दोस्तो मेरा नाम पीयूष है और मै पूना में रहता हू।ये कहानी मेरी मम्मी मौसी और मेरी है।मेरी उम्र 21 है मैं दिखने में एवरेज लड़का हू। मै वर्जिन लड़का हू। मेरे सभी दोस्तो की गर्लफ्रेंड है और वो चूदाई भी करते है पैर मुझे कोई लड़की भाव हो नही देती थीं इसी वजह से मै काफी पोर्न देखता हु। और लंड हिलाकर अपने आप को सन्तुष्ट करता हू।
मेरी मां का नाम सुनंदा है उनकी उम्र 43 है वो दिखने में सावली है। उनका भरा हुआ बदन और बड़े बड़े बूब्स देख कार कोई भी उसे चोदना चाहे। मेरे घर में मै और मम्मी हो है पापा को गुजरे 5 साल हो गये। अब मैं कहानी पर आता हु।एक दिन मेरी मम्मी की फ्रैंड का कॉल आया तो मम्मी उनसे बात करने लगी,,फिर मैंने और मम्मी ने खाना खाया और सोने लगे। तभी मम्मी ने मुझे बताया उनकी फ्रैंड के हसबैंड की जॉब पूना में लगी है तो वो पूना आ रहीं है। तो मैंने उन्हें अपने घर पर ही रहने को बोला। ऊपर वाला कमरा खाली है तो उनको रेंट पर देते है। मैंने मम्मी को बोला जैसा आप को ठीक लगे। कुछ दिनों बाद मम्मी की फ्रेंड आई उनका नाम सुनीता है।साथ में उनके हसबैंड राजेश थे। सुनीता मौसी दिखने में बहुत सुंदर है। उन्हें देख कर ही मै उनका दीवाना हो गया था।कुछ दिन अच्छे से बीत गये राकेश अंकल भी अपने काम पर जाते। जब अंकल की नाइट शिफ्ट रहती मौसी हमारे साथ ही सोती थी। मै ऊपर बेड पर सोता था और मम्मी और मौसी नीचे सोती थी।
एक दीन रात को मेरी निंद खुली तो मुझे नीचे से आहा उह आह अंदर डालो हा उहमैंने धीरे से नीचे देखा तो मैं दंग रह गया।मेरी मम्मी पूरी नंगी लेटी थीं और सुनीता मौसी मम्मी की चुत चाट रही थीं। मम्मी ने उनके सिर को पकड़ रखा था।फिर मौसी चुत में 2 ऊंगली डाल कर अन्दर बाहर करने लगी। मैंने पहला बार मम्मी को पूरा नंगा देखा था। उनकी काली काली चुत देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था। फिर मौसी मम्मी के ऊपर चढ़ कर किस करने लगी। दोनो जैसे एक दूसरे के होट खा जायेंगे। मौसी मम्मी के पूरे चहरे को चाटने लगी थीं। मम्मी के दोनो हातो को ऊपर करके उनके गले को चूमने लगी। फिर मम्मी की बालो से भरी बगलो मे मुंह डाल कर चाटने लगी।तभी मम्मी ने मौसी की नाइटी निकाल कर मौसी पैर चढ़ गई और मौसी को किस करने लगी और उनकी ब्रा निकाल कर बूब्स चूसने लगी।फिर मम्मी नीचे जूक कार मौसी की चड्डी निकली और चुत चाटने लेगी।फिर दोनो एक दूसरे से चिपक कर किस करने लगे और चुत को आपस में रगड़ने लगे।थोड़ी देर बाड़ मौसी उठी और मम्मी के ऊपर 69 की पोजिशन में चुत चाटने लगी। करीब 10 मिनट बाड़ मौसी ने एक हात से अपनी चुत रगड़ते हुए मम्मी की मुंह पर अपना पानी छोड़ दीया। मम्मी उसको पीने लगी मम्मी की मुंह पर भी मौसी का पानी लगा था। मौसी उठ कर मम्मी का चहरा चाटने लगी। और एक हात से मम्मी की चुत रगड़ने लगी
मम्मी:- मेरा पानी निकलने वाला हैतभी मौसी झुकी और चुत चाटने लगी कुछ ही देर में मां का वीर्य निकल गया। मौसी पूरा पानी चाट कर चुत को साफ कर दीया। मां ने चुत को नाइटी से पोछा और नाइटी पहन कर लेट गई। मौसी खड़े होकर बाथरूम में जाने लगी। तभी उन्होंने मजे देख लिया। मै सोने का नाटक करने लगा पर उन्होंने मुझे देख लिया था। ये मुझे तभी समझ आ गया
बाथरूम से आकर मौसी ने अपनी नाइटी पहन ली और मम्मी के पास लेट गईमौसी:- मजा आया मेरी जानमम्मी:- तेरे जैसा मजा तो कोई मर्द भी नहीं देता जानमौसी:- अच्छा कितने मर्दों का लिया है इस चुत नेमम्मी:- तेरे पति को पकड़ के 3 लंड लिए इसमें एक मेरा पड़ोसी बुड,
मौसी:- बुड्डों का लंड लेगी तो क्या मजा आयेगा किसी जवान का लंड लेके देखमम्मी:- अब इस उमर में कहा जवान लंड मिलेगामौसी:- तेरा पता नही पर मुझे शायद मिल गया।मम्मी:- कहा मिला तुझेमौसी:- तेरे घर में ही मिला,,मम्मी:- पीयूष की बात कर रही हो। तुम मेरी उमर की हो तूमे उस नजर से देखता भी नहीं मेरा बेटा।मौसी:- अगर मैंने उसका लंड लिया तोमम्मी:- जो तू बोलेगी मै वो करूंगी।मौसी:- सोच ले मै कुछ भी बोल सकती हूमम्मी:- हा सोच किया
अगले दीन मै सब उठा तो मेरे दिमाग मे कल रात वाला सीन चल रहा था। पर मैं ये सोच के खुभी था की अब मैं भी सेक्स करूंगा। मम्मी भी बहुत खुश दिख रहीं थींमै नहाने के लिऐ बाथरूम जा रहा था तो मौसी ने मेरी तरफ देख के स्माइल की। फिर मैं टैरेस पर गया तो मौसी मेरे पास आई और मुझसे बात करने लगी।कुछ देर बात करने के बाद उसने मुझे गर्लफ्रेड के बारे में पूछा तो मैं शर्माने लगा।मौसी:- अरे शर्म क्यों रहें हो बोलोमै:- मौसी मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं।मौसी:- क्यों तूने कभी ट्राई नहीं किया कियामै:- नहीं कोई भाव ही नहीं देतीमौसी:- मतलब तुमने कभी वो नहीं किया जो गर्लफ्रेंड के साथ करते है।मै:- क्या मौसीमौसी:- इतना बोला मत बन। वोही जो तू कल रात देख रहा था।मै शर्माने लगा और इधर उधर देखने लागा। तभी मौसी ने मेरे पैंट के ऊपर से लंड को पकड़ा। मै कुछ नहीं किया और खड़ा रहा। थोड़ी देर में मेरा लंड खड़ा हो गया। तभी मम्मी ने मुझे आवाज़ लगाई और मै नीचे गया।मम्मी ने मुझे मार्केट भेजा और मै मार्केट गया। जब मैं आपस आया तो मम्मी और आंटी किचन मे थी।
शाम को करीब 7 बजे अंकल डयूटी के लिऐ निकले मै बहार था । कुछ देर बाद मम्मी ने मुझे आवाज़ दीमै मम्मी के पास गया तो मम्मी बोली ऊपर जा तेरी मौसी को कुछ काम है।मै मौसी की रूम में गया तो मौसी ने मुझे चाय पिलाई और मेरे पास बैठ कर बोली।मौसी:- पीयूष बेटा। कल रात को तुमने देख लिया मै और तुमारि मम्मी क्या कर रहें थे।हम दोनो शादी से पहले से करते है।इतना बोल के मौसी ने मेरे लैंड पर हात रखा और मुठ्ठी में पकड़ कर मेरी तरफ देखने लगी,, मेरी सांसे तेज चल राही थी। मेरा लंड भी खड़ा हो गया था।मौसी ने मेरे सर को पकड़ा और मेरे होटों पर किस करने लगी। मै भी उनका साथ देने लगा।थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरा पेंट खोला और चड्डी नीचे करके लंड हात में लिया और लंड पर जीभ फेरने लगी,,फिर लंड पर थूक कर लंड मुंह में लिया और चूसने लगी।मैं सातवे आसमान पर था। पहला बार मेरा लंड कोई चूस रहा था। तभी मैं 3 मिनट मे उनके मुंह मे झाड़ गया,। उन्होंने सारा पानी पिया मेरे लंड का छाबड़ा पीछे चला गया था और मेरा टोपा बहार आया था। फिर मौसी ने अपनी साड़ी ऊपर की और चड्डी निकली मेरी पास आकर बोलीमौसी:- पीयूष बेटा तुमने कभी किसी औरत की चुत चाटी नहीं ना। आजा मेरी चाट ले,,मौसी बेड पैर लेट गई और अपने पैर फैलाकर मुझे इशारा किया । मै मौसी की काली काली चुत देख कर उसे फैलाया और चुत की दरार पर जीभ रख कर चाटने लगा।मौसी:- बेटा चुत पर थूको ओर पुरी जब अंदर डालो
मै वैसा ही करने लगा मौसी मेरे बाल पकड़ कर चुत पर दबा राही थी। मेरा मुंह उनके बड़े जांघो के बीच फसा लिया था।मौसी:- बेटा अपना पैंट पूरा उतार दो और अपने लंड को मेरी तरफ करोमैंने पैंट उतारी और लैंड मौसी की मुंह के पास ले गयामौसी लंड को चूसने लगी और मैं चुत चाटने लगा। तभी मौसी बोली बेटा अब रहा नहीं जाता लंड को चुत में डाल।
मै उठा और लंड को चुत पर सेट किया अंदर डालने लगा मेरा लंड थोड़ा अंदर जाते ही मुझे हल्की सी जलन होने लगी। मैंने तुरंत लंड बहार निकाला तो मेरे लंड की चमड़ी पीछे गई थीं।मौसी:- बेटा लैंड पर तेल लगा लोमैंने लंड पर तेल लगाया और फिर से डाला, धीरे धीरे मैं पूरा लंड अंदर डाला। मौसी ने मुझे अपनी तरफ खींचा और मुझे झटके मारने को बोली।अब मैं अपने झटके मारना स्टार्ट किया। मै मौजी के ऊपर था उन्होंने मुझे जाखड़ रखा था और मै लगातार झटके मार रहा था। मौजी की आंखे बंद थीं और ओ आहा उह आहा उई की सिसकारियां लेने लगी।इतने में मौजी झाड़ गई,, मेरी भी स्पीड बड़ गई थीं। और मई उनकी चुत में ही झड़ गया। मौसी उठी और अपनी चड्डी पहन कर साड़ी ठीक की। और मैंने भी अपने कपड़े पहने।बाद मे मै निचे गया और टीवी देखने लगा। थोड देर बाद मां मौसी के पास ऊपर गई तो मैं भी पीछे गया,,, और उनकी बाते सुनने लगा।मैसी:- तू सोच ले,,, मजे करने है की नहींहा करेगी तो मैं उससे बात करती हुमम्मी:- पर मेरा बेटा है वो। क्या सोचेगामौसी:- रात भर के लिऐ भूल जा वो तेरा बेटा है। एक बार खेल शुरू हो जाये तो तू खुद भूल जायेंगी।इतना बाडिया लंड है उसका की मजे आ जाये ।मेरा तो मन ही नहीं भरा था। पर उसका पहली बार है तो सोचा थोड़ा सब्र कर लेती हू।मम्मी:- पीयूष मानेगा?मौसी:- मै उसे मानती हू। तू बस तैयार रहना। फिर दोनों किस करने लगे। और मै निचे आ गया।मै खुश भी था और नर्वस भी था की मम्मी को मै कैसे करू। तभी मौसी मेरे पास आई और मुझे पैसे और टैबलेट्स की डब्बी देकर बोली मेडिकल से टैबलेट्स ला।मै गया और टैबलेट्स लेकर आया। मेडिकल वाला लड़का मेरी तरफ देख कर स्माइल कर रहा था तो मैं समाज गया ये मेरे लिऐ है।रात को हमने खाना खाया और सोने लगा।मौसी:- बेटा पीयूष आजा हम दोनों के बिच में सोजा आज। मै भी राजी हो गया।और लाइट बंद करके दोनों के बिच में सो गया। कुछ देर बाद मौसी मुझे चिपक कर सोने लगी और मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया। और गले को चूमने लगी। फिर होटों को किस करने लगे। मैंने अपना पेंट निचे किया और मौसी के चोटी पकड़ कर सर को लंड के पास लाया। फिर मौसी ने पूरा लैंड मुंह में लाया। फिर लंड पकड़ कर चूसने लगी।फिर मेरे कानो के पास आकर बोली अब सो जाओ।मै:- मेरा खड़ा है। मुझे निंद कैसे आएगी। थड़ी देर करते है।मौसी:- अभी शाम को ही तो किया है अब नहीं।मै समाज गया था मौसी मुझे तड़पा कर मम्मी को मुझसे छुड़वाना चाहती है।मै:- मौसी अब मैं इसको कैसे सुलाऊमौसी:- कोई और चुत ढुंड ले।मै :- अब कहा मिलेगी मजे चुत।मौसी :-तेरे उस तरफ है तेरे मम्मी की।मै:- शर्माकर बोला मम्मी की कैसे वो मम्मी है मेरीमौसी:- कुछ नहीं होता अभी लंड के बारे में सोच।मै:- क्या करू मैंमुसी:- तेरे मम्मी को चिपक और धीरे से किस कर
अब मैं मम्मी को चिपक कर उनकी गर्दन को चूमने लगा और लंड को उनकी जांघो पर दबाया। मै जानता था मम्मी मजे लेरही है। फिर उनकी नाइटी ऊपर उठाई और निचे जाकर चड्डी के ऊपर से ही चुत चाटने लगा। फिर चड्डी का चुत वाला हिस्सा साइड करके चुत में झिभ डाल दो। उनकी चुत की मादक खुशबू से मै पागल हो गया और चुत चाटने लगा। मम्मी से रहा नाही गया और मेरे बाल को पकड़ कर क़मर ऊपर करके ओ चटवाने का मज़ लेने लगी। फिर मैंने लंड chut पर रखा और एक ही झटके में अंदर डाल दिया। मम्मी:- उई मा मरगाई आया धीरे डालमै जोर जोर से चोदने लगा। और मम्मी की मुंह से सिसकरियो की आवाजे आ रही थी। मौसी:- बोला था ना लंड में दम हैमम्मी:- आह उह आय आह सही बोला यह तो घोडे जैसा चोद रहा आह आई आह है।मम्मी ने मुझे पकड़ कर अपनी तरफ़ खींचा और किस करने लगी। मुसी ने अपनी नाइटी उतारी और नंगी होकर लाइट ऑन की और मम्मी की मुंह पर चुत रख कर रगड़ने लगी।और मै जोर से चोद जा रहा था तभी मेरा पाणी मम्मी की चुत मे निकला। तभी मम्मी ने चुत चाटने बोला और मै चुत चाटने लगा। चुत से मेरा पानी लिक हो राहा था। और मै मजे से चाट कर साफ किया फिर मम्मी उठ कर मेरा लंड मुंह मे लेने लगी आर मै लेट गया। मौसी मेरे मुंह पर बैठ गई। मुसी की बडी गांड़ से मेरा चहरा दब गाया था। फिर मम्मी ने किचन से पानी लाया और मुझे टैबलेट्स खाने बोली। मैंने टैबलेट्स खाई। फिर मौसी और मै 69 की पोटलसिशन मे थे। मौसी मेरे ऊपर थी। और मम्मी मेरे गोटियों को चाट रही थी तभी मेरा लंड फिर से टाइट हो गया। मम्मी डॉगी स्टाइल में होकर मुझे इशारा किया। मै पीछे से लंड चुत मे डाला। मौसी मेरे मम्मी के सामने बैठ कार मम्मी से चुत चटवाने लगी। मै पीछे से चोदने लगा
मौसी:- क्या कर रही है। ठीक से चाट ना। जीभ अंदर डाल
मम्मी चुत पर थूकी और जीभ अंदर डाल कर चाटने लगी। और जोर से गांड़ हिलाकर मेरा साथ देने लगा।
थोड़ी देर बाद मौसी बोली:- सुनंदा मै निचे लेट जाती हू टू मेरे ऊपर आ आर चुत चाट मेरीमम्मी:- आ हा उई थोडी देर रुख मेरा होने वाला है। मौसी:- इसलिए तो बोल रही हू मै तेरी निचेसे चटुगी। और पीयूष का लंड भी चाटती हूमम्मी चुत को सहलाती हुईं उठी और मुसी की ऊपर लेट कर 69 मे डॉगी बन गई। मौसी निचे से चुत चाटने लगा।मै रूखा थातो मम्मी बोली:- तू क्या कर रहा डाल ना।मै मम्मी की चुत मे डाल दिया। मुसी मेरे लंड और चुत पैर जीभ फेर रही थी। मम्मी अब सातवे आसमान पर थी और गांड़ हिलाने लगा। मौसी:- गांड़ मत हिलामम्मी:- आहा हा जोर से चोद मादरचोद्द मै जोर से चोदने लगा। तभी मम्मी की चुत से पानी निकलना स्टार्ट हुए।मौसी की चहरे पर करने लगा। मै जोर से करने लगा पूरे रूम मे पच पच की आवाज़ आने लगी। मम्मी उठी और मौसी की मुंह के ऊपर होकर कर चुत सहलाने लगीं। मौसी निचे से मुंह खोलकर सब अंदर ले रही थी। तभी मैं मौसी के चुत पर गया और पैर कंधे पर रख खर लंड चुत मे दाल दिया। मौसी भी झड़ने वाली थी। मम्मी अब मौसी का चहरा चाट कर साफ करने लगी। इतने में मौसी ने मुझ लंड निकलने को बोला और खड़ी होकर चुत सहलाने लगा और मेरे बाल पकड़ कर चुत के पास लाई। मैंने मुंह खोला वैसे हि मेरे मुंह में झड़ गई। मै पूरा पाणी पिया डर मम्मी मुझे किस करने लगा। मेरा लंड टाइट था तो मैं और मम्मी लैट गाये। और मौसी लंड को मुंह में लेने लगा। मम्मी:- घर मे हि इतना मज़ था और मै बहार से चुदाती थी।पर अब नहीं।मौसी भी मेरी दूसरी साइड लेट गई। थोड देर के बाद दोनों मजे दो तरफ से चूमने और चाटने लगे। दोनों का मोटा बदन और मै 21 साल का दुबला पतला लड़का। बिच में दब गया था। मम्मी फिर से मदहोश होकर मुझे किस करने लगी। और हातों से गालों को दबाकर मेरे मूंह में थूकती और होट चूसती।
कुछ देर बाद मम्मी मेरे लंड पर बैठ कर उछलने लगीं।और मौसी मेरे होटों को चूसते हुए चुत सेहला रहीं थी
उस रात मैं 4 बार झड़ा था।और अगले दीन अंकल भी छुट्टी पर थेतो हम चारो ने ग्रुप सेक्स किया।अगर आप को कहानी पसद आए तो कमर
Nice imagination