लाइफ हो तो ऐसी पार्ट 3

लाइफ हो तो ऐसी पार्ट 3

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लेखक- सीमा सिंह

फिर असलम ने वीडियो को तेजी से आगे करने लगा और उस जगह ले आया जब उसकी बहन बाथरूम मे घुसती है, साथ ही असलम अपने लंड को मसलते हुए वीडियो को देखता रहा।

उसकी बहन ने अपने सारे कपड़े उतार दिए थे, जब भी उसकी बहन रूही के स्तन या फिर चूत वीडियो में दिखाई देती तो वो वीडियो का पॉज़ बटन दबा बड़े प्यार से देखने लगता।

उसे अपनी सौतेली बहन की चूत इतनी अच्छी तरह नहीं दिख रही थी जितनी अच्छी तरह सौतेली मां की चूत दिख रही थी।

वो सोचने लगा कि अगर ये विडियो वो टीवी क़ी बड़ी स्क्रीन पर देखेगा तो कैसा रहेगा, ये विचार आते ही उसके शरीर में गर्मी बड़ गई।

वो जोर जोर से मुठ मरने लगा और उसके लंड ने एक बार फिर पानी छोड़ दिया, तो उसने वीडियो को बंद कर लैपटॉप ऑफ कर कैमरे को उसने अपनी अलमारी मे रख दिया।

और कॉलेज जाने के लिए तयार होने लगा, रूही भी उसी के साथ उसी कॉलेज मे पढ़ती थी, अब हर वक्त रूही की निगाह लड़कों के जांघों के बीच लगी रहती थी।

और वो सोचती रहती कि क्या इन मे से किसी लड़के या टीचर का लंड उसके भाई जितना मोटा और लंबा होगा, रूही इन्ही ख्यालों में खोई रहती थी।

एक दिन दोपहर को खाने के वक्त जब वो अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ खाना खा रही थी, तो टेबल के नीचे हाथ डाल उसने उसके लंड को अपने हाथ से पकड़ लिया।

वो उसके लंड को सहलाने लगी और कुछ ही देर में रूही के बॉयफ्रेंड का लंड खड़ा हो गया, रूही खड़े लंड को अपने हाथ मे ले उसे असलम के लंड से तुलना करने लगी।

लेकिन वो लंड उसके भाई के जैसा नही था, कुछ देर बाद वो खड़ी हुई और कॉलेज के बाथरूम में चली गई, और टुबाईलेट सीट पर बैठ के।

वो अपनी चूत के ऊपर उंगली रख के मसलते हुए उस वक्त सोचती रही कि क्या वो कभी अपने सौतेले भाई के लंड को हाथ मे पकड़ पाएगी।

या फिर कभी उसे अपने मुँह मे ले चूस पाएगी, ये सोचते सोचते अपनी चूत को मसलने लगी और एक हल्की सी चीख के साथ रूही झड़ने लगी।

दस दिन बाद असलम वापस उस पुरानी बल्टी मे रूही की पैंटी ढूड़ने लगा था, उसे उसकी पेंटी को अपने लंड से लपेट मूठ मारने मे बहुत मज़ा आया था।

रूही की पैंटी मे अपना वीर्य छोड़ने मे उसे अनोखा आनंद आने लग गया था, क्योंकि जब से उसने अपनी मां को चूत की झांते सॉफ करते देखा था, तब से असलम ने रूही और मां की पैंटी को लेकर उसमे मूठ मारी है।

तभी वो रूही के बाथरूम में चला गया, और बाल्टी में डूंडने लगा, और उसकी पैंटी उसे मिल गई, उसके उस पैंटी को सुंगा उसमे से रूही की चूत से निकले पानी की महक आ रही थी।

उससे असलम मदहोश होने लगा और उस पैंटी को लेकर अपने कमरे में आ गया, “असलम क्या तुमने मेरी …. ” असलम के कमरे में घुसते हुए रूही ने कहा।

रूही असलम को ये सब करते हुए देखकर चौंक पड़ी और उसकी अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाई, उसने देखा कि उसका सौतेला भाई पलंग पर बैठा अपने खड़े लंड को ज़ोर ज़ोर से मुठिया रहा था।

उसने कोई चीज़ अपने लंड पर लपेट रखी थी, जैसे ही असलम की नज़र रूही पर पड़ी उसने जल्दी से पलंग पर पड़े तकिये को उठा अपनी जांघों पर रख अपने आपको ढक लिया।

रूही हैरत भरी नज़रों से अपनी पैंटी को देख रही थी, जो असलम के लंड से छूट नीचे उसके पैरों पर गिर पड़ी थी, ये क्या कर रहे हो तुम ? रूही ने हैरत और गुस्से मे पूछा।

ह्म्म सॉरी, असलम इतना ही कह पाया, उसने अपनी शरम से अपनी नज़रे नीचे कर ली, वैसे रूही तो ये सोच कर उसके कमरे मे बिना खटखटाए घुसी थी।

कि शायद वो अपने सौतेले भाई को अपना लंड मसलते एक बार फिर देख ले, लेकिन उसी की पैंटी लपेटे वो मूठ मार रहा होगा ये उसने नही सोचा था।

उसके हाथ तो जैकपोट लग गया था, ” क्या तुम मेरी पैंटी में अपने लंड पर रख के मूठ मार रहे थे ? ” रूही ने शिकायत करते हुए कहा।

रूही प्लीज़ मुझे माफ़ कर देना, वो क्या था ना में तुम्हारे बाथरूम में अपना फेशबॉस लेने गया था, वहां मैंने तुम्हारी पैंटी वो धोने वाले कपड़ों की बाल्टी मे पड़ी देखी।

तो पता नही मुझे क्या हो गया, असलम ने जवाब दिया, हे भगवान मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा कि तुम ऐसा भी कुछ कर सकते हो।

क्या मैं पिताजी को इस सब के बारे में बताऊ क्या ?, नहीं प्लीज, नहीं प्लीज असलम ने घबराते हुए कहा, प्लीज़ मत कहना।

इसके बदले मैं तुम्हारे हिस्से का सारा काम कर दूंगा या फिर तुम जो कहोगी मैं वो करूँगा,  लेकिन तुम मम्मी और पापा से मत कहना।

मैं प्रॉमिस करता हूँ कि में दुबारा ऐसा नही करूँगा, असलम ने रूही के सामने हाथ जोड़ लिए, रूही ने कुछ देर सोचने का नाटक किया।

और बोली ठीक है फिर आज से दो हफ्ते तक मेरे हिस्से का काम तुम करोगे, असलम ने उसे कहा थॅंक्स रूही।

असलम घूमने लगा तभी, रूको अभी, एक काम और है, रूही ने कहा, अब क्या है ? असलम ने कहा, रूही बोली मुझे अपना लंड दिखाओ, क्या…? असलम चौंक पड़ा।

हां में देखना चाहती हूँ, जो लंड जींस के ऊपर से काफ़ी मोटा और लंबा दिखता है। मैं उसे देखना चाहती हूँ, कि मेरे सौतेले भाई का लंड सही में दिखने मे कैसा है, रूही ने कहा।

वो मन ही मन खुश थी कि आज उसे सही मौका मिल गया है, आज वो पास से अपने सौतेले भाई के लंड को देखेगी, जिसके बारे मे सोचते हुए उसने कितने सपने देखे थे।

असलम ने घबराते हुए अपनी जाँघ पर पड़े तकिये को हटा दिया, उसका लंड उसकी जाँघो के साथ सटा हुआ था, लंड थोड़ा ढीला पड़ चुका था।

वाओ रूही के मुँह से निकला, वो आश्चर्य चकित नज़रों से उसके लंड को देखती रही और वो लंड उसकी नज़रों के सामने और लंबा और मोटा होता गया।

जब असलम का लंड पूरी तरह से तन कर खड़ा हो गया, मैं इसे चूसना चाहती हू, ना चाहते हुए भी रूही ने कहा, उसकी नज़रे अपने सामने खड़े लंड से हटाए नहीं हट रही थी।

असलम रूही को कहता तो क्या कहता, उसे तो विश्वास नहीं हो रहा था कि वो इस तरह फँस जाएगा, वो अपने लंड पकड़े पलंग पर बैठा था।

और उसकी बहन की पैंटी उसके पैरों मे पड़ी थी, रूही अपने भाई के सामने नीचे पैरों में बैठ गयी और उसके लंड को नीचे से पकड़ कर देखने लगी।

ओह कितना मोटा है, ये लंड तो मेरे मुंह में भी नहीं आ पाएगा, उसने अपने मन मे कहा, उसने अपनी उंगलियाँ उसके लंड के इर्द गिर्द कस ली।

और उसे निहारने लगी, असलम तुम्हे पता है, मैंने आज तक इतना मोटा और लंबा लंड पहले कभी नही देखा, पॉर्न मूवीस में ब्लैक स्टार होते है उनके जैसा है, रूही ने प्यार से कहा।

थैंक्स रूही, असलम ने अपनी ही बहन के मुँह से ये सुन के शर्म कर कहा, तुम्हारी गर्लफ्रेंड को तो लंड चूसने में और चुदवाने मे बहुत मज़ा आता होगा।

नहीं, आज तक उसने ऐसा कुछ किया ही नहीं, और मैंने किसी और के साथ भी नहीं किया है, मैं अभी तक कुँवारा हूँ, असलम ने जवाब दिया।

तुम झूठ बोल रहे हो, मुझे विश्वास नहीं होता कि तुमने इस लंड से कभी किसी को नहीं चोदा है, मेरी सहेलियाँ तो इसे देख पागल हो जाएँगी, रूही ने कहा।

मुझे लगता है कि मेरी गर्लफ्रेंड डरती है मुझसे, एक बार उसने इसे हाथ में पकड़ के देखा था, और अब कुछ नहीं करती है, और बस हमेशा कहती थी कि मैं अभी सब कुछ करने के लिए तैयार नहीं हुं, असलम ने बताया।

रूही अब उसके लंड के सुपाड़े के मसलती तो कही अपनी हाथ को नीचे ले जाकर लंड को पकड़ के ऊपर नीचे कर रही थी और मजे ले रही थी।

वो अस्चर्य्य से अपनी सौतेली बहन को अपने लंड को मसलते देख रहा था, मैं ये तो नही कहती कि उसका सोचना ग़लत है, लेकिन हां वो बहुत ही प्यारी चीज से वंचित है।

अगर तुम मेरे भाई नहीं होते तो में तुम्हे अभी अपना बॉयफ़्रेंड बना लेती, असलम बोला आज तक मैने किसी से चुदवाया नहीं है।

हां मैं जानती हूँ की इस घोड़े जैसे लंड से चुदवाने मे बहुत मज़ा आएगा, बहुत ही खुशनसीब होगी वो सब जो इससे चुदेंगी, रूही ने उसके लंड को मुठियाते हुए कहा।

तुम भी कम खूबसूरत नही हो, अगर तुम मेरी बहन नहीं होती तो में तुम्हारे आगे पीछे घूमके तुम्हे अपनी गर्लफ्रेंड बना लेता।

और जब तुम मेरी गर्लफ्रेंड बन जाती तो मैं  फिर तुम्हे बहुत प्यार करता और तुम्हारे शरीर के हर हिस्से को अपने होटों से चुनता और अपनी जीभ से चाटता, असलम ने रूही की होटों पर अपना अंगूठा फेरते हुए कहा।

रूही अपने भाई की बात सुनकर शर्मा गयी, उसके बूब्स के निपल्स तन कर खड़े हो चुके थे, उसे अब इस खेल में मज़ा आ रहा था ।

उसने सोचा मेरा भैया है तो क्या हुआ क्या हुआ ये तो सौतेला ही, क्यों ना इससे खेलते हुए थोड़ा और आगे बढ़ाए जाए।

चलो तुम भी मुझे देख लो, अब तुमने मुझे अपना लंड छूने दिया तो में कैसे तुमसे मना कर सकती हूँ,  प्रीति ने उसके लंड को छोड़ते हुए कहा।

और खड़ी होकर अपना टॉप निकाल दिया, रूही के भरे छोटे वक्ष जो गुलाबी रंग के ब्रा में क़ैद थे, रूही ने अपना हाथ पीछे किया और ब्रा का हुक खोल दिया।

और अपनी ब्रा निकाल दी, ब्रा निकलते ही ये लगा जैसे की कोई पंछी पिंजरे से आज़ाद हुआ हो, वैसे उसकी वक्ष फड़फदा कर आज़ाद हो गए।

असलम को तो यकीन नहीं हो रहा था, उसकी तो आँखे फटी की फटी रह गयी, जिन स्तनों को उसने वीडियो में देखा था, और जिसको वो सपने मे देखता था।

आज वो उसके सामने थे उसकी बहन की बूब्स, वाओ कितनी प्यारी है उसके मुंह से निकला, उसने अपने दोनों हाथों को बढ़ा उन दो गोल गोरे संतरों पर रख दिया।

कितनी मुलायम है, ठीक किसी मखमल की तरह और वो धीरे धीरे उन्हे दबाते हुए उन्ह भींचने लगा, और उन से खेलने लगा।

इस तरह बूब्स से खेलने से रूही गर्म होने लगी और उसके निपल्स कड़े होने लगे, जैसे ही असलम ने रूही के कड़े निपल्स को देखा।

तो उसने अपने हाथों की उंगलियों से रूही के निपल्स को पकड़ लिया और उन्हें दबाने, मसलने और खींचने लगा, रूही के मुंह से कराह निकल उठी।

असलम को लगा कि रूही को दर्द हो रहा है तो उसने अपनी नज़रे ऊपर उठा उसे देखा, पर रूही की आँखे बंद थी और उसके चेहरे पर मुस्कान तहर रही थी।

ये देखकर असलम समझ गया कि रूही को अपने बूब्स और निपल्स को दबाने में मजा आ रहा था, और उसके मुंह से मादक सिसकारियां निकल रही थी।

ये सुनकर असलम बहुत ज्यादा उत्तेजित होने लगा था, और जोर जोर से वो बूब्स को दबाने लगा और असलम ने एक हाथ से उसके निपल्स को पकड़ दूसरे हाथ से रूही को अपनी ओर खींचा ।

आप मेरे साथ बने रहिए और इस कहानी लाइफ हो तो ऐसी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं।

seema.singh2003@proton.me

On Thursday, November 16th, 2023 at 1:13 PM, seema.singh2003 <seema.singh2003@proton.me> wrote:

लाइफ हो तो ऐसी पार्ट 2

लेखक- सीमा सिंह

मूवी खत्म होने से कुछ देर पहले ही असलम और रूही के माता पिता आ गये थे, इसलिए वक्ती तौर पर अपने भाई के लंड का ख्याल रूही के दीमाग से निकल गया था।

उसके कुछ देर बाद संजना और रूही, रूही के कमरे में सोने चले गए, और अनवर असलम के कमरे में चला गया, रात के 1:00 बजे संजना के फोन के घंटी बज़ी उसने जल्दी से फोन पिक कर लिया ।

उदर से आवाज आई की में गैराज में अपनी कार में तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं, संजना उठी और चुपके से रूम के बाहर चली गई, लेकिन रूही फोन की आवाज सुन के पहले ही जाग चुकी थी।

उसे पता था कि संजना अनवर से चुदवाने  गई है, ये सोच कर उसका शरीर गर्म होने लगा, उसने अपने सारे कपड़े निकाल दिए, और अपने कमरे मे बिस्तर पर नंगी लेट गई।

और अपनी टाँगे फैलाकर अपनी उंगलियों को ज़ोर ज़ोर से चूत के ऊपर मसल रही थी, वो अपनी चूत को झड़ा कर अपनी उत्तेजना शांत करना चाहती थी।

वो हर बार अपने बॉयफ्रेंड और उसके लंड को याद करने की कोशिश करती जिसे उसने बस एक बार देखा था, पर हर बार असलम के लंड का उभार उसकी आँखों के सामने आ जाता था।

रूही पलंग पर लेटी अपनी चूत को मसल रही थी और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया, उसे विश्वास नही हुआ कि उसकी चूत आज उसके भाई के लंड के ख्याल से ही झड़ गयी थी।

रूही के कमरे के ठीक बगल के कमरे मे असलम अपने बिस्तर पर यह ख्याल लिए लेटा था, हर बार उसके जहाँ मे उसकी मौसेरी बहन का चेहरा आ जाता है।

कि उसकी बहन अपने बॉयफ्रेंड ( उसका बड़ा भाई ) का लंड कितने प्यार से चूस रही थी, फिर वो सोचने लगा अपनी बहन संजना के स्तनों के बारे मे।

और तभी उसे महसूस हुआ कि उसका लंड उसकी सोच का साथ दे रहा है, उसका लंड खड़ा हो चुका था, उसने अपने लंड को अपनी मुट्ठी मे कस लिया।

वो इस समय नंगा था उसने अपने बेड के दराज से शीशी निकल के उसमे से थोड़ा सा तेल अपने हाथों मे लगाया और अपने लंड को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा।

ये तेल उसे उसके गांव के एक बेड ने दिया था, इस तेल की मालिश से लंड का आकार बड़ जाता था, उसे इस तेल से वीक में एक बार मालिश करनी पड़ती थी।

मालिश करते वो सोचने लगा कि किस तरह अनवर का लंड संजना के गुलाबी होठों को छूता हुआ उसके मुँह के अंदर बाहर हो रहा था।

असलम पूरे एक घंटे से ज्यादा मालिश के बाद उसने अपने लंड के पानी को छोड़ दिया, दोनों भाई बहन अपने ही ख्यालों मे खोए गये।

दोनों भाई बहन किसी को नंगा देखना चाहते थे, उनका स्पर्श का एहसास करना चाहते थे, जब वो दोनों झड़ के शांत हो गए वो अपने कपड़े पहन के लेट गए और सौ गए।

रात को 3:00 बजे अनवर और संजना दो बार चूदाई करके कमरे में आ कर सौ गए, सुबह नाश्ते के बाद अनवर अपने घर लोट गया और संजना भी शाम को ही अपने घर चली गई थी।

थोड़े दिनों के बाद की बात है, एक सुबह असलम अपने वीडियो कैमरे को देख रहा था, जो उसे उसके पिताजी ने गिफ्ट किया था।

उसके मस्तिष्क में एक ख्याल आया कि उसके घर में भी एक जवान लड़की रहती है, क्यों न उसकी चूत के दर्शन कर लिए जाए, पर पकड़े जाने के डर से उसका शरीर कांपने लगा।

पर अपनी सौतेली छोटी बहन की चूत और बूब्स को देखने का ख्याल बार बार उसके मन में घूमने लगा, उससे रहा नहीं गया ।

वो कैमरे को लेकर रूही के बाथरूम मे चला गया था और उसे छिपाने के लिए कोई ऐसी जगह ढूंड रहा था जहाँ उसकी बहन की नज़र ना पड़े।

फिर उसकी नज़र शेल्फ पर पड़ी जहाँ बाल्टी मे गंदे कपड़े धोने के लिए रखे जाते थे, उस बाल्टी मे कई छेद थे, उसे लगा कि अगर वो कैमरे को अच्छी तरह टवल मे लपेट देता।

और उसका लेंस सही दिशा में रख कपड़ों के साथ छुपा देगा तो किसी की नज़र उस पर नही पड़ेगी।

उसे पता था कि उसकी मां ने कल ही सारे कपड़े नौकरानी को धोने के लिए दिए है इसलिए अब दो तीन दिन तक कोई इसे छेड़ने वाला नही था।

उसने बाल्टी से कपड़े निकाले और अपना कैमरा छुपा वापस उसमे कपड़े डालने लगा कि उसकी नज़र अपनी बहन की पैंटी पर पड़ी।

वो एक कॉटन की महीन पैंटी थी, वो उसे देखने लगा, पैंटी को देख उसे कुछ होने लगा था, उसने उसे उठाया और उसके बीच के हिस्से को सुंगने लगा।

और उस पैंटी को अपनी जेब मे रख लिया, और वो वापस अपने बेडरूम मे आकर बिस्तर पर लेट गया, और इंतेज़ार करने लगा अपनी बहन का बाथरूम मे जाने का।

उत्सुकता मे उसका लंड खड़ा हो रहा था कि पता नही कब उसकी बहन शवर के नीचे नहाएगी, तो कैमरे मे क्या क्या क़ैद होगा।

अपनी बहन के ख्यालों मे खोए असलम ने अपने लंड को अपनी अंदरवियर से बाहर निकाला और अपनी बहन की पैंटी को अपने लंड के चारों ओर लपेट दिया।

फिर अपने लंड को ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगा, कॉटन की पैंटी जब उसके लंड पर फिसलती तो उसे बहोत मज़ा आता, कुछ देर बाद उसका लंड झड़ने को तयार हो गया था।

एक बार फिर उसने अपनी मौसेरी बहन के उस द्रिश्य को याद करने लगा जब वो अपने बॉयफ़्रेंड अनवर के लंड को अपने गले तक ले चूस रही थी।

और असलम के लंड ने उसकी बहन की पैंटी मे पानी छोड़ दिया, वो अपने बाथरूम   में नहाने के लिए गया तो उसके बाथरूम में पानी नहीं आ रहा था।

वो बाहर आया और घर की नौकरानी को डांटने लगा क्या मैने तुम से कल नही का था कि मेरे बाथरूम में सही से पानी नहीं आ रहा है।

मैं अब कैसे नहाऊ, तभी उसके पिता जी अपने रूम से बाहर आए और असलम पर हल्ला करके बोले तुम खुद पिलंबर को लाकर अपने बाथरूम के नहाने के शवर को सही करा लेना।

और जब तक तुम रूही का बाथरूम यूज कर लो, असलम अपने पिता के गुस्से से थोड़ा घबरा गया और अपनी मां की तरफ देखने लगा।

उसकी मां ने असलम को अपनी आंखो के इशारे से समझाए की अपने पिता की बात मन लो अभी, और फिर वो अपने कमरे में चला गया।

और अपने कपड़े लेकर रूही के कमरे में चला गया, उसने देखा की बाथरूम के अंदर से शवर का पानी गिरने की आवाज़ आ रही थी, उसने रूही से कहा की उसे नहाना है।

फिर वो पानी के रुकने का बेसब्री से दरवाज़े के बाहर इंतेज़ार करने लगा, तभी रूही एक टवल मे लिपटी हुई बाथरूम से निकली।

असलम ने नेज़रें उठा कर उसकी तरफ देखा, रूही उसे देख मुस्कुरा रही थी, असलम बाथरूम मे घुसा और उसने दरवाज़ा बंद कर लिया।

उसने जल्दी जल्दी अपनी शॉर्ट्स उतारी और स्नान करने लगा, उसे तो जल्दी थी वो वीडियो देखने की, वो जल्दी जल्दी नहा कर अपने कमरे मे वापस जाना चाहता था।

वो इतनी जल्दबाज़ी मे था, कि उसने बाथरूम का दरवाज़ा भी लॉक नही किया था, असलम रूही को नंगा सोच के उसकी हालत खराब हो रही थी ।

उसका लंड खड़ा हो गया और शांत होने का नाम ही नही ले रहा था, रूही के ख्याल ने उसे फिर गर्म कर दिया था, उसने अपने लंड के चारों और साबून लगाई।

और सुबह से दूसरी बार मूठ मारने लगा, वो जमीन पर बैठ मुठिया ही रहा था कि तभी बाथरूम का दरवाज़ा खुला और रूही अचानक आ गयी।

ओह्ह्ह सॉरी में अपना हेर ब्रश भूल गयी थी, वैसे तो रूही ने उसकी तरफ नही देखा था, लेकिन अपना ब्रश लेकर वापस बाहर जाते हुए उसने एक सरसरी सी निगाह असलम पर डाली थी।

और असलम को विश्वास था कि उसका खड़ा लंड रूही की नज़रों से नही छुप पाया होगा, रूही अपने पलंग पर बैठी हुई थी।

उसका एक हाथ उसकी चूत पर था जिसकी दो उंगलियाँ वो अपनी चूत पर रगड़ रही थी और दूसरे हाथ से वो अपनी वक्ष को मसल रही थी।

हे भगवान कितना बड़ा और मोटा है, रूही ने अपने आप से कहा, उसके सौतेले भाई का लंड उसके दिमाग़ मे स्थिर कर गया था।

जब असलम बाथरूम मे था तो वो जान बुझ कर अंदर घुसी थी, लेकिन उसे उम्मीद नही थी कि वो अपने खड़े लंड को हाथ मे लिए बैठा होगा।

और इतने मोटे लंड की तो उसे कतई उम्मीद नही थी, लोअर के ऊपर से दिखते उभार को देख वो समझ गयी थी उसके सौतेले भाई का लंड मोटा और लंबा है।

लेकिन इतना होगा ये उसने नही सोचा था, असलम अपने कमरे मे वापस आ गया था और अपने लैपटॉप को कैमरे से अटैच कर   प्रोसिस होने दिया।

और असलम ने अपनी आंखें लैपटॉप की इसकरीन पर गढ़ा रखी थी, प्रोसीस पूरा होते ही उसने वीडियो ऑन कर दिया।

वीडियो के ऑन होने से पहले उसका शरीर कप रहा था, अभी वीडियो में बाथरूम में कोई नही था, तो उसने वीडियो को फास्ट फॉरवर्ड कर दिया।

अभी उसे बाथरूम में अंदर आता हुआ दिखा उसने वीडियो नॉर्मल कर दिया, रूही के पहले कोई और उसके बाथरूम मे गया था।

तभी उसे अपनी सौतेली मां का चेहरा नज़र आया, तो उसने वीडियो को फास्ट फॉर्वर्ड करने के लिए अपना हाथ बढ़ाया।

क्योंकि वो अपनी सौतेली मां को नंगी नहीं देखना चाहता था, लेकिन असलम में अपना हाथ लैपटॉप पर रोक लिया क्योंकि उसकी नज़र तो जैसे इसकरिन पर गढ़ कर ही रह गयी थी।

उसकी सौतेली मां शवर के नीचे अभी पहुंची ही थी और अपने साथ में लाए छोटे से स्टूल पर बैठ के अपने पावं को फैला दिया और अपनी चूत पर क्रीम लगाने लगी।

असलम समझ गया कि वो अपनी चूत की झांते सॉफ करने रूही के बाथरूम में आई है, उसकी टांग फैली हुई थी और कैमरे का लेंस ठीक उसके सामने था।

और उसकी चूत साफ दिखाई दे रही थी, असलम का लंड एक बार फिर तन कर खड़ा हो गया, असलम की नज़रे अब अपनी मां के बदन पर गढ़ के रह गई थी।

आज से पहले कभी उसने अपनी सौतेली मां को एक औरत के नज़रिए से नही देखा था, लेकिन आज वो अपने आपको रोक नही पाया था।

दिखने मे उसकी सौतेली मां अभी भी बहुत सुंदर थी, बस रूही से थोड़ी मोटी थी, लेकिन हां उसके स्तन उसे थोड़े बड़े थी और उसके निपल्स भी काफ़ी बड़े थे।

जो उसे आकर्षित बना देते थे, असलम एक बार फिर से अपने लंड को पकड़ के  मुठियाने लगा, कुछ ही देर में उसकी मां की झंटे साफ हो गई थी।

अपनी मां की चिकनी चूत देखकर असलम का मन डोल गया था, और अपने आप उसके मुंह से उसकी जीभ बाहर हो गई और उसे महसूस होने लगा ।

कि वो अपनी जीभ से अपनी मां की चूत को चाटे जा रहा हो, तभी उसकी मां खड़ी हुई और कपड़े पहनने लगी।

फिर असलम ने वीडियो को तेजी से आगे करने लगा और उस जगह ले आया जब उसकी बहन बाथरूम मे घुसती है, साथ ही असलम अपने लंड को मसलते हुए देखता रहा था।

आप मेरे साथ बने रहिए और इस कहानी लाइफ हो तो ऐसी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं।

seema.singh2003@proton.me

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