सीनू की माँ अंकल के साथ अकेले में कुछ गोलमाल कर रही होती है। अब जब सीनू को पता लगा तो उसने जो किया वो देखने लायक था। ये जाने के लिए आपको कहानी तो पढ़नी ही होगी। हलाकि कहानी जैसी भी हो ये बात तो मानी पड़ेगी की सीनू ने अपनी कहानी का नाम बड़ा मजेदार रखा है पढ़ते ही हसी आ जाती है। मम्मी अंकल गोलमाल कहानी सीनू द्वारा भेजी गई पहली कहानी है इसलिए सीनू को ईमेल भेज उसे ये जरूर बताइयेगा की कहानी में आपको क्या अच्छा लगा। सीनू का ईमेल कहानी के अंत में है।
मेरा नाम सीनू है मैं बनारस का रहने वाला हु मेरी उम्र 20 साल है दिखने में ठीक ठाक हु अब अपनी कामुकता कहानी पर आता हूँ।
मेरे घर में मेरी मम्मी अनुराधा जो की 39 साल की है दिखने में सेक्सी है बड़े गोल बूब्स मस्त उभारी हुवी गाड़ है मेरे पापा आर्मी में है तो बहुत कम घर पर रहते है मैं और मम्मी घर पर रहते है। मेरी मम्मी घर पर अकेली रहती थी इस वजह से मेरी desikahani काफी कामुक और चुदाई भरी है दोस्तों।
सब ठीक चल रहा था एक दिन मेरे पड़ोस के शर्मा अंकल मेरे घर आये और बोले बेटा मेरे एक रिश्तेदार का ट्रान्फर बनारस हो गया है तो क्या तुम उनको कुछ दिनों के लिए अपने घर में किराये पर रखो गे मैने मम्मी से पूछा वो बोली ठीक है रख लेगे करीब 10 दिनों बाद हमारे घर एक जोड़ा आया आदमी का नाम कमलेश था जो की 40 साल का था आंटी कोमल 38 साल की थी।
आंटी भी बहुत सेक्सी थी उनकी बॉडी स्लिम अंकल बहुत स्मार्ट थे फिर मम्मी ने उन दोनो को रूम दे दिया कुछ दिन वो हमारे साथ रुके हम सब काफी घुल मिल गए एक दिन अचानक रात को मेरी नीद खुली मैं बतरूम जाने लगा की अचानक मैने देखा मम्मी आंटी के कमरे में देख अपनी चुत सहला रही थी मैं हैरान रह गया कुछ देर देखता रहा मम्मी के बाल खुले थे वो पसीने से तर थी। उस दिन में जाना की कैसे होती है risto me chudai और कैसे एक औरत मर्द को कुश करने के लिए सब कुछ कर सकती है।
अपनी चुत के पास सहला रगी थी फिर वो चली गयी मैं चुपके से आंटी के कमरे में देखने गया तो दग रह गया दोनो नगगे अगल बगल पड़े थे आंटी की चुत से गीली थी मैं समझ गया मम्मी दोनो की चुदाई देख रही थी मैं भी अपने कमरे में चला गया।
अगली सुबह मैं गौर करने लगा मम्मी अंकल को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रही थी फिर यो चलता रहा एक दिन आंटी को किसी काम से अपने घर चली गयी अंकल घर पर ही थे मेरे मन में मम्मी और अंकल का मिलन चल रहा था रात को अचानक लाइट चली गयी मम्मी मेरे पास आयी और बोली मेरे कमरे में लेट जा वरना इन्विटर खत्म हो जाय गा मैं उनके कमरे में चला गया मैने कहा मम्मी अंकल बिचारे गर्मी में होंगे उनको भी बुला लू।
मम्मी बोली बुला ले फिर मैं अंकल को भी ले आया डबल बेड पर बीच में मैं अगल बगल मम्मी और अंकल काफी रात को मेरी आँख खुली मैने देखा दोनो गहरी नींद में थे मैं उठ कर बात रूम गया लेकिन जब वापिस आया तो देखा अंकल करवट लेने की वजह से मम्मी के करीब चले गए मै अब साइड में लेट गया हल्की रोशनी में गर्दन को उठा उठा कर देखने लगा।
पहले तो मम्मी दूसरी तरफ मुह करके लेटी थी तभी अंकल ने एक हाथ उनकी कमर पर रख दिया सहलाने लगे मम्मी करवट लेकर एक दम सीदी लेट गयी फिर अंकल ने हाथ उनके पेट रख दिया और शलाने लगे उन्होंने सफेद कुर्ता पहना था मम्मी ने कुछ नही कहा अंकल की हिमत बढ़ गयी उन्होंने एक हाथ उनकी चुचियो पर रख दिया और दबाने लगे मम्मी हल्की से आह निकल गयी अंकल ने धिरे से अपना पैजामा उतार दिया और नेकर में होगये मेरी तरफ देखा मैं सोने का नाटक करने लगा।
फिर उन्होंने मम्मी की सलवार खोल दी और उनकी चुत में हाथ डाल दिया सहलाने लगे मम्मी अंकल से लिपट गयी और दोनो किश करने लगे तभी अंकल एकदम से मम्मी के ऊपर चढ़ गया कुछ देर बाद मम्मी को दक्के लगाने लगे मम्मी ससस आह ससस आह कर रही थी अंकल उनको पेल रहे थे बेड हिल रहा था काफी देर बाद अंकल गिर पड़े मैं भी मुठ मार कर सो गया।
अगली सुबह जब मैं उठा देखा बिस्तर पर कोई नही था मैं बाहर निकला तो मम्मी बोली अंकल को चाय दे आ मैने कहा अंकल आफिस नही गए वो बोली नही मैं उनको चाय दी मम्मी बोली जा तू कॉलेज हो आ मैं समझ गया कुछ बात है मैं कोलेज क्या मगर एक घण्टे में ही वापिस आ गया गेटबेल बिना बाजए गेटकुद गया अंदर आ गया अपने बेडरूम की किडकी का लॉक मैने पहले ही हटा दिया था वहाँ से अन्दर घुस गया।
मैने धिरे से रूम से निकला देखा सामने सोफे पे अंकल बैठे थे मम्मी कुछ देर बाद आयी उन्होंने रेड साड़ी ब्लैक ब्लाउज पहना था अंकल के साथ बैठ गयी मैं धिरे से आगे बड़ा और उनसे कुछ दूरी पर टेबल के पीछे से देखने लगा तभी मम्मी अंकल बाते कर रहे थे।
अंकल बोले….भाभी जी आप बहुत अच्छी हो आप मेरा कितना ख़याल रखती हो
मम्मी….हस्ते हुवे बोली तो आप ने भी तो मेरा ख़याल किया काल रात को
अंकल….बोले माफ करना भाभी जी मुझे लगा मेरी वाइफ है सॉरी…
मम्मी….आपने तो मेरी इज्जत लूट कर सॉरी बोल दिया अब मैं क्या करू
अंकल….आप जो सजा चाहो दे दो
मम्मी….आपकी सजा यही है आप मेरी प्यास बुझा दो
अंकल…. भाभी जी सच बताऊ तो मैं कब से आपको चोदने के सपने देख रहा था
मम्मी….तो फिर देर मत करो राजा चोदो मुझे ।
अंकल ने मम्मी को पकड़ लिया किश करने लगे पागलो की तह एक दूसरे को नोचने लगे मम्मी अंकल को भूकी शेरनी की तरह नोचने लगी अंकल मम्मी के ब्लाउज के ऊपर से उनकी चुचियो को दबाने लगे मम्मी आह…और तेज दबाओ आह…अंकल ने मम्मी के ब्लाउज के हुक खोलने लगे उसे उतार दिया मम्मी ने अपनी ब्रा खुद खोल दी उनकी गोरी चुचिया बाहर आ गयी उनके काले बड़े निपल्स को अंकल मुँह में लेके पीने लगे।
मम्मी मदहोश हो गयी आह….पिलो….आह…आह काटो मत आह…अंकल उनको खड़ा किया उनके पेटीकोट का नारा खोल दिया पेटीकोट नीचे गिर गया अंकल ने उनकी पैंटी नीचे कर दी मम्मी की बालो वाली चुत साफ दिखने लगी अंकल ने उनको सोफे पे बैठा दिया उनकी दोनो टाँग खोल दी उनकी गर्म चुत पर मुँह को लगा दिया।
मम्मी छटपटाने लगी आह…अअअअअअ…..हाय रे अस्ससस्स आह मजा आ रहा है अंकल उनकी चुत में अपनी जवान को डाल रहे थे मम्मी चिलाती हुवी बोली आहआह अब डाल दे अपना लड़ अंकल ने तुरंत ही अपने हतियार को मम्मी के चुत में पेल दिया मम्मी आह हुऊऊ करने लगी अंकल ध्क्का धक चुदाई करने लगे मम्मी उई मा चोदो राजा मजा आ रहा है हा हहआ और तेज आह आह और तेज अंकल आह कितनी मस्त चुत है तेरी रंडी मम्मी आह चोदो अंकल मैं आने वाला हु मम्मी निढाल हो गयी अंकल ने उनकी चुत में अपना बीज डाल दिया दोनो सोफे पे गिर पड़े।
मैं वहाँ से हट कर अपने रूम में चला क्या और बाहर निकल कर कुछ देर बाज बेल बजायी मम्मी 10 मिनट बाद आयी मैने देखा उनके बादल खुले थे कपती हुवी बोली आज जल्दी आ गया मैने कहा हा फिर मैं अन्दर आ गया अंकल अपने रूम में फिर रात को मम्मी ने खाना दिया मुझे अंकल को मैं रूम में चला गया अंकल मम्मी बाते कर रहे थे।
फिर अंकल ने मम्मी को अपने रूम में चलने को कहा मैं वही किडकी पर फिर चला गया जहाँ से मम्मी देखती थीं मैं देखने लगा पहले अंकल ने मम्मी को नग्गी कर दिया फिर वो उनकी गाड़ पर तेल लगाने लगे ताकि मेरी maa ki chudai अच्छे से कर सके।
मम्मी मना कर रही थी अंकल नही रुके मम्मी को दीवाल के सहारे खड़ा कर दिया और लड़ उनकी गाड़ पे टिका दिया और एक जोरदार ध्क्का मारा तेल लगा होने के वजह से लड़ अन्दर हो गया मम्मी आह की जोरदार वाज निकाले लगी रको रको करने लगी अंकल उनकी एक नही सुन रहे थे उनको दीवाल के सहारे खड़ा करके उनकी गाड़ मारने लगे मम्मी आह हुऊऊ मार गयी आह अंकल पटा पट लगे थे कुछ देर बाद अंकल निढाल हो गए मम्मी बिस्तर पर गिर गयी मैं वहाँ से चला आया।
हिंदी सेक्स कहानी कैसी लगी मुझे मेल करे।।।।