हेलो दोस्तों आप सभी प्यार भरा नमस्कार स्वागत हैं आपका हमारी टॉप की वेबसाइट antarvasnastory2.in पर! वैसे तो दोस्तों हमारी जिंदगी में बहुत सारे किस्से होते हैं कुछ ऐसे भी किस्से होते हैं जिन्हे बताया भी नहीं जा सकता! मेरी जिंदगी में भी कुछ ऐसा हुआ था जो आज आपके सामने मैं कहानी के जरिये पेश कर रहा हु! सबकी अपनी जिंदगी होती हैं और कौन कहा खुश रहता हैं इसका फैसला हम नहीं कर सकते तो आये चलते हैं सीधा कहानी पर!
मेरा नाम सैफी खान है उम्र 22 साल हैं! मैं उस समय B.a फर्स्ट ईयर मैं था बहार रूम लेके पढ़ता था ! मेरे साथ मेरे 2 फ्रैंड थे एक का नाम रमेश उस की उम्र भी लगभाग 25 होगी और दूसरा रजनीश 25 का था! हम तीनो के अपार्टमेंट में रहते थे और हमारे अपार्टमेंट में 2 कमरा 1 किचन और 1 बाथरूम था!
मेरी मम्मी एक महीना मैं मुझसे मिलने आती थी और यंहा 2-3 दिन रुकती थी जब मम्मी आती थी तो रमेश और मैं एक कमरे में सोते थे! क्युकी हम दोनों रात देर तक लाइट जलाकर काम करते थे ! रजनीश और मम्मी एक रूम में सोते थी क्युकी रजनीश सुबह जल्दी उठता था! रजनीश निचे बिस्तर लगता था और अम्मी बेड पर सोती थी!
जब मम्मी आती थी तो हम लोगों का खाना बनाना हम तीनों का कपड़ा धोना वही करती थी या फिर हम लोगो घूमने भी जाते थे! अगर कभी मेरा क्लास होती थी
तो मम्मी रमेश या रजनीश के साथ चली जाति थी घूमने! यही रूटीन था हम लोगों का या ये रूटीन आज भी चल रहा है लगभाग 4 सालो से!
एक दिन सब घर पर थे रमेश रजनीश और मम्मी भी, तो मैं एक्स्ट्रा क्लास के लिए निकल गया! रास्ते में ट्यूशन वाले का कॉल आया की क्लास कैंसिल हो गयी हैं तो मैं ख़ुशी से घर वापिस आ गया! पहले मैंने सोचा सबको कॉल करके बताता हु फिर मैंने सोचा नहीं मुझे सबको सरप्राइज देना चाहिए!
जैसे गेट छोड़कर गया था गेट वैसे का वैसे खुला पड़ा था ये लोग कितने आलसी हैं एक काम नई करते! फिर मैं चुपके से सरप्राइज के चक्कर में अंदर गया! सबसे पहले किचन पड़ता हैं तो मैं किचन में अजीब सी आवाज सुनकर किचन के पास जाने लगा! जैसे मैं किचन में चुपके से देखा तो पाया की रमेश का लंड अम्मी चुस रही है मैं तो चोंक गया के ये क्या हो रहा है!
ये सब देखकर मुझे बहुत गुस्सा आया पर मैंने देखा मेरी अम्मी ही खुद उचक उचक के लोडा चूस रही हैं! उनके चहरे पर ख़ुशी और हवस साफ़ झलक रही थी और ये ख़ुशी मैंने बहुत सालो से नहीं देखि थी बस इसीलिए मैं वहां से हट गया!
फिर मैं बहुत दिनों तक यही सब सोच रहा था की कैसे रमेश से पुछु मेरको शर्म भी आ रही थी! समज नि आ रहा था ये सब रोकू या ऐसे ही सब चलने दू, पर अम्मी की ख़ुशी के लिए मेरे दोस्त ही क्यों चुने अम्मी ने! ज़ाहिर सी बात हैं मेरे दोस्त ऐसे नहीं थे अम्मी को देखकर ही लग रहा था उन्होंने ही दोस्तों को उकसाया हैं!
फिर एक दिन हिम्मत कर के पुछ ही लिया की ये सब क्या था और कबसे हैं तब जाकर उसने सब कुछ बता दिया के अकेला वो ही नहीं बल्कि रजनीश भी इसमें शामिल था और दोनों मिलकर 4 साल से अम्मी जान को चोद रहे थे!
उसने ये भी बताया जब भी तुम्हारी मम्मी आती है तीनो दिन हम दोनो से चुदवती है के बार तो गर्भवती भी हो गई थी!
बोला कभी कभी तो हम नाइट क्लब भी जाते हैं, मैं समज गया जब भी मैं एक्स्ट्रा क्लास या रात में बहार जाता था तो ये तभी नाईट क्लब जाते होंगे!
मैने पूछा ये सब स्टार्ट कैसे हुआ था तो उसने बताया की तुम्हारी अम्मी दिखने में बहुत सुन्दर हैं और एक दिन हम सारे घूमने गए थे! घर पर सिर्फ तुम्हरी अम्मी थी तो रजनीश और रमेश घर जल्दी आ गए थे और मैं क्लास में चला गया था!
तो वो अंदर गए उन्होंने देखा की अम्मी नहाकर बिना कपड़ो के बहार आयी और शीशे के सामने खड़े होकर अपनी चुत सहला रही थी! अब दोनों छिपकर वो नजारा देखने लगे और १० मिनट ऐसा करने के बाद अम्मी ने कपडे पहने और सोने चली गयी!
उसके बाद दोनों कमरे में इस बात का जीकर कर तुम्हारी मम्मी की बाते कर के मुठ मार रहे थे तो तुम्हारी मम्मी ने हमे पकड़ लिया और उन्हें पता चल गया की हमने उन्हें नंगा मुठ मरते देखा था!
उसके बाद से ये सिलसिला शुरू हुआ और आगे कैसे अम्मी ने हमे चुदाई के लिए मनाया वो अगली कहानी में !