गली वाली भाभी को चोदा भाग – 2

हेलो दोस्तों रवि आपका स्वागत करता है अपनी कहानी के दूसरे भाग में! उम्मीद हैं आपने पहला भाग जरूर पड़ा होगा और आपको काफी पसंद भी आया होगा! जिन्होंने मेरी कहानी का पहले भाग नहीं पड़ा वो पड़े गली वाली में भाभी को चोदा!

पिछली कहानी में जैसा पड़ा की भाभी ने मुझसे गांड देने का वादा किया बेचैनी में मुझे कंही रात नींद नहीं आयी! मैं भाभी के इशारे का इंतजार कर रहा था, और वो समय आ गया सुबह को भाभी का मैसेज आया की शाम को सब जा रहे हैं घर पर उनके सिवा कोई नहीं होगा तो आ जाना!

मैंने भाभी को हरी वाली साड़ी पहनने को कहा और चुत के बाल पुरे साफ़ रखने को कह दिया और उनका रिप्लाई आया जी जैसा आप कहे! शाम होते ही सब भाभी के घर से चले गए और मैंने घर पर दोस्त के घर कोई नहीं है वाला बहाना मर दिया!

अब गली में सबके सामने भाभी के घर जाता तो फस जाते, इसीलिए में रात 9 बजे पिछली गली से भाभी के घर के दूसरे गेट से अंदर आया! भाभी ने मेरे लिए हरी साड़ी पहनी हुई थी जिसमे वो बहुत सुन्दर लग रही थी!

हम भाभी के कमरे में गए और भाभी ने कहा मेरा डांस देखोगे, मैंने कहा हां बिलकुल! भाभी ने आइटम सॉन्ग बजाये और उनपर मस्त नाचने और ठुमके मारने लगी !

भाभी बहुत मस्त नाच रही थी एक तो इतना गोरा बदन उनका ऊपर से उनकी कमर और पेट साड़ी में दिख रहे थे! वो अपने बूब्स को हिला रही थी तो कभी मेरी तरफ गांड करके उसे मटका रही थी और कभी अपनी साड़ी ऊपर करके मुझे अपनी गोरी चिकनी जाँघें ऊपर तक दिखा रही थी!

अब मेरा खड़ा हो चूका था और भाभी ने नोटिस करलिया की मेरा खड़ा हो गया! भाभी ने तुरंत मेरी जीन्स उतार दी, मेरा कच्छा भी उतार दिया और मेरे लोड़े को पकड़ कर सीधा मुँह में लेलिया!

मुझे तो बहुत मजा आ रहा था और भाभी लगातार मेरा लोडा चूस रही थी! थोड़ी देर बाद मेरा माल निकलने वाला था तो मैंने भागकर बाथरूम में निकल दिया और कपड़े से अपने लोडे को साफ़ करा!

भाभी ने लंड इतना मस्त चूसा की मेरा माल बहुत जल्दी निकल गया! अब मैंने भाभी के होंठो पर किस लेना शुरू करदिया करीब 15 मिनट तक मैंने भाभी के होंठ चूसे और मेरा फिरसे खड़ा होने लगा

तो मैंने भाभी की साड़ी धीरे धीरे उतारी और उन्हें पूरा नंगा किया! पहले मैंने भाभी के बूब्स को चूमा फिर उसे चूसना शुरू कर दिया और धीरे धीरे मैं बूब्स से पेट पर आया और पेट से सीधा उनकी चुत पर!

मैंने पहले उनकी दोनों मोटी जांघो पर चूमा फिर मैंने भाभी की चुत चाटी, करीब 10 मिनट तक भाभी की चुत चाटी और फिर उसमे अपना लंड दाल दिया!

भाभी अब एस्सस आह्हः ओह्ह्ह की आवाजे निकल रही थी और मैं जोर जोर से झटके मार रहा था, मैंने देखा भाभी की चुत से पानी निकलने लगा मतलब भाभी छूट रही थी!

मैंने अपने झटके और तेज तेज मरना शुरू करदिया और भाभी की आवाज निकली दर्द हो रहा हैं, धीरे धीरे करो अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह दर्द हो रहाआआ और आखिर मे मेरा सारा माल भाभी की चुत में निकाल दिया!

भाभी से चुत साफ़ करी और हम पसीने से तर बतर नंगे बिस्तर पर पड़े थे! शरीर से दोनों की जान निकल गयी थी तो हमने नहाने का फैसला किया और फिर कुछ खाकर थोड़ा आराम करने का!

रात के करीब 12 बजने को हो गए थे और हम दोनों नंगे साथ में शावर के निचे नाहा रहे थे! नहाते समय हमने कही दफा किस करि और एक दूसरे को हाथो से नहलाया! कभी मैं उनके बूब्स धोता और कभी उनकी गांड, और भाभी भी मेरे लोड़े और अच्छे से धो रही थी!

नहाकर हमने खाना खाया और कुछ देर के लिए आराम करने लगे लिकेन नींद किसे आनी थी क्युकी अभी गांड जो मारनी थी! कुछ देर बाद मैंने भाभी को चूमना शुरू किया और कुछ देर मैं भाभी के ऊपर चड़कर उनके होंठ चूसता रहा!

हम दोनों नंगे ही पड़े थे और मैं अब भाभी की दोनों टांगे उठाकर उनकी गांड को चाटने लगा! जब गांड गीली हो गयी थी तो मैंने उनकी गांड में एक ऊँगली डाली तो भाभी को हल्का सा दर्द हुआ!

फिर मैंने दूसरी ऊँगली डाली तो भाभी को थोड़ा ज्यादा दर्द हुआ तो भाभी ने मुझसे कहा तुम सीधा लंड डालो लेकिन धीरे से डालना, उन्होंने कहा तुमसे वादा करने के बाद में रोज अपनी गांड में ऊँगली डालती थी ताकि दर्द ना हो!

भाभी ने कहा लाओ मै लंड को गिला करदेती हूँ और मेरा लंड चूसने लगी थोड़ी देर बाद वो गिला हुआ और मैंने गांड पर थूक लगाया और लंड डालने लगा! धीरे धीरे लंड अंदर जाने लगा और भाभी के मुँह पर दर्द वाे हाव बाव दिख रहे थे!

मैंने आखिर में जोर से झटका लगाया और लंड अंदर चला गया और भाभी ने दर्द से एकदम मेरे दोनों हाथ कसकर पकड़ लिए! अब लंड अंदर जा चूका था और भाभी का दर्द कम हो गया था, अब उन्हें मजा आने लगा था और मैं धीरे धीरे अंदर बहार कर रहा था!

हम दोनों एक दूसरे की आँखों में आंखे डालकर मुस्कुरा रहे थे और जब मैं भाभी के अंदर डालता तो उनके मुँह पर वो हाव भाव जो दर्द और मजा एक साथ उन्हें आ रहा था!

कुछ देर बाद मैंने भाभी को उल्टा लेटने को कहा और पेट पर तकिया लगा दिया उनके ताकि गांड ऊंची हो जाए ! अब मैंने पीछे से भाभी की गांड में धीरे धीरे लंड डाला और शुरू में जाने में दर्द हुआ फिर पूरा चला गया तो उन्हें मजा आने लगा!

भाभी के मोटे चुत्तड़ मेरे शरीर से टकरा रहे थे और मुझे बहुत मजा आ रहा था और मैं बार बार झटके मरता और भाभी की नंगी पीठ को चूमता!

करीब 20 मिनट तक भाभी की गांड मारने के बाद मेरा निकलने को हो गया तो मैंने भाभी को कहा निकालू! भाभी ने कहा आजतक किसी ने गांड नहीं मारी तो मेरी गांड में ही निकालो बहुत प्यासी थी ये!

मैंने जोरदार गांड चुदाई शुरू करदी और भाभी की चीख निकल गयी कुछ इस तरह से आयी यीय ईईई ईई उह्ह्ह उह्ह्ह और आखिर में मेरा सारा माल भाभी की गांड में निकल गया!

मैं नंगा और नंगी भाभी के ऊपर ही सो गया, सुबह तक हम ऐसे ही नंगे सोये थे भाभी उलटी और मेरा लंड उनकी गांड में!
सुबह फटाफट कपड़े पहने और एक लम्बी जोरदार किस लेकर में भाभी के घर से चला गया और भाभी मुझे नंगी गेट तक छोड़ने आयी!


दोस्तों उम्मीद है आपको मेरी कहानी पसंद आयी होगी, इसे कहानी को अपने सारे दोस्तों को भेजे! धन्यवाद

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