हेलो दोस्तों तो कैसे हैं आप सभी लोग आजकी नई कहानी का नाम हैं सुहागरात के दिन देवर से चुदाई।
मेरा नाम मोनिका हैं और मैं 25 साल की हूँ। यह घटना कुछ दिन पहले की हैं 18 फेब्रुअरी को मेरी सादी थी। मैं खुश भी थी और दुखी भी क्यों की मैं खुश इस लिए थी क्यों की मैं एक नए घर में जा रही थी।
और दुखी इस लिए थी क्यों की मैं अपने माँ पापा से दूर जा रही थी। हमारी सादी हुई और 20 तारिक को हम फ्री हुए सभी काम और रस्मे निभाके।
आज मेरी सुहागरात थी और मैं मन ही मन खुश थी पर चहरे पर थोड़ी सी घबराहट थी। क्योंकी मैं एक नए बन्दे के साथ में रहने जा रही थी और उसके साथ सम्बन्ध बनाने वाली थी।
सुहागरात वाली रात के दिन मैं हर नई नवेली दुल्हन की तरह अपने पति का इन्तजार कर रही थी। मैंने तो हमेशा टीवी या अपने दोस्तों से सुना हैं की साडी से पहले बादाम और हल्दी वाला दूध पिने से चुदाई करते समय ताकत आती मिलती हैं।
मेरा पति कुछ देर बाद अपने दोस्तों के साथ थोड़ी लगा कर आये थे। वो मेरे पास आये और बैठ गए। उन्होंने मुझे सॉरी बोला और कहा दोस्तों ने जबरदस्ती एक 1 पैग पीला दिया।
मैंने कहा कोई बात नहीं एक में तो वैसे भी कुछ नहीं होता। मैंने अपने पति को दूध का गिलास पकड़ाया और कहा इसे पि लो ये आपके लिए आया हैं। मेरे पति ने गिलास पकड़ा और पी लिया।
हम दोनों ने कुछ देर बाते की और फिर हमने चुदाई का कार्यक्रम आगे बढ़ने के बारे में सोचा। मेरे पति ने मेरा हाथ पकड़ा और उसे चूमने लगा। वो हाथ चूमते चूमते मेरे गालो तक आ गया।
फिर उसने मेरा पलु हटाया और मेरे होतो को चूसने लगा हम दोनों ने करीब करीब 5 से 6 मिंट तक एक दूसरे के होठ चूसे। फिर मेरे पति ने मुझे धका दिया और बिस्तर पर लिटा दिया।
वो मेरे होठो से निचे आया और गर्दन से होते हुए मेरे चुचो तक पंहुचा। उसने मेरी ब्रा उतरी और मेने चुचो को चूसने लगा। ऐसे ही धीरे धीरे धीरे वो मेरे पेट को चूमने लगा वो सही था पर अचानक उसे एक कॉल आई और वो मुझे गरम कर के बिच में ही छोड़ के चला गया।
में बिस्तर पर बिना ब्रा के लेती हुई थी। उसने मुझे कहा आप कपडे पहन लो मुझे आने में थोड़ा समय लग सकता हैं। मुझे अपने पति पर उस समय बहुत गुसा आया।
वो मुझे गरम करके बिच में ही छोड़ के चला गया। उसके बहार जाते ही कुछ 5 मिंट में मेरा देवर कमरे में आया उसे लगा की मैं निचे गई हूँ पानी लेने। जैसे ही वो कमरे में घुसा मैं तो बिना ब्रा के बिस्तर पर लेती हुई थी।
उसने मुझे देखा और मेरे चुके देखता ही रह गया। मैं भी हड़बड़ाहट में चादर की जगह अपनी पैंटी से अपने चुचो को छुपाने लगी उसने देखा और हसने लगा। मैंने उससे पूछा तुम ऐसे क्यों हंस रहे हो तो उसने बताया की भाभी पहले आपने छुपाया किस चीज से हैं ये तो देख लो।
मैंने देखा तो मैंने अपनी पैंटी से अपने चूचो को ढक रखा था। फिर मैंने चादर खींची और चादर ओढ़ ली। उसने मुझसे कहा की भाभी भइया कहा गए तो मुझे गुसा तो आ ही रहा था तो मेने घुसे में आके कहा की तुम्हारे भइया मर गए।
तो उसने मुझे कहा की क्या हुआ भाभी आप गुसा क्यों हो रही हो। तो मैंने उसे साफ़ साफ़ बता दिया की हमारे बिच क्या हो रहा था और वो मुझे गरम करके बिच में ही छोड़ कर चले गए और मेरे आँसू आने लगे।
तो मेरा देवर पास आया और मेरे बगल में बैठ गया और मेरे आँसू पोछने लगा। और बोला की भइया ने क्या कहा कब तक आएंगे। मैंने अपने देवर को बताया की उन्होंने कहा की मुझे टाइम लगेगा।
मेरे देवर ने कहा की अब वो सुबह ही आएंगे। तो आप क्या करोगे अब। फिर मेरे आँसू और भी ज्यादा बढ़ गए। तो देवर ने कहा की आप चिंता ना करो भाभी आपके पास मैं हूँ ना।
तो मेने उसे कहा मेरी आज सुहागरात थी वो भी खराब हो गई। तो मेरे देवर ने कहा अगर आपको एतराज न हो तो और आपका मन भी हैं तो क्यों ना हम सुहागरात को देवर भाभी की रात बना दे।
मुझे थोड़ा अटपटा लगा पर मई भी अपने पति से गुसा थी तो मैंने अपने देवर को खींचा और उसके होंठो को चूमने लगी। उसने देरी न करते हुए अपने कपडे उतारने शुरी किये।
जैसे ही उसने अपनी शर्ट उतरी उसकी बॉडी बहुत ही गजब की थी वो पिचले 3 साल से gym जा रहा था। उसने मुझे लिटाया और मेरे चुचो को चूसने लगा। फिर वो मेरे पेट पर चूमते चूमते मेरी चूत की और बढ़ा।
उसने मेरा लहंगा खोला मैं पहले पैंटी उतार चुकी थी तो उसने मेरी बिना बालो वाली चूत में अपनी ऊँगली फेरने लगा। कुछ देर उनगली फेरने के बाद उसने अपनी गरम जीभ से मेरी चूत को चाटने लगा।
उसकी गरम गरम चूत मुझे अपनी चूत में महसूस हो रही थी। वो उठा और मेरी चूत के ऊपर अपने लंड को रगड़ने लगा। उसने जैसे ही मेरी चूत के अंदर अपना लंड डाला मैं एकदम से चीख पड़ी।
वो बहुत जोश से मेरी चूत के अंदर अपना लंड अंदर बाहर अंदर बाहर करने लगा। कुछ मिंट तक वो मुझे ऐसी चोदता रहा उसने फिर मुझे घोड़ी बनाया और खूब रगड़ के चोदा।
फिर वो बिस्तर पे लेट गया मैं उसके टांगो के बिच बैठी और उसके लंड को अपने मुँह में ले लिया उसके लंड को चूसने में मजा आ रहा था। कुछ देर बाद मैं उसके ऊपर चढ़ गई और उसके लंड के ऊपर बैठ कर आगे पीछे होने लगी।
उसका लंड मेरे पेट तक मह्सुश हो रहा था। मुझे बड़ा मजा आ रहा था। थोड़ी देर बाद उसने मेरी चूत के अंदर ही अपना वीर्य निकाल दिया।
मेरी सुहागरात में मुझे इतना मजा आएगा मैंने सोचा नहीं था की इतनी मजा आएगा। तो आपको ये कहानी किसी लगी किर्प्या हमें कमेंट बोक्स में बताये धन्यवाद।