लेखिका : श्रेया अहूजा
सबसे पहले पाठकों को श्रेया का नमस्कार ! माफ़ी चाहूंगी कि मैं इतने दिनों के बाद आपके सामने अपनी नई कहानी लेकर आई। क्या करती? जॉब ही कुछ ऐसा है …
पेट के लिए इंसान क्या कुछ नहीं करता !
पेट के कारण मैं मॉडल बनने की चाहत लेकर चंडीगढ़ की सबसे बड़ी फोटो लैब दुआ लैब पहुँच गई !
जब मैंने मॉडल बनने की इच्छा ज़ाहिर की तो मेरे दोस्तों ने बताया कि दुआ लैब से अच्छा कोई लैब नहीं है ! वहां से अपना पोर्टफोलियो बनवा और फिर मुंबई में भेज !
नॉएडा में इन दिनों दिवा 2011 होने वाला था, सो मैं जल्दी से दुआ लैब पहुँच गई !
दिवा 2011 के फॉर्म पर जो जो फोटो लगाना था उन सबकी सूचि मैंने दुआ लैब को दे दी। उन फोटो में कुछ आउट डोर फोटो शूट था !
दुआ लैब वालो ने इनडोर फोटो शूट का दस हज़ार बताया और आउटडोर शूट का नब्बे हज़ार ! कुल एक लाख …
इतने पैसे सुनकर मेरे होश उड़ गए …
उन्होंने बताया कि अभी-अभी कुछ प्रतियोगियों ने दिवा 2011 के लिए शूट करवाया और पचास हज़ार तो सिर्फ आउट डोर के नाम पर मॉल या गार्डेन में तस्वीरें खींची, वो तो मुझे गोवा की बीच पर शूट करने का मांग रहे है !
मैं : सर इतने रुपये तो नहीं हैं ! कुछ सस्ता हो जाता तो …
दुआ जी : देखो बिटिया, तुम इनडोर करवा लो और आउट डोर किसी गार्डन में खिंचवा लो … कुल तीस हज़ार दे देना लेकिन याद रखना ऐसे साधारण फोटो भेजोगी तो रिजेक्ट हो जाओगी ..
मैं : सर लेकिन एक लाख तो ..
दुआ जी : अरी, इसमें ट्रेन की बुकिंग और होटल स्टे भी तो है … वैसे भी एक फोटो उनको बीच का चाहिये कहोगी तो पीछे ग्राफिक्स बीच का डाल दूंगा। पर अडोब फोटोशोट वो पिछली बार डिटेक्ट करके उस मॉडल को निकाल दिया था !
मैं : ओह, फिर तो ये …. इतने पैसे ….?
तभी दुआ जी का बेटा जो एक मशहूर ग्राफिक फोटोग्राफर है वो आ गए …
मोहित दुआ : पापा पैसा का प्रॉब्लम है तो बोलो हमारे नए स्टूडियो आ जाये ! ऐसा मोर्फ करूँगा कि वो डिटेक्ट नहीं कर पाएँगे !
मैं : पर कितना लगेगा ?
मोहित दुआ : बीस हज़ार बस आपके लिए !! परसों आ जाना तब तक तुम्हारे क्लोज़-अप्स और ट्रेडिशनल मेरे जूनियर खींच लेंगे … कल मेन-स्टूडियो चले जाना और परसों दुआ पिकाडली आ जाना !
एक दिन का फोटोशूट के बाद मैं काफी थक गई मेरी बहुत अच्छी फोटो हुई। रात भर नींद नहीं आई क्यूंकि मोहित जी से फोटो खिंचवाना गर्व की बात थी … वो बहुत फेमस हैं !
अगले दिन मैं अपनी कुछ ड्रेस लेकर दुआ पिकाडली गई !
मोहित : हा हा ! इन कपड़ों में ..? गंवार लगोगी बिल्कुल ! … रामजी ! बीच ड्रेस मंगवाओ और बैकग्राउंड बीच थीम डालो !
मैं : ओह कितना रियल बीच लग रहा है … सैंड भी है …
मोहित : यह देखो ड्रेस … यह कैसी लगेगी … ?
मैं : सर यह तो बिकिनी है, लेकिन प्रोटोकोल में ऐसा कहाँ लिखा है?
मोहित : फिर बीच के सामने साड़ी पहनोगी …. आर यू मैड ?
मैं : लेकिन सर ?
मोहित : देखो मेरे पास टाइम नहीं है … और अगर तुम्हें मेरी बात नहीं माननी तो कोई बात नहीं ! किसी और से पोर्टफोलियो बनवा लेना … लेकिन अगर मैं तुम्हारी बेतुकी फोटो खींचता हूँ तो इंटरनेशनल मार्केट में मेरा नाम ख़राब हो जायेगा !
मैं : ओके सर … मैं चेंज करके आती हूँ …
मोहित : ओके फिर …लेकिन मेरे पास सिर्फ घंटा भर है … क्विक !
मैं सिर्फ बिकिनी यानि काले रंग की ब्रा और पैंटी में बहुत कमसिन सेक्सी लग रही थी !
मोहित : जाकर वहां खड़ी हो जाओ …लेट मी चेक !
मोहित : ओह नो … तुम स्पा नहीं जाती नेवेल के पास का स्किन कितना रफ लग रहा है ! मेरा पिक्सेल पकड़ लेगा, कमर बदसूरत लगेगी और जांघें भी कितनी रफ लग रही हैं !
मैंने सोचा यह तो मुझे ब्रा पैंटी में देखकर बेहोश हो जायेगा पर इसके तेवर तो कुछ और ही थे .. स्पा करवाने वाली लड़की और अमीरजादी आती होंगी ! मैं कहाँ जा पाती ऐसे जगह ! शुक्र है मैंने वैक्सइंग करवा लिया वर्ना इन्सल्ट हो जाती !
मोहित : मेकअप … जरा कोल्ड क्रीम और ग्लॉस लाना !
मोहित मेरे पास बैठकर मेरी जांघों और मेरी कमर में क्रीम लगा रहा था …
शर्म तो आ रही थी पर चुप थी मैं… खुद को सुपर मॉडल जो समझ रही थी।
मोहित : ओके जाकर लेट जाओ … रोल … क्लिक … ओके … एयर ब्लो … बाल उड़ने दो … डोंट स्टॉप कीप क्लिकइंग
मोहित : पीछे घूम जाओ और पैंटी लूज़ करो ..
मैं : स स सर मैं कुछ समझी नहीं …?
मोहित : यहाँ लिखा है एस चीक … मतलब कूल्हों के बीच की दरार की भी फोटो चाहिए।
मैं : लेकिन ऐसा क्यूँ … ये तो गन्दी फोटो हुई न ?
मोहित : ओके क्विट कर देते हैं ये पिक !
मैं : नहीं नहीं सर आप समझा दो … ले लेते हैं !
मोहित सर आये और मुझे झुकाया और सबके सामने मेरी पैंटी खिंची और मेरी गान्ड एक्सपोज़ कर दी।
वहाँ करीब चार लोग थे … मुझे बहुत शर्म आई ! मन किया यह सब छोड़ दूँ ! पर ऐसा करती तो शायद मोहित सर मुझे पेंडू समझते … लोग हँसते कि मॉडल भी बनना चाहती और शर्माती भी है …
मोहित सर ने मेरी गाण्ड में ग्लॉस लगाया और शायद अब मेरी गाण्ड चमक रही थी .. आधी पैंटी उठाई और मुझे झुकने को कहा …
तीन चार फोटो उठाई गई …
मोहित : ब्रेक … इनको टावल दो … दो कॉफ़ी मंगवाओ …
मैं चुपचाप टावल लपेट कर बैठ गई मोहित सर मेरे पास आये ..
हम दोनों कॉफी पीने लगे … क्रू मेम्बर बाहर चले गए और स्टूडियो का दरवाज़ा भी बंद हो गया ….
मोहित सर ने प्रोजेक्टर पर तीस फोटो दिखाए ..एक से बढ़कर एक … उनमें से हमने दस सेलेक्ट किए …
मोहित : सो? कैसी लगी … ? इस बार तुम मिस दिवा 2011 पक्की !
मैं : सच्ची सर? कैसे?
मोहित : मैं यह बरसों से देखता आया हूँ .. बोल्ड और नेचुरल लुक सबको पसंद है … पर !
मैं : पर क्या सर?
मोहित : एक प्रॉब्लम है … तीन फोटो और चाहिए … एक टोपलेस, एक बैकलेस … और एक सीडकटिव !
मैं : एक टोपलेस ! एक बैकलेस .. नहीं सर अगर घरवालों को पता चला तो मेरी खैर नहीं …
मोहित : फिर तो कोई चांस नहीं .. दिवा 2011 मतलब जानती हो सुपर मॉडल फिर इटली .. फ्रांस … हॉलीवुड में सीधा एंट्री …
मैं : ठीक है सर पर अगर सेलेक्ट नहीं हुई तो ..?
मोहित : ऐसा मत सोचो … ऐसा हुआ तो सारे मोडल्स की फोटो उनको लौटा दी जाती है, प्राइवेट मैटर है …
मैं : लेकिन आपके लोग मुझे देखेंगे ….
मोहित: नहीं प्राइवेट फोटो शूट में वो नहीं आते … गो एंड एन्जॉय नेचुरल रेमेम्बर
मैंने पीछे से अपनी ब्रा का हुक खोला … सर ने मसल मसल कर क्रीम लगाई मेरे मम्मों पर, उनको बड़ा किया और चमकाया … बहुत मज़ा आ रहा था .. मदहोश होने लगी थी मैं, फिर सर ने पैंटी खोल डाली … मैं बिल्कुल नंगी थी लेकिन झांटों में बाल थे …
मोहित : ओह नो … बाल … डोंट वरी…
मोहित सर ने मुझे लेटाया और खुद क्रीम लगा कर झांटें शेव की .. मोहित सर ने मुझे अपने गोद में बैठाया …
मोहित : वाव ! सेक्सी लुक …
सर मेरे पूरे बदन को छू रहे थे और मुझे भी नशा आ रहा था ! क्यूँ मैं मना नहीं कर पा रही थी पता नहीं …
मोहित : बेबी तुम ही हो इस बार की दिवा पर एक अल्टीमेट फोटो लेने दो .. सीडकटिव
मैं : मतलब सर … अब तो मैंने पूरी नंगी फोटो खिंचवा दी … अब क्या करूँ?
मोहित : मतलब कामवासना से भरी हुई आँखे और सेक्स के दर्द का चेहरा …
मैं : ऐसा चेहरा कैसे बनाऊँ कैसे सर ?
मोहित : वही तो मुश्किल है .. इस बार मैं तुम्हें चोदूँगा … और फोटो खिंचेगा ..
मोहित सर ने कैमरा को ऑटो मोड में डाला … अपना पैंट खोला और सीधा मेरे से चिपक गए।
मैं : नहीं सर ! मुझे नहीं करवाना यह … मुझे पार्ट नहीं लेना !
पर सर ने मेरी एक न सुनी … वो पीछे से मेरे अन्दर अपना लण्ड डाल कर झटके देने लगे।
मैं : ईई ई लीव मी.. अह अह अ ह्ह्ह्हह
सर ने कभी आगे से कभी पीछे से मुझे चोदा …. जमकर … मज़ा आया !
पर गन्दा भी लगा …
सर ने अपना वीर्य ज़मीन पर निकाला और निढाल हो गए …
मैंने झट से अपने कपड़े पहने और वहाँ से निकल गई …
दो दिन बाद पार्सल आया … मेरी पिक्स थी … पर मोहित सर कहीं नहीं थे उन पिक्स में और न ही किसी फोटो में मेरी बुर का या सीधा सीधा चुचूक का फोटो था … एकदम डिसेंट फोटो और सेक्सी भी !
सर ने ग्राफिक्स का उपयोग बेहतरीन किया था !
मैंने अपने फोटो दिवा 2011 में भेजी … एक हफ़्ते बाद एक कॉल आया !
फ़ोन : इस मिस श्रेया स्पकिंग्ग?
मैं : येस …
फोन : यू आर मिस दिवा 2011
मैंने मन ही मन कहा- थैंक यू मोहित सर ! यू आर ग्रेट !