रवि ने अपनी सौतेली बबीता मां की चुदाई खेत में कर डाली। उसके बूढ़े बाप में इतना दम नहीं था कि वह अपनी जवान बीवी को शारीरिक संतुष्टि दे सके। तो बबीता मां का चक्कर उसके पहले जवान बेटे से चलने लगा और दोनों के बीच में नाजायज संबंध बन गए शारीरिक संतुष्टि के लिए।
दोनों एक दूसरे को प्यार करने लगे और कामवासना की चाहतों में डूबने लगे। रवि ने बहुत दिन से अपनी मां के साथ रोमांस नहीं किया था तो उसने उन्हें जबर्दस्ती अपने गन्ने के खेत में बुलाया।
दोपहर का खाना ले जाने के बहाने मां अपने सौतेले बेटे से मिलने के लिए खेत में आ गई। वहां धूप में मेहनत करके रवि बैठा इंतजार कर रहा था कि कब उसकी मां आएगी या यूं कहूं कब उसकी महबूबा मां आएगी।
बबीता खाना लेकर पहुंच गई और रवि ने पेट भर कर खाना खाया मुंह हाथ धो कर बैठ गया और दोनों बातें करने लगे।
बातें करते-करते दोनों एक दूसरे से गले लग गए और वासना में खोने लगे। रवि बबीता के बड़े बड़े बूब्स को दबाने लगा और खाना खाने के बाद उन्हें पीने लगा। खाना खाने के बाद कुछ मीठा खाने का मन करता है तो रवि बबीता के बूब्स को पीकर अपना मन खुश कर रहा था।
फिर दोनों के बीच में चुम्मा चाटी चालू हो गई और दोनों एक दूसरे को चूमने लगे। दोनों के बीच में बहुत ही बढ़िया वाली स्मूच की तरह चुम्मा चाटी हो रही थी कि अच्छी अच्छी अंग्रेजी फिल्में भी यह देखकर शरमा जाएं।
बबीता रवि की जबान को अपने होठों से बाहर निकाल कर उसे पूछ रही थी और रवि उसके होंठों को चूस रहा था दोनों एक दूसरे को वासना रस प्रदान कर रहे थे।
दोनों एक दूसरे को चुम्मा चाटी करते थे और रवि बबीता के मुंह में थूक देता था तो बबिता उसे पी लेती थी। फिर अभी चारपाई के ऊपर लेट गया और बबीता उसका लंड चूसने लगे। बबीता उसके लंड को केले की तरह चूस रही थी और रवि को पूरे मजे दिला रही थी।
उसने उसका लंड चूस चूस के बिल्कुल गीला और चिकना कर दिया था ताकि वह चूत में आसानी से फिसलता हुआ जाए।
फिर बबीता चारपाई पर लेट गई और रवि ने बबीता को नंगा कर दिया और उसकी चूत को चाटने लगा। बबीता की जाटों वाली चूत रवि बहुत ही ताऊ से चाट रहा था और मजे ले लेकर उसको चूस रहा था।
फिर रवि ने अपना लंबा गिला लंड निकाला और बबीता की गीली चूत में घुसा दिया। लंड फिसलता हुआ बबीता की चूत में घुस गया और वह उसकी जबरदस्त चुदाई करने लगा। दोनों परिवार में चुदाई ही करने लगे और रिश्ते नाते भूल गए।
रवि – आ आ बबीता मां! तुम्हारी चूत जैसी और कोई चूत नहीं है इस दुनिया में।।
बबीता – आ आ अहह अम्म, क्यों मुझसे झूठ बोल रहे हो रवि?! तुमने तो कई लड़कियां चोदी हैं!!
रवि – आ आ , हां यह सच है मैंने कई लड़कियां चोदी है लेकिन आप जैसी चूत का मजा कोई लड़की नहीं दे पाई आज तक मैं आपसे प्यार करता हूं मेरी सौतेली मां!!!
और उसके दोनों टांगों को अपने कंधे के ऊपर रखकर उसके बूब्स को पकड़कर दबा दबा कर बबीता माँ की चुदाई करने लगा।
बबिता – आ आ आ हां हां हां ऐसे ही चोदो मुझे!!!
रवि – हां मुझे पता है, आपकी सारी गर्मी शांत कर दूंगा, आ आ !!
बबीता और अभी तुम ही तो हो जो मुझे समझते हो तुम्हारा बाप तो चुटिया है पता नहीं मैंने उससे शादी क्यों करी
रवि – आपको पता है आपने शादी क्यों करी क्योंकि मेरा बाप इस गांव में सबसे अमीर है??!!
बबीता – हां!! यह सच है मैंने पैसों के लिए तुम्हारे बाप से शादी करी, लेकिन तुम्हें देखने के बाद मैंने हां कहा था, क्योंकि मुझे पता था आप आप तो कुछ कर नहीं पाएगा तो बेटा मुझे अंतर्मन की खुशी देगा!!!
रवि – सच में बबीता मां मैं आपके दिमाग को मान गया आप तो चाणक्य की भी अम्मा हो!!!
और दोनों में जबरदस्त चुदाई चल रही थी माँ बेटे की चुदाई ताबरतोड़ चल रही थी, दोनों कामवासना का पूरा मजा ले रहे थे और सारी दुनियादारी भूलकर बस चुदाई पर ध्यान दे रहे थे।
बबीता चोदो मुझे मुझे और प्यार करो मुझे और चोदो मुझे
और अभी बबीता की और जोर-जोर से चुदाई करने लगा उसकी Antarvasna और ज्यादा बढ़ गई और अमिता को दबा दबा कर घचाघच चोदने लगा।
रवि की चुदाई से बबीता मां तेरा पूरा बदन लहर खा रहा था और उसके चुचे बहुत ही जोर जोर से ऊपर नीचे को हिल रहे थे।
रवि – ऐसे ही चुदाई चाहिए ना आपको!!!
बबीता – हां मुझे ऐसे ही चुदाई चाहिए, चोदो मुझे चोदो!! अपना सारा माल मेरे अंदर झार दो ताकि मैं तुम्हारे बेटे की मां बन जाऊं!!!
रवि – ठीक है… मां जैसा आप कहो….
और उसने अपनी चुदाई की रफ्तार बढ़ा दी को बबीता को और जोर जोर से दबा दबा कर चोदने लगा और जैसे ही उसका झड़ने वाला था उसने अपना लंड बबीता की जड़ तक घुसा कर उसकी चूत के रोम-रोम तक अपना सारा माल झाड़ दिया।
बबीता – हां हां हां मुझे यही तो चाहिए था मेरी जड़ तक डाल दो अपने बीज को!!
और दोनों फिर बहुत ज्यादा थक गए और एक दूसरे के ऊपर गिर गए जोर जोर से सांस भरने लगे और एक दूसरे की आंखों में खो गए।
9 महीने बाद बबीता मां बन गई और उसने एक बेटे को जन्म दिया बबीता का पति यह सोच कर खुश हो रहा था मैंने बुढ़ापे में भी बच्चा पैदा कर दिया।
लेकिन असलियत में वह बच्चा था उसके बड़े बेटे रवि का था जो उसका बड़ा भाई नहीं बल्कि असली बाप था।