारिश का मौसम आ चूका हैं और सब लोग बारिश का लुफ्त उठा रहेंगे होंगे!
मेरा नाम देवेंदर, उम्र 28, रंग हल्का गेहुआ, कद 5,7 हैं!
मैं मुंबई के अँधेरी में रहता हूँ, यंहा मेरा अपना घर हैं और जिस जगह मैंने घर लिया वंहा सबसे ऊचा घर मेरा हैं!
मेरी शादी को 1 साल हुआ हैं और घर पर मेरी बीवी और मैं ही रहते हैं!
बारिश के मौसम होते ही बीवी ने चाय और पकोड़े बना दिए!
हम छत के बीचो बीचो एक छप्पर डाला हुआ हैं उसके निचे बैठकर चाय पकोड़े और बारिश का लुफ्त उठा रहे थे!
हम निडर होकर छत पर एक दूसरे के हाथ पकड़ कर एक दूसरे को मुँह से मुँह मिलाकर.पकोड़े खा रहे थे
क्युकी हमे छत पर कोई नहीं देख सकता था!
हम बहुत जोशीले थे सेक्स के लिए हमेशा त्यार मेरी बीवी जिसका कद 5,5 हैं, रंग गोरा, चेहरा कामुक!
उसका बदन 36, 26,36 था जो की बहुत सेक्सी था!
हम चाय पकोड़ो के साथ अपनी पहली रात यानी सुहागरात की बात कर रहे थे!
दरसल हमारी सुहागरात पर मुझे लगा मेरी बीवी बहुत शर्मीली हैं और उसे लगा मैं बहुत शर्मीला हूँ!
काफी देर तक हमने एक दूसरे के साथ कुछ नहीं किया तो बीवी ने खुद अपने कपड़े उतार दिए थे!
नंगी होकर मुझ पर टूट पड़ी थी फिर जो जंग छिड़ी बिस्तर पर जो बीवी की चुदाई हुई मजा आ गया था!
वो बात याद कर के हम दोनों हस रहे थे हम दोनों मिया बीवी ने बहुत चुदाई करी हैं!
अपने घर में हर जगह चाहे बाथरूम, किचन बैडरूम, फर्श पर हर जगह!
ओर तो और हम दुसरो के घर जाते थे तो वंहा भी खूब चुदाई करते, शादी या किसी पार्टी वगरह में , कार में हर जगह चुदाई कर चुके हैं!
आज फिरसे हमारी खुराफाती दिमाग जाग गया और आज हमने इस बरसात के मौसम में चुदाई का सोचा!
मेरी बीवी मेरी उंगलिओ पर लगी सॉस को चूसने लगी, मैं समज गया आज कुछ तगड़ा ही होगा!
मैंने उसे कहा आओ निचे चलते हैं बैडरूम में उसने मुंडी ना में हिलाई और बारिश में चली गयी!
उसका बदन तेज बारिश में भीगने लगा और मैं समज गया वो बारिश में खुली छत पर सेक्स चाहती हैं!
वो बारिश में भीग रही थी और उसने अपना सूट उतार दिया और सलवार का नाडा खोल दिया!
उसका सलवार उसके पेरो से सरक कर निचे आ गया और उसकी गोरी जांगे मुझे आकर्षित कर रही थी!
उसने अपनी ब्रा उतार फेंकी और अपने बड़े बूब्स के दर्शन मुझे दिए उसके निप्पल पर बारिश का पानी गिररहा था जो बहुत मन मोहक था!
उसने मेरी तरह अपनी नंगी पीठ करी और अपनी गांड दिखाते हुए अपनी पैंटी उतार दी!
उसकी गोरी गांड जो बारिश से भीग गयी थी मजेदार लग रही थी!
मुझे लुभाने के लिए वो अपनी गांड मटकाती तो कभी हिलाती, और कुछ देर बाद वो मुझे अपने बूब्स हिलाकर मुझे बुला रही थी!
मेरा मूड तो कबका बन चूका था पर उसे ऐसे मुझे लुभाते देख मुझे मजा आ रहा था!
मेरी बीवी छत में बारिश में पूरी नंगी लेट गयी और अपनी टाँगे हवा में खोलकर मुझे चुत दिखाने लगी!
अब सब बर्दाश्त से बहार था और फिर वो अपनी ऊँगली मुँह में डालकर फिर अपनी चुत में डालनी लगी!
उसका कामुक सेक्स की भूख वाला चेहरा और उसका तड़पता बदन मुझे उसकी और आकर्षित कर रहा था!
सब्र बाँध टूट गया और मैं अपने कपड़े जल्दी जल्दी उतार कर उसकी चूत की तरफ भागा!
मैं घुटनो पर बैठ कर उसकी चुत की तरफ गया बारिश में मेरा बदन भी भीग चूका था!
उसकी चूत से बारिश का पानी आकर निचे गिर रहा था और मैंने उसकी चूत को चूमना शुरू कर दिया!
उसकी चूत से बहता बारिश का पानी का स्वाद कुछ अलग ही था!
मैंने उसकी चूत पर जीभ फेरना शुरू किया और वो उचक गया हर बार की तरह!
उसे चूत चटवाना पसंद था और मैंने वही किया चूत की गहराई में अपनी जीभ अंदर बहार करना शुरू किया!
उसका शरीर तड़प उठा उसने अपना हाथ मेरे सर पर रखा और मेरे सर को अंदर की और ढकेल रही थी!
जैसे वो चाहती हो मेरा पूरा उसकी चूत में घुस जाऊ!
पर अभी घुसना घुसाने वाली चीजों में समय था अभी मुझे बस उसे तड़पाना था!
चूत चटाई के बाद मैं उसकी नंगी मोटी जांघो को चूमने लगा और धीरे धीरे उसके बूब्स तक जाने लगा!