मेरी देहाती भाभी

बहुत बार ऐसे हालात बन जाते है जब इंसान के पास कोई विकल्प नही रहता सिवाय हालात के अनुसार कुछ करने का ये कहानी भी हालात की मारी मेरी देहाती भाभी की है
मेरे ताऊ के बेटे की शादी 15 साल पहले हुई तब उनका काम बहुत अच्छा चल रहा था लेकिन शादी के पांच साल बाद भैया का काम अचानक ही मंदा हो गया ओर उन्हे कर्जा हो गया कर्जा होने से उनका कामकाज ठप हो गया तो वो नोकरी करने लगे मगर नोकरी से ना ही कर्ज उतार रहा था ना ही घर चल रहा था मेरी भी शादी हो गयी थी भाभी मेरि पत्नी से सुख दुख की बात करती थी भैया ऐसे हालात मे भी रोजना भाभी को पेलते थे
इन सब के बीच भाभी ने दो बेटियो को जन्म दिया तो मैरी बीबी ने भी दो लडको को जन्म दे दिया इधर घटनाक्रम बहुत तेजी से बदला ओर ताऊ जी का देहांत हो गया तो घर की जिम्मेदार से भैया ओर दब गये इसी बीच वो कनाडा जाने की तैयारी कर रहै थे तो किस्मत से उनका वीजा आ गया ओर वो कनाडा चले गये अब भैया ने घर की जिम्मेदार मुझे सोप दी घर का राशन बिल मोबाइल रिचार्ज ओर अन्य काम के लिए भाभी मुझे फोन करके बता देती ओर मै वो सब काम कर देता भैया के घर मे अभी ताई जी भाभी जी ओर दो बेटी ही थी कभी कभी ताई जी जब गाँव जाती तो मुझे भाभी के पास सोना होता था मगर मेरी नियत बिलकुल साफ थी मैने कभी उनके लिए ऐसा नही सोचा था उधर भैया की हालात ठीक होने लगे तो उन्होने भाभी के लिए नया मोबाइल भेजा जिससे वो उनसे विडियो कॉल करते ओर सैक्स की बात करते ओर सैक्स के विडियो भी भेज देते भाभी की हालात वो देखकर खराब हो जाती एक दिन भाभी ने मेरी बीबी को बताया की आजकल तो उनकी हालात खराब हो गयी है अब उनका मन मचलने लगा है मेरे को जब मेरी बीबी ने बताया तो मेरी भी उनके लिए सोच बदलने लगी ओर मै भी उनको चोदने की सोचने लगा ओर उसी रात उनकी कल्पना मे अपनी बीबी को चोदा तो मन हल्का हुआ
अब मै मोके की तलाश करने लगा कब ताई जी गाँव जाए ओर भाभी को चोदा जाए काफी दिन बीत गये इस दौरान मैने भाभी से बात नही की काफी दिनो से तो एक दिन भाभी का फोन आया तो भाभी शिकायत करने लगी भैया के जाने के बाद आप ना तो आते है ना ही बात करते है तो मेने कहा भाभी अगर ये बात है तो अब से रोज घंटे बात करूगा ओर इसबार ताईजी गाँव जाएगे तो आपसे चिपककर सोऊगा तो भाभी बोली आप आएगे तो चिपककर सोएगे आप आते ही नही तो मैने कहा आपने कभी बताया ही नही ना इसबार ताईजी जब गाँव जाएगी तब बात आपकी तो भाभी बोली अरे क्या करोगे तो मैने कहा आपकी इजाजत होगी वही करूगा तो भाभी बोली इजाजत नही दी तो मैने कहा आपकी किस्मत है वो नही दी तो वो बोली अगर दे दी तो मैने कहा फिर समय का इंतजार करो देखना फिर क्या करते है तो भाभी बोली ठीक है देवर जी
अगले दिन भाभी का फोन आया ओर कहा मैसेज कीया वो समान लाकर देना ताइजी के सामने मत दे देना तो मेने कहा ऐसा क्या है तो भाभी बोली आप पढ लेना तो मैने कहा ठीक है शाम को आता हू लेकर
मुझे उम्मीद थी वही हुआ भाभी ने दो ब्रा ओर दो पेंटी मंगायी थी तो मैने भाभी को मैसेज कीया भाभी साइज तो बताओ तो भाभी बोली आपको मालूम नही तो मैने कहा मैने देखा कहा है तो बोली देख लोगे तो पूछोगे नही ना तो मैने कहा पक्का भाभी तो भाभी बोली बहुत जल्दी है देखने की तो मैने कहा भाभी क्या करू आप है इतनी रसीली तो भाभी बोली कितनी तो मैने कहा भाभी अब छोडो बताऊगा तो हम दोनो का रस खराब होगा तो भाभी बोली आपके पास है तो रस काम लेने वाली खराब तो हमारा होता है तो मैने कहा जमा कर के रखो इसबार सारा रस पिऊगा एक बूद भी खराब नही होगी तो भाभी बोली ठीक है तो 38 की ब्रा लेकर आना तो मैने कहा पेंटी 95 की चल जाएगी तो भाभी बोली लगता है आप पिछवाडा बहुत घुरकर देखे हो देवर जी तो मै हंस दिया ओर कहा क्या करे आपकी चाल है ही ऐसी हिरण जैसी इसलिए अब रंग बता दो तो भाभी बोली आपको लानी है तो आपकी पसंद का ही ले आना तो मैने ठीक है शाम को लेकर आता हू आप भी आज लाल रंग की लिपस्टिक लगाकर तैयार रहना तो भाभी बोली क्या इरादा है तो मैने कहा मुझे लाल लिपस्टिक पसंद है ओर कुछ नही तो भाभी बोली ठीक है फिर ओर कुछ नही तो मैने कहा ओर बाद मे देखते है कहकर बात खत्म कर दी शाम को ताइजी को फोन कर के घर का समान क्या क्या लाना है पूछा ओर फिर घर का समान पैक करवाकर मैने गुलाबी ओर काले रंग के दो सैट अलग से पैक करवाकर रख लिये ओर शाम को ताऊजी के घर पहुंच गया भाभी आज कुछ ज्यादा ही सैक्सी लग रही थी उनके टाइट ब्लाउज से उनके लाल लाल टमाटर जैसी चुचिया आधी बाहर निकल रही थी ओर उन्होने खूब सारी लिपस्टिक लगाकर मुझे चुदाई का खुला आमंत्रण दे दिया भाभी बोली खाना खा लो तो मैने कहा खाना खाकर आया हू तो वो नाराज होते हुए बोली देवरानी ने मना कीया है क्या तो मैने कहा चाय बना लो भाभी खाना कल खा लूंगा नाराज क्यो होती है तो ताईजी ने कहा ठीक है बहू चाय बना दो ये सुनकर भाभी चाय बनाने लगी बच्चिया मेरे साथ खेलने लगी तो भाभी ने कहा देवर जी आप टीवी देख लो कमरे मे चलकर चाय बन गयी है यहा बच्चे चाय नही पीने देगे तो ताईजी ने कहा जा अपने भैया के कमरे मे जाकर चाय पी ले ओर टीवी देख ले भाभी चाय लेकर कमरे मे पहुंची ओर टेबल पर चाय रखकर मेरे सामने बैठ गयी पर्दा लगाकर ओर मुझे कहने लगी देवर जी अब कहो मैने कहा आप तो दूर जाकर बैठ गयी तो भाभी बोली प्यासा कुंए के पास आता है कुंआ नही जाता कही चलकर तो मैने कहा भाभी ये बात है तो अभी लो ये प्यासा प्यास बुझाने कुंए के पास आ रहा है ओर मै खडा होकर भाभी के पास जाकर सोफै पर बैठ गया ओर भाभी के हाथ को अपने हाथ मे लेकर दबाने लगा तो भाभी की आंखे बंद होने लगी ओर वो मुझ से हाथ छुडाकर खडी हो गयी तो मैने खडे होकर उनका हाथ पकडा ओर अपने पास खीच लिया भाभी बोली कोई आ जाएगा तो मैने  कहा उससे पहले जरा गुलाब जैसे इन होठो का रस पी लू ओर भाभी के होठो की तरफ अपने होठ को बढा दिया भाभी भी आगे आ गयी ओर हमारे होठ एक दूसरे के होठो से चिपक गये पांच मिनट के छोटे से किस मे मैने भाभी की सारी लिपस्टिक चट कर डाली इसी बीच मेने भाभी की कमर चुचियो ओर गांड पर हाथ फिराकर उनके बदन का जायजा ले लिया भाभी अब मुझ से दूर हो गयी ओर मैने जल्दी से चाय पी ओर घर पहुंच गया घर आते ही भाभी की याद मै मेरा लंड फिर से अकड गया तो मैने आज फिर भाभी को याद करके अपनी बीबी को जमकर पैला
रात को बीबी के सोने के बाद मैने भाभी को मैसेज कीया तो भाभी का तुरंत रिप्लाई आया ओर कहने लगी लगता है देवरानी को खुश करने मे लगे थे तो मैने कहा भाभी खुश तो कीया मगर आंखो मे तो आप ही थी तो भाभी ने कहा देवर जी आप कुछ ज्यादा ही सोच रहै है तो मैने कहा चलो फिर रहने दो कोई बात नही भाभी अगर आप ये नही चाहती तो भाभी ने कहा सोच लो तो मैने कहा जी भाभी ओर बात बंद कर दी ओर सो गया सुबह उठकर देखा तो भाभी के सोरी के सेकडो मैसेज आए हुए थे जो मैने देखकर बिना रिप्लाई के डिलीट कर दिये ओर शाम तक भाभी के एक भी मैसेज का रिप्लाई नही कीया तो शाम को भाभी का फोन आ गया बोली क्या बात है तो मैने कहा कुछ नही कुछ काम है तो बताइए तो बोली तुम समझ रहै हो मै क्या कहना चाहती हू नाटक मत करो ज्यादा तो मैने कहा वो तो रात मे आपने कीया था तो वो बोली ये तो ओरतो की आदत है तुम नाराज हो गये तो मैने कहा मै नाटक नही करता ना ही मुझे आता है तो भाभी बोली ठीक है नही करूगी नाटक मै लाल रंग की लिपस्टिक लगाकर तैयार हू तो तुम आ जाना रात को मैने कहा रात को तो भाभी बोली रहा नही जाता अब कल से आग लगी पडी है तो मैने कहा भाभी थोडा सब्र करो ना तो बोली ठीक है देवर जी ओर फोन रख दिया मैने फिर भाभी को आई लव यू जान का मैसेज चिपका दिया तो बदले मे उन्होने भी लव यू टू जान के मैसेज चिपका दिये ओर ये सिलसिला महीने भर चलता रहा ओर हमारी चुदास भडकती रही आखिरकार हमारे मिलन की घडी आ ही गयी ओर ताइजी अपने पिहर जाने के लिए तैयार हुई तो मुझे फोन कीया ओर कहा वो पांच सात दिन मे आ जाएगी शाम को जल्दी आ जाना घर पर ओर खाना यही खा लेना अपनी भाभी के पास ये सुनकर मुझे कुछ आराम मिला ओर मैने भाभी को मैसेज कीया आज तैयारी कर लेना पूरी तो भाभी  ने अपनी झांटो को साफ कीया ओर फिर रात के लिए भाभी तैयार हो चुकी थी आखिरकार पांच साल बाद उनकी चुत मे लंड जाने वाला था
ताइजी दिन मे ट्रेन मे अपने गांव चली ओर मैने भी शाम को घर जाकर नहाकर अपनी झांटो को साफ कीया ओर काख के बालो को साफ कीया ओर लोवर टीशर्ट पहनकर भाभी के घर चला गया भाभी भी लाल रंग की साडी मे गजब का माल लग रही थी
भाभी का साइज 38 की बडी चुचिया ओर 95 की मोटी गांड के साथ 32 की कमर मे एक गजब की चुदास भरी 34 साल की रस टपकती उसकी जवानी मेरे सामने थी भाभी की हाइट भी  5.5 के करीब थी जिससे वो बहुत ही गजब लगती थी भाभी ने आज पल्लू अपनी कमर मे डाल रखा था ओर खुले बालो मे वो कोई काम की देवी सी लग रही थी
मैने भाभी ने साथ साथ खाना खाया फिर भाभी ने बच्चियो को कमरे मे सुलाया ओर हम दोनो वही बैठकर बाते करते रहे दस बजे भाभी बोली चलो देवर जी बहुत दिन हो गये मेरी आग को भडकाते हुए अब इस आग को बुझा दो तो मैने कहा बेटिया बोली ये नही उठेगी सुबह 6 बजे से पहले तुम अंदर ताई जी के कमरे मे चलो मे पेशाब कर के आती हू भाभी ने मेरे बाहर आते ही कमरे को बाहर से लोक कीया ओर मै ताई जी के कमरे मे बेड पर उनका इंतजार करने लगा भाभी के कमरे मे आते ही मेने खडे होकर भाभी को गले लगा लिया ओर हम दोनो एक दूसरे से चिपककर जोर से चुमने लगे दस मिनट के भाभी के होठो का रस चुसने के बाद हमने एक दूसरे को छोड़कर सांस ली तो भाभी ने कहा देवरजी मजा आया तो मैने कहा बहुत भाभी तो भाभी बोली अभी तो शुरुआत है देवरानी जी को भूल जाओगे तो मैने कहा भाभी देखते है बेड पर आप क्या क्या करेगी फिर पता लगेगा वो तो भाभी बोली बेड पर क्या क्या करना है देवर जी तो मैने कहा वही जो आप विडियो मे देखती है तो भाभी बोली आपको देवरानी ने सब बता दिया तो मैने कहा हा भाभी अब बताओ आप विडियो वाली हिरोइन बनेगी की नही तो भाभी बोली मैने वो तो नही कीया मगर आज सब कुछ करूगी जरूर ओर फिर हम दोनो के होठ एकबार फिर से चिपक गये ओर किस करते करते मेरे हाथ भाभी की चुचियो को सहलाने लगे तो कभी उनकी मोटी सख्त गांड को दबाने लगे अब मैने भाभी की साडी खोल दी तो भाभी मेरे सामने पेटीकोट ब्लाउज मै खडी थी मैने देर नही करते हुए भाभी का पेटीकोट ब्लाउज भी खोल दिया तो भाभी मेरी लाई गुलाबी ब्रा पेटी मे मेरे सामने खडी भाभी की चुचियो को उनकी ब्रा खोलकर आजाद कर दिया तो उनकी टमाटर जैसी लाल चुचियो को मुह मै भरकर चुसने लगा भाभी भी मेरे सिर को अपने हाथो से अपनी चुचियो पर दबाने लगी मेरे हाथ लगातर भाभी की गांड पर चल रहे थे अब मैने नीचे बैठकर भाभी की नाभी को मुह मे भर लिया ओर भाभी के हाथ मेरे सर के बालो को सहलाकर मुझे हौसला दे रहे थे नाभी को चुमते हुए मैने भाभी की पेंटी को खोलकर भाभी को नंगा कर दिया तो अब भाभी की गुलाबी चुत मेरे सामने थी जो कीसी कुंवारी लडकी की चुत की तरह चिपककर बिलकुल सीलबंद सी लग रही थी मैने भाभी की चुत को चुमा तो भाभी सिहर उठी उनकी चुत से पेशाब ओर उनका कामरस जो बूंद बूंद टपक रहा था उसकी खुशबु से मै मदहोश हो गया ओर मैने भाभी की टांगो को फैलाकर चुत के नीचे आकर उनकी चुत को अपने मुह मे भर लिया भैया भाभी को पेलते बहुत थे मगर वो ये सब नही करते थे ओर सबसे अच्छी बात तो ये थी भैया ने आजतक गांड नही मारी थी भाभी की इसलिए मुझे भाभी की गांड की सील खोलने का भी मोका मिलने वाला था खैर मेरी जीभ अपना काम करने लगी तो भाभी की चुत भी जवाब देने ओर चुदास मे जल रही भाभी की चुत ने पांच मिनट मै काफी वर्षो से जमा रखा सारा मेरे मुह मे भर दिया उनकी चुत का नमकीन रस पीकर मे निहाल सा हो गया ओर भाभी की टांगे भी कपकपाने लगी तो मैने कहा चलो भाभी अब आप भी हमारी सेवा करो तो भाभी बोली जरूर देवर जी ओर भाभी ने तुरंत मेरा पजामा नीचे खिसकाकर मेरी टांगो से निकाल दिया ओर लगे हाथ कच्छा खोलकर मेरे लंड को ताजा हवा खाने का मोका दिया भाभी बोली देवरजी देखो बेचारा कैसे लाल हो रहा है तो मैने कहा गिरगिट है लाल चुत देखकर ये भी लाल हो गया ओर भाभी मेरे लंड को हाथ मे लेकर उसे सहलाने लगी तो मैने कहा भाभी भैया से छोटा है क्या है तो भाभी बोली देवरजी छोटे तो आप उम्र मै ही है बस समान तो आपका बडा है उनसे तो मैने कहा ठीक है भाभी ये भी आपके प्यार को तरस रहा है तो भाभी बोली देवर जी ये मैने कभी कीया नही तो मैने कहा करोगी तभी तो पता लगेगा ना चुत चटवाने मे जितना मजा आया उससे अधिक ये कुल्फी चुसने मे मजा आएगा तो भाभी बोली देवर जी मान जाओ तो मैने भाभी के सिर को पकडकर अपने लंड के सुपारे को उनके होठो से लगाकर सटा दिया तो भाभी ने होठ बंद कर लिये मगर दो चार मिनट के बाद भाभी ने जैसे ही अपना मुंह खोला तो मेरे लंड का सुपारा भाभी के मुह मे चला गया ओर भाभी को कहा भाभी अब जरा जीभ चलाओ इसपर तो भाभी ने मुह के अंदर ही जीभ चलाकर लंड का स्वाद चखने लगी दो मिनट के बाद मैने सर को छोड़कर लंड बाहर निकाल लिया तो भाभी खुद ही अपनी जीभ से सुपारे को चाटने लगे ओर थोडा थोडा लंड मुह मे लेकर कुल्फी की तरह ही चुसने लगी भाभी मेरा लंड पांच इंच अंदर तक ही ले पा रही थी तो मैने बाहर बचा एक इंच उनके सिर को पकडकर अंदर घुसाकर उनके मुह को चोदने लगा दस मिनट तक मुह की चुदाई के बाद मैने अपना सारा रस भाभी के मुह मे डाल दिया तो भाभी ना चाहते हुए भी मेरा माल निगल गयी ओर दो मिनट के बाद मैने लंड बाहर निकाला तो भाभी ने शिकायत करते हुए कहा देवर जी अब नीचे क्या उंगली डालकर मेरी आग ठंडी करोगे तो मैने कहा क्यो ये क्या खडी नही होगा दोबारा रात तो अभी बाकी है मेरी जान चलो अब उपर चलो बेड पर हम दोनो बेड पर लेट गये ओर भाभी मुझ से चिपक गयी तो मैने पूछा भाभी मजा आया तो भाभी ने कहा तेरे भैया ने बहुत कोशिश की मगर तुमने कर ही लिया सच मे देवरजी बहुत मजा आया अब आप हफ्ते मे एकबार तो अपनी कुल्फी खिलाने आ ही जाना जरूर वर्ना मै नाराज हो जाऊगी तो मैने कहा भाभी नाराज क्यो हो जाएगी आपकी कुल्फी है जब मन करे तब चुस लेना तो भाभी देवरजी देवरानी को पता चल गया तो मैने कहा आप बताएगी तो पता चल जाएगा वर्ना तो नही ये सुनकर भाभी बोली ठीक है देवर जी नही बताऊगी
मैने भाभी को अपने उपर ले लिया ओर एकबार फिर उनके होठो को अपने होठो से लगाकर चुसने लगा देखते ही देखते हम दोनो फिर से गर्म हो गये मैने भाभी को कहा भाभी अब 69 पोजीशन मे आ जाओ तो भाभी बोली वो कैसे आऊ तो मैने बताता हू सुनो जरा तुम्हारी चुत मेरे मुह की तरह लाकर ओर मेरा लंड अपने मुह मे ले लो तो भाभी समझ गयी ओर अब मे अपनी जीभ से भाभी की चुत को चाटने लगा तो भाभी भी मेरी कुल्फी को चुसने लगी पांच मिनट के बाद भाभी के बर्दाश्त से बाहर होने लगी तो बोली देवर जी अब चोद भी दो ये तो कभी भी कर लेगे तो मैने कहा ठीक है भाभी ओर भाभी को नीचे लेटाकर उनकी टांगो को फैला दिया अब मै अपने लंड का चिकना सुपारा भाभी की चुत पर खिसने लगा तो भाभी की आहे निकलने लगी वो बेड पर मचलने लगी भाभी ने कहा देवर जी इतना मत तडफाओ अब डाल भी दो तो मैने एक झटका लगाकर लंड का टोपा चुत मे धकेल दिया भाभी का बदन सिहर उठा तभी मैने फुर्ती दिखाते हुए एक झटके मे पूरा लंड चुत मे फसा दिया जिससे भाभी छटपटा उठी उनकी आंखो से आंसू निकल आए मगर वो सब सहन कर गयी ओर फिर दो मिनट के बाद भाभी को जब आराम मिला तो मैने लंड को धीरे धीरे चुत के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया कुछ देर बाद भाभी गांड उठाकर लंड लेने लगी तो मैने भी झटको की गति बढा दी ओर फिर भाभी की चुत कुछ देर मे ही कामरस बहने लगा भाभी की चुत से फिर पटापट की आवाजे गुंजने लगी ओर मे उनके उपर लेट गया तो भाभी ने टांगे मेरी कमर पर डाल दी मेरे होठ भाभी के होठो से मिल गये उधर मेरा लंड घपाघप करके भाभी की चुत को पेल रहा था दस मिनट के बाद मैने भाभी को कहा भाभी अब कुतिया बन जाओ तो भाभी बोली वो तो मै बहुत पहले से बन गयी हू देवर जी ओर वो तुरंत कुतिया बनकर तैयार हो गयी मैने भाभी की मोटी गांड को फैलाकर उनकी चुत मै लंड ठोक दिया ओर एकबार फिर कमरे पटापट की आवाजे गुंज उठी भाभी की मोटी गांड पर मै लगातार थप्पड मारकर उन्हे दर्द का अहसास करवा रहा था उनकी गोरी गांड उंगलियो के लाल निशान चमकने लगे थे दस मिनट के बाद एकबार फिर भाभी का बदन अकडने लगा ओर उन्होने अपनी चुत को कस लिया ओर मेरे लंड पर अपना कामरस छोड दिया ओर जोर जोर से आहे भरने लगी देवरजी कितनी देर ओर करोगे अब छोड दो मेरी जान निकल रही है ये सुनकर मेने झटके तेज कर दिये ओर दो मिनट के बाद ही भाभी की चुत मे अपना माल भर दिया अब भाभी ओर मे पसीने मे लथपथ होकर बेड पर लेट गये भाभी ने कहा देवर जी चुदाई के बिना कोई जीना तो नही है अगर आप ना होते तो मेरा क्या होता देवर जी तो मैने कहा भाभी मै हू ना अब भैया नही तो आप चिंता ना करो तो भाभी बोली अब तो भैया ना आए तो ही ठीक है तुम्हारा जैसा लंड कहा मिलेगा फिर वो आ गये तो मैने कहा भाभी ये तो है मुझे भी ऐसा माल चोदने को नही मिलेगा फिर ओर हम दोनो हंसने लगे कुछ देर बाते करने के बाद मैने कहा भाभी कैसा लगा तो भाभी बोली देवर जी बहुत मजा आया कसम से पांच साल की सारी कसर निकाल दी तो मैने कहा इसका मतलब अब ओर करने की जरूरत नही है तो भाभी बोली सोच लो देवर जी कही मजाक मंहगी ना पड ना जाए मैने कहा वो कैसे फिर जाकर देवरानी के भोसडे मे ही डुबकी लगाना तो मैने कहा आपको कैसे मालूम तो भाभी बोली इतने बडे लंड रोज खाएगी तो चुत का भोसडा बनेगा ही ओर हंसने लगी तो मेने कहा ठीक है भाभी तो अब आपकी गांड मारने का नंबर है जल्दी करो तो भाभी बोली नही देवर जी गांड तो मैने आपके भैया को नही मारने दी आजतक तो मैने कहा भाभी गांड की सील खोलना मेरे लिए लिखा था इसलिए भैया ने तो चुत की सील खोली थी तो भाभी बोली देवर जी कल करेगे वो आज आज तो चुत ही मारो आप तो मैने भाभी को कुतिया बना लिया ओर उनका सर बेड पर चिपका दिया मै भाभी के पिछे आकर उनकी चुत ओर गांड को चाटने लगा भाभी की आहे बढने लगी इधर मे भाभी की गांड के भूरे भूरे से छेद को चाट रहा था तो भाभी को गुदगुदी हो रही थी मैने भाभी की गांड मे ढेर सारा थूक भी भर दिया तो कुछ देर बाद भाभी बोली देवर जी चाट ली तो अब चोद दो रहा नही जाता तो मैने भाभी की चुत पर लंड सेट कर के दो झटको मे उनकी चुते लंड घुसेड दिया तो भाभी चिहुक उठी ओर हाय हाय करने लगी देवर जी आराम से करो मेरी चुत है भोसडा नही देवरानी का तो मैने कहा भाभी भोसडा बनाने के लिए ही तो जल्दी जल्दी करना होगा ओर मैने अपने लंड के झटको को तेज करके भाभी की चुत का बाजा बजाने लगा उधर मैने भाभी की गांड मे उंगली डाली तो भाभी आगे खिसक गयी मैने कहा भाभी जगह बना रहा हू चिता मत करो तो भाभी बोली देवर जी मत करो ऐसा ओर मैने उंगली तेजी से अंदर बाहर करनी चालू कर दी जिससे भाभी की चुत का रस जल्दी ही बाहर निकल गया ओर मेरा लंड गीला होकर चुत मे बिना की रूकावट के अंदर बाहर होने लगा तेजी से तभी मैने लंड को बाहर निकालकर भाभी की गांड के छेद पर रख दिया भाभी की सांसे तेज हो चली भाभी के रस से चिकना हुया सुपारा लाइट मे चमक मार रहा था ओर मैने भाभी की गांड फैलाकर उनके छेद मे अपना लंड फंसाने लगा तो भाभी आगे खिसकने लगी मैने भाभी की कमर को कसकर पकडा ओर एक जोर का झटका लगा दिया जिससे भाभी की गांड मे आधा लंड फंस गया ओर भाभी छुटने के लिए तडफडाने लग गयी मैने अब पूरी ताकत लगाकर बाकी बचा लंड भाभी की गांड की गहराई मे उतार दिया तो भाभी बेड पर पसर कर रोने लगी कुतिया बनी भाभी अब लंबी हो गयी ओर भाभी के रोने के आवाज सुनकर भी मुझे कोई फर्क नही पडा तभी मै पूरी ताकत से भाभी के ऊपर लेटा रहा ओर उनको बिलकुल भी हिलने नही दिया पांच मिनट के बाद जब भाभी के आंसू बंद हुए तो मैने अपना लंड उनकी गांड से बाहर निकाला भाभी की गांड की सील खुलने का सबूत मेरे लंड के सुपारे पर लगा उनकी गांड का खून दे रहा था मैने कहा भाभी देखो तुमने सही कहा था गांड की सील आज खुली है ये तो बिल्कुल सीलबंद थी तो भाभी ने कहा हरामी फाड दी ना मेरी गांड तो मैने कहा भाभी दूध चुत ओर गांड फटने का अफसोस तो हर ओरत को रहता ही है मगर अब आप मजे लो बस अब मैने भाभी को एकबार फिर से कुतिया बनाया तो भाभी ने कहा देवर जी प्लीज मान जाओ बहुत दर्द हो रहा है तो मैने कहा अब हुआ तो नही करूगा मैने खडे होकर कमरे मे रखी तैल की शिशी से अपने लंड को सरोबार कीया ओर फिर भाभी की गांड को फैलाकर उसमे भी ढेर सारा तैल भर दिया भाभी की गांड को फैलाकर जब लंड गांड मे उतारने लगा तो जैसे मखन पर छुरी चलती है वेसै ही लंड गांड मे घुस गया भाभी ने कहा देवर जी क्या पाइप डाल दी लंड की जगह बहुत दर्द हो रहा है बाहर निकालो ना मैने कहा भाभी हो गया बस ओर फिर हल्के हल्के लंड को अंदर बाहर करने लगा कुछ देर बाद भाभी की गांड मे लंड आराम से अंदर बाहर होने लगा तो भाभी भी गांड हिलाकर लंड खाने लगी ओर मैने भी झटको को तेज कर दिया बीस मिनट तक गांड मारकर भाभी की गांड मे अपना माल भरकर भाभी की गांड को कुछ राहत दी तो भाभी बेड पर गिरकर आहे भरने लगी कुछ देर बाद भाभी बोली अब आपके भैया को क्या मुह दिखाऊगी तो मैने कहा गांड मत दिखाना चुत का मुह दिखाना तो भाभी हंसने लगी बोली देवर आपने बहुत दर्द दिया है आज तो मैने कहा भाभी झूठ मत बोलो मजा भी तो लिया है आपने आज इतना तो भाभी बोली हा देवर जी इतना मजा तो 15 साल मे पहली बार ही आया है ओर मेरे पास आकर भाभी चिपक गयी इसके बाद चार रात तक मैने भाभी की गांड ओर चुत को जमकर पेला भाभी की सख्त गांड अब मखमल की तरह मुलायम हो गयी ओर जब भी हमे मोका मिलता है तो हम चुदाई कर लेते है

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