दोस्त की बहन ने सील तुड़वाई

हैलो दोस्तो कैसे हो आप सब में आशा करता हूं कि आप सब ठीक होंगे , मेरी एक कहानी इससे पहले भी आ चुकी है


मेरा नाम अभिषेक है मुरादाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं ,उम्र 22 वर्ष है, लंबाई 5 फूट 6 इंच है और लंड की लंबाई 6 इंच और मोटाई 3.5 इंच जो अच्छी-अच्छी लड़कियों के पसीने छुटा देता है ।


चलिये अब में अपनी कहानी ( दोस्त की बहन को चोदा ) पर आता हूं ये कहानी मेरे दोस्त की चचेरी बहन की चूदाई की कहानी है मेरे दोस्त का नाम मोनू है मेरा उसके घर पर आना जाना लगा रहता था ।


मेरे दोस्त मोनू का घर काफी बड़ा है उसके पापा और चाचा एक ही मकान में रहते थे

उसके परिवार में उसके मम्मी- पापा उसके चाचा- चाची और उसकी एक चचेरी बहन रहती थी मोनू की एक सगी बहन भी थी जिसकी शादी हो चुकी थी । उनके परिवार में सिर्फ 4 लोग ही रहते थे।


मोनू की चचेरी बहन का नाम सोनिका है उसकी उम्र 21 साल है उसका रंग गोरा है उसके मम्मे काफी बड़े है उसके चूतड भी काफी निकले हुए हैं ।


जब मैं मोनू के घर जाया करता था तो मैने सोनिका के बारे में कोई ग़लत ख्याल नहीं था लेकिन जब एक दिन मैने उसे गौर से देखा उसकी गांड़ और स्तनों को देखकर मेरा लन्ड खड़ा हो गया मैने उस दिन अपने घर जाते ही उसके नाम की मुठ्ठी मारी ।


अब मैं जब भी अपने दोस्त के घर जाता तो मेरा ध्यान उस पर ही रहता था एक दिन जब वह मेरे लिए चाय लेकर आई और जब उसने झुककर चाय मेज पर रखी तो मैं उसके स्तनों को निहारने लगा मेरा मन कर रहा था कि उसको अभी पकड़कर चोद दू। लेकिन मुझे मुट्ठ मारकर ही दिन काटने पड़ रहे थे।


एक दिन जब मैं मोनू को बुलाने उसके घर गया तो मोनू के घर पर कोई दिखाई नहीं दे रहा था मैने उसे आवाज लगाई, तो कमरे में से सोनिका निकालकर आयी ।


मैं – मोनू कहां है और कोई दिखाई नहीं दे रहा।


सोनिका – सब मामा के घर गए हैं वहां पर नानी का देहांत हो गया है मोनू भाई भी उन्हीं के साथ गए हैं ।


मैं – कब तक आएंगे सभी

सोनिका – उन्हें आने में रात हो जाएगी ।


मैं ये बात सुनकर बहुत खुश हुआ ।

मैं सोनिका के पास बैठ कर उससे बातें करने लगा जब मैं उससे बातें कर रहा था तो मैं उसके स्तनों को बड़े गौर से देख रहा था। और मुझे लगने लगा की सोनिका इस बात को नोटिस कर रही है ।


थोड़ी देर बातें करने के बाद सोनिका ने मुझसे कहा


सोनिका – अभिषेक मैं काफी दिनों से देख रही हूं कि तुम जब भी मेरे घर आते हो तो तुम मुझे ही देखते रहते हो । मैं तुम्हारी शिकायत मोनू भैया से कर दूंगी ।


मैं ये बात सुनकर काफी डर गया मेरी गांड़ फटने लगी और मैं उसके सामने गिड़गड़ाने लगा

मैं – सोनिका मुझे माफ कर दो मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ता हूं आगे से ऐसा नहीं होगा । तुम जो कहोगी मैं करूंगा ।

सोनिका – ठीक है तुम्हे मेरा एक काम करना पड़ेगा

मैं – सोनिका मैं सब कुछ करने के लिए तैयार हूं पर तुम अपने घर वालो से कुछ मत कहना ।

सोनिका – ठीक है कमरे के अंदर चलो ।


मुझे बहुत डर लग रहा था कि ये कमरे के अंदर ले जाकर क्या करेगी 

मैं – वहां क्या करना है सोनिका – चुपचाप अन्दर चलो नहीं तो तुम्हारी खेर नहीं । 

मैं डर डर के कमरे के अंदर जाने लगा सोनिका भी मेरे पीछे- पीछे आने लगी । मैं कमरे मैं जैसे ही अंदर गया सोनिका भी कमरे मैं आ गई और उसने दरवाजा बंद कर दिया।


कमरे के अंदर एक बेड पड़ा हुआ था । उसने दरवाजा बंद करते ही मुझे बेड पर गिरा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई।


सोनिका – अभिषेक आई लव यू 

ये सुनते ही मेरे मन में लड्डू फ़ूटने लगे मैने भी उसे आई लव यू टू कहकर उसके होठों को अपने होठों मैं लेकर 5 मिनट तक चूसने लगा उसके बाद मैने उससे कहा


मैं – सोनिका मैं तो आज डर ही गया था।

सोनिका – अभिषेक में तो तुम्हे बहुत पसंद करती हूं मैं तो काफी दिनों से तुमसे अकेले मिलना चाहती थी ।


फिर हम एक दूसरे को चूमने लगे । वह शूट सलवार पहने हुए थी। फिर मैं शूट के ऊपर से ही उसके स्तनों को दबाने लगा वो अजीब तरह की उत्तेजित आवाजे निकालने लगी। फिर कुछ देर एक दूसरे को चूमने के बाद हमने अपने कपड़े उतार दिए।

अब मैं अंडरवियर में था और सोनिका ब्रा और पैंटी में थीफिर हमने एक दूसरे को चूमना शुरू कर दिया ।

मैं उसे ऊपर से चूमते चूमते नीचे आने लगा जब मैं उसे चूम रहा था तो वह मेरे सिर को सहला रही थी।

और आ आ आई उ ऊ ऊ ए ई ई की आवाजे निकाल रही थी

 मैं उसको चूमते चूमते उसकी चुत के पास आ गया मैने उसकी पेंटी उतार दी और अपने हाथों से उसकी दोनो टांगो को फैला दिया अब मेरी आखों के सामने उसकी कुंवारी गुलाबी चुत थी उसकी चुत पर छोटे छोटे बाल थे बालो के बीच में छोटा सा छेद था ।


मैने बिना समय गंवाए उसकी चुत को अपने मुंह में ले लिया और जीभ से चाटने लगा ।

सोनिका को बहुत मज़ा आ रहा था 


सोनिका – चाटो अभिषेक चाटो आ.. आ ई ई.. ऊ ऊ…

5 मिनट चुत चाटने के बाद फिर मैने अपने लन्ड को पकड़कर सोनिका की चुत पर लगा दिया और धक्का मारने लगा

सोनिका ने पहले कभी सेक्स नहीं किया था इसलिए मेरा लन्ड उसकी चुत मैं जा नहीं रहा था ।


फिर मैंने अपने लन्ड पर खूब सारा थूक लगाकर जैसे ही धक्का लगाया तो लंड का टोपा ही अंदर था कि सोनिका रोने लगी

 सोनिका – अभिषेक बहुत दर्द हो रहा है

 मैं – कुछ नहीं होगा मेरी जान 


फिर मैंने उसके होंठों को अपने होठों पर रख दिया और हल्के हल्के धक्के लगाने लगा 6-7 धक्के लगाने के बाद सोनिका का दर्द काम होने लगा और वो भी सेक्स का मजा लेने लगी 


जब मेरा वीर्य निकलने वाला था तो मैने सोनिका से पूछा कहां निकालना है तो उसने कहा अंदर ही निकाल दो फिर मैने अपने लन्ड की पिचकारी उसकी चुत में छोड़ दी ।


जब मैंने अपना लन्ड उसकी चुत से बाहर निकला तो मेरा लन्ड खून में सना हुआ था 

सोनिका की सील टूट चुकी थी 


अब सोनिका अपनी चुत को साफ करने बाथरूम में चली गई मैं भी उसके पीछे चला गया फिर मैंने उसको बाथरूम में भी चोदा वो मेरी चूदाई से खुश नजर आ रही थी ।

मुझसे चूदाई करवाने के बाद उससे चले भी नहीं जा रहा था।

मैने उसे उसी दिन दर्द और गर्वनिरोधक की गोली लाकर दी।


उसके बाद हमने कई बार चूदाई की । एक दिनसोनिका ने कॉलेज की सहेली को भी मुझसे चुदवाया वो कहानी फिर कभी बताऊंगा ।


आपको मेरी कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताएं !

abhishekmbd6@gmail.com

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