मैं मेरी बहन और पडोसी -1

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम कविता है में 22 साल की हूँ। मैं केरला की रहने वाली हूँ। मेरे घर में माँ पापा और मेरी बड़ी बहन हैं। यह कहानी मेरे पड़ोस के लड़के की ह वह बहुत सुन्दर और सेक्सी लड़का हैं। एक बार की बात हैं में कपडे धोके चाट पर सुखाने गई थी।

मैं कपडे राशि में डालने लगी तो मेरी टी-शर्ट बार बार मेरी नाभि से ऊपर जा रही थी। मेने देखा की सामने हमारा पडोसी लड़का मुझे देख रहा था। मेने उससे पूछा क्या हुआ मुझे ऐसे क्यों घूर रहे हो वह थोड़ा घबरा गया लेकिन मैं समझ चुकी थी।

जब मैं छत पर घूमने जाती वह मुझे वही मिलता था एक दिन मैंने उससे पूछा की सच सच बताओ तुम सु दिन क्या देख रहे थे। उसने बताया की तुम्हारी नाभि के ऊपर का तिल बहुत ही अच्छा हैं।

मैं सरमाने लगी कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा हम रुज आते और छत पर मिला करते थे। हमने कुछ समय बात एक दूसरे को अपना नंबर दे दिया और रात में बाते करने लगे।

एक दिन मेरे घरवाले बहार किसी काम से गए हुए थे मेने उसे अपने घर में बुलाया लेकिन मेरको पता नहीं था की मेरी बहन वापस आके दूसे कमरे में बैठी हुई थी। मैंने उसे गेट से अंदर खींच लिया और उसे जोर से किश किया।

मेने देखा उसका मुँह शर्मा के लाल हो चूका था। यह मेरा भी पाली बार था और उसका भी। फिर मैं उसे अपने रूम में लेकर गई और उसके साथ में कुछ बाते की और उसके लिए चाय बना के लाइ मी उसे चाय दी और उसके साथ में बैठ गई।

वो मेरसे हल्का सा दूर बैठा था और शर्मा रहा था उसने अपनी चाय ख़तम की और गिलास मुझे दिया मेने गिलाश को साइड में रखा और झट से उसकी गोदी में बैठ गई।

फिर उसने में फुटेज खाना बंद किया और मेरे गले पर हाथ फिरके मेरे होठो पर अपने होठो को टकराया और किश करने लगा। मैं उसकी गोद में बैठी थी मेरको उसका सामन टाइट होता महसूस हो रहा था।

वह धीरे धीरे मेरे गले पर किश करने लगा और निचे जाता रहा जो वितना निचे जाता रहा मेरी सिसकिया उतनी ही तेज होने लगी उसने मेरे गुबारों को चाटना चालु किया तो में गरम होने लगी। मैंने अपना हाथ उसके सामन की तरफ बढ़ाया।

फिर उसका सामन पकड़ लिया और उसे धीरे से मसलने लगी उसका सामन पूरा कड़क हो गया। वो गरम हो चूका था पर मैं धीरे धीरे गरम होने लगी थी और उसकी गोद में बैठके सिसकिया ले रही थी मुझे मजा आने लगा था।

फिर उसने मेरे कपडे उतारे और मुझे बेड पर लिटाया और मेरे छेद में ऊँगली करने लगा जैसे ही उनसे मेरे छेद में ऊँगली डाली मुझे एकदम झटका लगा और मजा आने लगा। मेने उसके सारे कपडे उतार दिए और उसके पेट पर किस करने लगी और धीरे धीरे उसके सामन के आगे मेरा मुँह आ गया मेने इतनी करीब से पाहि बार सामन देखा था।

उसका सामान 7 inc का था मैंने उसके सामन पर किस किया और उससे पूछा क्या तुमने पहले किसी और के साथ सेक्स किया हैं लड़के ने कहा आज तक में सिर्फ अपने हाथो से ही काम चलता था पर अब तुम मेरे साथ हो।

मैं बहुत खुश हुई और उसका सामन अपने मुँह में ले लिया और उसे लोली-पॉप की तरह कसने लगी। मेने देखा की लड़के को बहुत मजा आ रहा था फिर में उठी और लड़के के ऊपर लेटके उसे किस करने लगी।

मेने उससे पूछा क्या तुम मेरे साथ खुद से कुछ करोगे लड़का झट से खड़ा हुआ और मुझे बेड पर धका दिया और मेरी टांगो को खिचके मेरी टांगो को खिचके बेड के किनारे पे किया और मेरे छेद को चाटने लगा !

अब में गरम हो चुकी थी और मेने उससे पूछा क्या तुम अपना सामन मेरे छेद के अनादर नहीं डालोगे उसने बोला अगर तुम कहो तो में कुछ भी करूँगा पर एक दिकत हैं की मेरे पास कॉन्डम नहीं हैं।

मुझे याद आया की मेने अपने माँ और पापा के कमरे में कॉन्डम का पैकेट देखा था। मैं बिना कपड़ो के अपने माँ पापा के कमरे में गई और कॉन्डम ढूंढने लगी इतने में वह से जाते हुए मुझे मेरी बहन ने देख लिया था!

पर मुझे अभी तक यह पता नहीं था की वह अभी भी घर पर हैं। उसने देखा की मैं बिना कपड़ो के ऐसे क्यों माँ और पापा के कमरों में गई उसने चुपके से मेरी जासूसी चालु कर दी। जैसे ही मुझे कॉन्डम मिला मैं वापसी अपने कमरे में जाने लगी मेरी बहन चुके से देख रही थी की में क्या कर रही हु।

उसने देखा की मेरे कमरे में हमारा पडोसी नागा लेता हुआ है और मैं जाकर उसके ऊपर लेट गई और लड़के से बोली देखो मुझे मिल गया। मैं उसके ऊपर से उठी और उसके सामन के ऊपर कॉन्डम को चढ़ाया और अपने छेद पर रगड़ने लगी और बहार दरवाजे पर कड़ी मेरी बहन सब देख रही थी पर अभी तक हमें कुछ पता नहीं था।

फिर जैसे ही लड़के ने मेरे छेद में अपना सामान हलके से घुसाया मेरी सील टूट गई और उसमे से खून आने लगा मेने अपने गड़े को हल्का सा फाड़ा और उसके अंदर से रुई निकाली और साफ़ किया।

फिर उसने धीरे धीरे दुबारा करना चालु किया और मेरे छेद के अनदर अपना पुअरा सामान दाल दिया मुझे दर्द हो रहा था पर मजा भी बहुत आ रहा था। यह सब मेरी बहन खड़े होकर देख रही थी और अपने ही मजे ले रही थी।

फिर मैं लड़के के ऊपर बैठी और ऊपर निचे ऊपर निचे करने लगी होने उस दिन बहुत से पोज़ में सेक्स किया हम दोना का सबसे पसंदीदा पोज़ घोड़ी बाला बना हमने जब लड़के के सामन से क्रीम बहार आने को हुई तो मेने उसके सामान के ऊपर से कॉन्डोम को हटा दिया और उसके सामन को मसलने लगी उसके सामान के आदर से बहुत साड़ी किरीम निकली और वो सारा मेरे मुँह पर गिरा।

ये सब मेरी बहन ने देखने के बाद मेरे रूम का दरवाजा खट खटाया और बोली ये क्या कर रहे हो तुम दोनी मेरे और लड़के के मुँह से हवइया उड़ गई हमने जितने मजे किये सब धरा का धरा रह गया।

आगे की कहानी जाने के लिए इसके दूसरे भाग को पढ़े मैं मेरी बहन और पडोसी -2।

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