लेखक – सीमा सिंह
आगे की कहानी
मैंने अपना हाथ वही रोक लिया और पैरो को किस करना जारी रखा, मैंने फिर से अपने पकड़े हुए हाथ को आगे ले जाने लगा पर इस बार उसने अपनी पकड़ छोड़ दी।
मैंने लेट कर उसके पैरो को फैलाकर उसकी चूत चाटने लगा और अनिका मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी थी।
में बड़े मजे से उसकी चूत को चाटे जा रहा था, और अनिका भी बड़े मजे से लंड को चूस रही थी, हम दोनों एक दूसरे को पूरा मजा दे रहे थे।
काफी देर तक हम दोनों ने एक दूसरे को नही छोड़ा, उसके बाद मैं उसे बेड पर घोड़ी बनाकर चोदने लगा, फिर मैने उसे अपने ऊपर किया ।
अब वो मेरे ऊपर बड़े मजे से कूद रही थी, उसे देख कर मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था, ये पहली बार था, जब किसी के साथ करने में मुझे मजा आ रहा था।
मैने कई सारी लड़कियों के साथ सेक्स किया है, पर इस औरत के साथ मुझे बहुत मजा आ रहा था, उसके बदन की खुशबू मुझे सम्मोहित कर रही थी।
जब वो थक गई तो मैंने उसे पेठ के बल लिटा दिया और उसके ऊपर आकर उसकी चुदाई करने लगा, में उसकी चुदाई किए जा रहा था।
a c में भी हम दोनों के शरीर पसीने से नहा गए थे, पर में उसकी चुदाई किए जा रहा था, पूरे 45 मिनिट की लंड से चुदाई के बाद में झड़ गया।
उसके बाद में खड़ा हुआ और लंड को टॉवल से साफ की और मैं फिर से अनिका से चिपक कर लेट गया, उसके बदन की महक मुझे सुकून दे रही थी।
घड़ी में 3:30 बज रहे थे, मैंने उसके कंधे पर किस करते हुई बोला कि तुम क्या करती हो तो अनिका बोली की अब तुम्हे यहां से चले जाना चाहिए।
वो उठ का नाइट ड्रेस पहनने लगी, मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए और बाहर जाने लगा, मैने उसे पूछा क्या हम फिर से मिलेंगे, तो वो बोली ये बस एक सेक्स था ।
हमे सब भूल जाना चाहिए, और उसने दरवाजा बंद कर दिया, उसके बाद मैं अपने रूम में आकर सौ गया, और सुबह 10 बजे मेरे नींद खुल गई।
उसके बाद हम तीनों गोवा गुमने गए, रात को बाहर ही खाना खा कर में अपने रूम की ओर जा रहा था, तो आकाश बोला मेरे रूम में चलो कुछ देर बात करते है।
हम सब बाते करने लगे, बाते करते करते अदिति ने पूछा की कल रात को चार बजे तुम किस के रूम से लौटकर आए थे।
मैं बोला तूमे कैसे पता तो आकाश बोला बीज से वापिस आने के बाद हम सौ गए थे, रात को जाग कर हम चुदाई करने लगे थे।
जब मैं खिड़की के पास खड़े होकर अदिति की चुदाई कर रहा था, तो अदिति की नजर तुम पर पड़ी, तुम कही से लोट कर आ रहे थे।
हम समझ गए तुम क्या कर के आ रहे थे, तो मैं बोला ये अच्छी औरत थी, अदिति हस्ते हुए बोली लड़कियों को छोड़ कर तुम औरतों की चुदाई कर रहे हो।
मैं बोला बेसक वो मुझसे 10 – 15 साल बड़ी थी, पर में उसकी ओर आकर्षित हो रहा था, वो दोनों मेरी बात पर हसने लगे, और हम बातों में फिर से लग गए।
काफी देर बात करने के बाद अदिति खड़ी हुई, और उसने अपने सारे कपड़े निकाल दिए, और अपने उंगली से अपनी चूत और गांड़ में तेल लगाने लगी।
इधर आकाश ने भी कपड़े निकाल दिए और अपने लंड पर ऑयल लगा लिया, अदिति आकाश के लंड पर बैठ गई, और अदिति मुझसे बोली मेरी गांड़ में अपना लंड डाल दो।
मेरे लिए ये सब नॉर्मल था, क्योंकि में और आकाश अदिति को सालो से चोद रहे है, अदिति केवल हम दोनों के साथ ही चुदाई करती है।
लेकिन मैं और आकाश और लड़कियों को भी चोदते है, अदिति को इस में कोई प्रॉब्लम नहीं है, मैं खड़ा हुआ अपने सारे कपड़े निकाल दिए।
और अपने लंड पर ऑयल लगा कर अदिति की गांड़ में अपना लंड डाल दिया, अब आकाश अदिति की चूत की चुदाई कर रहा था।
और में अदिति की गांड़ मर रहा था, अदिति भी अपनी चूत और गांड़ की एक साथ चुदाई का मजा ले रही थी, और मैंने अपने हाथों में अदिति के बूब्स को पकड़ रखा था।
नीचे से आकाश अदिति के दोनों बूब्स के निपल्स को अपने मुंह से बारी बारी से चूस रहा था, कुछ देर बाद हम ने पोजिशन बदली।
इस बार में सोफे पर बैठ गया और अदिति में ओर पीठ कर के मेरे लंड को अपनी गांड़ में लेकर बैठ गई, और आकाश अदिति के ऊपर आकर उसकी चूत की चुदाई करने लगा।
इसके बाद मैंने अदिति को गोद में लेकर उसकी चूत की चुदाई करने लगा, और जब में उसकी चुदाई कर रहा था तो आकाश भी अदिति के पीछे आ गया।
और उसकी गांड़ को मारने लगा, अदिति ने मेरे गले में अपने दोनों हाथ डाल रखे थे, उसके बूब्स मेरी छाती से चिपके हुए थे।
और मैंने अपने दोनों हाथों से उसके चूतड़ों को पकड़ रखा था, और आकाश ने अदिति की जांघो को पकड़ रखा था।
हम दोनों अदिति से बिल्कुल चुपके हुए थे, इसके बाद में और आकाश उसकी चूत और गांड़ में ही झड़ गए, और हम दोनों ने अदिति को नीचे उतर दिया।
अदिति बाथरूम में चली गई, मैंने अपने कपड़े पहनें और अपने रूम में जाने के लिए निकल गया, और अपने रूम में आकर सौ गया।
उदर जब अदिति बाथरूम से बाहर आई और मुझे नहीं देखा तो आकाश से मेरे बारे में पूछा तो आकाश बोला कि रोहित अपने रूम में चला गया है।
तो अदिति बोली चलो बाकी की चुदाई हम बेड पर करते है, उसके बाद वो दोनों बेड पर जाकर किस करने लगे, आकाश ने अदिति को करवट के बल लिटा दिया।
और उसकी दोनों टांगों के बीच में आ गया, और उसकी एक पैर को सीधा कर के, उसे पकड़ कर अदिति को चोदने लगा, इस तरह उसने अदिति की चुदाई की।
और उसके बाद दो और पोजिशन में करके वो सो गए, Seema Ki Romanchak Kahaniya अगले दिन भी हम तीनों फिर से घूमने गए, और रात को 9 बजे लोटे तो आकाश और अदिति अपने रूम में चले गए ।
मैं बीज पर घूम रहा था, कि मुझे एक आग जलती दिखी और कुछ लोग उसके पास बैठे हुए दिखे, तो मैं भी उसके पास जाकर बैठ गया था।
वहा पर अनिका भी बैठी थी, और साथ ही तीन जोड़े भी बैठे थे, हम सब मिलकर नॉर्मन बाते करने लगे, अनिका मुझसे आंखे चुरा रही थी।
एक एक कर सब जाने लगे, आखरी जोड़े ने अनिका से बाय कहा शायद वो एक दूसरे को जानते थे, पर मैं और अनिका वही बैठे रहे ।
हम दोनों एक दूसरे को अब देखे जा रहे थे, और रात निकलती जा रही थी, हम दोनों एक दूसरे की आंखों में देखते हुए एक साथ खड़े हुए ।
और एक दूसरे के पास में आ गए और एक दूसरे को किस करने लगे, मैं उसकी गर्दन को चूमने लगा, मैंने झुक कर उसकी साड़ी के नीचे हाथ डाल दिया।
मैंने उसके दोनों चूतड़ों को पकड़ कर उसे गोद में हुटा लिया, अनिका ने मेरी गर्दन पर काट लिया, जिससे मेरी हल्की सी चीख निकर गई।
मैं उसे हुटा कर बीज के पास की कुछ झाड़ियों में ले आया, यहां पर हम दोनों को कोई देख नही सकता था, मैंने अनिका को ठंडी रेत पर लिटा दिया।
और अनिका की साड़ी और पेटीकोट को पलट दिया, और उसके पेंटी उतार दी, और अपना पेंट खोल कर अंडरवियर सहित नीचे कर दिया।
और अपने लंड पर कॉन्डम को चढ़ाकर अनिका की चूत में डाल दिया और उसके होटों पर अपने होट रखकर किस करते हुए उसकी चुदाई करने लगा।
अब अनिका भी मेरा पूरा साथ दे रही थी, मैंने उसकी ब्लाउज और ब्रा उतार दी, अनिका ने भी मेरी शर्ट उतार दी थी।
कुछ देर चुदाई के बाद अनिका मुझे पलटने की कोशिश करने लगी, तो मैंने भी उसका साथ दिया और पलट गया, अब मैं रेत पर लिटा हुआ था।
अनिका मेरे ऊपर चढ़ी हुई थी, हम दोनों ने नीचे के कपड़े नही उतारे थे, मेरा लंड अभी भी अनिका की चूत में था, और अनिका उस पर कूद कूद कर चूद रही थी।
और कभी लंड पर बैठ कर अपनी कमर को हिला हिला कर आगे पीछे हो रही थी, वो बहुत एंजॉय कर रही थी, मैं उसके बूब्स और कमर पर हाथ फेर रहा था।
हम दोनों चुदाई में पूरा खो चुके थे, और इस चुदाई को इंजॉय कर रहे थे, उसके बाद मैने उसे चार और पोजिशन में चोदा।
ये चुदाई हम बहुत आराम आराम से कर रहे थे, और इस पल का मजा ले रहे थे, हमारी चुदाई पूरे एक घंटे दस मिनिट तक चली।
चुदाई के बाद हमारी सांसे बहुत तेज चल रही थी, हम बही रेत पर काफी देर तक लेटे रहे, 30 मिनिट बाद जब मैंने उस से बात की।
तो अनिका खड़ी हो गई, और बिना कुछ बोले अपने कपड़े पहनकर चली गई, मैं उसे जाता हुआ देखता रहा, मुझे उस के साथ बहुत मजा आया था।
कुछ देर बाद में भी अपने कपड़े पहन कर अपने रूम में चला गया, और सुबह में जाग गया और फिर से हम गुमने चले गए, शाम को लोट कर आ गए।
आज रात को हम तीनों नाइट डिस्को में जाने वाले थे, तो मैं अनिका को अपने साथ ले जाने के लिए उसके रूम की ओर गया, मैंने दरवाजा नोक किया, दरवाजा खुला और एक कपल खड़ा था।
मैं समझ गया कि अनिका इस होटल से जा चुकी है, मैंने उस कपल से सॉरी बोला और आकाश के रूम की ओर चला गया, उसके अगले दिन ही हम अपने घर वापिस आ गए।
हम तीनों 5 जुलाई को ही बैंगलोर पहुंच गए, वहा पर हमने 3 b h k का फ्लैट किराए पर लिया, और आकाश और अदिति की शादी हो चुकी थी।
तो हमे फ्लैट देने में किसी को कोई प्रॉब्लम नहीं थी, हम तीनों फ्लैट में समान लगाने और उसे सुंदर बनाने में लग गए, तीन दिन बाद हम सब एक पब में गए।
हम सब पब में मजे कर रहे थे, आज रात को हम सब ने दो रूम इसी होटल में बुक कर रखे थे, मेरी नजर एक लड़की पर पड़ी वो अपनी दो दोस्त के साथ थी।
वो लड़की भी काफी देर से मुझे देख रही थी, मैं भी उसकी आंखो से अपनी नजर नहीं हटा पा रहा था, उस लड़की के दोनों दोस्त शयद लवर थे।
वो डांस फिलोर पर नाचने लगे, आकाश और अदिति भी नाच रहे थे, अब मुझसे नही रहा गया और में उसके पास चला गया।
मैंने उसे अपना नाम बताया और उसने अपना नाम अनन्या बताया, वो बोली की वो अपने ब्वॉयफ्रेंड का इंतजार कर रही है।
हम दोनों बाते करने लगे इसी बीच उसके दोनों दोस्त जा चुके थे, आकाश और अदिति भी जा चुके थे, वो बोली कि शायद उसका बॉयफ्रेंड नही आने वाला है।
और वो दुखी होकर शराब पीने लगी, फिर वो मुझे डांस फिलोर पर ले गई हम साथ में नाचने लगे, और न जाने कब हम दोनों के होट आपस में मिल चुके थे।
ना जाने हमारी किस कब बाइट में बदल गई, और कुछ मिनिटों के बाद में अपने होटल रूम में अनन्या के साथ था, अनन्या के शरीर पर ब्रा और पेंटी ही थी।
और मेरे शरीर पर बस अंदरबियर था, और हम दोनों एक दूसरे के शरीर को चूमे जा रहे थे, मैंने अनन्या की ब्रा भी निकाल दी।
और में उसके गोरे बूब्स को चूमने और चाटने लगा, फिर उसके निपल्स भी चूसने लगा और वो सिसकारियां ले रही थी, मैं समझ गया लड़की खेली खाई है।
फिर मैं अनन्या की पेंटी निकाल कर चूत को देखने लगा, और मैंने अनन्या की चूत को अपने दोनों हाथों की उंगलियों से खुला तो उसकी सील नही टूटी थी।
पर अनन्या की हरकतों को देख कर तो मुझे कुछ और ही लग रहा था, फिर में अनन्या की चूत को चाटने लगा और काफी देर तक उसकी चूत को चाटता रहा।
फिर उसने मुझे लिटा दिया और मेरा अंडरवियर उतार दिया, अब उसके सामने मैं अपने लंड को हिलाने लगा, मैंने उसे लंड चूसने को बोला तो अनन्या बिना झिझके मेरे लंड को चूसने लगी।
आप मेरे साथ बने रहिए और इस रोहित 1 कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.