उसे ना ताजो तख़्त चाहिए उसे तो सख्त लंड चाहिए

हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम सुदेश है और मैं up का रहेने वाला हु …मैं एक साधारण सा लड़का हूँ पर मेरी ज़िंदगी असाधारण तब हो गई, जब मुझे कॉल सेंटर में नौकरी मिली!!!मैंने कभी ऐसी जगहा पर काम नहीं किया था तो बहुत परेशानी होती थी, लड़कियों से खुल कर बात करने में। मेरे ग्रुप में एक लड़की थी जिसकी नाम है रीता.

दिखने में किसी परी से कम नहीं थी और सारे लड़के उसके पीछे पागलों की तरह लगे थे, पर मैं हमेशा उससे दूर रहता था।एक दिन जब हम सब कॉल सेंटर से निकले तो बहुत तेज बारिश होने लगी… सभी अपने अपने साधन से चले गये। बचा मैं और रीता!!उसने मुझसे बात करनी चाही पर मैं ही दूर हो गया। फिर मुझे लगा शायद उसे मदद की ज़रूरत है और मुझे मदद करनी चाहिए!!

तो मैं उसके पास गया और पूछा – आप कैसे जाओगी, घर?तो उसने कहा – मैं यहाँ पर किराए से रहती हूँ और मेरा कोई है नहीं जो मुझे लेने आए…मैं समझ गया और उसे अपने साथ बाइक पर चलने को कहा।वो मान गई, फिर हम भीगते हुए चल पड़े!!!बाइक पर उसने मुझसे पूछा – आप बात क्यूँ नहीं करते, लड़कियों से?… तो मैंने कह दिया – मुझे ये सब अच्छा नहीं लगता…

तब तक उसका रूम आ गया और उसने मुझे कॉफी के लिए पूछा। मैंने मना कर दिया और निकल गया!!रात भर उसी के बारे में सोचता रहा और तीन बार मूठ मारी!!! !!हम दूसरे दिन जब मिले तो वो नाराज़ होकर बोली – आपने कॉफी नहीं पी, ये अच्छी बात नहीं है…मैंने कहा – फिर कभी!!उसने कारण पूछा तो मैंने कहा – यार!! अच्छा नहीं लगता आप अकेली रहती हो!!… तो वो तपाक से बोल पड़ी – मैं इज्जत थोड़ी लूंगी!!उसकी बात सुन के सभी हंस पड़े। फिर शाम को उसने मुझसे उसे छोड़ने को कहा – मैंने कहा ठीक है… और उसे छोड़ के आ गया।कुछ देर बाद मेरा फ़ोन बजा – हेलो, आप पहुँच गये। ठीक से!!मैंने पूछा – कौन?उधर से आवाज़ आई – अभी तो छोड़ के गये हैं आप मुझे!! फिर हमारी बहुत सारी बातें हुई…उसने मुझसे पूछा – कभी सेक्स किया है?मैं थोड़ा सा चौक गया और कहा – नहीं, कभी मौका नहीं मिला…उसने कहा – कल ऑफीस के नाम पर मैं आपके रूम पर आ सकती हूँ!!!

मैंने हाँ कह दिया। जब वो दूसरे दिन आई तो कयामत लग रही थी!! उसने पहली बार सलवार सूट पहना था, इतने दिनों में।मैं उसे लेकर अपने रूम पर आ गया। उसने आते ही मुझे गले से लगाया और मुझे किस करने लगी!!जब मैंने मना किया तो उसने कहा – प्लीज़, मैंने आपसे रात में कुछ कहा था… वो मैंने भी कभी नहीं किया पर आज करना है… और फिर से किस करना शुरू कर दिया।अब मैं भी उसके साथ सो लिया धीरे धीरे मैंने उसके और उसने मेरे कपड़े उतार दिए।मुझे और उसे कोई अनुभव नहीं था फिर भी दोनों तरफ एक आग सी लगी थी!!इतने मे उसने मेरे लण्ड को हाथ में ले लिया और प्यार से पूछा – यार!! यही है ना वो जो मुझे चाहिए!! मुझे ना ताजो तख़्त चाहिए ,मुझे तो केबल सक्त लंड चाहिए …

मैंने कहा – हाँ यही है!!! और वो लण्ड पर टूट पड़ी और उसे चाटने-चूसने लगी…फिर वो बिस्तर पर आई और मुझे अपने ऊपर बुलाया!! मैंने उसके चुचे चूसे और उसके होंठों को चूस कर लाल कर दिया। तब उसने कहा – प्लीज़, सुदेश अब रहा नहीं जाता… डाल दो ना!!मैंने पहली बार पहल की और पूछा – क्या डाल दूँ?उसने भी बेशरम बनते हुए कहा – “अपना लण्ड मेरी प्यासी चूत में!!…” और मैंने भी देर ना करते हुए चूत में अपने लण्ड को डालना शुरू किया पर जैसे ही लण्ड थोड़ा सा ही घुसा, वो पसीना पसीना हो गई .

मैंने उसके चुतड जोर से दबाये. उसने मना नहीं किया. मैंने उससे कहा, तुम इसे उतार दो. मैंने उसे कमीज़ उतारने के लिए मद्दत भी करी. वो अब मेरे सामने बिलकुल नंगी खड़ी हुई थी. मेरा लंड तो बम्बू की तरह खड़ा हो गया था. मैंने देर ना करते हुए, उसके होठो पर होठ रखे और जोर से चूसने लगा.

उसने भी मना नहीं किया. बहुत मजेदार होठ थे उसके. नरम गुलाब की पंखुड़ी की तरह. फिर उसकी चूची पर हाथ फेरने लगा. क्या नरम थी यारो. एकदम मुलायम और उसको मुह में लेकर चूसने लगा. वो उफफ्फ्फ्फ़ उफफ्फ्फ्फ़ आआअह्हह्हह ऊऊओह्हह्हह करने लगी थी. करीब १५ मिनट तक ये ही चलता रहा. वो एकदम मदहोश होकर मेरा साथ देने लगी थी. मैंने फिर उसे अपने बेड पर लिटाया और उसके पुरे बदन को चाटने लगा. नीचे आया, तो देखा; उसकी चूत पर हलके – हलके बाल थे.

उसकी चूत एकदम लाल, बिलकुल कश्मीरी शीप की तरह थी. मैंने देर ना करते हुए, उसकी चूत पर मुह रख दिया. वो बुरी तरह से मचल उठी. उसकी चूत – चूत पानी छोड़ने लगी थी. क्या खुशबु थी यारो.. वो कुछ भी नहीं बोल रही थी. चुपचाप मज़ा ले रही थी और अजीब तरह की आवाज़े निकाल रही थी अहहहः अहहहः एकदम उसका बदन अकड़ने लगा और वो झड़ गयी. हम थोड़ी देर तक शांत रहे और फिर मैंने अपना लंड निकाला और उसे चूसने को कहा. तो एकदम दंग रह गयी.

उसने पहले तो मना किया, कि उसने कभी पहले इतना लम्बा लंड नहीं देखा था. लेकिन मेरे कहने पर उसने अपने मुह में लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी. मेरी गोटियो से खेलने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. करीब १० मिनट ये ही चलता रहा. बाद में झड़ गया और उसने मेरे लंड को मुह से निकाला और पानी जमीन पर फेंक दिया. अजीब सा लगा, मुझे ये देख कर. पर ये सब उसका पहली बार था. फिर मैंने देर ना करते हुए, उसे लिटाया और उसके ऊपर लेट गया. अब मैंने अपना लंड उसकी कंवारी चूत पर रखा और वो एकदम से डर गयी और बोली – प्लीज मत करो. बहुत दर्द होगा मुझे.

मैंने उससे कहा – डरो मत. कुछ नहीं होगा. मैंने क्रीम लिया और थोड़ा उसके चूत पर लगाया और थोड़ा मेरे लंड पर. फिर मैंने धीरे से चूत के अन्दर डाला. जैसे ही मेरा टोपा उसकी चूत के अन्दर गया, उसने मुझे धक्का दे दिया और कहने लगी, बहुत दर्द हो रहा है. मैंने और क्रीम लगाया और एक हल्का सा धक्का लगाया, तो उसने एक तेज चीख मारी – ऊऊऊऊईईईईइमा…. मर गयीईईईइ … और ये कह कर रोने लगी. मैंने भी बेरहम होकर एक और धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समां गया.

अब वो जोर – जोर से रोने लगी थी और कुछ देर बाद जब शांत हुई, तो मैंने फिर उसे चोदना शुरू किया. अब मैं अपने पुरे लंड को उसकी चूत से अन्दर – बाहर कर रहा था. उसकी चूत मस्त टाइट थी यार… एकदम गरम और वो जोर – जोर से चिल्ला रही थी अहहः अहहहः ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् … मेरे बिस्तर की चादर पूरी भीग चुकी थी. वो थोड़े समय के लिए बेहोश भी हो गयी थी. फिर मैंने लंड वापस से उसकी चूत में डाला और इस बार उसे उतना दर्द नहीं हुआ.

मैंने अपने होठो से उसके होठो को दबा लिया और चोदने लगा. वो पूरी तरह से काँप रही थी, जैसे मछली बिना पानी के. पूरा घर छप – छप – छप – छप – छप की आवाजो से गूंज रहा था. वो मदहोश होकर गांड उठा – उठा कर मेरा साथ दे रही थी. करीब १० मिनट में वो झड़ गयी. पर मैं उसे चोदता रहा और थोड़े समय के बाद, मैं भी झड गया. फिर मैंने उसके अपनी गोद में उठाया और सीज़र पोजीशन में चोदा.

उसे भी बहुत मज़ा आने लगा था और मैंने उसे उल्टा लिटाया और उसकी गांड के छेद पर अपना लंड रखा और धीरे से घुसाया. एकदम प्यार से, ताकि उसे ज्यादा दर्द ना हो. हमने अलग – अलग तरीके से चुदाई की और अब वो मेरी रखैल बन गयी. अब जब भी मुझे मन करता, मैं उसे चोदता रहता हु, चाहे दिन हो या रात. वो मुझे कभी मना नहीं करती.
धन्यबाद ……….

Leave a Comment