विधवा औरत की चुदाई भाग – 2

वो अंदर कमरे में गयी, मुझे पता नहीं क्या हुआ मैं पीछे चल दिया! वो मुझे देखकर हस रही थी और मैं भी मुस्कुरा रहा था! वो शीशे के पास जाकर खुदको देखने लगी और मुझे न जाने क्या हुआ मैंने उन्हें पीछे से गले लगा लिया! पहले उन्होंने कुछ नहीं कहा फिर मैंने उन्हें घुमाकर उनके होंठ चुम लिए विधवा औरत की चुदाई!

थोड़ी देर चुम्बन हुआ और भाभी ने मुझे ढकेल दिया बोला हम ये क्या कर रहे हैं? वो घबरा गयी थी और भागकर दूसरे कमरे में चली गयी! मैं उनके पीछे गया तो वो वंहा रो रही थी मैंने कुछ नहीं बोला बस जब वो चुप हुई उनको पानी पिलाया!

उन्होंने कहा क्या हमने गलत किया? मैंने बोला भाभी इतने सालो बाद आप खुश थे और खुश होकर आपने कुछ किया था! अब जिंदगी भर तो आप दुखी नहीं रह सकती ना आप अंदर से अकेली हैं और ये चीज शारीरिक सुख होता हैं जो बहुत जरुरी है अकेलेपन को दूर करने के लिए!

फिर भाभी चुप हुई उन्होंने कहा ठीक हैं अब वो अपने शारीरिक सुख को नजरअंदाज नहीं करेंगी! उन्होंने मुझे होंठो पर चूमना शुरू कर दिया और मैंने भी उनका पूरा साथ दिया! चूमते चूमते मैं उनका सूट उतारने लगा वो घबराई आँखों से मुझे देख रही थी! मैंने उन्हें भरोसा

दिलाया की कुछ भी गलत नहीं हैं! सूट उतरकर मैं उनके होंठ चूमने लगा और धीरे से उनकी ब्रा खोल दी! उन्होंने अपने बूब्स पर हाथ रख लिए और चेहरा निचे कर लिया मैंने पहले उनका चेहरा उठाया और होंठ चूमे! फिर धीरे से उनके हाथ हटाए और निचे करे!

क्या गजब के बूब्स थे उनके कसम से इतने दिनों इन्हे छुपा रही थी वो! उनके बूब्स बिलकुल गोल थे और मोटे भी और निप्पल भूरे रंग के! मैं उनके बूब्स को चूसने लगा और वो पूरी मदहोश हो गयी और पागलो की तरह शरीर को सहलाने लगी!

वो आवाजे निकालने लगी की मेरी प्यास बुझाओ और रुको मत और मैं उनके बूब्स चूसता गया! कुछ देर बाद मैं कच्छी उतारने लगा लेकिन वो उतारने नहीं दे रही थी तो मैंने उन्हें कहा करो तो पूरा करो वरना रहने दो!

तो उन्होंने मुझे रोका नहीं और मैंने उनकी कच्छी उतार दी और उन्हें पूरा नंगा कर दिया! पहले वो शर्मा गयी और चुत से हाथ हटाया और मैंने उन्हें बोला की एहि एक तरीका है अकेलेपन को ख़ुशी में बदलने का! तो मैंने उन्हें हाथ हटा दिए मेरे सामने साफ़ चूत थी और उन्होंने कहा की कल ही उन्होंने बाल काटे हैं!

उनकी साफ़ चूत देखकर मेरा तो मन हो गया चाटने का सो मैंने चाटना शुरू कर दिया! मैंने थोड़ी देर चूत चाटी और उन्होंने आहे भरना शुरू कर दिया की आहिस्ते करो चूत में दर्द हो रहा हैं अह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह दर्द हो रहा हैं!

कुछ देर बाद मैंने उन्हें लिटाया और उनकी चूत में लंड डाल दिया! वो कराह उठी हाय धीरे करो बहुत दिन से सेक्स नहीं हुआ इसीलिए दर्द हो रहा हैं! मैंने आहिस्ते से चूत में लंड अंदर बहार करना शुरू कर दिया!

धीरे धीरे उन्हें मजा आने लगा और उन्होंने कहा की तुम रोज आया करो मैं बहुत अकेला महसूस करती हूँ! मैंने कहा जब आप बुलाएंगी मैं आ जाऊंगा तो उन्होंने कहा शायद मैं इतने साल से यही मिस कर रही थी! तो मैंने कहा शायद यही कारण हैं आप दुखी थी क्युकी अंदर से आपको संतुष्टि नहीं मिल रही थी!

तो उन्होंने कहा आह अहहह जो भी हैं ये मुझे ख़ुशी दे रहा हैं और तुम प्लीज इसे करते जाओ! मैं उन्हें चोदता गया और कुछ समय बाद मेरा निकल गया सारा माल उनकी चूत में! वो भी चिल्ला पड़ी अह्ह्ह बहुत दिनों बाद ये गीली हुई हैं मतलब उनकी चूत भी पानी छोर्ड चुकी थी!

उसके बाद हमने फटाफट कपड़े पहने और छुप चाप घर चले गए! रात में उनका ,मैसेज आया की तुम्हे तो मजे आ गए होंगे तो मैंने कहा आपको खुश देखकर तो हा! उन्होंने कहा जब फ्री हूँ तो आ जाओगे तो मैंने कहा नेकी नेकी और पूछ पूछ तो उन्होंने कहा ठीक हैं!

उसके बाद जबतक उनकी शादी नहीं हुई तबतक मैं उनकी चुदाई करता और मजे करता! अब उनकी शादी हो गयी वो खुश हैं और मैं भी, हां कभी कभी याद आती हैं पर जुगाड़ कर लेता हूँ धन्यवाद!

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