मेरे अंतरंग हमसफ़र भाग 6

प्रथम अध्याय

टीना के साथ सेक्स

रोजी मुस्कराते हुए बोली वैसे टीना तो यहाँ दीपक से ही चुदने आयी है, फिर भी हम सब जो फैसला करेंगे उसे मंजूर होगाl”

तो रूबी बोली ठीक है फिर जैसा टीना चाहती है उसका सबसे पहला मिलन कुमार दीपक के ही साथ होगा l जिस पर सबने सहमति जताई और इसके बाद टीना भी इस अदला बदली के कार्यक्रम में शामिल होगी, तो टीना ने इसपर अपनी सहमति दी l रूबी बोली चुकी पहली चुदाई हमेशा ख़ास होती है. उसे यादगार बनाने का प्रयास करना चाहिए l आप हमे कुछ समय दे तो हम टीना को त्यार कर देते हैं. और कुछ जरूरी तयारी करके इस मौके को ख़ास बनाने का प्रबंध करते हैंl

तो रूबी. टीना. और रोजी के साथ चली गयी और हम तीनो मोना को पकड़ कर तालाब में चले गए.और उसके साथ खेलने लगेl कोई पानी में उसके स्तनों को धो रहा था, तो कोई उसकी पीठ, और कोई उसकी केले के तने जैसी चिकनी टाँगे धो रहा था l कुछ देर बाद मैं अपने हाथ उसके सारे बदन पर चला रहा था l उसका एक हाथ मेरे खड़े लंड से खेल रहे थे और उसका दूसरा हाथ बॉब की लंड से खेल रहा था l बॉब के हाथ उसकी गांड और चुत पर चल रहे थेl वही टॉम उसके स्तनों से खेल रहा था और दोनों एक दुसरे को बेतहाशा किश कर रहे थेl

कुछ ही देर में रूबी आ गयी, और बोली कुमार दीपक आ जाइये, टीना आपका इंतजार कर रही हैl मैं तालाब से बाहर निकल कर एक साइड में देखाl हरे घास के मैदान में फूलो की एक सेज बना कर उस पर, टीना बड़ा सा घूंघट कर के बैठी हुई थी l सब तालाब से बाहर निकल कर उस तरफ देखने लगेl ये पहला मौका था जब मुझे सब के सामने एक सुन्दर कन्या का कौमार्य भंग करना था l टीना ने दुल्हन के कपडे पहने हुए थे और उसका फूलों से श्रृंगार किया गया था l एक तरफ रोजी बैठी हुई थी l मैंने रोजी की तरफ देखा तो वो मुस्कुराने लगी l

टीना को सिवा इस समय सब नंगे थे ,तो मैंने निश्चय किया टीना को भी हम नंगो के गैंग में जल्द शामिल कर लेना चाहिए l फिर मैं पहले रोजी के पास गया और उसे लिप किश करने लगाl वहीँ रूबी जाकर बॉब के पास बैठ गयी और टॉम और मोना भी जोड़े बना कर बैठ गए l सब अपनी अपनी साथी के साथ थे, तभी रोजी ने लिप किश तोड़ते हुए कहा कुमार टीना मेरी सबसे अच्छी दोस्त है, वो आपका इंतज़ार कर रही हैl आप उसके पास जाइये l

मेरा हाथ पकड़ कर टीना के पास ले गयी, और टीना का हाथ मेरे हाथ में दे कर बोली मजे कीजिये, और एक तरफ हो कर जाने लगीl मैंने उसे कहा थैंक यू रोजी इस खूबसूरत तोहफे के लिए l वह मुस्कुरा कर देखने लगी l तो मैंने अपनी एक अंगूठी उतार कर टीना को देते हुए बोला” टीना हमारे प्यार के पहले नज़राने को कबूल करोl” उसने अपनी ऊँगली आगे कर दी. तो मैंने उसे पहने कर हाथ पकड़ कर खड़ा कर दिया l मैंने देखा उसने साड़ी पहनी हुई थी और उसका फूलो से श्रृंगार किया गया था l

तो रूबी की आवाज़ आयी, हम पहले से तयारी कर कर के आयी थीl मैंने धीरे से उसका घूंघट उठा दियाl टीना का भी रंग गोरा और सुन्दर नैन नक्श थे. और काले लम्बे बाल. बड़ी बड़ी आँखे. गोल चेहरा. कमसिन बदन. और प्यारी सूरत थी l मैंने उससे पुछा क्या मैं आपको किश कर सकता हूँ और उसे गालो पे एक हलकी से किश कर दी l ये उसकी पहली किश थीl

फिर उसके माथे पर किस करि l फिर आँखों पर फिर नाक को चूमा और फिर ओंठो पर एक हलकी सी मीठी सी किश करि, और चेहरा दूर कर उसको देखा. उसने शर्मा कर अपना चेहरा और आँखे झुका ली. पर मुझे उसकी इस अदा में उसकी सहमति दिखी. और मैंने उसके ओंठो पर एक लम्बी गहरी किश कर दीl

मेरे जीभ उसके ओंठ खोलते हुए उसके मुँह में चली गयी और उसके दांतो तो घिस कर चमकाने के बाद, उसकी जीभ से लड़ने लग गयी l फिर टीना ने मेरी किस का जवाब अपनी किश से दिया और वह मेरी जीब चूसने लगी l उधर मेरे हाथ उसकी पीठ पर पहुचं कर उसकी गांड तक पहुंचे और उसके सुडोल स्तनों के दबाने लगेl वहीँ टीना के हाथ भी मेरी पीठ पर जाकर मुझे उसकी छाती की और दबाने लगे l

फिर मैंने उसे अपने गले से लगा कर कुछ देर उसकी पीठ को सहलाया और फिर मेरे हाथ उसको स्तनों पर चले गए और उन्हें दबाने लगेl उसके बूब्स सुडोल और बड़े बड़े थे और उसके निप्पल भी उत्तेजित हो चुके थेl मुझे महसूस हुआ उसने टॉप नहीं पहना हुआ था l और टीना भी उत्तेजित थी तो मैंने उसके कपडे उतारने शुरू किये l

मैंने उसका पल्लू हटाया तो मेरा अंदेशा पक्का हो गया की उसने सिर्फ साडी ही लपेटी हुई थी और उसकी पीठ नंगी हो गयीl मैंने उसकी पीठ पर हाथ फिरायाl

वाह! क्या चिकनी कमर थी मेरा हाथ फिसल कर सीधा उसकी गांड तक पहुँच गयाl मैंने साडी का पल्लू खींचा तो गोल स्तन मेरे आगे सीना तान कर मुझे ललचाने लगे l मैं उसके स्तन पकड़ कर उनकी दृढ़ता को महसूस किया और उनके दवाया l उसके निप्पल उत्तेजना में खड़े हो चुके थे l फिर मैंने उसके स्तनों को चूमा सहलाया दबाया और एक निप्पल को अपने मुँह में ले कर चूसने लगा, फिर उसके दुसरे निप्पल को चूसा l फिर ऐसे ही एक एक कर दोनों निप्पलों को चूसता रहाl

उत्तेजना के वजह से उसके स्तन और कड़े हो गएl मैंने उसे छाती के साथ चिपका लिया तो उसके गोल सुडोल स्तन और निप्पल मेरे छाती में गड गएl बता नहीं सकता मुझे क्या मजा आया l फिर मैंने उसको सीने से लगा कर रखते हुए उसके ओंठो को दुबारा चूमना शुरू कर दिया l फिर एक हाथ नीचे ले जा कर उसकी साड़ी की गाँठ खोल कर साडी को उतार फेंकाl वह बिलकुल नंगी हो गयीl बस कुछ फूल जिनसे उसका श्रृंगार किया गया था वही उसके बदन पर थे l मेरे द्वारा उसको नंगा करते ही रोजी बोली टीना हम नंगो के गैंग में तुम्हारा स्वागत है l

मैंने देखा टीना की चुत भी सफाचट थीl उसपे एक भी बाल नहीं थाl मैंने उस पर हाथ फिराया तो टीना धीरे से बोली आज ही रोजी ने साफ करि है ख़ास आपके लिए क्योंकि आपको यहाँ बाल पसंद नहीं हैं l

फिर मैंने एक बार उसके सारे बदन को चूमा, और तभी रूबी बोली चलो अब चुकी सब नंगे हो चुके हैं, तो तालाब में स्नान कर लिया जाएl

मैंने अब तालाब का रास्ता पकड़ा एक हाथ में टीना का हाथ और दुसरे में रोजी का हाथ पकड़, दूसरों का अनुसरण करते हुए हम सब के सब उस छोटे से तालाब में उतर गए। हम सब पानी में हर तरह की तरकीबें कर रहे थे, कभी लड़कियों पर पानी के छींटे डाल कर और कभी तो उनका सिर और कानों को दबाकर, और उन्हें हर संभव तरीके से उकसाया जाता था, और उन्हें धोने के बहाने हमने अपने हाथों को हर आज़ादी दी। हर हिस्से को सहला स्तनों को निचोड़ और उनकी चूचियों , उनकी मुलायम बेलो जैसी टाँगे , उनकी जाँघों, उनके चूतड़ों और दूसरे सभी हिस्सों को रगड़ते हुए उनके साथ खेल रहे थे और लड़किया भी यथा संभव अपने साथियो का साथ दे रही थी l

जहाँ रोजी सिर्फ मेरे साथ थीl वही बाकी तीनो लड़कियों टीना, रूबी और मोना के साथ तीनो लड़के बारी बारी मजे ले रहे थेl l रोजी को तीनो लड़किया भी छेड रही थी, तो वह भी मुस्कुरा कर उनके अंगो पर पानी के छींटे मार देती थी l सच में बहुत मजा आ रहा था l

जैसा कि हम कमर तक की गहराई के पानी में खड़े थेl हमारे इंजन खड़े थे, और अच्छी कामकाजी स्थिति में थेl टीना और रोज़ की कमर के चारों ओर मेरे हाथ के साथ, मैंने अपने इंजन के नोजल को टीना के पानी से भरे भट्टी के मुंह में डालने की कोशिश कीl उस आग को बाहर निकालने के उद्देश्य से जो इसके भीतर भड़की हुई थी, लेकिन मेरी कोशिश सफल नहीं हो सकी, क्योंकि हम पानी में एक दूसरे का समर्थन करने में असमर्थ थे।

तभी मेरा ध्यान पानी की छपाक की आवाजों की तरफ गया, तो मैंने चारो तरफ घूम कर देखा की टॉम और बॉब अपनी प्रेमिकाओ को तालाब के किनारो पर ले गए थे l रूबी और मोना के सर जहाँ किनारे पर आराम कर रहे थे, उनका बदन तालाब में ऐसे था की रूबी और मोना का पेट और पीठ तैर रही थी और पानी की तरंगे उनके ऊपर से बह रही थीl टॉम और बॉब ने उनकी कमर पकड़ रखी थी और उनकी खुली हुई टांगो में घुसे हुए थे और फिर उनकी कमरे हिलने लगी थीl

मैंने यही तरकीब टीना के साथ आजमाने की कोशिश करि. तो रोजी ने आ कर मुझे सहारा दिया और मेरा लंड उसकी योनि पर लगायाl चुकी ये टीना की कुंवारी योनि के लिए पहली बार था, तो मेरा ये प्रयास भी विफल रहा l रोजी बोली टीना अपनी योनि को ढीला छोड़ो ताकि कुमार का लंड इसमें प्रवेश कर सकेl टीना ने कोशिश करि. मैंने भी जोर लगाया पर कोई ख़ास सफलता नहीं मिली, तो टीना बोली कुमार आप एक बार रोजी के साथ अभ्यास कर लो, फिर हम कर पाएंगे l

उसका ये सुझाव मुझे और रोजी को जच गया और बाकी सब ने भी इसका समर्थन किया l तो मैंने रोजी का भी इस तरह से तालाब के किनारे पर सर टिकायाl उसे पानी में लिटाया, उसकी टांगो को पकडे लंड उसकी योनि के द्वार पर फसाया, और धक्का दे दिया ,और लंड उसकी चुत की जड़ में पैबस्त कर दियाl फिर कुछ देर तक हम दोनों की कमर और चूतड़ों ने हरकत जारी रखीl फिर रोजी हिली और उसने मेरे गले में अपनी बाहे डाल दी, और अपने ओंठ मेरे ओंठो से जोड़ दिए, और वह मेरी गोद में थी मेरा लोढ़ा उसकी चुत में था और वह उछलने लगी l

चुकी हम पानी में थे, तो शरीर पर कोई ज्यादा बजन नहीं थाl हमने पानी में चारो तरफ घुमते हुए चुदाई जारी रखी और फिर मैं उसे दूबरा किनारे पर ले गयाl उसे किनारे के साथ टिकाया और कुछ तेज झटके दे कर उसे गर्भाशय पर अपने वीर्य के धार मार दीl रोजी ने भी अपने जलाशय से अपना प्रेम अमृत छोड़ दिया l

जब हम दोनों एक दुसरे से फारिग हुए तो हमने देखा, बाकी सब तालाब से बाहर आ चुके थे और किनारे पर टॉम और बॉब , मोना और रूबी के चिपके हुए थे और उनके कमर नॉन स्टॉप इंजन की तरह चल रही थीl

उधर ये नज़ारे देख कर उत्तेजना के तूफ़ान ने डूबी हुई टीना मेरे पास आयी और मुझे तालाब में अपनी और खींच कर ले गयीl यह हमारे सामने एक उदाहरण था, जिसे रोजी और मैं विरोध नहीं कर सकते थेl

पानी से बाहर निकलकर हम किनारे एक पेड़ के छाँव ने नीचे तीनो घास पर बैठ गए, रोजी मेरे कान में फुसफुसाई, आप टीना की योनि में प्रवेश यही किनारे पर कर लो, फिर आगे का काम तालाब में कर लेना l मुझे उसका सुझाव पसंद आया मैंने वहाँ टीना को मेरी जांघों पर बिठाया, उसके पैर मेरी पीठ के चारों ओर लिपट गए। उसके नरम, सुंदर सफेद पेट मेरे पेट के खिलाफ रगड़, मैंने उसके गुलाबी निप्पल वाली गोल सुडोल चूचियों को एक हाथ से मजबूती से दबोच लिया, जबकि दूसरे के साथ मैं प्रकृति की अपनी उत्कृष्ट कृति के अंदर अपने छड़ के लिए जगह बनाने के लिए प्रेम के बंदरगाह के प्रवेश द्वार को बनाने की कोशिश कर रहा थाl

मैंने उसकी जाँघों के बीच में लंड को घिसा, और योनि के छेद को महसूस किया, और उसके पेट के खिलाफ जोर से दबाया, और नरम, और सुस्वाद म्यान , जिसकी बेशुमार आपूर्ति प्रकृति ने एक इतनी खूबसूरत महिला को की थी, के भीतर प्रवेश, और आश्रय की मांग करि जिसका रोजी और टीना सबसे प्यारा नमूना थेl

टीना ने भी विनोद करते मजे लेने के लिए मेरे योनि में प्रवेश प्राप्त करने के मेरे प्रयासों को रोकने के लिए बचने का प्रयास किया l उसका ये प्रयास हमारे आनद को लम्बा करने का ही एक उपक्रम था l उसने अपने कमसिन नाजुक बदन को इस तरह की पैंतरेबाजी की, जिससे हम दोनों के अंदर जल रही कामाग्नि, और भड़क जाए, और इसने मेरी उत्तेजना को और बढ़ा दियाl

मैं उसके बदन पर गरमा गर्म चुम्बन किये, जिसका उसने भी उतनी ही गर्मी और उत्तेजना के साथ मुझे चुम कर जवाब दिया l उसकी आँखों भी काम उत्तेजना की आग में लाल हो रही थीl लम्बे काले रेशमी पलकों जो आधी खुली हुई थीl ऐसा लग रहा उसकी आग मुझे पिघला रही थी । हम दोनों घास पर लुढ़क गए , एक दूसरे की बाहों में समाये हुए मैं नीचे था और वह मेरे ऊपर थीl मैंने दुबारा लंड को उसकी योनि के द्वार पर सेट किया l एक धक्का ऊपर को दिया उधर रोजी ने टीना के अपने हाथो से दबाब दिया l

टीना जोर से चिल्लाई है मैं मर गयी मेरी फैट गयी और मेरा पूरा लंड उसकी झिल्ली फाड़ता हुआ एक ही झटके में जड़ में जाकर उसके गर्भाशय से टकराया l

उसकी आँखे आंसुओ से भर गयी और वह रोती हुई बोली आराम से नहीं कर सकते थे मुझे बहुत दर्द हुआl मैंने कहा जब आराम से कर रहा था, तो तुम भी सहयोग नहीं कर रही थी, और नाटक करके मजे ले रही थीl तो मुझे लगा थोड़ा ज्यादा जोर लगाना पड़ेगा तो लगा दिया l हम कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे और उसे चूमता हुए उसके स्तन दबाता रहा l कुछ देर बाद उसका दर्द कम हो गया, तो उसने चूतड़ उठा कर एक बार नीचे को दबाये, तो मैं समझ गया, अब चुदाई जारी रखने का समय आ गया हैl

फिर मैं लंड अंदर डाले हुआ धीरे धीरे सरकता हुआ, उसे तालाब के अंदर ले गयाl वो मेरे प्यार के औजार को अपने अंदर महसूस कर रही थी l मैंने तालाब के अंदर उसे खड़ा किया, फिर कुछ देर तक हम दोनों की कमर और चूतड़ों ने हरकत जारी रखी, और फिर जैसे रोजी ने किया था, वैसे ही टीना उछलीl उसने मेरे गले में अपनी बाहे डाल दी और अपने ओंठ मेरे ओंठो से जोड़ दिएl वह मेरी गोद में थी मेरा लोढ़ा, उसकी चुत में था और मैं घूमा मेरी पीठ तालाब के किनारे से लग गयी थी l टीना लंड पर उछलने लगी. मेरे हाथो ने उसके चूतड़ों को संभालाl l मैं फिर घूमा उसे तालाब की दिवार से लगाया और स्पीड से धक्के लगाए हमारी स्पीड बढ़ती जा रही हैl हम और उग्र हुए और दोने एक साथ चरम पर पहुंचे और झड़ गएl

अपनी आँखें बंद करके और एक सांस ले कर हमने कंपकंपी के साथ अपने अंगों को तालाब से बाहर निकाला; और घास पर लेट कर आराम करने लगेl मैंने उसे चूमा तो वह बोली तुमने मुझे सबसे बड़े आनंद का अनुभव दिया है जो महिला प्राप्त करने या देने में सक्षम है।

आगे क्या हुआ …

ये कहानी जारी रहेगी

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