OYO होटल और रंडी 🍌

मैं उसके मुँह पर कंबल रख कर चोदने लगा। अब दोस्तों 200 रुपए वाली रंडी सुंदर थोड़ी होगी। पर मैंने उसे इस लिए चुना क्यों की उसकी गांड भारी और थन बड़े थे। दोस्तों मेरा नाम विकास है और मैं आज आपको अपनी porn story सुनाने जा रहा हूँ। मैं 24 साल का हूँ और मैंने एक 20 साल की रंडी को 200 रुपए में चोदा। अब दोस्तों गर्लफ्रेंड तो मेरी काफी बनी पर किसी ने भी सेक्स नहीं करने दिया। 

इसलिए मजबूरन मुझे रंडी की चुत चॉदनी पड़ी। कहानी का नाम OYO होटल और रंडी सुनकर आपको पता लग गया होगा की अब इसमें क्या होने वाला है। कुछ महीने पहले मुझे मेरे दोस्त ने एक लड़की से मिलवाया उसका नाम ख़ुशी था। ख़ुशी एक काली लड़की थी जिसका चेहरा काफी बदसूरत था पर फिगर ठीक थी। उसका बाप परचून की दुकान चलाता था जिस वजह से उसके घर की हालत कुछ ठीक नहीं थी। 

ख़ुशी काफी कंजूस थी और दूर से देखने में ही रंडी लगती थी। अब ऐसी लड़की मुझे अपनी हवस मिटाने के लिए सही लगी। मेरे दोस्त ने मुझे उस से मिलवाया और मैंने उस से दोस्ती कर ली। मैंने कई बार उसे अपना महंगा फ़ोन और दोस्त से मांगी हुई 2 लाख की बाइक का दिखावा किया और उसे लगा की मैं कोई पैसे वाला लड़का हूँ। 

इस बात का फयदा उठा कर मैंने उसको अपने दिल की बात बोली और उसे I love you बोल दिया। बस उसके बाद उसने भी ख़ुशी से हाँ बोलकर मुझे अपना बॉयफ्रेंड बना लिया। अब आप सोचोगे की मैं तो 200 रुपए के बदले उसे चोदने वाला था तो मैंने उसे गर्लफ्रेंड को बनाया ? ये जाने के लिए आपको पूरी कहानी पढ़नी होगी।  

ख़ुशी को पटा कर मैं कई जगह उसके साथ घूमने गया उसे खिलाया पिलाया और वो मेरे साथ हर एक पल का आनंद ले रही थी। उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसकी लॉटरी लग गई हो। इसी तरह 3 महीने तक मैं उसके साथ गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड वाला खेल खेलता रहा। 

उसके बाद मैंने उसे अपने साथ होटल जाने के लिए कहा पहले तो उसने मना कर दिया उसके बाद उसने हाँ बोल दिया। बस दोस्तों मैंने जल्दी से अपना लंड पकड़ कर OYO का कमरा बुक कर दिया। 

अगले दिन सुबह 12 बजे मैं रंडी के साथ कमरे में चला गया और मेरी चुदाई कहानी शुरू हो गई। 

अंदर जाते ही पहले तो ख़ुशी मुझे देखने लगी उसे लगा की मैं कमरे में जाते ही उसके ऊपर टूट पडूगा पर मैंने ऐसा नहीं किया। पहले तो मैंने होटल के कमरे को आराम से देखा और खुसी से यहाँ वहा की बात करने लगा। 

उसके बाद खुसी मुझे ऐसे देखने लगी ऐसे मुझे खा ही जाएगी। मैं उसके पास गया और उसकी गांड पर दोनों हाथ रख कर उसे पास खींचा ख़ुशी की आँखों में देखने लगा। 

रंडी की दिल की धड़कन और सासे तेज होने लगी और वो सोचने लगी की मैं उसे चूमने वाला हूँ। मेरा उसके काले होठो  बिलकुल भी मन नहीं था। 

मैं तो बस खड़ा होकर अपने दोनों हवन से हाथो से उसकी मोटी गोल गांड का मजा ले रहा था। 

उसके बाद मैं आगे बढ़कर उसकी गर्दन पर चूमने लगा। चूमते हुए मैं उसे धकेलता हुआ दिवार से चिपका दिया और उसकी जीन्स में हाथ डालकर पूरा आनंद लेता हुआ अपना लंड खड़ा करने लगा। 

गर्दन पर चूमते हुए मैं उसकी छाती पर हाथ रखा और उसे दबाने लगा। साली रंडी पूरा आनंद लेने लगी और मैं भी उसकी नरम गोल छाती को अपने दोनों हाथो नोचने लगा। 

नोचते हुए मैंने उसकी टीशर्ट से मोटे तरबूज बाहर निकाले और उसकी काली चूचियों को चाटने लगा। लड़की की चुत गीली हो गई और मेरा लंड खड़ा होकर जीन्स के अंदर दर्द करने लगा। 

मैं ख़ुशी के सामने अपनी जीप खोला और लंड बाहर निकाल कर उसे दिखा दिया। 

उसने खुद अपने ठन्डे हाथ से मेरा लंड पकड़ा और उसे धीरे धीरे हिलाने लगी। लंड हिलाते हुए वो मेरी आँखों में देखने लगी। मैंने भी उसकी वक्त उसकी जीन्स का एक बटन खोला और हाथ पर थूक कर उसकी कच्छी में घुसा दिया। हाथ कच्छी में घुसा कर मैं उसकी चुत को रगड़ने लगा। 

जैसे जैसे मैं अपना हाथ कच्छी में चलाता रहा वैसे वैसे ख़ुशी का शरीर गर्म होने लगा। उसके बाद मैं अपना हाथ चुत से गर्म करने के बाद ख़ुशी को नीचे बैठाया और उसके आगे अपना खड़ा लंड लटका कर खड़ा हो गया। लंड देख ख़ुशी में मुँह से पानी की एक बून्द टपक गई और मैंने उसके काले होठो पर अपना खड़ा लंड चिपका दिया।

ख़ुशी ने पहले तो मेरे लंड के टोपे की सुगंध ली और उसके बाद अपना मुँह खोल कर पुरे लोडे को अपने मुँह में दबोच लिया। वो दोनों होठो से मेरा टोपा चूसने लगी और अपनी जुबान ऊपर नीचे आगे पीछे चला कर मेरा लंड का स्वाद लेती रही। 

थोड़ी देर बाद मैंने उसका सर पकड़ा और अपनी कमर हिला हिला कर उसके मुँह को चोदने लगा। खुसी के मुँह से सेक्सी आवाज आने लगी और थूक की लम्बी लारे नीचे गिरने लगी।

देखते ही देखते ख़ुशी का मुँह थूक से बनर गया और मैं मजे से उसका गीला मुँह चोदता रहा। 

अब धीरे धीरे मेरे लंड चूसते हुए ख़ुशी भी गर्म हो गई और वो नीचे बैठे बैठे अपनी चुत में ऊँगली करने लगी। 

ये देख मैं समज गया की अब चुत चोदने का सही वक्त आ गया है। मैं ख़ुशी की टीशर्ट उतारा और उसकी जीन्स के साथ साथ कच्छी भी उतार कर पास पड़े स्टूल पर बैठने दिया। 

नंगी रंडी को स्टूल पर बैठा कर मैं उसकी दोनों टंगे खोला और चुत पर थूक कर उसके अंदर लंड घुसा दिया। लंड घुसा कर मैंने उसके दोनों चूतड़ों को अपने हाथो से दबोचा और उसकी नरम छाती को अपने सीने से चिपकाया। 

इस तरह मैं रंडी की गर्दन को चूमते हुए स्टूल पर उसकी गांड पकड़ कर चुत चोदता रहा। 

होटल में मैंने उसकी काफी चुदाई की और इसलिए मेरी कहानी का नाम OYO होटल और रंडी रखा है। सेक्सी रंडी का शरीर काफी भरा भरा था। उसकी गांड पर काफी ज्यादा चर्बी और थनो पर बड़ी बड़ी चूचिया थी। 

मैं स्टूल पर उसकी चुत घाचा घाचा चोदता रहा और ख़ुशी की आत्मा को भी चोद कर संतुष्ट करता रहा। वो नीचे मेरी छाती को चूमती रही और मैं अपने पथर जितने कठोर लोडे से उसकी कोमल चुत को चोद चोद कर भोसड़ा बनाने लगा। 

उसके बाद जब रफ्तार बड़ी तो स्टूल आवाज करने लगा। बाहर लोगो को हमारी चुदाई की आवाज न आए इसलिए मैं खुसी को अपने लंड पर बैठा कर उठाया और उसे हवा ने चोदता हुआ बेड पर लेटा दिया। 

इस तरह मैं खुसी की चुत चोदा। अब बिस्तर पर मैं उसे पीठ के बल लेटाया और उसकी दोनों टांगे खोल कर उसे चोदने लगा और उसका गंदा और काला चेहरा देख मेरा मूड खराब होने लगा। उसी वक्त ख़ुशी ने कहा ” मुझे किश करो न !!” 

अब ये सुनकर मुझे गुसा आया और मैं खुसी के मुँह पर कंबल रख कर उसकी चुत चोदने लगा। इस तरह मैं उसका भदा चेहरा न देखते हुए उसकी चुदाई करता रहा। 

दोस्तों इस दौरान मैं बताना भूल गया की मैंने कंडोम लगा रखा था। अगर आप भी ख़ुशी जैसी रांड लड़की को चोदने जा रहे है तो कंडोम जरूर लगाए वरना  आपको गंदी बीमारी हो सकती है। 

मैं उस तरह चुत चोदा जैसे मुझे पहली और आखरी बार मिली हो। चुदाई करते हुए मैं कई बार उसका भोसड़ा खोल खोल कर देखा। थोड़ी देर बाद ख़ुशी की चीखे निकलने लगी और उसकी चुत से थोड़ा सा सफ़ेद पानी निकलने लगा। 

ऐसा मैंने पहली बार देखा और ये देख मेरा माल पानी भी उबलने लगा। मैं जल्दी से 5 से 6 घोचे मारा और अपना लंड बाहर निकाल कर कंडोम निकाल दिया। 

मेरे लिंग से पानी निकलता देखने के लिए ख़ुशी ने अपने मुह से कंबल हटाया और मेरे लंड को देखने लगी। 

मैं – अहह अहह उह्ह्ह अह्ह्ह !!

और इस तरह मैंने ख़ुशी के पेट, छाती और मुँह को अपने लंड के पानी से गीला कर दिया। 

इस तरह ख़ुशी मुझे हस्ते हुए देखने लगी और उसने कहा “आज का दिन मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन है !”

उसके ऐसा बोलते ही मैं अपनी जेब से 200 रुपए का नोट निकाला और उसके पेट पर फेक दिया। वो नोट मेरे लंड के पानी पर जाकर चिपक गया। उसके बाद मैं अपने कपड़े पहना और वहा से जाने लगा। ये सब देख ख़ुशी कुछ समज नहीं पाई और उसने वो 200 ऊपर हाथ में लेकर कहा “विकास ये क्या कर रहे हो ?”

मैं बोला “यही तेरा रेट है तुझे नहीं पता ?”

ये सुनकर ख़ुशी की मुँह पर रोने वाले भाव आ गए और मैं कमरे से बाहर चला गया। मैं जैसे ही वहा से निकला ख़ुशी फुट फुट कर रोने लगी। तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी। 

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