अजनबी से प्यार ओर मुलाकात

सभी पाठको को मेरा प्यार भरा नमस्कार मै आपकी सैक्सी भाभी कविता एक आपके सामने अपनी एक कामुक कहानी प्रस्तुत करने जा रही हू जो की मेरे ही एक दिवाने पाठक ने लिखी है
जैसे कई आप सब मुझे कमेन्ट मेल करके मेरा हौसला बढाते है वेसै ही मेरे एक पाठक मोहित ने भी मुझे मेरी ननदोई के साथ चुदाई की कहानी पढकर मेल कीया जिसके जवाब मे मैने भी उसे मेल करके सैक्सी धन्यवाद दिया मगर उस धन्यवाद के बाद तो मोहित अपने कामकाज छोडकर मेरे पिछे ही पड गया ओर सुबह शाम मुझे मिलने को बोलने का मेल करने लगा इससे मे भी तंग आ गयी क्योकी रोज रोज आप को कोई अनजान मिलने को कहे तो आप भी मेरी जगह होते तो तंग आ जाते क्योकी मे भी तो एक ओरत ही हू आखिर मे मेने तंग आकर उससे कडे शब्दो मे कह दिया मै कीसी से भी नही मिल सकती हू मैने अपनी कहानी लिखी है बस मै कोई रंडी नही हू जो हर कीसी का बिस्तर गर्म करने को तैयार है जाए उसने मेरा जवाब पढकर कहा सोरी कहा ओर कहा चलो आप मिलने को तैयार नही तो कोई बात नही मगर बातचीत तो कर ही सकती है ना क्या करू मै आपके सैक्सी फिगर के बारे मे सोच सोचकर आपका दिवाना हो गया हू ओर आज के बाद आपको मिलने को भी नही कहूगा बस बात तो कर लिया करो उसका जवाब पढकर मै हैरान ओर परेशान थी बडा ही हरामी है इतना कहने पर भी नही समझ रहा है फिर मन कीया ब्लाक कर दू तभी सोचा कुछ दिन मजे ले लेती हू अपने आप ही रह जाएगा ये सोचकर मेने उसे मेल करके उसका असली नाम पता ओर उसके घर के बारे मे पूछा वो मेरे ही जवाब के इंतजार मे बैठा था शायद मेल मिलते ही उसने अपना नाम मोहित बताया ओर कहा वो हरियाणा के रोहतक से है बाकी घर परिवार के बारे मे जब हम कभी मिलेगे तो बता दूगा कहकर उसने मेल कर दिया ओर मेने मेल का कोई जवाब नही दिया अगले दिन फिर उसका मेल आया ओर मेरे बारे मे पूछने लगा तो उसकी तरह मेने भी जवाब दे दिया यू ही लगातार वो मेल करता रहा ओर मे जवाब देती रही कुछ महीने बाद उसने फिर से मिलने की बात कही तो मुझे गुस्सा आ गया ओर मेने कहा बात भी बंद कर दूगी अगर अब एक बार ओर मिलने को कहा तो ये पढकर उसने उसने कुछ इमोशनल शायरी लिखकर भेज दी ओर मे भी ये शायरी पढकर थोडा शांत हो गयी ओर उससे बातचीत करने लगी हमारी बाते अब अंतरंगी होने लगी वो मुझे पूछता आज कोन से रंग की ब्रा पेंटी पहनी है तो मै उसे उसका रंग बता देती ओर वो भी अपने कच्छे का रंग बता देता ओर कहता आपकी याद मे पप्पु बहुत बैचेन हो जाता है ये सुनकर मै भी जवाब मे कह देती मेरी मुन्निया भी आपके पप्पु की याद मे बहुत रोती है इस तरह हम दोनो काफी घुलमिल गये ओर बाते बढने लगी ओर 6 महीने से लगातर हमारी बाते होती रही तभी उसने कुछ दिन मुझसे बात करनी बंद कर दी ओर मे उसे दिन मे तीन चार बार मेल करने लगी मुझे उसकी चिंता होने लगी मगर बात करने का जरिया सिर्फ मेल ही था तो क्या करती दस दिन तक उसका कोई जवाब नही आया मेरी बैचैनी बढती ही जा रही थी की सात दिन बाद उसका मेल आया ओर कहने लगा उसका फोन खराब हो गया था ओर लोकडाऊन के चलते उसके पास कोई फोन नही था ये सुनकर मेरी जान मे जान आयी ओर मै अब उसे दिन मे तीन चार बार मेल करके उसका हालचाल जानने लगी वो भी अब मुझे जवाब देने लगा फिर एक रात को उससे बात करने लगी तो उसने पूछा क्या हम कभी नही मिलेगे अब मेरा भी मन बदल गया था उससे बाते करके मे भी उससे मिलने की सोच रही थी मगर मन मे वही बात आज भी थी कोन है अनजान ही है या कोई परिचित है कही फंस गयी तो मेरी जिंदगी ही खराब हो जाएगी मैने उसे अपने मन की शंका को बताया तो उसने कहा वो केमरा आफ करके मुझे हेगआऊट पर कॉल कर ले मुझे देखकर अपनी शंका खत्म कर ले फिर आगे की सोचेगे ये पढकर मैने भी सोचा ये सही तरीका है पहले जान तो लू केसा है कोन है बताया वही है या कोई ओर है ओर मेने उसे कल दिन मे कॉल करने का कहकर मेल कर के सो गयी मगर आंखो से निद गायब थी मै बस उसी के बारे मे सोच रही थी केसा होगा कोन होगा क्या क्या ओर इसी कशमकश मे मेरि आख लग गयी सुबह उठकर मे काम लग गयी ओर दोपहर मे फोन उठाकर देखा तो उसके दस मेल आये हुए थे मेल देखकर मेने उसे रिप्लाई कीया ओर पूछा केसै हो फ्री हो क्या तो उसने कहा वो फ्री है बिलकुल आप कॉल कर लो दोस्तो मेरी धडकने बढी हुई ये सोचकर ही कोन है फिर सोचा एकबार देख तो लू फिर आगे बात करूगी ये सोचकर मेने उसे कॉल कर लिया वो तो फोन के उपर ही तैयार बैठा था उसने मेरी कॉल उठा ली तो मेने भी केमरा आफ कर दिया मगर मेरी आखे अभी भी बंद थी मन ही मन सोच रही थी कोई जानकार ना हो बस तभी मेने आखे खोलकर उसे देखा जैसा की उसने बताया वो बिलकुल वेसा ही था मेने काफी बार फोटो मांगा था उस से मगर उसने फोटो नही दिया इसलिए मे थोडा डर रही थी ओर वो भी इसी कारण डर रहा था की कोई परिचित ना हो खैर उसे देखते ही मेरा दिल भी उसका दिवाना हो गया ओर मन कीया केमरा आन कर लू ओर उसके सामने आ जाऊ मगर मैने अपने उपर कंट्रोल कर लिया हम दोनो ही खामोश ही थे मै उसके चेहरे को देखकर खो गयी तो वो मेरी आवाज सुनने के लिए इंतजार कर रहा था तभी उसने कहा आप वहा है क्या तो मैने कहा हा कहो ना कुछ तो उसने कहा केमरा ऑन कर लो अपना भी ये सुनकर कहा सोरी केमरा कभी ऑन नही होगा हम दोनो एकदूसरे को जानते है ये कहकर मेने कॉल कट कर दी दोस्तो उसकी सीटी पीटी गुम हो गयी मेरे मजाक से मगर मेरा मजाक मुझे ही महंगा पडा उसने मुझे सोरी लिखकर मेल कीया ओर हेगआऊट ओर इमेल पर ब्लाक कर दिया अब मेरी हालात खराब हो गयी मै सोचने लगी क्या ओर खुद पर गुस्सा भी करने लगी खैर मेने भी अब मोहित से मिलने की ठान ली थी उस दिन मेरा सारा मूड खराब रहा ओर रात को भी मै सो नही पाई अगले दिन मैने दोपहर मे मेरी कहानी पर उसके कमेन्ट देखे उसने कुछ लडकीयो को भी रिप्लाई कीया था तो मेने उनमे से एक लडकी के नाम की इमेल I’d​ बनाई ओर उसे मैसेज कर दिया मगर उसने रिप्लाई नही दिया मेने दो तीन दिन मैसेज कीया मगर उसने कोई रिप्लाई नही कीया मै सोचने लगी अब क्या करू तभी मैने उसको हेगआऊट पर कॉल मिलाया मगर उसने कॉल नही उठाई मेरी मै भी गुस्से मे आकर उसे बार बार कॉल करने लगी आखिर मे उसने मेरा कॉल उठा लिया ओर हेलो की उसकी आवाज सुनते ही मेरे मन को सुकून मिला मैने भी उसे हेलो कहा तो उसने मेरे बारे मे पूछा कोन है आप क्यो फोन कर रही है तो मैने कहा अच्छा तो तुमने मेरे कमेन्ट पर कमेन्ट क्यो कीया था अब नखरे कर रहा है तो वो बोला मैरी गलती हो गयी मै आज सारे कमेन्ट डिलीट कर दूगा तो मेने कहा कर देना कुछ बात कर ले पहले तो वो बोला बात करके कोई फायदा नही आखिर मे आपका कटना तय है मै अब कीसी से कोई उम्मीद नही करूगा सोरी आप भी मुझ से कोई उम्मीद ना करे तो मेने कहा मोहित जी एकबार देख लो क्या पता आपका मूड बदल जाए तो उसने कहा मूड नही बदलेगा मेने कहा ऐसा क्या हुआ तो उसने कहा मै आपको नही बता सकता हू तो मेने कहा एक मिनट बात कर लो बस विडियो कॉल पर तो उसने कहा चलो ठीक है मगर उसके बाद कोई कॉल नही करोगी आप ये सुनकर मेने हा कहकर फोन कर लिया कॉल कनेक्ट होते ही मेने देखा चेहरा मुरझाया हुआ सा लग रहा था ना ही उसका बात करने मे मन था सच मे मगर मुझे देखकर एकबार तो वो मुस्करा दिया ओर कहने आप बहुत खुबसूरत है मगर मै आपसे बात नही कर सकता हू तो मेने कहा प्लीज बताओ तो सही फिर बात मत करना फिर उसने मेरी ओर उसकी हुई बातचीत के बारे मे बताया ओर उदास हो गया तो मैने कहा तुम्हे एक खुशखबरी सुनाऊ तो वो चोक गया बोला क्या तो मेने कहा मै ही कविता हू ये सुनकर उसे झटका लगा ओर मेरी तरफ गोर से देखने लगा फिर मैने उसे सारी बात बताई ओर कहा मेरे मजाक को तुम इतना सीरियस ले गये मै भी परेशान हो गयी ओर तुम भी तो मोहित गुस्सा होकर कहने लगा जाओ मे नही करनी बात ये कोई मजाक थोडी है तो मेने कहा मै चली गयी तो मिलूगी नही ये सुनकर मोहित ने कहा रूको रूको ओर मुझे घुरकर देखने लगा उसके देखने से मेरा शरीर उत्तेजित होने लगा इधर मोहित मुझे लगातार घुरे जा रहा था जैसे वो मुझे खा ही जाएगा मेने कहा क्या इरादा है घा जाओगे क्या मुझे क्या पहले कोई लडकी नही देखी तो मोहित ने कहा बहुत देखी है मगर आप जैसा हॉट माल नही देखा कभी इतनी गोर से ओर पास से ये सुनकर मे शर्मा गयी ओर रोहित ने भी मुझे आख मार दी तभी मोहित ने फोन की स्क्रीन पर कीस कीया तो मुझे लगा जैसे कीसी ने मेरे होठो को छुआ है मेने भी बदले मे मोहित को कीस कर दिया मोहित की आंखो मे खुशी चमक रही थी मुझे मिलने की मै भी बहुत खुश थी आज मोहित से बात कर के अब हमारी रोज बाते होने लगी जब भी समय मिलता हम कॉल पर बात करने लग जाते अब तो ये हाल हो गया था बात करे बिना खाना भी अच्छा नही लगता था इस बीच हमारी बाते भी wild होने लगी हम फोन पर सैक्स करने लगे ओर एक दूसरे को फोन पर ही संतुष्ट करने लगे मोहित अपने लंड को हिलाने की आवाज सुनता तो मे अपना फोन अपनी चुत पर रगडकर उसे चुत की गर्मी का अहसास दिला देती फोन पर सेक्स करते हुए मै अपनी बढी हुई धडकने सुना देती उसे अपनी चुचियो पर फोन लगाकर मोहित भी कामुक आवाजे कर के मेरी चुदास भडका देता ओर मै उगलि कर के अपनी चुत की गर्म को शांत करने लगी हम दोनो अब मिलने के लिए तडपने लगे मगर मोहित​ भी मिलने को बेकरार था तो मै भी बहुत बैचेन हो रही थी हम दोनो फोन पर नंगे होकर सैक्स चेट करते थे मगर सिर्फ आडियो कॉल पर क्योकी मोहित ने कहा अगर हम कॉल पर ही नंगे हो गये तो मिलने के लिए जो उत्साह है वो नही रहेगा ओर वो अपने हाथो से मेरे कपडे खोलना चाहता है इसलिए हमने कभी विडियो कॉल पर सैक्स नही कीया ओर कॉल पर रोज सैक्स कर लेते थे जिससे हमारी दोनो की उत्तेजना बहुत बढ चुकी थी मगर हमे कोई मोका नही मिल रहा था मिलने का मोहित मेरी मोटी गांड ओर चुचियो को देखने को बहुत बेताब हो रहा था तो मै भी मोहित से मिलकर चुदने को तैयार थी
6 महीने तक हम दोनो चुदाई की आग मै जलते रहे ओर मोके की तलाश करने लगे मगर हमे कोई मोका नही मिला तभी अचानक एक दिन मेरे पति देव ने घर आकर कहा की उनको पांच दिन का टूर मिला है केरल का तो चलने की तैयारी करे मगर मेरे दिमाग मे तो कुछ ओर ही चल रहा था वेसै मै टूर पर उनके साथ घुमने जाती थी लगभग मगर अब मेरे दिल मे मोहित से मिलने की चुल मची थी तो मैने कहा काहे का टूर मुझे होटल के कमरे मे बंद करके आप तो चले जाते है ओर मै अकेली परेशान होती हू अब बेटी भी कमरे मै बंद केसै रहेगी तो वो बोले यार काम तो करना ही पडेगा तो मैने कहा आप काम ही तो करते है बस ओर ये कहकर गुस्सा करने लगी तो वो पास आकर मनाने लगे देखते ही देखते हमारे कपडे खुलकर गिर गये ओर चुदाई शुरू हुई जो की हमेशा की तरह मेरी चुत की आग को ओर  भडका दिया ओर जनाब ठंडे होकर बिस्तर पर गिर गये
तो मैने कहा क्या बात आज तो बहुत जोश मे थे तो जनाब खुश होकर बोले तुम हो ही इतनी होट की जोश आ जाता है तो मैने कहा चलो खाना खा लो कब जाना है तो बोले सोमवार को निकलना है सुबह ओर रविवार की सुबह आ जाऊगा तो मैने कहा सात दिन केसै रहूगी आपके बिना आप तो पांच दिन कह रहे थे तो बोले सोमवार को जाना है ओर रविवार को आ जाऊगा तो पांच दिन ही बचे ओर हंसने लगे तो मै भी हंस दी ओर कहा ठीक है तो वो बोले तुमको कोई परेशानी हुई तो कैसे करोगी मैने कहा पांच साल हो गये है आपके साथ यहा रहते हुए आसपडोस मे सभी को जानती हू आप चिंता मत करो बेटी है तो मन लगा रहेगा वेसै भी वही साथ रहती है मेरे मगर आप भी ख्याल रखना वहा कोरोना बहुत है तो वो बोले हम होटल मे रहेगे वही मिटिंग होगी ओर वही रहना सिर्फ शनिवार को घुमने जाएगे ओर रात की फ्लाइट लेकर सुबह दिल्ली आ जाऊगा तो मैने कहा ठीक है अगले दो दिन वो घर पर ही थे मैने उन्हे बाजार से समान लेने के लिए लिस्ट दे दी ओर मोहित को फोन करके तैयार होने को कहा मोहित सोमवार को सुबह दिल्ली पहुंच जाना मै फोन करके तुम्हे पता दे दूंगी बस तुम लेट मत करना सोमवार को सुबह दिल्ली पहुंच जाना हर हाल मे ये सुनकर मोहित ने कहा ठीक है जान मे तैयारी करता हू तो मैने कहा तैयारी क्या करोगे तो बोला की झांटो का बाग साफ करूगा शेविंग कटिंग ओर बगल के बाल के साथ कपडे वगैरह तो मैने कहा मोहित अच्छा किया ये सब तो मुझे भी करना है कल मे भी तैयारी कर लूंगी ओर मोहित को लव यू जान कहकर फोन रख दिया
अगले दिन मै पार्लर जाकर पूरी तैयारी कर आई चुदाई की ओर रात को पतिदेव को खुश करने के लिए उनसे मस्ती करने लगी ओर बदले मे पतिदेव ने भी मेरी चुत की गर्मी को ठंडा करने की बजाय ओर भडका दिया तो मे बाथरूम मे जाकर उंगली कर के ठंडी हुई ओर आकर लेट गयी सुब। 8 बजे पतिदेव घर से निकले तो मैने मोहित को फोन कीया तो मोहित ने फोन नही उठाया तो मुझे फिर से टेंशन होने लगी करीब दस मिनट के बाद मोहित का फोन आया तो उसने कहा वो होटल मे है ओर नहाने गया था तो मैने कहा तुम तैयार हो जाओ नाश्ता हम यही करेगे ये सुनकर वो बोला ठीक है बेबी ओर मेने कहा मै थोडा कन्फर्म कर लू उनकी फ्लाइट का ओर तुमको फोन करती हू ये कहकर मैने फोन रख दिया ओर नहाने चली गयी मोहित को काले रंग की साडी बहुत पसंद थी तो मैने आज काले रंग की साडी काले रंग की ब्रा पेंटी पहन ली थी ओर लाल रंग की लिपस्टिक लगाकर मै पटाखा माल बनकर तैयार थी मोहित से चुदने के लिए तभी दस बजे मैने मेरे पतिदेव को विडियो कॉल कीया तो वो एयरपोर्ट मे थे ओर फ्लाइट मे जा रहे थे 15 मिनट के बाद जब फ्लाइट जब उडान भरने को तैयार हुई तो मैने फोन रख दिया ओर मोहित को अपना पता देकर पहुंचने को कहा करीब एक घंटे बाद मोहित वहा पहुंच गया ओर मैने मोहित का घर के बाहर ही इंतजार कर रही थी मोहित को देखकर मैने उसे स्माइल दी तो मोहित ने भी मुझे स्माइल दे दी मोहित के पास दो बैग थे एक बैग मैने उठाया तो दूसरा मोहित ने ओर मे मोहित को घर मे लेकर आ गयी घर मे पहुंचते ही मोहित ने बेग को फैककर मुझे गले लगा लिया ओर मैने भी बैग छोड़कर मोहित को कसकर गले लगा लिया ओर पागलो की तरह हम एक दूसरे से लिपट गये जैसे हम कोई बरसो बाद मिले है दस मिनट तक हम एक दूसरे से चिपककर खडे रहे ओर उसके बाद मैने मोहित को छोडा तो मोहित ने मुझे फिर से अपने सीने से चिपका लिया ओर मेरे लबो पर लबो को चिपका दिया देखते ही देखते मोहित ने पांच मिनट मे मेरी सारी लिपस्टिक साफ कर दी ओर मेरी मुन्निया ने मेरी पेंटी को गीला कर दिया
मोहित ने मुझे छोडा तो मैने कहा मोहित तुम तो मुझ से भी ज्यादा उतावले हो रहै हो यार अब पांच दिन मेरे साथ ही तुम्हारे पप्पु की पूरी सेवा करूखी तो मोहित बोली मै भी तो मुन्निया की सेवा करने के लिए कब से बेचैन हू तो मैने कहा चलो पहले नाश्ता कर लो ओर कपडे बदल लो फिर हम सेवा भी करेगे ओर हंस दी मै मोहित को अपने कमरे मे लेकर गयी ओर उसे बाथरूम वगैरह सब बताकर किचन मे नाश्ता बनाने चली गयी मोहित भी दस मिनट बाद ट्रेक सुट पहन कर नीचे आ गया ओर मेने मोहित को डाइनिंग पर बैठने को कहा मै नाश्ता लेकर मोहित के पास पहुंची ओर मोहित के पास ही कुर्सी पर बैठकर नाश्ता करने लगे मोहित को देखकर मेरी चुदास बेकाबू हो चली थी मगर मै बहुत मुश्किल से उसे काबू रखने का नाटक कर रही थी तो यही हाल मोहित का भी हो रहा था ओर हम दोनो की धड़कने भी बढ रही थी
अब हमारी चुदाई की घड़ी नजदीक आ गयी थी 6 महीने के इंतजार के बाद तो दोस्तो आपको मै अब मोहित के बारे मे बता दू उम्र 25 साल जिसकी हाइट 6 फीट ओर मस्त बोडी रंग गोरा काले बाल काली आंखे मतलब मोहित को देखकर कोई भी मोहित हो जाए तो वही मेरा भी जलवा कम नही था
नाम फिर से बता दू आपकी कविता भाभी उम्र 27 5.7 हाइट चुचिया 38 की दूध से भरी हुई ओर गोरा रंग दूध की तरह मोटी गांड बाहर निकली हुई 90 की तो पेट बिना चर्बी का 30 की कमर से मै बेहद ही कामुक जिस्म की मालकिन हू दोस्तो मेरी जवानी का रस पीने को बहुत से लोग सोचते है मगर मै अब तक सिर्फ पति के अलावा चार लोगो से ही चुदी हू
चाय पीते ही मोहित खडा हो गया ओर मेरे पास आकर बैठ गया मोहित ने मेरी आंखो मे देखा ओर देखते ही देखते मेरे लिपलोक भी हो गया हम दोनो पागलो की तरह एक दूसरे के होठो को चुस रहे थे दस मिनट के बाद मैने मोहित के होठो को अपने होठो से आजाद कीया ओर कहा मोहित बेडरूम इंतजार कर रहा है तो मोहित ने कहा जानू ये टेबल बेड से कम तो नही ओर उसने मुझे खडा कर दिया एकबार फिर मोहित मेरे गुलाबी होठो का रस पीने लगा तो उसके हाथ मेरी गांड को सहलाने लगे इससे मेरी चुदास भडक गयी ओर मेरी साडी का पल्लू मोहित ने गिरा दिया मोहित ने कीस करते हुए मेरा ब्लाउज खोल दिया ओर फिर पेटीकोट का नाडा खिंचा तो मेरी साडी नीचे गिर पडी अब मे सिर्फ काले रंग की ब्रा ओर पेंटी मे खडी थी मेरे कबूतर अब आजाद होने के लिए बैचेन हो रहे थे तभी मोहित ने कमर पर हाथ ले जाकर मेरे दोनो कबूतरो को आजाद कर दिया मोहित ने मेरी कमर को पकडकर मुझे टेबल पर बैठा दिया ओर मेरी 38 की दूध वाली चुचियो से वो मेरे दूध को पीने लगा तो मैने भी मोहित के सिर को अपने दूध पर दबा दिया ओर कहा मोहित तुम्हारे लिए ही है ये दूध मेरी जान सारा दूध पी लो तो मोहित ने कहा दूध ओर रस पीने ही आया हू जानू इतनी दूर ओर ये कहकर वो बारी बारी से दोनो चुचियो से दूध पीने लगा मेरी चुचियो के छोटे छोटे निप्पल को गुलाबी रंग से मोहित ने चुस चुसकर लाल कर दिया मोहित ने अब मेरी कमर पकडकर मुझे ऊंचा उठाया तो मेने भी बिना कहे अपनी पेंटी निकाल फैकी मोहित अब नीचे बैठकर मेरी मुन्निया को देखने लगा ओर कहने लगा जैसा सोचा था उससे प्यारी निकली है मेरी मुन्निया तो मैने कहा फिर देख क्या रहै हो अपनी मुन्निया को प्यार नही करोगे तो मोहित ने कहा जानू प्यार तो करना ही है मगर देख रहा हू मुन्निया का रस तो आज बिना प्यार कीये ही निकल रहा है तो मैने कहा जान वो तो पप्पु से मिलन के लिए रस बहा रही है बोल रही है की बहुत बैचेन कीया है तुम्हारे पप्पु ने तो मोहित बोला आज बैचेनी खत्म कर देते है फिर मुन्निया की ओर मोहित ने अपनी जीभ को मेरी गुलाबी चुत पर लगा दिया जिससे मेरे बदन मे सिहरन सी दोड पडी ओर मोहित मेरी चुत को बिना रूके जीभ निकालकर चाटने लगा मै भी मोहित की जीभ के आगे ज्यादा देर टिक नही पाई ओर मोहित की गर्दन को अपनी जाघो के बीच फंसाकर उसके मुह मे झडने लगी मोहित ने मेरा सारा रस अपनी जीभ से अच्छे से चाटकर साफ कीया तो मैने कहा जान अब पप्पु को भी आजाद करो हम भी देखे अपने पप्पु को ये सुनकर मोहित ने भी अपने कपडे खोल दिये ओर आखिर मे उसने अपना कच्छा खोला तो मेरी आंखे खुली रह गयी मोहित का 6 इंच लंबा ओर 2.5 इंच मोटा था जिसे देखकर मेरी चुत मे चिटीया काटने लगी उसके काले लंड को मेने हाथो से पकडा तो ऐसा लगा जैसे कोई गर्म मोटी पाइप को छू लिया हो मै अब नीचे बैठकर मोहित के लंड को प्यार करने लगी ओर चुमने लगी मोहित के लंड के उपर की चमडी नीचे कर के उसके लाल सुपारे को मै जीभ से चाटकर साफ करने लगी मोहित के लंड से प्रीकम की खुशबु मुझे ओर उत्तेजित कर रही थी तभी मैने मोहित का आधा लंड मुह मे भर लिया ओर उसे चुसने लगी उधर मोहित अपनी आंखे बंद कर के आह आह कर के मेरे सर के बालो को सहलाने लगा दस मिनट लंड चुसने से मेरा जबडा दुखने लगा तो मैने मोहित का लंड बाहर निकाल दिया ओर कहा मोहित अब रहा नही जाता तो मोहित ने मुझे डाइनिंग टेबल पर लेटा दिया ओर झुककर चुत को चाटने लगा जिससे मेरा बदन बुरी तरह मचल उठा मै अपनी चुचियो को दबाने लगी तभी मोहित ने मेरी टांगो को फैला दिया ओर अपने लंड का सुपारा मेरी चुत पर घिसने लगा मै भी सांसे रोककर चुत मे लंड जाने का इंतजार करने लगी तभी मोहित ने अपने लंड को हाथ से पकडकर मेरी चुत पर मारने लगा ओर एक मिनट के बाद उसने अपने मोटे लंड का सुपारा मेरी चुत मे फंसा दिया सुपारा घुसते ही मेरी चुत भी रोने लगी ओर धीरे तीन चार झटको मे मोहित ने पूरा लंड मेरी चूत मे घुसा दिया जिससे मे दर्द से कराह उठी मगर दो मिनट मे मेरी चुत ने जगह बना ली ओर फिर मोहित का पप्पु मेरी मुन्निया रानी को खोदने लगा तो मेरि कामुक आहे
हाल मे फैलने लगी
मोहित fuck me hard baby
O yes
O yes
Ya baby
Fuck me hard baby
कहकर मै मोहित के लंड से चुदाई का मजा लेने लगी उधर मोहित का पप्पु भी जमकर मेरी मुन्निया की मा चोद रहा था जिससे मेरी मुन्निया ज्यादा देर टिक पाई ओर वो पप्पु के उपर अपना रस गिराकर शांत होने लगी मगर पप्पु के झटको के आगे मुन्निया फिर से जोश मे आ गयी ओर गांड हिलाकर पप्पु को निगलने लगी
मोहित का स्टेमिना बहुत ही जबरदस्त का था मेरी मुन्निया तो दूसरी बार झड गयी उसकी चुदाई के आगे जिसके बाद मुन्निया की आवाजे ही बदल गयी ओर पटपट की जगह अब फचफच होने लगी तभी मोहित ने मुझे नीचे उतारा ओर मेरी चुचियो को डाइनिंग पर चिपका कर अपने सामने खडा कर लिया ओर नीचे बैठकर मेरी टांग फैलाकर मेरि चुत से बह रहे रस को पीने लगा रस पीकर मोहित मेरी गांड के छेद को चाटने लगा तो मैने भी अपनी गांड उसके मुह पर दबा दी पूरी कुछ देर गांड को चाटकर मोहित खडा हुआ ओर उसने चिकने मोटे लंड का सुपारा मेरी गांड मे उतार दिया मे मुठ्ठीया भीचकर दर्द को सहने लगी मगर तभी मोहित ने दूसरे झटके मे पूरा ताकत लगाकर अपना सारा लंड मेरी गांड मै उतार दिया मेरी टांग कपकपाने लगी ओर बेतहाशा दर्द से मे रोने लगी मोहित को इससे कोई फर्क नही पडा ओर वो बिना मुझे मोका दिये बेदर्दी से मेरी गांड फाडने लगा मे दर्द से बीलख उठी थी मगर मोहित रूकने को बिलकुल भी तैयार नही था
मुझे मम्मी पापा नाना नानी सब याद करवा दिये
मेरे आंसुओ के साथ मम्मी मम्मी निकाल रहा था तो उधर मोहित ओर भी जोश मे आकर गांड को फाडने मे लगा रहा दस मिनट के बाद मुझे कुछ राहत मिली तो अब अपने आप ही मेरि गांड भी मोहित का लंड गपागप अंदर लेने लगी ओर उधर मोहित लंड के झटको के साथ मेरी मोटी गांड पर अपने भारी हाथो से थप्पड भी मार रहा था
मेरी गांड की खुदाई से मेरी मुन्निया का रस निकलकर मेरी जाघो पर फैल रहा था तो वही गांड भी अब आराम से मोहित के पप्पु को मजा लेने लगी
आह बेबी
फक मी हार्ड
कम आन
यस यस यस यस यस यस
मेरी मुन्निया ने अब तक इतना रस छोड दिया की मेरा खडा रहना मुश्किल हो रहा था ओर उधर मोहित पिछली चालीस मिनट से लगातरु मुझे पेलकर मेरी मा बहन चोद रहा था
आखिरकार मोहित का बदन अकडने लगा ओर वो भी आह आह करने लगा तो मेने कहा बेबी गांड मै माल मत डालना तो मोहित ने अपना लंड गांड से बाहर निकाल लिया ओर मै नीचे बैठकर उसका लंड जोर से चुसने लगी एक मिनट मे मोहित के पप्पु ने मेरे मुह को अपने माल से भर दिया पता नही कितने दिनो का माल जमा कर रखा था उसने मैने मुह मे गिरे माल को गटक लिया फिर मुठ मारकर लंड मे बची आखिरी बूंद को भी निचोड़कर चाट लिया
दोस्तो इसके बाद मोहित ने मुझे पूरे घर के हर कमरे ओर कोने कोने मे जमकर पेला मोहित ने पजामा ही पहने रखा ओर मैने बिना ब्रा पेंटी के गाऊन
बाथरूम रसोई बेडरूम हाल गेस्टरूम सोफे पर छत पर मतलब मोहित ने मेरी विरान जिदंगी को गुलजार कर दिया एकबार फिर से
अब एकबार फिर से मेरे पति के टूर पर जाने का इंतजार है हम दोनो को ही

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