Mammy chudi sonu se

हेलो दोस्तो मेरा नाम प्रकाश है मै पुणे से हु

मेरी उम्र 24 है दिखने में सावला हु।

दोस्तो मेरे घर में मै और मेरी मां ही रहती है मेरी मां का नाम सुनंदा है और मां 44 की है। मेरे पापा का 4 साला पहले ही निधन हो गया 

मेरी मां एक थोड़ी मोटी है पर दिखने में बहोत गोरी है।

दोस्तो मेरी मां बहोत ही संस्कारी औरत है। पर जब से मेरे पापा का निधन हुआ मां काफ़ी अकेली पड़ गई थी।

दोस्तो अब मै सीधा कहानी पर आता हु

मै एक कम्पनी में जॉब करता हु। वहा एक सोनू नाम लडका है वो बिहार से है। मेरी और सोनू की अच्छी दोस्ती हुईं वो मेरी बहोत हेल्प करता था। सोनू की उम्र 21 साल है दिखने में दुबला पतला ल़डका था और थोड़ा काला है। 

एक दिन  मैने देखा वो थोड़ा टेंशन में है तो मेने उसे इसके प्रॉब्लम्स के बारे में पूछा तो उसने बताया उसके पास रूम का किराया नहीं है उसने पूरा पेमेंट घर भेज दीया।

अब रूम मालिक रोज उसे ताने मारता है।

तब मैने उसे 3000 रूपये दिए और बोला मेरे घर में ऊपर एक रूम खाली है तुम वहा आ आजा ..

2 दिन बाद वो मेरे घर शिफ्ट हुआ

अब हम दोनो साथ में जी जॉब पर जाते थे। 

वो अब मां के साथ भी घुलमिल गया था। जब भी छुट्टी होती तो मां के साथ घर का काम मे भी हेल्प करता था।

सब कुछ बहोत अच्छा चल रहा था। 4 महीने ऐसे ही बीत गये। एक दिन हमारी सेकंड शिफ्ट चल रही थी 2:30 बजे मै तैयार होकर सोनी को बुलाने उसके रूम मे गया तो उसने  जॉब पर आने से मना किया फिर मै अकेला ही जॉब पर गया। उस दिन मेरा भी मन काम में नही लग रहा था।

तो मैंने सुपरवाइजर से पुछ कर शाम को 7 बजे ही छुट्टी लेली। और घर आने लगा।

करीब 7:30 को घर पर पोहचा मुझे मम्मी घर पर नही दिखी। मुझे लगा कहीं गई होंगी आ जायेगी तब तक सोनी के साथ टाइमपास करता हु। मै थोड़ा फ्रेश होकर ऊपर जाने लगा तभी मैने दरवाजे के बाहर मम्मी की चप्पल दिखी। तो मै समझ गया ममी सोनी के रूम मे है पर यहां क्या कर रही है। सोचते हुए दरवाजे तक गया।

मै दरवाजे को खटखटाने ही वाला था तभी मुझे अंदर से मम्मी की सिसकारी सुनाई दी। मुझे शक हुआ तो मैने किडकी के छेद से अंदर देखा तो मैं दंग रह गया। 

मेरी मां पूरी नगी लेटी  थी। और सोनी मां की चूत चाट राह था। मैने पहली बार मां को इस हालत में देखा था। 

मां का गोरा शरीर बड़े बाड़े बूब्स और बडी गांड़ देख कर मेरा लंड भी खडा हो गया। 

मम्मी नीचे लैट कर सोनू के बाल पकड़ कर चूत चटवा रही थी। और सोनी भी मम्मी की चूत मे उंगली करते हुऐ चूत चाट रहा था और बीच बीच में ममी की जांघो को चाट राह था। फिर सोनी ऊपर आकर मम्मी को किस्स करने लगा।

मम्मी ने उसके हात अपने बुब्स पर रखे और सोनी के बाल पकड़ कर किस्स करने लगे। सोनू मम्मी के बूब्स दबाते हुऐ मम्मी के होठ चूस रहा था। फिर मम्मी के गालों और गर्दन को पागलों की तरा चाटने लगा।

तभी ममी ने उसे नीचे लेटने को बोलो और अब मम्मी उसके पैरो के पास गई और उसका काला और करीब 9 इंच लंबा लंड अपने हाथो में पकड़ कर मुंह में लेने लगी। मम्मी ने जेसे ही लंड मुंह में लिया वो सिसकरिया लेने लगा। मम्मी लंड चूसे लगी। मम्मी लंड को मुंह से बाहर निकाल कर उसपर थूकती और फिर चूसती तभी सोनी ने मम्मी के बाल पकड़े और सर लंड पर दबाकर सिसकारी लेने लगा। 

पूरा लंड मम्मी के मुंह में था और सफेद पाना भी निकल रहा था। मम्मी ने लंड मुंह से निकाला मम्मी के मुंह में उसका स्पर्म था पर लंड से और निकल राह था। तो ममी ने पूरा पानी पिया और झूल कर फिर उसको लंड चूसने लगी और चाट कर साफ किया। 

सोनू का लंड अब ढीला हो गया था। फिर मां लंड के ऊपर बैठ कर लंड को चूत की छेद में डाला और बैठ गई।

और ऊपर नीचे होने लगी। सोनी भी फूल मजे से मम्मी की चूत लेने लगा। सोनी निछे से धक्के मारने लगा।

मम्मी उठ कर लेट गई। 

मम्मी:- तू ऊपर आ कर लंड डाल और जोर से करना

सोनी:- ठिक है।

सोनू ने मम्मी की चूत मे लंड डाल दीया और जोर से चोदने लगा। मम्मी ने उसे अपने ऊपर कस कर पकड़ा और पैरो से उसकी क़मर जकड़ ली। सोनी क़मर हिलाकर ममी को चोद राह था। ऐसा लग रहा था जेसे कोई काला बछड़ा सफेद भैंस को चोद रहा हो।

मम्मी को किस्स करने लगा।

मम्मी:- आहा आहा आहा जोर से आहा आहा उह अहा जोर से और ढोडी आहा देर

कुछ देर बाद मम्मी ने इसकरिया तेज करते हुऐ पानी छोड़ दीया। पर सोनी अभी भी चोद रहा था। मम्मी की काली चूत से पानी भी निकल रहा था। पूरे रूम में पच पच की आवाज आ रही थी 

सोनी ने लंड बाहर निकाला और और मम्मी के मुंह के पास गया। मम्मी ने लंड को चूसना स्टार्ट किया। उसको लंड हिलाने लगी

मम्मी:- कैसा लगा सोनी मजा आया

सोनी:- बहोत मजा आया। 

मम्मी:- तेरे लंड का सूपड़ा तो पूरा लाल हो गया। 

पानी निकलने वाला हो तो बताना

सोनी:- अभि जल्दी नही निकलेगा पानी। पहली बार जल्दी निकल गया अब वक्त लगेगा ।

मम्मी:- जल्दी किसको है। मेरा बेटा 11 बजे आएगा तब तक तो निकल जायेगा ना।

सोनी:- आंटी मैने कभी आप जैसी औरत नहिं देखी

मम्मी:- मतलब कैसी हु मै बता जरा

सोनी:- बाहोत खूबसूरत हो। बड़े बाड़े बूब्स बड़ी गांड़ पूरा गोरा बदन है आपका एसा लगता है सर से लेकर पाव तक आप को चाटू। 

मम्मी:- अच्छा! तो मेरे चूत पर पानी लगा है चाट

फिर सोनी चूत को चाटने लगा।

चूत पर मम्मी का पनी लगा था पूरा चाट गया।

सोनी:- आप की गांड़ चाटी

मम्मी:- सच में

सोनी:- हां

मम्मी उलटा लेट गई और गांड़ फैलाकर सीनू छेद चाटने लगा। मम्मी के कूल्हे कभी बाड़े थे उसे फैलाकर पूरी नाक अंदर घुसेड़ दी फ़िर छेद पर थूक कर चाटने लगा।

और गांड़ में एक उंगली डाल कर अंदर बहर करने लगा।

मम्मी को थोड़ा दर्द हो रहा था। तभी उसने उंगली बाहर निकाल कर मम्मी को दिखाई।

उंगली पर टट्टी लगी थी। फिर उंगली पोंछा मम्मी की गांड़ पर थूक कर मम्मी के ऊपर आया

सोनू:- आन्टी गांड़ को थोड़े फैलाओ

मम्मी:- दर्द होता है धिरे डालना।

इतना बोल कर मम्मी ने अपने हात पिछे करले गांड़ फैलाई और सोनू ने धीरे लंड गांड़ के छेद में डालने लगा।

लंड जैसे ही अंदर जाने लगा मम्मी तिलमिला उठी।

मम्मी:- धिरे धीरे आहा धिरे मर गई

फिर सोनी ने पूरा लंड अंदर एक ही झटके में डाल दीया।

मां के मुंह से चीख निखली।

मम्मी के आंखों से आंसू भी निकल रहे थे। 

मम्मी:- बेटा बाहर निकाल जल्दी दर्द हो रहा है।

सोनी मेरे मां के ऊपर लेटा था

सोनी:- थोड़ी देर रुको आंटी मै धक्के नही दूंगा अभी

आप को अब दर्द नही होंगा।

थोड़ी देर वो मम्मी के ऊपर ही रहा और बालो को साईड करके गर्दन को चूमने लगा। फिर अपने एक हात मम्मी के छाती के निचे घुसा कर बूब्स दबाने लगा..

कुछ देर बाद उसने धक्के देना स्टार्ट कर दीया और मम्मी दर्द भरी सिसकारिय लेने लगी।

सोनी:- आंटी मजा आ रहा है

मम्मी:- दर्द हो रहा है। आज ज्यादा जोर से मत चोदना

सोनू:- नही करुंगा जोर से।

कुछ देर बाद सोनू क़मर हिलाकर मम्मी की गांड़ मारने लगा..

दुबला पतला ल़डका मेरी मोटी मम्मी के ऊपर लेट कर गांड़ मार रहा था और मैं बाहर उसे देख लंड हिलाने लगा।

उन्हे देख कर मन कर रहा था दरवाज़ा तोड़ कर अंदर जाऊ और सोनू को हटाकर मै मम्मी की गांड़ मारू

कुछ देर बाड सोनू ने मम्मी की कमर पकड़ कर ऊपर उठाई और मम्मी घुटनों के बल घड़ी बन गई। 

सोनू का लंड अब भी गांड़ मे था। सोनी कूल्हों को फैलाकर गंद के बीच लंड पर थूक रहा था। फिर धक्के देना स्टार्ट किया। उसके हर धक्के पर मम्मी के मुंह से अहा आहा की सिसकरीय निकल रही थी। मम्मी के कूल्हे पर थप्पड़ मारने लगा। तो मम्मी और जोर से सिसकर्यां लेने लगी।

सोनू ने एक हात चूत पर रख कर चूत मसलने लगा।

कुछ देर बाद मम्मी के पीठ को पकड़ कर चिपक गया और रूक गया उसने पानी छोड़ दीया था

बाहर मेरा भी पनी नीकल गया था 

 मम्मी को लेटने को कहा। मम्मी वैसे ही लेट गई और वो मम्मी के ऊपर लेट कर लंड अंदर दबाए रखा 

और मम्मी की पीठ चूमने चाटने लगा।

जब लंड बाहर निकाला तब उसके लंड पर मम्मी की टट्टी लगी हुई थी। थोड़ा वीर्य और खून भी लगा था।

मां की पैंटी से लंड पोछने लगा। 

मम्मी के बागल में लेट गया मम्मी भी अब सीधा होकर लेट गई और बाजू में पड़ी नाईटी से पसीना पोछने लगी।

मम्मी:- 4 साल बाद आज मैने लंड का सुख पाया वो भी जवान लंड

सोनू:- आन्टी अब तो रोज ऐसे खुश कर सकता हु।

बस प्रकाश भैय्या  को आप संभाल लेना।

मम्मी:- उसको पता नही चलना चाहिए..

सोनू:- आप को कैसे पता चला कि मैं आपको चोदना चाहता हु।

मम्मी:- औरतों को पता चल जाता है । जब मैं पोछा मार रही थी तब तू मेरे बूब्स को घूर रहा था।

कितने बार मैने तुमे आंखें सेकने का चांस दीया।

सोनू:- आप के बूब्स देख कर ही खडा हो जाता है मेरा। 

मम्मी:- मैने तुमे एक बार मौका भी दीया था। मुझे लगा तुम आओगे पर तुम आएं ही नही। अच्छा हुआ इस बार मैं खुद ही आ गई तेरे पास 

सोनू:- कब मौका दीया आपने

उस दिन मै पूरा नंगा होकर नहा रही थी। तू बाहर से सब देख रहा था। 

सोनू:- आप को पता था के मै देख रहा हु। और आपने पेटीकोट बाहर रखा था

मम्मी:- तुमारे लिए ही तो पूरा नगा हुई थी। सोचा पेटीकोट मांगुगी तो तुम भी अंदर आओगे।

सोनू:- मुझे पता होता ये मेरे लिऐ हो रहा है तो मै आ जाता।

सोनू मम्मी के बूब्स को दबा कर चूस रहा था। तभी सोनू मोबाइल निकाल कर खुदको बूब्स चूसते हुऐ रिकॉर्ड कर रहा था। मम्मी अपने बालो को ठिक करने लगी थी। 

तभी सोनू मम्मी की चूत चाटते हुऐ रिकॉर्ड करने लगा। 

मम्मी के हाथ मे मोबाइल दे कर चूत चाटने हुऐ रिकॉर्ड करने को बोला और मम्मी भी रिकॉर्ड करने लगी। तभी मम्मी ने हस्ते हुए उसके मुंह पर मूत दीया। और उसने अपना चहरा हटा कर मम्मी की तरफ़ हस्ते हुऐ देखा।

और मस्ती में मम्मी के हाथ पाकड़ कर बूब्स पर बैठ गया

मम्मी:- सोनू सॉरी मूतना मत सॉरी बेटा तभी सोनू ने मम्मी के मुंह पर मूतना स्टार किया

फिर मम्मी उठ कर अपना मुंह पोंछ कर पेटीकोट और नाईटी पहन ली और चड्डी मांगने लगी

सोनू:- चड्डी रहने दो मेरे पास रात को आप की यादा आएं तो मैं क्या करू।

अब मै सोचने लगा नीचे जाऊ या यहीं रहू और मम्मी को पता चलने दु मैने सब देख लिया है। क्यों की मुझे भी उनकी चुदाई का हिस्सा बनना था।

मै वही खडा रहा। और मम्मी दरवाज़ा खोल कर बाहर आई और चप्पल पहन रही थी की मै दिख गया।

मम्मी डर गई और डरते हुऐ बोलीं बेटा तुम कब आएं

मै:- क्या हुआ नही आना चाहिए था क्या।

आप दिनों पीठ पिछे क्या गुल खिला रहे हों पता ही नही चलता।

मम्मी:- बेटा मेरी बात सुनो मैं तुम्हें बताती हु क्या हुआ

मै:- कुछ मत बताओ मैने सब देख लिया

सोनू भी डर के मारे खुद को चादर से ढकने लगा।

मै अंदर गया और सोनू को बोला

मै:- तुझे छोटा भाई समझ कर घर लाया और तूने मेरे ही मां के साथ तूमे शर्म नही आईं।

तू अपना सामान उठा और नीकल यहां से

मम्मी:- कहा जायेगा वो बेटा। मेरी बात तो सुनो

मै:- मुझे कुछ नही सुनना बस कल सुबह ये नीकल जाना चाहिए।

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