बुआ के लड़के से विधवा माँ को चुदवाया – 4

सोरी दोस्तो कहानी लिखने मे देरी के लिए
चलो अब आगे की कहानी


सोनू रातभर मा की चुदाई के बाद घर चला गया था जब मे उठा था तब मा भी बहुत खुश थी आखिर उनका अकेलापन दूर हो गया ओर चुदाई के बाद उनके जिस्म की गर्मी भी कम हो गयी थी मेने सोनू को फोन कर के पूछा कहा है तो वो मिलने आ गया सोनू ने मुझे पूछा कैसा लगा तो मेने कहा भाई तेरा काम हो गया अब मुझे भी चोदना है

तो जल्दी से कुछ जुगाड कर वर्ना तुमको भी मै नही चोदने दूगा तो वो बोला कुछ दिन का समय दे ओर मेरे सामने फोन निकालकर मा को फोन मिला लिया लाउडस्पीकर पर मे दोनो की बाते सुनना लगा सोनू ने कहा कैसी हो मेरी जान क्या हाल चाल तो मा बोली ठीक हू जानू तुम कहो कैसे हो कहा हो तो सोनू ने कहा लंड हिला रहा हू रात की चुदाई को याद करके तो मा बोली मन नही भरा तो सोनू ने कहा रात भर से क्या तुमको तो मै सालो साल चोदने ने भी मन नही भरेगा तो मा बोली आ जाना दिन मे तो सोनू ने कहा ठीक है मै तेल मालिश कर के आता हू तुम तैयार रहना ओर मा ने love you jaan कहकर फोन रख दिया उधर सोनू ने love you too कहकर फोन कट कर दिया


सोनू दोपहर मे घर गया ओर मा को जमकर पेलकर आ गया ओर शाम को मुझे बताया की वो दो चार दिन बुआ को दिन रात चोदने वाला है तो घर पर रात को कपडे लेकर आएगा ताकी बुआ की चुदास पूरी तरह भडक जाए सोनू रात को कपडे लेकर आ गया ओर चुपके से मा ने उसे कमरे मे सुले दिया ओर मुझे देखने आ गयी मा के जाने के बाद मेने मा ओर सोनू की चुदाई के दो राऊड देखकर दो बार मुठ मारी ओर फिर सो गया सुबह जब उठा तो सोनू मेरे पास सो रहा था मेने मा को पूछा मा सोनू कब आया तो कहने लगी रात को लेट आया था कही गया हुआ था

तुमको आवाज लगाई मगर तुम उठे नही तो वो भी सो गया तो मेने कहा ठीक है मे सोनू के उठने से पहले ही काम पर चला गया ओर सोनू ने फिर दोपहर मे मा को चोदकर मुझे मैसेज कीया तो शाम को घर जाने से पहले हम मिले सोनू ने रात को मा को पेला ओर इसी तरह एक हफ्ते की दिनरात की चुदाई के बाद सोनू ने अपनी आगे की चाल चली ओर मा के मोबाइल मे मा बेटे की सेक्स विडियो ओर स्टोरीज डाल दी ओर कहा बुआ आज वो 15 दिन के लिए बाहर जा रहा है

तब तक ये स्टोरीज ओर विडिओ देखकर काम चलाना अगर फिर भी ना हो तो बंटी है ना ये सुनकर मा को गुस्सा आ गया ओर सोनू से झगडने लगी की उसने उसे क्या समझ रखा है वो क्या अपने बेटे के साथ सोएगी अब ये सुनकर सोनू ने कहा बुआ गुस्सा मत करो कल  बात करूगा अभी मै जा रहा हू सोनू दोपहर मे घर से चला गया शाम को मै घर पहुंचा तो मा की आखे मे सोजन था जिसे देखकर मे समझ गया मा आज बहुत रोई है फिर मैने बाहर आकर सोनू को बुलाया ओर कहा सोनू मा मुझे नही देगी तू ही करता रह बस कोई बात नही तो सोनू ने कहा चुतिये सब्र कर थोडा

वो देगी हम दोनो एकसाथ चोदेगे बस तू बकचोदी मत कर ओर हम हंसने लगे तभी सोनू ने मा को फोन कीया तो मा ने फोन नही उठाया फिर दस मिनट बाद मा का फोन आया तो सोनू को कहा फोन क्यो कीया था तो सोनू ने कहा बंटी आ गया क्या तो मा बोली वो बाहर गया हुआ है तो सोनू ने कहा ध्यान रखना उसका लंड मेरे लंड से भी बडा है कही वो तुम्हारी गांड ओर चुत को ना फाड दे ओर हसने लगा मा बोली सोनू मैने तुम्हे क्या समझा तुम क्या निकले बंटी मेरा बेटा है तो सोनू ने कहा तो सरोज रानी मे भी बेटा ही हू जब मै चोद सकता हू तो वो क्यो नही ओर फिर सरोज वो तुम्हारे बस मे रहेगा

सदा ओर हम दोनो को भी कोई दिक्कत नही होगी कभी सोचकर देखो चलो आज रात को वो सारे विडिओ ओर स्टोरीज पढना फिर कल दिन मे फोन करना मा की आवाज अब कुछ ठीक लगी मै कुछ देर बाद घर गया ओर खाना खाकर सो गया रात को मैने उस सुराख मे से मा के कमरे मे देखा तो मा मोबाइल देख रही तो मै समझ गया की वो विडिओ देख रही है कुछ देर बाद मे सो गया ओर सुबह उठा तो मा की नजरे बदली हुई थी आज वो मुझे देखकर मुस्करा दी ओर चाय का पूछा तो मैने भी प्यार से बात की ओर नहाकर नाश्ता कर के चला गया दोपहर मे मैने सोनू को फोन कीया तो सोनू आ गया ओर हम बात करने लगे आगे की तो मेने कहा मा को फोन कर ले तो सोनू ने कहा वो करेगा तो वो नखरे करेगी हम इंतजार करते है करीब चार बजे मा का फोन आ गया तो सोनू ने कहा कैसी हो मेरी जान तो मा बोली जान होती तो चले नही जाते छोड़कर

तो सोनू ने कहा जान एक पहलवान छोड़कर आया हू ना तुम्हारे पास तो मा बोली सोनू क्या है ये तो सोनू ने कहा विडिओ कैसे लगे तो मा बोली मैने नही देखे तो सोनू ने कहा खाओ मेरी कसम तो मा चुप हो गयी ओर कहा तुम आ जाओ जल्दी से मै तुम्हारा इंतजार करूगी तो सोनू ने कहा जवानी के मजे लो ओर बेटे को अपने वश मे करने का सबसे बढिया मोका है कोई लोडिया मिल गयी तो देखेगा ही नही ओर मेरा आनाजाना भी इसी पर निर्भर है ना तो मा बोली बेटा है मेरा तो सोनू ने कहा वो भी बेटा ही है आप उसे बेटा ना समझो ओर सिर्फ मर्द समझो आज रात को वो आए तो पारदर्शी गाऊन पहनकर रहना ताकी उसे तुम्हारी जवानी का जलवा दिखे ओर फिर रात को अपने पास ही सुलाना कहना उसके बदन मे दर्द है

तो मालिश कर दे मालिश के बहाने उसे अपना यौवन दिखाकर काबू कर लेना मगर उसका लंड ध्यान से लेना सील भी नही खुली उसके लंड की तो मा बोली तुम्हे ये सब कैसे पता तो सोनू ने कहा ये भी बता दूगा कभी मगर अब वैक्स कर लो ओर रात को चिकनी चमेली बनकर सामने आना तो मा बोली देखूगी सोनू ने कहा बंटी अब तू तो वियाग्रा ले जाना एक मा के खाने मे डालना ओरतो वाली ओर मर्दो वाली तुम ले लेना मैने कहा ठीक है सोनू बहुत मुठ मारी है मा के नाम की आज मा की चुत भी मारूगा तो सोनू ने कहा तुम जल्दबाजी मत करना बुआ जैसे जैसे कहेगे वेसै वेसै ही करना बस वो खुद तुम्हे स्वर्ग की सैर करवा देगी ये सुनकर मै बहुत उत्तेजित हो गया ओर मेरा लंड पेट मे ही फटने को तैयार हो गया था

मै आज जल्दी ही घर ही पहुंच गया तो मा चोक गयी ओर पूछने लगी आज जल्दी तो मैने कहा आपके हाथ की चाय पीने का मूड था बस इसलिए तो मा बोली बैठ ओर चाय बनाकर ले आई मा मेरे सामने बैठ गयी ओर उनके सुट से बाहर निकल रही चुचियो को ताडने लगा तो मा भी थोडा झुककर अपनी चुचियो को दिखाने लगी मा की गोरी चुचियो को देखकर मेरा लंड पेन्ट मे तनने लग गया तो मा की नजरे मेरे लंड की लंबाई को देखने लगी ओर अपनी जीभ होठो पर घुमाने लगी ये देखकर मेने भी अपने लंड को नीचे की तरफ कर दिया ओर मा ये देखकर मुझे कातिल मुस्कान देकर तैयार करने लगी तभी चाय पीते ही मा ने कहा तू नहा ले मै खाना बनाकर नहाती हू मै खडा हुआ

तो मा मेरी पेन्ट मे खडे लंड को घुरकर देखने लगी तो मेने भी लंड को साइड मे करकर पूरा साइज दिखा दिया तो मा की आह निकल गयी मै फटाफट नहाने गया ओर फिर सबसे पहले मेने अपनी झाटो को साफ कीया झाट साफ करते समय लंड मा के ख्याल से फिर से खडा हो गया तो मा की सुख रही ब्रा ओर पेटी को लंड पर लगाकर मुठ मार दी ना चाहते हुए भी मा की पेटी माल गिर गया मगर मुझे अब कोई डर नही था मेने नहाकर कच्छा नही पहना ओर लोवर टीशर्ट पहनकर कमरे से बाहर आया तो मा ने कहा बहुत टाइम लगया तो कहा बस यूही ये सुनकर मा हंस दी ओर कहा वो नहाकर आ रही है

अभी फिर खाना खाते है तो मैने कहा ठीक है मा नहाने चली गयी तो मैने मा की सब्जी मे वियाग्रा डाल दी ओर खाना डालकर तैयार कर लिया मा ने भी साफ सफाई करने मे समय लगाया ओर नहाने के बाद उन्होने अपनी ब्रा पेंटी को पहनते वक्त मेरा माल देखा तो उसे चाट लिया फिर मा ने पारदर्शी गाऊन पहना ओर बाहर आ गयी मै आगन मे मा का इंतजार कर रहा था मा ने कहा बहुत भूख लगी है क्या तो मैने कहा हा तो मा बोली बेटा बाल बनाकर आती हू तो मेने कहा मा खुले बालो मे आप अच्छी लग रही है तो वो बोली तो ठीक है फिर आयी ओर आकर बैठ गयी तो मै उनकी ब्रा से बाहर निकल रही चुचियो को घुरने लगा तो मा भी थोडा झुककर मुझे चुचिया दिखाने लगी तभी मेरा लंड भी पजामे मे फुकार मारने लगा ओर मा अब एकटक मेरे लंड को निहारने लगी पांच मिनट मे मेरे लंड की हालात फिर से खराब होने लगी

तो मा की चुदास भी भडकने लगी खाना खाकर मै कमरे मे चला गया तो मा काम करने लगी रात 9 बजे मा ने मुझे आवाज लगाई तो मै भागकर गया ओर पूछा क्या हुआ तो मा बोली मेरा बदन दर्द हो रहा है थोडा दबा दे तो मे बोला मा मालिश कर दू तेल से तो बोली कर दे तो मैने कहा मै तेल गर्म कर लाता हू तो मा ने कहा हू ठीक है ओर मै नारियल के तेल को कटोरी मे डालकर गर्म कर लाया ओर मा से पूछा मा कहा कहा मालिश करनी है तो मा बोली मेरा तो पूरा बदन ही दर्द हो रहा है तो मैने कहा आप उल्टे होकर लेट जाओ ओर मे पेरो की तरफ बैठकर उनके गाऊन को घुटनो तक उपर कर दिया ओर पेरो पर मालिश करने लगा मा की आहे निकलने लगी ओर वो मस्ती मे आने लगी बेटा तेरे हाथो मे तो जादू है

मैने कहा अभी तो शुरू कीया है तो मा ने कहा ठीक है फिर जल्दी कर ओर उपर भी मालिश कर दे पेरो की इतनी बहुत है ओर मा ने खुद ही अपनी गांड तक गाऊन उठा लिया तो मैने भी हाथो पर तेल लगाकर मा की जाघो पर मालिश करने लगा तो पांच मिनट बाद मा ने कहा बेटा उपर उपर भी कर दे तो मैने कहा मा आपकी पेंटी पर तेल से खराब हो गयी तो मा बोली बेटा खराब होने की चिंता मत कर अभी खराब ही पहनी है तो मै समझ गया मा मेरे माल की बात कर रही है मा ने कहा चल तू ही निकाल दे तो मैने गाऊन को मा की ब्रा तक उचा कर दिया ओर फिर उनकी पेंटी निकालकर कमर पर तेल डालकर कमर की मालिश करने लगा उधर मालिश ओर वियाग्रा के असर से मा की चुत से उनका रस टपकने लगा

ओर मा गांड को उठाने लगी मा ने कहा बेटा कमर से नीचे भी मालिश कर दे तो मेने मा की मुलायम गांड की मालिश करने लगा मा ने अब टांग फैलाकर घुटने मोडकर टांगे उठा ली ओर कहा बीच मे आ जा तो मैने पीछे घुटनो के बल बैठकर मा की गांड पर तेल लगाने लगा ओर गांड के छेद पर भी तेल डालकर छेद को भी उपर से सहलाने लगा तो मा की कामुक आवाजे बेकाबू हो गयी ओर वो जोर से आह भरने लगी तभी मैने मा की चुत पर अपनी उगलियो की दस्तक दी जिससे मा का शरीर मचल गया ओर मा अपने काबू मे नही रही मा ने कहा बेटा अब अपना माल अंदर भी डाल दे कब तक मेरे कपडे खराब करेगा ये सुनते ही मैने झुककर मा की चुत को चुम लिया ओर अपनी जीभ से मा की लाल चुत को चाटने लगा दो मिनट मै ही मा का बदन जवाब दे गया ओर मा ने सारा रस मेरे मुह मे डाल दिया

मेने कहा मा अब बंटी के बंटी को भी प्यार कर दो तो मा बोली पहले जो कहा है वो कर दे बेटा इसे मै बहुत प्यार करूगी बाद मे तो मैने लोवर खोलकर मा की चुत पर लंड टिकाकर एक झटके मे लंड पेल दिया जो मा की चुत के आधा अंदर जाकर रूका ओर मा की सासे अटक गयी मा बोली बंटी ये बंटी नही है बेटा ये तो गधे का बंटी लग रहा है तो मैने कहा ना मा ये देखो ओर दूसरा झटका पूरी ताकत से लगाकर पूरा लंड चुत मे उतार दिया ओर कहा मा इतना ही है तो मा बोली बंटी ये इतना नही मेरे गले तक आ गया है ओर कहने लगी बेटा एकबार बाहर निकाल ले बहुत दर्द हो रहा है तो मैने बाहर निकालकर एक झटके मे फिर से लंड चुत मै उतार दिया तो मा की आंखो से आंसू निकल आये ओर कहने बंटी बेटा दर्द हो रहा है

मेने कहा सरोज अब बेटा नही जानू कहो मेरी तो मा बोली जानू आज जान ही निकालने का इरादा है क्या है तो मैने कहा नही सिर्फ माल निकालना तो फिर मै सरोज की चुत को अपने लंड से घपाघप चोदने लगा पांच मिनट बाद सरोज भी मेरा साथ देने लगी ओर मुझे जानू ऐसे ही चोदो ओर जोर से जानू कहकर अपनी गांड को उठाकर लंड खाने लगी ये मेरा पहला सैक्स था मगर वियाग्रा की डोज से हम दोनो बहुत गर्म हो चुके थे मगर मेरी पहली चुदाई मे मेने अभी तक मा की शक्ल नही देखी मगर मुझे मजा बहुत आ रहा था हम दोनो की चुदाई लगभग 40 मिनट के बाद हम दोनो अपने अपने चरम पर पहुंच ही गये ओर मेने अपना माल मा की चुत मे ही गिरा दिया ओर मा के उपर ही लेट गया

मा ओर मेरी सांसे बहुत जोर जोर से चल रही थी कुछ देर बाद मेरा लंड का तनाव खत्म हुआ तो वो अपने आप मा की चुत से बाहर निकल आया ओर मै मा के बगल मे लेट गया ओर मा को अपने उपर खीच लिया मा ने अपनी आखे बंद कर रखी थी तो मै मा की पीठ को सहलाने हुए बोला सरोज मजा आया तो मा ने कहा जानू तुम्हे कैसा लगा तो मैने कहा सरोज मेरा तो ये पहला सैक्स था ओर मुझे उम्रभर याद रहेगा तुम बताओ तुम्हे कैसा लगा

तो मा बोली जानू मेरा अंग अंग मचल रहा था मगर अब मेरा पूरा बदन तुम्हारी चुदाई से टूट रहा है तुम तो जानवर की तरह चोदते हो मेरी तो जान ही निकाल दी तो मैने कहा नही मेरी रानी की जान ऐसे कैसे निकाल दूंगा तो वो हसने लगी मेने कहा सरोज आज के बाद तुम्हे कोई गम नही होगा तो मा बोली जानू अब तुम हो तो गम कैसा तो मैने मा को चुम लिया ओर कहा मा आपके बंटी का बंटी फिर से तैयार है आपकी सेवा करने के लिए तो मा बोली बेटा ये नहर तो सुखी ही थी आज तुमने इस नहर मे पानी छोड़कर इस नहर की सुध ली है अब ये नहर सुखनी नही चाहिए कभी तो मेने कहा मेरे पंप मे पानी की कोई कमी नही है आप निश्चिंत रहो
To be continued………….

 ये कहानी हमे हमारे भेजी है rohitsingh029040@gmail.com

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