लेखक – सीमा सिंह
नमस्कार दोस्तो, मैं आपकी सीमा सिंह, आप मेरे नियमित पाठक को सामने एक नई कहानी लेकर आई हूं मैं चाहती हूं जितना प्यार आपने मेरी और कहानियों को दिया उतना ही प्यार इस कहानी को मिले।
मैं आपको बता देना चाहती हूँ कि मेरी सभी कहानियाँ काल्पनिक हैं, जिनका किसी से भी कोई सम्बन्ध नहीं है, अगर होता भी है, तो यह मात्र संयोग ही होगा।
इस कहानी की शुरूआत रोहित के दादा जी से होती है।
मेरे दादा जी और उसके दो दोस्तों में मिल कर एक कम्पनी बनाई थी, उसे वो लोग चलाने लगे, मेरे पिता बचपन में बहुत शैतान थे।
तो दादा जी ने उने आर्मी स्कूल में भेज दिया, जहा उनका एक ही दोस्त था कुनाल, उसके बाद कॉलेज की पढ़ाई उन्होंने अपने पिता के दोनों दोस्तों के बेटों के साथ की।
उन दोस्तों के नाम विराट और संचित थे, उन तीनों दोस्तों की शादी मेरे पिता राहुल की स्वाति से, विराट की साक्षी से, संचित की मेगा से हुई थी।
मेरे पिता के दो बेटे थे, व्योम और में रोहित, विराट के एक लड़की श्रेया और एक लड़का आकाश, संचित के एक लड़की अदिति और एक लड़का करण था।
व्योम और श्रेया बचपन से एक दूसरे को प्यार करते थे, वो दोनों की सामान उमर थी, और मेरी, आकाश और अदिति की भी सामान उमर थी, करण अदिति से दो साल छोटा था।
कहानी की कुछ बाते भूतकाल से सुने,
राहुल, स्वाति, विराट, साक्षी, संचित, मेगा सब कंपनी को काफी बड़ा बनाने में लगे थे, स्वाति, साक्षी, मेगा कंपनी में एम्पोटेंट पद पर थी, पर वहा ज्यादा काम नही था।
राहुल, विराट, संचित, कंपनी में मेन पदों पर थे, वहा बहुत ज्यादा काम होता था, तो उने अपनी बीबियों की चुदाई का ज्यादा समय नहीं मिलता था।
तो उन सब की पर्सनल लाइफ खराब होने लगी थी, तो इन तीनों दोस्तों ने इस का एक रास्ता निकाला, इसके लिए उन्होंने अपनी तीनों पत्नियों को बुलाया।
और उने एक समाधान बताया कि हम सब की पर्सनल लाइफ अच्छी हो जायेगी, तो संचित अंकल ने उने बताया कि तुम सब बाहर किसी और से चुदाई करो।
उससे अच्छा है कि तुम किसी आदमी को ले आओ और तीनों उसके साथ अपनी चूत की चुदाई की पूर्ति कर सकती हो।
तो मेरी मां और उनकी दोनों दोस्तों ने ऐसा ही किया, उन्होंने एक गरीब परिवार के आदमी को काम पर रख लिया, उसका नाम जावेद था।
वो तीनों उसकी साथ चुदाई करने लगी, और ये सब आज भी चल रहा है, में और आकाश उस नोकर जावेद के बेटे है।
आज 1 जून है, मेरा, आकाश और अदिति का आज बी.बी.ए. का आखरी पेपर देकर आ रहे थे, इसके बाद हम एम.बी.ए. की पढ़ाई पड़ने वाले थे ।
7 जून को व्योम और श्रेया की शादी का दिन चार महीने पहले ही ते कर दिया था, लेकिन दो महीने पहले ही आकाश और अदिति ने भी शादी की जिद की।
तो सबने 7 जून के दिन ही उनकी भी शादी करवा दी, 20 जून को व्योम और श्रेया, आकाश और अदिति अपने हनीमून से लौटकर आए थे।
आज ही हमारा रिजल्ट आया था, हम सब ने टॉप किया था, उसके बाद 22 जून को हम तीनों को IIM बंगलौर से एम.बी.ए करने का मेल आया।
घर में सब खुश थे, हमारी 15 जुलाई से क्लास शुरू होने वाली थी, अदिति ने जिद की इस सब की खुशी में कही घुमने चलते है।
सब ने मना कर दिया, लेकिन में और आकाश उसके साथ गोवा घुमने चले गए, हम तीनों ने एक बीज होटल में दो बीज रूम लिए।
एक रूम में अदिति और आकाश, और दूसरे में मैं था, रात को हम तीनों होटल की बीच पार्टी में थे, और तीस मिनिट में ही अदिति ने ज्यादा शराब पी ली थी।
तो आकाश उसे रूम में ले जाने लगा, पर उसने मुझे मना कर दिया, क्योंकि अभी नो बजे थे, तो में वही रुक गया, में एक ओर अकेला बैठा था, सब को देख कर एंजॉय कर रहा था।
इसी बीच मेरा ध्यान एक औरत की तरफ गया, वो वेटर से व्हाइट सेम्पेयन मांग रही थी, पर उसकी बात पर कोई ध्यान नहीं दे रहा था।
हर वेटर उसे इग्नोर कर रहे थे, और सब के ऑर्डर ले रहे थे, उसका चेहरा मेरे दिल में उतर गया, उसके चेहरे को देख कर ऐसा लग रहा था, कि कुछ कमी है उसमे।
में उठा और उसके लिए व्हाइट सेम्पेयन ले आया, उसने मना किया पर मेने उससे कहा में अपके लिए लाया हूं, और कुछ ही समय में हम बात करने लगे।
हम दोनों गोवा के ऊपर बाते करने लगे, मुझे उससे बाते करने में अच्छा लग रहा था, वो भी मेरी बातों पर अपना पूरा ध्यान दे रही थी।
मैने उसे डांस करने की कहा तो उसने मना कर दिया, फिर हम दोनों जनरल बाते करने लगे, उसको मेरे साथ अच्छा मेहसूस हो रहा था।
रात को 12 बजे में उसे उसके रूम पर छोड़ने आया, उस औरत का नाम अनिका था, रूम के दरवाजे पर खड़े होकर में अनिका से बोला में चलता हूं।
पर में वहा से नही गया तो अनिका बोली में तूमे अंदर नही बुलाऊंगी, में बोला शायद बुला लो , उसने दरवाजा खोला और एक कदम चल कर रुक गई।
और मेरी ओर देखने लगी तो मैने भी जल्दी से आगे बड़ कर अपने होट उसके होटों पर रख दिए और उसे किस करने लगा और वो भी मुझे किस करने लगी।
मैने उसे अपनी गोद में उठा लिया और उसे किस किए जा रहा था, और में एक कदम अंदर आ गया, अनिका ने किस करते हुए दरवाजा लॉक कर दिया।
मैंने उसे किस करते हुए, एक टेबिल पर बिठा दिया, और उसकी गर्दन पर किस करते हुए उसकी शर्त को उतरने लगा, और वो भी मेरी शर्त उतरने लगी।
उसके बाद वो मेरे फिट चेस्ट और एप को चूमने और बाइट करने लगी, मैंने उसे ये सब करने दिया, फिर मैने उसकी ब्रो को उतर दिया।
अनिका का फिगर 36.32.38 मेरे सामने था, में उसे किस करने लगा और अपने दोनों हाथों से उसके दोनों बूब्स को दबाने लगा था।
में उसे किस करते हुए अपने होठों को नीचे लाने लगा, में उसकी गर्दन और कोलर बोन को चूमने लगा, और उसके बड़े बड़े वक्षों को बारी बारी से चूमने लगा।
और उसके गुलाबी निपल्स को भी चूमने और चूसने लगा, काफी देर तक में उसके निपल्स को चूसता रहा जिस से वो कड़क हो गए थे।
जब में उसके निपल्स चूस रहा था, तो उसके मुंह से सिसकारियां निकल रही थी, फिर में उसके पेठ को चूमने लगा और अनिका के नीचे के कपड़े उतारने लगा था।
वो भी मेरा साथ दे रही थी, क्योंकि जब में उसके कपड़े उतार रहा था, तो उसने अपने चूतड़ उठा दिए थे, जिससे में उसके कपड़े निकाल सकूं।
में उसकी चूत और चूत के दाने को चाटने लगा था, अनिका काम उत्तेजना में अपने हाथ से मेरे सर को दबा रही थी, उसके मुंह से तेज तेज सिसकारिया निकल रही थी।
मैने देर न करते हुए जल्दी से खड़ा हुआ, और उसे किस करने लगा और अपना पैंट से कॉन्डम निकल कर अनिका के हाथ में रख दिया ।
और अपनी पेंट और नेकर निकल दि, पर मैंने किस करना जारी रखा, जब में उसकी गर्दन पर किस कर रहा था, तब अनिका ने पेकिंग में से कॉन्डम बाहर निकल लिया।
और मेरे हाथ में रख दिया, में फिर से उसके होठों को किस करने लगा, में अपने एक हाथ से कॉन्डम लंड पर चढ़ा कर जल्दी से उसकी चूत पर रख दिया।
और एक तेज झटके से अंदर डाल दिया, मेरा आधा लंड उसकी चूत में था, उसके मुंह से तेज चीख निकली और बोली मोटा है तुम्हारा।
जब तक वो समलती मैंने दूसरा झटका मार दिया, वो फिर से चीखी, वो बोली ये तो बहुत लंबा है, मैंने उसकी एक न सुनी और उसके होट पर किस करने लगा।
और लंड को अंदर बाहर करने लगा, साथ में अपने एक हाथ को उसकी पूरी पीठ पर फेर रहा था, दूसरे हाथ को उसके पेठ और नाभि पर घुमा रहा था।
और बीच बीच में उसके बूब्स को मसल भी रहा था, और कभी बूब्स को हाथ से पकड़ कर निपल्स को चूस भी लेता था।
अनिका भी मेरी पूरी बॉडी पर अपने हाथों को फेर रही थी, और मुझे चुदाई के लिए उक्सा रही थी, और में उसकी चुदाई किए जा रहा था।
उसके बाद मैने उसे टेबल पर लिटा दिया और उसके पैरो को चेस्ट से चिपकाकर चूत को चोदने लगा था, और चुदाई के बीच बीच में उसकी टांगो को खोल देता था।
और उसकी चुदाई करते हुए उस पर झुक जाता और उसके होठों को किस करने लगता, साथ में उसके बूब्स को मसल भी देता था।
जब में उसके निपल्स चूसता तो अनिका चुदाई की मस्ती में मेरे हाथ की उंगलियों को चूसती थी, हम दोनों इस चुदाई के नशे में खो गए थे।
फिर मेंने उसे करवट लेकर लिटाया और अनिका ने अपने दोनों हाथों से अपने पैरो को पकड़ लिया था, में अपने एक हाथ से उसके बूब्स को दवा रहा था।
और दूसरे हाथ से उसकी जांघ को पकड़ रखा था, हम दोनों एक दूसरे की आंख में देखे जा रहे थे, और में अनिका की चुदाई किए जा रहा था।
इस चुदाई के बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला और अनिका को टेबल के नीचे खड़ा कर दिया और उसे टेबल पर झुका दिया।
और उसके पीछे आकर उसकी कमर को पकड़ कर जोर जोर से अनिका को चोदने लगा था, मेरे सौट इसने तेज थे, कि अनिका की चीख की आवाज, मेरी जांघ से उसके चूतड़ों के टकराने की आवाज के बराबर होगी।
इस पॉजिशन में चोदते चोदते में झड़ने लगा, मेरे लंड ने पूरे 40 मिनिट तक अनिका की चूत की चूदाई की थी, अनिका और मेरे सांसे अभी भी बहुत तेज चल रही थी।
थोड़ी देर बाद हम दोनों की सांसे थमी, उसके बाद जाकर मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला तो अनिका जल्दी से बाथरूम में चली गई।
मैंने भी अपना कॉन्डम निकल कर डसबीन में फेक दिया, अनिका के आने के बाद में बाथरूम में गया, जब में बाथरूम से बाहर आया तो अनिका बेड पर लेटी थी।
में भी बेड पर नंगा ही लेट गया, पर में उल्टा लेटा मेरे पैर उसके सर की ओर, उसके मेरी ओर, अब हम दोनों चुप चाप एक दूसरे की ओर देखे जा रहे थे।
एक दूसरे से बात नहीं कर रहे थे, बस एक दूसरे को कामुक नजर से देख रहे थे, और ऐसा माहौल हम दोनों के बीच में बन गया था।
कि इसे शब्दों में बयान नही किया जा सकता था, हम दोनों एक दूसरे को ऐसे देख रहे थे कि एक दूसरे से कहा रहे हो ही तुम्हे मेरी चुदाई पसंद आई।
और अनिका आंखो से हां में मेरा जवाब दे रही हो, एक घंटे बाद में उठा और अपने पेंट से एक और कॉन्डम ले आया और बेड के पास में रख दिया।
में फिर से उसके पेठ के पास में आ कर उसकी जांघो को चूमने लगा, में अपना एक हाथ उसकी चूत की ओर ले जाने लगा तो अनिका ने मेरा हाथ पकड़ लिया।
आप मेरे साथ बने रहिए और इस रोहित 1 कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.