दोस्त की मम्मी के साथ अश्लील क्रिया करम

इस मज़ेदार कहानी में पड़े की  दोस्त कैसे अपने दूसरे दोस्त की मम्मी के साथ वासना करता है। इस Aunty Sex Story में जाने की कैसे एक मम्मी काफी अकेली रहती थी और काफी असंतुष्ट भी। जिसने पता उसके मित्र को था और उसने इसका फयदा फयदा उठाया। 

यह कहानी दो दोस्तों राजवीर और योगेश की है जो बहुत ही अच्छे दोस्त है बचपन से। एक साथ स्कूल जाया करते थे, और एक ही कक्षा में पढ़ते थे। दोनों में काफी अच्छी और गहरी मित्रता थी। तो वह दोनों एक दूसरे के घरों पर भी रुका करते थे। दोनों पढ़ाई भी शादी में करते थे और दोनों काफी होनहार विद्यार्थी थे। 

अक्सर योगेश राजवीर के घर जाया करता था पढ़ाई करने के लिए। योगेश हफ्ते में पांच दिन तो राजवीर के घर पर ही रहता था।

ऐसा नहीं है, कि उसे योगेश के घर अच्छा लगता था या वह दोनों साथ में खूब पढ़ाई करते थे। बल्कि योगेश का राजवीर के घर पर इतना रुकना उसकी अंतर इच्छा थी। क्योंकि राजवीर की मम्मी बहुत ही सेक्सी और हॉट थी।

वे राजवीर के घर सीपीसी लिया जाता था ताकि उसकी मम्मी को तार सके और अपनी आंखें सैक सकें। परंतु राजवीर बहुत ही सच्चा दोस्त था और उसने योगेश पर कभी शक नहीं किया।

राजवीर के पापा अक्सर काम के सिलसिले में बाहर ही रहते थे। उनका काम ऐसा था कि वह परिवार से मिलने से 6 महीने में तीन चार बार ही आ पाते थे। तो राजवीर की मम्मी काफी अकेली रहती थी और काफी असंतुष्ट भी।

और वह असंतुष्ट हो भी क्यों ना क्योंकि अंतराल इच्छाएं हर कोई पूरा करना चाहता है। और शादी के बारे में छालों को पूरा करना तो बहुत ही जरूरी हो जाता है।

परंतु राजवीर की मम्मी की इच्छा अधूरी ही रह जाती थी क्योंकि उसके पापा अक्षर बाहर ही रहते थे। योगेश को यह बात अच्छे से बता देगी विराजवीर उससे कोई भी बात नहीं छुपाता था।

वे दोनों जब अक्सर एक साथ पढ़ाई किया करते थे तो योगेश सिर्फ राजीव की मम्मी के बड़े बड़े स्तनों को ही देखता था। और मैं इंतजार करता था तब उसकी मम्मी झुके और उनके स्तनों की हल्की सी झलक मिले।

आंटी को काम करते हुए भी घूरा करता था उनके बदन को देखकर, उसका लंड खड़ा हो जाता था। साड़ी में तो राजवीर की मम्मी बस बहुत ही हॉट और सेक्सी लगती थी। 

एक दिन, 

योगेश और राजबीर दोनों एक साथ पढ़ाई कर रहे थे और पढ़ाई करते-करते देर रात हो गई।

राजवीर पढ़ते-पढ़ते सो गया, परंतु योगेश ना सोया। वो तो राजीव की मम्मी के सपनों में ही खोया था।

राजवीर की मम्मी, आई, और बोली – तुम थक गए होगे पढ़ाई कर-करके, अब सो जाओ। रात भी बहुत हो गई इतनी रात को घर जाकर क्या करोगे, हमारे घर पर ही सो जाओ बेटा।

योगेश को जैसे इसी बात का इंतजार था, और उसने जल्दी से हां बोल दिया।

राजीव की मम्मी ने योगेश की मम्मी से बात करि और बता दिया कि वह रात तुम्हारे घर रुकेगा। राजीव की मम्मी जय बात करके नहाने के लिए चली गई। और योगेश पीछे पीछे उनके उनके बाथरूम तक पहुंच गया।

नहाने के बाद जब राजे की मम्मी बाहर निकली तो उन्होंने एक बहुत ही सेक्सी नाइटी पहनी। इस नाइटी में उनका सेक्सी और सुडौल शरीर साफ साफ झलक रहा था।

उनके बड़े बड़े स्तन और झलक मारते हुए निप्पल नाइटी मेसे साफ दिख रहे थे। उनकी बड़ी और गोल गांड जैसे नाइटी के पीछे छुप गई थी।

योगेश को इस अंदाज में राजीव की मम्मी को देखना, उसे बहुत ही उत्तेजित कर देता है। और उसका लंड बिल्कुल खड़ा हो जाता है, जोकि पैंट मेसे साफ सलामी दे रहा था।

वह बस अपनी पैंट के अंदर अपना हाथ डालकर, अपना लंड मसल रहा था। तभी उसने यह देखा राजीव की मम्मी बिस्तर पर लेट गई है। और धीरे-धीरे अपने बदन को सो रहा है वही है। वह अपनी गर्दन पर हाथ फेर रही है, और दूसरे हाथ से अपने स्तनों को दबा रहे हैं।

क्योकि राजीव की मम्मी को शारीरिक संतुष्टि ना मिल पाने की वजह से, पुण स्वयं के साथ संतुष्टि करनी पड़ रही थी। फिर उन्होंने अपना हाथ धीरे धीरे अपनी जांघों के पास फिर ना चालू करो। और अपनी मोटी मोटी गोल गोल जांघों को दबाने लगी।

फिर मैं अपनी उंगलियों को अपनी योनि के पास लेकर गई। और बड़े ही प्यार और नाजुक अंदाज में अपनी योनि को सोराहने लगी।

तभी अचानक उन्हें दरवाजे के पीछे योगेश छुपा हुआ दिखा।

और उन्होंने एकदम से चिल्लाया – कौन है? दरवाजे के पीछे।

राजीव की मम्मी – योगेश क्या तुम हो?

योगेश ने दरवाजा खोला और बोला – आंटी मुझे माफ कर दो…., हां मैं हूं।

राजीव की मम्मी – तुम ऐसा क्यों कर रहे थे, योगेश।

योगेश बोला – आंटी आप बहुत ही हॉट और सेक्सी हो मेरा मन आपके ऊपर आया हुआ है।

मै आंटी आपके साथ वासना क्रिया करम करना चाहता हूँ

राजीव की मम्मी – बोली हां मुझे पता है

योगेश हैरान होते हुए बोला – आंटी आपको कैसे पता

राजीव की मम्मी – तुम जिस तरीके से मुझे देखते हो और जब मैं काम करती हूं, तुम जैसे मुझे निहारते हो। इससे मुझे सब पता लग गया, कि तुम्हारे अंदर मेरे लिए वासना है

योगेश बोला – आंटी मुझे पता है, आप असंतुष्ट हो क्योंकि अंकल हमेशा बाहर ही रहते हैं। अगर आप मुझे आंटी एक मौका दो तो…. , मैं आपको चरम सुख की प्राप्ति करा सकता हूं। 

पहले तो राजीव की मम्मी ने मना कर दिया। 

फिर जब योगेश राजीव की मम्मी के पास गया और उसने उनका हाथ पकड़ लिया। अंतर्वासना ने अपना काम चालू किया और राजीव की मम्मी गरम हो गई।

मम्मी – योगेश यह तुम क्या कर रहे हो? दूर हटो मुझसे….

योगेश – आंटी बस, एक मौका तो दो…… आपको बहुत मजा आएगा। और आंटी में यह वादा करता हूं यह बात सिर्फ इस कमरे में ही दबी रहेगी। इसका पता यहां तक मेरे सबसे अच्छे मित्र राजीव को भी नहीं चलेगा।

राजीव की मम्मी यह सुनने के बाद थोड़ा सा शांत हो गई।

योगेश आंटी के बड़े बड़े स्तनों को धीरे धीरे दबाना चालू किया। और उनको गले पर और उनके गोरे गोरे नरम गालों पर चूमने लगा।

फिर उसने राजीव की मम्मी की दोनों टांगें फैलाई और उनकी योनि में अपनी उंगलियां डालने लगा।

राजीव की मम्मी – आह!!!! उह्ह!!!!!! बेटा…… बहुत ही मजा आ रहा है…… 

फिर योगेश अपना मुंह आंटी के दोनों टांगों के बीच में ले गया। और उनकी वयस्क योनि को अपनी गरम गीली जबान से चाटने लगा। इस एहसास को महसूस करते ही राजीव की मम्मी को बहुत ही संतुष्टि प्राप्त हुई।

और वह बोलने लगी – हां!!! बेटा…… ऐसे ही करो, ऐसे ही चाटो अपनी आंटी की।

तुम्हारी आंटी को बहुत ही मजा आ रहा है, बेटा, ऐसे ही करते रहो।।

और योगेश उनकी योनि को एक कुत्ते की तरह लगातार चाट रहा था,

आंटी ने उसका मुंह को और दबा दिया अपनी चूत की तरफ। फिर कुछ ही पल में राजीव की मम्मी को चरम सुख और चरम आनंद की प्राप्ति हुई।

उनके चेहरे से संतुष्टि साफ झलक रही थी और वह बहुत ही प्रसन्नता महसूस कर रही थी। परंतु योगेश संतुष्ट नहीं हुआ था, और उसने अपना लंड आंटी की चूत में घुसा दिया।

राजीव की मम्मी बोली – बेटा यह तुमने एकदम से क्या कर दिया?

योगेश – आंटी अभी आपको और ज्यादा मजा आएगा, मैं आपको आज संतुष्टि देकर ही रहूंगा। और अपनी भी कामवासना की इच्छाओं को शांत करुंगा।

और फिर वह बड़ी तेजी और जोश के साथ आंटी की चूत को चोदने लगा। आंटी कितनी हॉट और सेक्सी दी साथ ही उन्होंने बहुत ही सुंदर नाइटी भी पहनी हुई थी।

यह सारी चीजें योगेश को और भी ज्यादा उत्तेजित कर रही थी। और वह आंटी को बहुत ही जोर-जोर से चोदा था।

राजीव के हर एक बल के साथ आंटी के बड़े-बड़े स्तन ऊपर-नीचे हिल रहे थे।

और आंटी बोलने लगी – हां बेटा, ऐसे ही चोदो अपनी आंटी को। योगेश, तुम्हारी आंटी बहुत ही असंतुष्ट रहती हैं।

योगेश, हां आंटी, मुझे पता है, चोदते-चोदते हुए। 

आंटी – चोदो मुझे, योगेश और जोर से चोदो। अपनी हॉट आंटी को चरम सुख की प्राप्ति कराओ।

और योगेश यह सुनकर वो और जोश से भर गया और आंटी को दबा-दबा कर चोदने लगा। दोनों के होठ से होठ लड़े हुए थे और चूत में लंड घुसा हुआ था।

दोनों एक साथ ही वासना क्रिया की प्रसन्नता महसूस कर रहे थे। और बस इस अंतहीन आनंद के साथ योगेश अपने अंतिम चरण पर आगया।

और जैसे ही योगेश का झड़ने वाला था,

आंटी ने बोला – बेटा, बस थोड़ा और करो… तुम्हारी आंटी का भी चरम सुख होने वाला है

योगेश ने अपने आप को काबू किया और वो थोड़ी देर तक और आंटी को चोदता रहा।

फिर जैसे ही योगेश और आंटी दोनों ही चरम सीमा पर आ गए। दोनों ने एक साथ चरम सुख की प्राप्ति की जो की प्रसन्नता बहुत ही अद्भुत थी। योगेश ने अपना सिर आंटी के स्तनों पर रख दिया और थकने से साँसे भरने लगा।

और यह क्रिया कर्म करने के बाद योगेश थक कर चूर हो गया और वह आंटी के स्तनों पर ही सो गया। यह रात आंटी की बहुत ही रंगीन रात भर गई और उनको चरम सुख की संतुष्टि प्राप्त हो गई।

तो यह एक तरह से Family Sex Story हो गई जिसपे एक भाई जैसे दोस्त ने अपने दूसरे दोस्त की मम्मी के साथ कामवासना की। आपके इसपर क्या विचार है हमें कमेंट जरूर करे और अपनी राय दे।

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