चुत चुदाई के सभी खिलाड़ियों को मेरा प्रणाम। मैं रोहित 24साल का नौजवान लोंडा हूं। मेरा लण्ड 6 इंच लंबा है जो किसी भी चुत की गहराई में उतर कर उसे अच्छी तरह से नाप सकता है।
मेरे लण्ड को अक्सर अनुभवी औरते बहुत ज्यादा पसंद है। चाहे वो भाभी, चाची या आँटी कोई भी हो, सब लंड को भरपूर मज़ा देती है। मौका मिलने पर मैं मस्त नई नवेली कलियों को भी चोद लेता हूँ।
अजय और मै हम दोनो रूम किराये पर लेकर रह् रहे थे। हम दोनो ने स्टैडी करने के लिए अलग अलग रूम ले रखे थे। हमारे रूम ऊपर वाले फ्लोर पर थे और नीचे मकान मालिक रहते थे।
सबकुछ अच्छा चल रहा था। मेरा ध्यान सिर्फ पढ़ाई करने था। इधर अजय हमारी मकान मालकिन यानि ज्योति भाभीजी के पीछे पड़े रहता था। वो ज्योति भाभीजी को पेलने की फिराक मे था। मै अजय को बार बार समझाता था लेकिन वो सुनने को तैयार नही था।
” यार ज्योति भाभीजी की मिल जाये तो मज़ा आ जाये। घर मे ही चूत का जुगाड़ हो जाएगा। “
” यार अजय तू बहुत कमीना है। “
” क्या करूँ यार। भाभीजी बहुत ही मस्त माल है।मै तो भाभीजी की लेने के लिए तरस रहा हूँ। “
” लेकिन भाभीजी देने वाली नही लग रही है। “
” मै भाभीजी की लेकर रहूँगा , देख लेना।”
ऐसे ही दिन् निकलते जा रहे थे। तभी हमारे मकान में दो नए किरायेदार आये और भाभीजी ने उन्हे हमारे सामने के दोनो रूम दे दिए। दोनो भैया बैंक मे जॉब् मे थे और उनकी वाइफ घर और बच्चों को सम्हलती थी।
तभी हमारी नजर दोनो भाभीजी पर पड़ी तो हम बहुत खुश हुए। दोनो भाभीजी एकदम मस्त बिंदास माल है। दोनो की दोनो एकदम मस्त जिस्म की मालकिन है।
तभी अजय ज्योति भाभीजी को छोड़कर निकिता भाभीजी पर लट्टू हो गया और अब अजय निकिता भाभीजी के पीछे लग गया।
” यार रोहित। निकिता भाभीजी बहुत ही मस्त माल है। एकदम बिंदास। “
” हाँ यार अजय। सही कहा तूने। इधर मुझे पलक भाभीजी भा गई है। “
” तो तु पलक् भाभी की ले और मैं निकिता भाभीजी की लेने की कोशिश करता हूं। “
” हाँ यार अजय। अगर ये दोनो अपने से पट् जायेगे तो अपने मजे हो जायेंगे यार। “
” अरे सब पटा लेंगे इनको। तु चिंता मत कर। ”
” हाँ यार। अब इतने मस्त मालो को छोड़ नही सकते है। नही तो ये अपने को ही बेबकूफ समझेंगी। “
” हाँ मेरे भाई। “
अब हम पलक और निकिता भाभीजी को पटाने मे लग गए। अब अजय निकिता भाभीजी को पटाने मे लगा हुआ था और मैं पलक भाभी की लेने के लिए कोशिश करने लगा।
पलक भाभी लगभग 32 साल की एकदम बिंदास माल है। भाभी की छलकती जवानी, टाइट बूब्स और मस्त सेक्सी गाँड़, ऊंची हाइट किसी के लण्ड में भी आग लगा दे।
भाभी के मस्त बड़े बड़े टाइट बूब्स लगभग 30 साइज के है। वो घर पर हमेशा कुर्ता पजामा पहनती है जिससे भाभी के बोबे अच्छी तरह से दिख जाते है।
भाभी की मस्त सेक्सी कमर लगभग 30 साइज की है और कमर के नीचे भाभी की मस्त सेक्सी गाँड़ लगभग 32 साइज की है। पाजामे में भाभी के चूतड़ बहुत ज्यादा मटकते है।
अब धीरे धीरे मेरी पलक भाभी के साथ बातचित् होने लगी। वो भी बच्चों के स्कूल जाने और फ्री होने के बाद स्टड़ी करती थी। अब मै स्टडि मे बारे मे बातचीत करने करने के बहाने भाभी से बातें करने लगा।
पलक भाभी मुझे अच्छा लड़का समझकर बढ़िया तरीके से रेस्पॉन्स दे रही थी। मै रोजाना भाभी के साथ बातचित बढ़ा रहा था। भाभी अक्सर लोंग कुर्ता पहना करती थी। वो कुर्ते पर दुपट्टा नही डालती थी।
जब भी मै भाभी से बातचित करता तो मेरी नजर उनके बोबो पर टिकने लगी। भाभी के बोबो के उभार को देखकर मेरा लँड बुरी तरह से तन जाता था। मेरा लंड भाभी की चुत के लिए बहुत ज्यादा मचल रहा था।
इधर अजय की भी निकिता भाभीजी के साथ बातचित आगे बढ़ रही थी। वो भी भाभीजी को पेलने के लिए उतावला हो रहा था।
अब मैं रोजाना पलक भाभी के जिस्म को ताड़ने लगा। तभी भाभी मेरी हवस भरी नज़रो को पकड़ने लगी लेकिन भाभी कुछ कहने को तैयार नही हो रही थी।
अब एक दिन मैं भाभी से स्टडी मे हेल्प लेने के लिए उनके रूम मे चला गया। अब भाभी और मैं हम दोनो साथ मे बेड पर बैठकर स्टड़ी कर रहे थे। भाभी मुझे टॉपिक समझा रही थी लेकिन मेरा ध्यान भाभी के जिस्म पर था।
भाभीजी के कुर्ते मे उनके बोबो की साफ साफ झलक दिख रही थी। तभी भाभी के बोबो की झलक देखकर मेरा लंड तन गया। तभी भाभी की नजर पड़ गई और वो उनके कुर्ते को एडजस्ट करने लगी लेकिन फिर भी भाभीजी के बोबे बार बार मुझे झलक दे रहे थे।
अब भाभी की नजर मेरे लंड के तम्बू पर पड़ गई। अब भाभी भला क्या कहती! ये सब उनके बोबो की वजह से ही हुआ था। वो मुझे टोपीक समझाती रही।
अब भाभी से मेरी कुछ कहने की हिम्मत नही हुई और मैं मेरे रूम मे आ गया। फिर मैंने लंड हिलाकर खुद को शांत किया।
इधर अजय निकिता भाभी को सेट करने मे लगा हुआ था। वो भाभीजी के बोबे दबा चुका था लेकिन निकिता भाभीजी अभी अजय को चूत देने के लिए तैयार नही हो रही थी। पलक और निकिता भाभीजी अब अच्छी तरह से समझ चुकी थी कि हम दोनो उनको बजाने के लिए उतावले हो रहे हैं।
अब मै भी धीरे धीरे पलक भाभी को छूने की कोशिश कर रहा था। अब एकदिन मैंने हिम्मत करके भाभी की गांड पर हाथ फेर् दिया तभी भाभी ने मेरी तरफ देखा ” रोहित ये क्या हरकत है यार। “
तभी डर के मारे मेरी गांड फट गई ” सोर्री भाभी अगर आपको बुरा लगा हो तो। “
” बुरा तो लगेगा ना यार। “
” सॉर्री भाभी मैं आगे से हरकत नही करूँगा। “
अब भाभी मुझसे थोड़ी दूर दूर रहने लगी लेकिन मैं भाभी को दूर नही होने देना चाहता था। मै भाभी की चूत लेना चाहता था। भाभी भी अब अच्छी तरह से समझ चुकी मैं उनको चोदना चाहता हूँ।
अब मेने हिम्मत करके भाभी की गांड़ पर चपेड़ मार दी।
” हाय! क्या मस्त गांड है भाभी। आह्हा। “
तभी भाभी मुस्कुरा पड़ी ” रोहित तु नहीं सुधरेगा ना। “
” सुधर जाऊंगा भाभी। आप तो बस मुझे ये दो।”
” अच्छा!, हाँ भाभी।
तभी मैंने फिर से भाभी की गांड पर चपेड मार दी। तभी भाभी मुस्कुराती हुई मेरे पीछे भागी
” रुक तुझे दिखाती हुँ मै। “
तभी भाभी मेरे पीछे दौड़ती हुई मेरे रूम मे आ गई। बस फिर क्या था! मैंने भाभी को पकड़ लिया और उनके टाइट बोबो को दबा दिया।
” पागल है तु………..
अब भाभी मुस्कुराती ही मेरे कमरे से निकल आई। अब रोजाना मै भाभी को छेड़ने लगा। भाभी बस मुस्कुरा कर रह जाती थी। अब भाभी को चोदने के लिए मेरी हिम्मत बढ़ने लगी।
अब एकदिन भाभी नहाने जाने वाली थी तभी मैंने मौका देखकर भाभी की पेंटी ले ली और उसमे मेरे लंड का माल भर दिया। अब भाभीजी पेंटी लेकर बाथरूम में चली गई लेकिन जब भाभी नहाकर वापस आई तो वो सबकुछ समझ चुकी थी।
तभी भाभी ने मुझे उनके रूम मे बुलाया और मेरे लंड के माल से गीली पेंटी को दिखाया। उस टाइम भाभी के गीले बालों से पानी टपक् रहा था और उनका कुर्ता उनके गिले जिस्म से चिपका हुआ था। होंठो पर भाभी लिपस्टिक लगा चुकी थी। तभी भाभी का ये नज़ारा देखकर मेरा लंड फड़फड़ा उठा।
” रोहित ये क्या है? “
“वो ही भाभी जो आप देख रही हो। “
” तो इसका मतलब मैं क्या समझू? “
तभी मैंने सोचा जब भाभी पूछ ही रही तो फिर कह ही देता हूँ। ” भाभी, जो आपकी पेंटी मे डाला है वो मै आपकी…….मे डालना चाहता हूँ। “
ये सुनते ही भाभी एकदम से सकपका गई।
” रोहित यार………….
तभी मैने भाभी के हाथ पकड़ लिए। ” ये सच है भाभी। आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो। “
तभी व भाभी की कमर पर हाथ रखकर उन्हे मेरी तरफ खीच लिया और उनकी गांड को सहलाने लगा।
” मै आपको प्यार करना चाहता हूँ भाभी। प्लीज़ अब ज्यादा मत तरसाओ। “
” रोहित यार………
तभी मैंने भाभी के रसीले होंठो पर मेरे होंठ रख दिए और भाभीजी की गांड को सहलाते हूए उनके होंठ चूसने लगा। तभी भाभी सकपकाने लगी लेकिन मैंने भाभी को सम्हाले रखा।
भाभी मुझसे दूर हटने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैं भाभीजी के होठो को चूसे जा रहे था। अब मै भाभी के बोबो को दबाने लगा तभी भाभी मेरे हाथो को पकड़ने लगी लेकिन मैं भाभी के बोबो को दाबता रहा।
अब मेरा लँड भाभी की चूत फाड़ने के लिए बेताब हो रहा था।अब भाभी भी गर्म हो चुकी थी। तभी मै भाभी के कुर्ते को खोलने लगा लेकिन भाभी कुर्ता नही खोलना चाहती थी।
“भाभी खोलने दो ना यार। “
” नही यार। अब आगे कुछ मत कर। “
” करने दो भाभी। अब आज मत रोको। “
” नही रोहित्। “
तभी मैंने एकबार फिर से भाभी का कुर्ता खोलने की कोशिश की लेकिन भाभी अभी चूत देंने के मूड मे नजर नही आ रही थी।
” रोहित यार। ऐसे मत् किया कर। कोई देख लेगा तो पता नही क्या क्या सोचेगा। “
” यहाँ अपने चारो के अलावा और कोई नही है भाभी। और आपको रोहित निकिता भाभी के बारे मे तो पता ही है। “
” लेकिन यार फिर भी……
” आप जानबूझकर नही देना चाहती। “
अब भाभी चुप हो गई। तभी मैंने भाभी को मेरी तरफ फिर से खीच लिया और उनके होंठो को चूसते हूए उनके पाजामे मे हाथ डालने लगा तभी भाभी ने मेरा हाथ पकड़ लिया।
लेकिन मै भाभी की चूत ढूंढने के लिए पूरी कोशिश कर रहा था तभी मेरा हाथ भाभी की चूत तक पहुँच गया। अब भाभी मेरा हाथ पकड कर बाहर निकालने लगी लेकिन अब मेरे हाथ भाभी की चूत लग चुकी थी।
अब मै भाभी की चूत सहलाने लगा। भाभी अभी भी मेरे हाथ को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी। मै भाभी की चूत को अच्छी तरह से सहला रहा था। भाभी की चूत बहुत गर्म हो रही थी।
तभी भाभी ने मुझे जोर का धक्का दिया और मुस्कुराती हुई उनके कुर्ते को ठीक करने लगी।
” रोहित् तु सच मे पागल है। कोई ऐसे करता है क्या? प्यार से ली जाती है ऐसी चीज़े। “
” मै प्यार से ही तो ले रहा हूँ भाभी। “
” हाँ तु प्यार से ले रहा है क्या? तु तो पता नही क्या क्या……
” तो फिर आप प्यार से ही दे दो ना भाभी। “
” अरे यार………. तु समझता ही नही है। इस बारे मे अब हम बाद मे बात करेंगे। अभी मुझे तैयार होने दे। “
फिर मै भाभी के रूम से बाहर आ गया। अब मै भाभी के तैयार होने का इंतज़ार करने लगा। अब तो मेरा लंड भाभी की चूत के लिए पागल हो उठा था।
इधर अजय निकिता भाभी का बाजा बजा चुका था। फिर थोड़ी देर बाद भाभी तैयार होकर रूम से बाहर आ गई। अब भाभी के मदमस्त जिस्म को देखकर मेरा लंड फड़फड़ा रहा था। अब मैं भाभी को ताड़ रहा था लेकिन भाभी निकिता भाभी से बातचीत करने मे बिजी हो रही थी।
अब मैंने सोचा ऐसे तो काम् नही चलेगा। तभी मैं निकिता भाभीजी के बेडरूम मे पहुँच गया।
” भाभी चलो ना। मुझे थोड़ी स्टड़ी करवा दो ना। “
तभी निकिता भाभीजी ने तगडा पंच मार दिया ” रोहित तु पलक से स्टड़ि ही करता रहेगा या फिर इससे कुछ और भी लेगा? “
ये सुनते ही पलक भाभी मुस्कुरा पड़ी ” भाभीजी आप भी………..
” भाभीजी मै तो लेना चाहता हूँ लेकिन ये ही नही देना चाहती। “
” तो रोहित कोशिश करने मे कमी मत रख।पलक तुझे जरूर देगी। “
” पलक तु रोहित को ज्यादा मत तड़पा। अब दे दे ना बेचारे को। “
” अरे भाभीजी। आप नही जानती। बहुत चालाक हैं ये। “
” तो उसको ज़रूरत है यार। “
तभी पलक भाभी मेरी तरफ मुस्कुरा पड़ी।
” चल आ रही हु मै। “
अब मै बुक्स लेकर भाभी के रूम मे आ गया। लेकिन भाभी अभी भी नही आई थी। फिर मैं भाभी को बुलाने वापस निकिता भाभी के रूम मे गया।
” आओ ना भाभी। “
” चल “
तभी निकिता भाभी ने कहा ” रोहित देने के मूड मे लग रही है आज पलक। “
ये सुनते पलक भाभी मुस्कुरा गई ” भाभी आप भी…….
अब पलक भाभी और मै बेडरूम मे आ गए। अब भाभी मुझे पढ़ाने लगी। भाभी को देख देखकर मेरा लण्ड फड़फड़ाने लगा।तभी मै भाभी के बोबे को दबाने लगा।
” रोहित पढ़ाई पर ध्यान दे। “
” मेरा ध्यान तो भाभी आप पर है। “
” मेरे ऊपर ज्यादा ध्यान देगा तो फेल हो जायेगा। “
” हो जाने दो। “
आज मै भाभी को चोदने के लिए पूरी तरह तैयार था। तभी भाभी दूसरी बुक लेने के लिए उठी।अब मुझसे रहा नही गया। अब मै झट से उठ गया और भाभी को मेरी तरफ खींचकर भाभी के रसीले होंठो को चूसने लगा।
तभी भाभी मुझे फिर से दूर हटाने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने उनके होंठो को नहीं छोड़ा। तभी भाभी ने थोड़े नखरे करने के बाद खुद को मेरे हवाले कर दिया।
अब भाभी भी मेरे होंठो को चूसने लगी। अब दोनो तरफ बराबर आग लग चुकी थी। बेडरूम अब आउछ पुछ् आउछ पुच्च की आवाजो से गूंजने लगा था। अब मै भाभी के बोबो को मसलते हूए उनके होंठो का रस् पी रहा था।
अब मुझसे रहा नही गया। तभी मैने भाभी के कुर्ते को उठा दिया। अब भाभी ने हाथ ऊपर कर दिए और मैंने झट से भाभी का कुर्ता खोल फेंका। अब भाभी के बोबे ब्रा मे नहीं आ रहे थे। तभी मैंने भाभी भाभी की ब्रा मे से बोबे निकाल लिए।
अब मै भाभी के बोबो को बुरी तरह से कसने लगा। आह्हा! बहुत ही मस्त भरे भरे बोबे थे भाभी के। आह्हा मुझे तो भाभी के बोबे दबाने मे बहुत मज़ा आ रहा था।
” आह्हा बहुत ही मस्त बूब्स है भाभी। “
” आह्हा उन्हह सिसस। आराम से दबा रोहित। “
” दबाने दो भाभी। उन्ह्ह्। “
मै भाभी के बोबो को जोर जोर से कस रहा था। भाभी दर्द के मारे बुरी तरह से कसमसा रही थी।
” आईई आईई उँहह आह्हा ओह्ह्ह् धीरे,,,, धीरे आह्हा सिसस् ओह्ह्ह् रोहित। ‘
फिर मैंने थोड़ी देर मे ही भाभी के बोबो को बुरी तरह से मसल दिया। अब मेरा लंड ज्यादा इंतज़ार करने के मूड मे नहीं था। अब मैने भाभी को उठाकर बेड पर पटक दिया और झट से भाभी के पाजामे और पेंटी को एकसाथ खोल फेंका।
अब भाभी के जिस्म पर सिर्फ ब्रा ही बाकी रह गई थी। भाभी के मदमस्त सेक्सी जिस्म को देखकर मेरे मुँह मे पानी आ गया। तभी मैंने झट से मेरे कपड़े खोल फेंके। अब मैंने भाभी की टांगे उठाई और झट से भाभी की चूत मे लंड सेट कर दिया।
अब मै भाभी की चूत मे लंड ठोककर उन्हे बुरी तरह से चोदने लगा। तभी भाभी मेरे लंड के तूफ़ान मे उड़ने लगी।
” आह्ह सिससस्स आईईईईई आईईईईई बहुत दर्द हो रहा है यार।आईईईईई आईईईई ओह आह्ह आह्ह ओह मम्मी।”
” होने दो भाभी। आह्हा बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा। “
” ओह्ह्ह् आह्हा आह्हा आईई आह्हा धीरे……. धीरे आह्हा आई मम्मी आह्हा आईई। “
” ओह्ह्ह् भाभी…….
” आईई आईई ओह्ह्ह् आईई आह्हा…. आराम से चोद रोहित आह्हा आह्हा आईई। “
” ऐसे ही चोदने दो भाभी। “
आईई आईई ओह्ह्ह् आह्हा उन्ह ओह्ह्ह् मम्मी आह्हा,,,, धीरे धीरे ओह्ह्ह् आह्हा। ऊँह। “
मैं ज़ोर ज़ोर से भाभी की चूत में लण्ड पेल रहा था। भाभी को चोदने में मुझे बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था। मेरा लण्ड सकासक भाभी की चूत में घुस रहा था। भाभी को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। मेरे लंड के झटको से भाभी के बोबे उछल रहे थे।मेरा मोटा तगड़ा लंड भाभी की चूत के परखचे उड़ा रहा था।
” उन्ह आहाहाह सिसस्ससस्स आहाहाह आह्ह ओह धीरे,,,, धीरे,,,,, आहहह आह्ह आहाः आहः ओह आह्ह आहाहा।”
” ओह्ह्ह् भाभी बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा। “
” ओह अहाहः आह्ह आह्ह सिससस्स आईईईई आईईईई ओह सिसस्ससस्स आहाहा आहहह ओह मम्मी।”
अब भाभी ज्यादा देर तक मेरे लण्ड के कहर को सहन नहीं कर सकी और तभी भाभी का पानी निकल गया। पानी निकलते ही भाभी पसीने में नहा गई। वो बुरी तरह से पानी पानी हो चुकी थी।
” आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् आईई मम्मी आह्हा। आह्हा। “
” ओह्ह्ह् भाभी। “
अब मैनें भाभी की टांगो को छोड़ा और उन्हे बाहो मे कस लिया। अब भाभी ने भी मुझे बाँहों मे भर लिया और मेरी पीठ को नाखूनो से खोदने लगी।
” आहह आह्हा ओह्ह्ह् आईई आईई उन्ह। ओह रोहित तुझसे चुदाने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है। आह्ह ओह सिसस्स। और जोर जोर से चोद मुझे…….. ओह्ह रोहित….. बहुत मस्त तरीके से चोदता है तू। आह्हा आह्हा। “
” ओह्ह्ह् भाभी आपको चोदने के लिए बहुत तड़प रहा था मैं। आह्हा आज जाकर मेरे लंड को आपकी चूत मिली है। आह्हा ओह्ह्ह् भाभी। आह्हा खूब बजाऊंगा आज तो आपको। “
” आह्हा आह्हा आईई आह्हा ओह्ह्ह् बजा ले रोहित। आह्हा अगल उँह ओह्ह्ह् आईई। “
” ओह्ह्ह् भाभी आह…… ओह्ह्ह् बहुत मस्त माल हो तुम आह्हा। “
” जोर जोर से बजा इस मस्त माल को। आह्हा ओह्ह्ह् उन्हह…. खूब जोर जोर चोद मुझे। आह्हा आह्हा। “
” हाँ भाभी………
मै गांड हिला हिलाकर भाभी को बजाए जा रहा था। भाभी टाँगे हवा मे लहराकर मस्त तरीके से चुद रही थी। पूरे बेडरूम मे भाभी की चीखे गूँज रही थी। मै भाभी की जमकर ले रहा था।तभी भाभी का एकबार फिर से पानी निकल आया। अब मेरा लंड भाभी की चूत मे जमकर घमासान मचाने लगा।
” आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् फक्क मी वेरि फास्ट आह्हा आह्हा ओहह मॉम उन्ह फक्क मी आह्हा आह्हा। “
” येश बेबी। आई फक्क यू। उन्ह्ह् ओह्ह्ह्। “
” ओह्ह्ह् आह्हा आह्हा सिसस आह्हा। “
मै भाभी को बुरी तरह से बजाए जा रहा था। मै उनकी चूत के परखचे उड़ा रहा था। तभी मैंने भाभी को मेरे ऊपर ले लिया। अब भाभी ने झट से मेरे लंड को चूत मे सेट् कर लिया और जमकर चुदने लगी।
” आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् मम्मी आह्हा आईई….. उँहह ओह्ह्ह् आह्हा आह्हा। बहुत प्यासी हूँ रोहित मै। आह्हा आह्हा उँह। आह्हा। “
” बुझा लो भाभी आपकी प्यास। आह्हा जोर जोर से चुदो। “
” हाँ रोहित आह्हा ओह्ह्ह। आह्हा बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा आह्हा…….. बहुत ही मस्त लंड है तेरा। आह्हा आह्हा। ओह्ह्ह् रोहित आह्हा। “
” खूब जमकर चुद मेरी रानी। “
” हाँ मेरे सैया। आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् आहाह। “
भाभी जोर जोर से झटके मार रही थी। भाभी को मेरे लंड की सवारी करने मे बहुत मज़ा आ रहा था। जोरदार झटको से भाभी की गेंदे उछल रही थी। भाभी उछल उछल कर बुरी तरह से चुद् रही थी। ज़ोरदार झटकों से उनका चिकना जिस्म पसीने मे भीगने लगा था। तभी थोड़ी देर मे ही भाभी का पानी निकल गया।
” ओह्ह्हह मम्मी मर् गईई मैं तो। “
तभी भाभी मुझसे लिपट गई। अब भाभी मेरे मुँह पर बैठ गई और चुत को रगडने लगी। मैं भाभी की चूत की खुशबू से पागल सा होने लगा। इधर भाभी को चुत रगडने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
” ओह सिससस्स आह्ह ओह सिससस्स ओह साले कमीने आहा बहुत आराम मिल रहा है। आह्ह। और अच्छे से चाट मेरी चूत आह्हा उँहह ओह्ह्ह्ह सिसस् आह्हा उँहह। “
भाभी उनकी गरमा गरम गीली चुत को मेरे मुझे पर कसकर रगड़े जा रही थी।मैं भी भाभी की चूत को चाट रहा था। भाभी की गीली चूत चाटने में मुझे अलग ही मज़ा आ रहा था।
“ओह कमीने आह्ह बहुत मज़ा आ रहा है। आह्ह। ओह्ह्ह् खा जा मेरी चूत उँहह ओह्ह्ह् सिसस्…… बहुत प्यासी है मेरी चूत आह्हा उन्ह्ह्ह्। “
मै भाभी को चूत को खोलकर अच्छी तरह से चाट रहा था। भाभी चूत चटवाने मे पागल सी हो रही थी। अब मैंने भाभी को खींचकर नीचे पटक दिया। अब मैंने भाभी से घोड़ी बनने के लिए कहा। तभी भाभी बेड पर ही घोड़ी बन गई।
” ले बन गई घोड़ी बजा। ले अब। “
तभी मैंने भाभी की चूत मे लंड सेट कर दिया और मैं भाभी की कमर पकड़कर उन्हे झमाझम बजाने लगा।
” आह्हा अहहा ओहह आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् मम्मी उह बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा ओह्ह्ह् रोहित। खूब बजा तेरी घोड़ी को। आह्हा आह्हा ओह्ह्ह्………. ओह्ह्ह् मम्मी। “
” हाँ साली मेरी घोड़ी आह्हा खूब बजाऊंगा आज तो मेरी घोड़ी को। आह्हा आह्हा ओह्ह्ह्।। अहहह। “
” आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् उन्ह। बहुत मज़ा आ रहा है मेरे घोड़े। आह्हा आहाहा उन्ह। मेरी पूरी प्यास बुझा दे आज। आह्हा आह्हा। बहुत दिनों से चुदी नही हूं मै। आह्हा आह्हा। “
” ओह्ह्ह् मेरी घोड़ी आह्हा मेरा लंड भी बहुत प्यासा है। आह्हा अहह् आज तो तेरी खैर नही साली। आह्हा आह्हा ओह्ह्ह्। “
” खूब जमकर चोद मुझे साले कुत्ते आह्हा आह्हा। आह्हा ओह्ह्ह्ह। बजा तेरी घोड़ी को। आह्हा अहहा ओह्ह्ह्। “
मै भाभी की चूत में जल्दी जल्दी लण्ड ठोक रहा था। मुझे भाभी को घोड़ी बनाकर बजाने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। भाभी घोड़ी बनकर जमकर लण्ड ले रही था। मैं भाभी को घोड़ी बनाकर ताबड़तोड़ बजा रहा था। मेरे लंड भाभी की चीखे निकाल रहा था।
” आहा आईईईई उन्ह्ह्ह सिस्सस् आहा।”
” ओह्ह्ह्ह मेरी जान। आहा।”
भाभी भी बुरी तरह से चुद रही थी। तभी भाभी का पानी निकल गया। अब मैंने भाभी की कमर छोड़ दी और उनके बालो की चोटी बनाकर बजाने लगा। अब भाभी मुँह ऊपर करके लंड ठुकवा रही थी।
” आह्हा आह्हा ओह्ह्ह्ह सिसस आह्हा। “
” ओह्ह्ह् भाभी कमाल की माल लग रही हो आप। आह्हा। “
” आह्हा आह्हा आईई आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् “
” ओह रोहित तेरा लण्ड तो कमाल का है। आह्ह। बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है। आहाहा आह्ह आह्ह।”
“ओह भाभी घोड़ी बनाकर बजाने में तो मज़ा ही बहुत आता है।।आह्ह।”
” आह्ह आह्हा ओह्ह्ह् सिसस आह्हा ओह्ह्ह्।”
मै भाभी को घोड़ी बनाकर जमकर बजा रहा था। फिर मैंने बहुत देर तक भाभी को घोड़ी बनाकर बजाया।
कहानी जारी रहेगी……
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