हेलो दोस्तों जैसे की आपको दोनों पड़ोसन की चुदाई भाग -1 में पढ़ा ही होगा की दोनों भाभियो के साथ कुछ ना कुछ हुआ।
अब दोनों पड़ोसन की चुदाई भाग -2 में आपको पूरी कहानी पड़ने को मिलेगी और आपको आगे पता चलेगा की क्या हुआ।
तो चलिए कहानी शुरू करते हैं।
जैसा की भाभी ने मेरे पैंट में हाथ डालने के बाद मेरा लंड हिलाने लगी थी तो कुछ देर में मेरा माल निकल गया और भाभी की हथेली में फ़ैल गया था।
भाभी ने अपने हाथ धोये और कहा की कल मिलते हैं। जब हम अगले दिन निचे मिले और बाते कर रहे थे तो बात करते करते दोस्ती वाली भाभी की मुँह से निकल गया की अरे तुम दोनों रात में छत पर क्या कर रहे थे मेने सब देख लिया हैं।
तो पंजाबन भाभी थोड़ा डर सी गई। तो मैंने फिर भाभी को कहा अरे भाभी आपको बोलना जरुरी था क्या। तो मैं गुसा होकर साइड में बैठ गया।
तो दोनों भाभी आपस में फुसफुसाने लगी। दोनों भाभी कुछ देर में मेरे पास आई और मुझे मानाने लगी। मैं अंदर ही अंदर दोनों को एक साथ चोदने के बारे में सोच रहा था और मन ही मन हस रहा था।
पर भाभियो के सामने मैं गुस्सा होकर बैठा हुआ था। दोनों भाभी ने मुझे कई देर तक मनाया और आखिर कार मुझे माना ही पड़ा। अगले दिन हमारी गली में लड़के की शादी थी।
और दोनों भाभियो के पति का वो बहुत अच्छा दोस्त था। तो हमारे पास अगले दिन का बहुत ही अच्छा मौका था और मेरे लिए तो ये सोने पे सुहागा था।
मैं तो बेसब्री से अगले दिन का इन्तजार करने लगा। अगली सुबह जब मैं उठा तो देखा भाभी के पति लड़के की शादी की तैयारी में लगे हुए थे और भाभियाँ भी अपने अपने काम में लगी हुई थी।
मुझे तो अब शाम का इन्तजार था की कब बारात जाये और भाभियो के पति शादी में जाए। मुझे भाभियों के साथ 2 दिन बिताने का पूरा पूरा मौका मिल रहा था। बारात को दिल्ली से जयपुर जाना था।
तो आज की रात और कल की रात पूरी भाभियो के साथ मेरी थी। अब शाम भी हो गई और बारात भी निकलने लगी। भाभी के पति उनसे मिलके बात कर के जाने लगी।
बरात निकल गए तो हम रोज की तरह गली में मिले और रात का प्लेन बनाया की तुम दोनों भाभियाँ आज पंजाबन भाभी के घर पर आ जाना हम वही बात करेंगे और पार्टी करेंगे और मैं रात में छत के रास्ते पंजाबन भाभी के घर पे आ जाऊंगा।
अब हमारा पिने का प्लेन बना हुआ था तो मैं खरीद के ले आया। मैंने चुपके के अपने घर के रास्ते पिने के लिए बियर अंदर लेके आया और जा के भाभी की छत पर रख दी।
करीब 10 बजे के बाद मैं अपने रूम में गया और ऊपर का दरवाजा बंद करके सीधे भाभी के घर पे चला गया। हमने पार्टी शुरू की और हम तीनो एक रूम में बैठ के अपनी अपनी बियर की बोतल खोल ली।
दोनों भाभी नई थोड़ा थोड़ा पि और भाभियो के नशे होने लगे थे।
हमारे बिच में बाते होने लगी तो भाभी अपने अपने पतियों के बारे में बताने लगी तो दोनों के बिच में एक ही बात मुझे अछि लगी की उनका पति उनको खुश नहीं कर पाता था। तो पिते पिते हमारी छत की बाते खुल गई।
तो पहले पंजाबन भाभी ने कहा की कल हम दोनों के बिच में किश हुई और उसके बाद दूसरी वाली भाभी ने कहा की तुम्हारे बिच तो किश ही हुआ हैं हम दोनों के बिच तो उससे भी आगे बात निकल गई हैं।
तो पंजाबन भाभी ने पूछा की मुझे नहीं बताओगे की तुम दोनों के बिच में क्या क्या हुआ। तो दूसरी भाभी ने बताया की कल तुम्हारे पास से जाने के बाद हम दोनों छत पर थे और हम दोनों के बिच किश हुई।
मेने अनिल के लंड को अपने हाथो में लेकर देखा अनिल का लंड तो मेरे पति से मोटा और बड़ा भी हैं। मै तो कल रात से ही अनिल के लंड को अपनी चूत में लेने के लिए तड़प रही हूँ।
इस कहानी को पूरा पढ़ने के लिए दोनों पड़ोसन की चुदाई भाग –3 को जरूर पढ़े।