मेरे गांव के लड़के ने अपने दोस्त के साथ मिल कर मेरी गंद फाड़ दी 

नमस्कार दोस्तों आप सभी को आपके खड़े लन्ड 🍌को मुंह मे लेकर स्वागत करता हु। 

मेरा नाम शिवम है मैं ट्रांसजेंडर हु,मैं 22 साल का हु,मेरे बदन का रंग एकदम गोरा है,मेरी गान्ड उभरी हुई गोल मटोल है,मेरे बूब्स थोड़े बड़े हो चुके है क्युकी मैं खुद उसे रोज दबाता हु,मैं मुंबई में अकेले रहता हु.मुझे बड़े और मोटे लन्ड 🍌🍌 लेना पसंद है. ये कहानी मेरी खुद की है जब मैं गांव गई थी (यह पर मैं खुद को स्त्री बता रही हु क्युकी उस लड़के ने मुझे लड़की बना कर चोदा था.

बात उस समय की है जब मैं गर्मी की छुट्टी में गांव गई थी मुझे आय 3 दिन हो गए थे और मेरी गंद मे आग लगी थी, मुम्बई में तो कैसे भी गंद मरवा लेती थी पर यहा थोड़ा मुस्किल था.फिर एक दिन में रात को मैं अपने दोस्त से बात कर रही थी जो मुंबई में मेरी गंद मरता था तभी मेरी नजर एक लड़के पर पड़ी ओ एकदम हटा कटा था ओ मेरी बाते सुन रहा था उसको मेरी बातों से पता चला गया था की मैं ट्रांसजेंडर हु मैं थोडी सी घबराई और अपने घर के तरफ चालीं गाई.

फिर अगले दिन ओ लड़का मुझे दिखा उसने मुझसे बात करने की कोशिश की पर मैं इतना आसानी से उसे बात नही करना चाहती थी पर थोडी दूर चलने के बाद उसने मेरे हाथ पकड़ लिया और बोला मुझे पता है तुम ट्रांसजेंडर हो और तुम्हे गंद मरवाना अच्छा लगता है,मैं थोड़ा आगे बढ़ी और बोली एसा कुछ भी नहीं है उसने थोड़ी देर बाद उसने मुझसे कुबूल करवा लिया मैं मन ही मन खुश थी फिर,उसने अपना परिचय दीया उसका नाम मनीष था फिर हमने अपना नम्बर एक्सचेंज किया और मैं चली गई,

फिर उसने रात को कॉल किया और बात करने लगे उसने मुझसे बोला की तुम मुझे अच्छी लगती हो मैं भी उसको हा बोल दी फिर उसने बोला की मैं तुम्हे शिवम के जगह शिवानी बुला रहा था मुझे और अच्छा लगने लगा था ऐसे ही कई दिनों तक हम बाते करते रहे हम एक दूसरे से घुल मिल गए थे.एक दिन उसने मुझसे लड़की बनने को बोला मैं थोड़ी भड़क गई और बोली ये कैसे हो सकता है उसने बोल मैं करूंगा फिर मैं हा बोल दी.फिर ऐसे ही एक दिन उसने मुझसे बोला कि मैं मैं तुम्हे चोदना चाहता हूं चोदना सुन कर मेरे गंद मे आग लग गई मैं हा बोल दी, एकदिन शाम को उसने मुझे लड़की बना कर चोदने का प्लैन बनाया.और ओ शाम आ गई मैं घर पे अकेली थी मेरे घर वाले एक तीन दिन के लिए बाहर गए थे तभी मेरे घर का दरवाजा नोक हुआ मैं दरवाजा खोली तो मेरे सामने एक बैग 🛍️ लिया मनीष खड़ा था मैंने उसे जल्दी से अन्दर आने को कहा और दरवाजा बंद कर दी अंदर आते ही ओ मुझ किस करने लगा और मैं भी उसकी साथ देने लगी पांच मिनिट किस करने के बाद हम अलग हुआ.घर पे अकेले होने की वजह से मैं शॉर्ट पेंट और हॉफ स्लीव टीशर्ट पहनी थी जिसमे मेरी गोरी गोरी टांगे और गोल गंद की उभर साफ नजर आ रहे थे और थोड़े से बूब्स भी उभरे हुए थे.तभी मैंने पूछा की इस बैग में क्या है ओ बोला तुम खुद ही देख लो मैं जल्दी से बैग खोली तो देखा की लड़कियों की सारी जरूरत की चीजे थी और कुछ खाने की चीज थी मनीष मेरे लिए पिंक पैंटी और ब्रा थी 👙और लाल रंग की स्लीप्री साड़ी और स्लीव वाली ब्लाउज, रेड लिपस्टिक,नकली मंगलसूत्र, सिंदूर,नकली औरतों के बाल और मेकअप की समान थी मुझे ये सब देख कर बहुत अच्छा लगा.फिर मैं हम दोनो के लिए काफ़ी बनाई और साथ में पी फिर हमने खाना खाया ये सब करने में सात बज गए फिर मैं बोली की जाइए शेविंग कर लीजिए तब तक मैं भी तैयार हो जाती हूं, मनीष अपने घर चले गए और मैं भी तैयार होने लगी मैं बाथरूम मैं गई और अपने कपड़े निकाले और नांगी हो गई मेरी 1 इंच की लुल्ली दिख रही थी और मैं अपने गंद के बाल को शेव कर ली और अच्छे से नहा ली और नंगी आपने मम्मी की ड्रेसिंग टेबल पर आ गई और समान निकाला और तैयार होने लगी सबसे पहले मैने नकली बाल अच्छे से लगाई और खुद को मिरर में देखी एकदम लड़की दिख रही थी फिर मैंने पिंक पैनी और ब्रा पहनी और बूब्स को ऊपर उठा कर ब्रा में अच्छे से सेट की ओर मेरे बूब्स ऊपर से उठे हुए दिख रहे थे फिर मैंने पेटीकोट पहना फिर ब्लाउज जो की में स्तन के उभर को दर्शा रहा था और क्लीवेज पर ब्राइटिंग जेल लगाई जो मनीष के आग को भड़काने में हेल्प करेगी फिर मैंने साड़ी पहनी और मेकअप की जिसे मैं एकदम लड़की लग रही थी और रेड लिपस्टिक लगाई और लेडिस परफ्यूम और तैयार हो गई।फिर मैने भी एक प्लैन बनाई अपने स्टाइल में शादी करूंगी फिर मैंने एक थाली में में स्वागत के लिए समान सजाए और फिर एक सेल्फी ली और उनको भेज दी और वेट करने लगी थोड़ी देर में दरवाजा नोक हुआ मैं दरवाजा खोली तो मेरे होश उड़ गए क्युकी मनीष के साथ एक और लड़का था जो की काला था और एकदम तंदरुस्त फिर मैने हाथ में लिए थलीं से दोनो का स्वागत की ओर अंदर आ गए फिर मनीष मुझ साइड मे ले गया और बोला की आज हम दोनो मिल के तुम्हारे साथ सुहागरात मनाएंगे मैं थोड़ी गुस्सा हुई और इस बात को इग्नोर की पर मन तो मेरा भी था दो दो लन्ड लेने काफिर थोड़ी देर मनाने के बाद मैं हा बोल दी आज मेरी दर्दनाक सुहागरात होने वाली थी फिर उसने बोला चलो आज हम अपने स्टाइल में तुम्हे शादी करेंगे फिर हम तीनो बेड पर चले गए और मैंने अपना मांग खोल दी तो दोनो ने अपना लुंड पैंट से बाहर निकल लिया और लुंड पर सिंदूर लगाए और मेरे मांग में भर दिया फिर मैने दोनो के लुंड पर किस💋 कर दी अब बारी थी मंगलसूत पहनने को तो उन्हों ने अपने लन्ड से मंगलसूत्र उठाया और मेरे गले में।डाल दिया और मैंने वापस एक एक किस दोनो के लन्ड पर की,माफ कीजिए गा मैं तो मनीष के दोस्त का पारिचय देना भूल गई उसका नाम धनंजय था ओ एक किसान था ,हमरी शादी तो हो गई अब बारी थी सुहागरात की पर आज पहली पर कोई दो दो मर्दों से सुहागरात मनाएगा ओ खुशनसीब मैं थी शिवानी फिर मनीष ने मुझसे पूछा की तुम्हे कोई प्रोबल तो नहीं तुम राजी हो न तो मैं बोल दी हा मेरे राजा आज तुम दोनो मिल कर मेरी गान्ड फाड़ दो,इतना कहते ही दोनो मेरी ऊपर टूट पड़े उसका दोस्त मेरी गंद दबाने लगा और मनीष मुझे किस💋 करने लगा अब दोनो लड़के मुझे किस करने लगे तभी धनंजय मेरे मुंह पर आया और अपनी जीभ मेरे मुंह में घुसा कर किस ने लगा उसके खुर खुरे होठ मुझे पागल कर रहे थे उधर मनीष कभी मेरी गान्ड तो कभी बूब्स दबा रहा था तभी दोनो ने मिल कर मेरी साड़ी निकाल दी अब मैं ब्लाउज और पेटीकोट में थी और कयामत ढा रही थी फिर से दोनो मुझे चूमने चाटने लगे पांच मिनिट बाद मनीष मेरी ब्लाउज खोल रहा था तो धनंजय मेरी पेटिकोट अब मैं उनकी गुलाम हो गई थी अब उनको जो मन कर रहा था ओ कर रहे थे अब मैं सिर पैंटी और ब्रा में थी

और उन दोनो की आग को बढ़ा रही थी तभी धनंजय बोला भाई ये तो एकदम मस्त माल है कहा से लाया तो मनीष बोला भाई इसे मैं मुंबई से स्पेशल हम दोनो के लिए लाया हु जो मन करे ओ कर अब मेरी आग बढ़ गई फिर उन्हों ने मुझ किस करना चालू कर दी इस दौरान उन दोनो का लुंड मुझ आगे पीछे से चुभ रही थी ऐसे करते करते रात के 10 बज चुके थे फिर मैंने बियर की बोटल लाई और 3 ग्लास लाई और तीन पैग बनाई और पीने लगे बियर पीने के बाद फिर से हमारा कार्यक्रम चालू हुआ अब उन दोनो से रहा नही गया और में पैंटी और ब्रा फाड़ दी और मैं नंगी हो गई मेरी गोरी गान्ड और छोटे छोटे बूब्स दिखने लगे उन्हों ने बोला चलो अब हम खुश करो मैं इतना सुनाते हु दोनो के पैंट खोलने लगी मैं दोनो की पैंट ऐसे खोल रही थी जैसे मुझ लॉलीपॉप मिलने वाला हो फिर दोनो ने पैंट और शर्ट उतार दिए मनीष का गोरा बदन मुझ लुभा रहा था और धनंजय का काला बदन मैरी तन मन को बेकाबू कर रहा था और फिर मेरी नजर उनके नीचे गई तो देखी मनीष का लुंड 6 इंच लंबा और 2 इंच मोटा था और धनंजय का लुंड 9 इंच लम्बा और 4इंच मोटा था मेरे तो होश उड़ गय मैं देर न करते दोनो का लुंड हाथ में ले ली बहुत गर्म लुंड था दोनों का फिर पहले मनीष का लुंड गप्प करके चूस ने लगी स्ररुउउप्प्प…उूउउंम्म….सस्स्ररुउउप्प्प…आआअहह उसका सूपड़ा एकदम पिंक था जिसे मै अपने। जीभ से चाट रही थी और धनंजय का लुंड मेरी हाथो मे था और उसे आगे पीछे कर रही थी धीरे धीरे मनीष का लुंड अपनी औकात मे आ गया अब धनंजय मेरे सामने आया उसका लुंड इतना मोटा था की मेरे मुंह में नही जा था तभी उसने मेरी सिर पकड़ कर लुंड को मुंह में धकेल दिया और लुंड का कुछ भाग मुंह में चला गया और ओ मेरे मुंह को चोदने लगा और मैं भी लुंड चूसने लगी सस्स्सल्ल्ल्ल्ल्लूउउप्प्प…सस्रररुउपप…..ऊऊऊओंम्म्मम…ऊऊम्म्म्म…

अब ऐसे ही दोनो की लुंड चूस रही थी पर वो झड़ने का नाम नहीं ले रहे थे फिर मैंने कहा मुझे बियर पीना है दोनो बोले हम अलग स्टाइल में तुम्हे बियर पिलाएंगे एक ग्लास में पूरा भर के पैग बनाई दोनो ने अपना लुंड बियर में गोट कर मेरे मुंह में देने लगे ऐसे करने से मैं पानी पानी हो गई फिर मुझे प्यास लगने लगी तो दोनो ने एक एक के के अपना लुंड मेरे मुंह के गले तक डाल कर मेरे मुंह में गर्म गर्म उस पानी को अंदर ले ली फिर मानी का लुंड चूस रही थी तभी उसकी बदन अकड़ने लगी मैं समझ गई थी की o झड़ने वाला है उसका लुंड गले तक ले कर उसका गाढ़ा मलाई मैं पी गई अब धनंजय मेरे मुंह को चोद रहा था तभी ओ भी झड़ के अपना 2 ग्लास माल मेरे मुंह में पीला दिया अब।मैं मदहोश हो गई थी मुझे नासा होने लगा था क्युकी बियर,दोनो की मूत,और वीर्य मेरे पेट में मिक्स हो गया था।अब मैं 69 पोजिशन में मानिस के साथ लेट गई ओ अपनी जीभ से मेरी गंद चोद रहा था और मैं उसके हथियार को जागृत कर रही थी इतने में मानी के ऊपर से हटी तो धनंजय के सात 69 में आ गई पर इसकी जीभ की बात ही अलग थी इसके जीभ से चोदने से मेरे मुंह से सिसकारियां निकालने लगी उूउउम्म्म्म….सस्स्रररुउउप्प्प….ग्ग्गहूऊ….ऊओंम्म्म

स्ररुउउप्प्प….ऊओंम्म…सस्स्रर्रप्प्प….आआहह

स्ररुउप्प्प….स्रररुउउप्प्प…उउउम्म्म्मह….उूउउम्म्मह….

और तभी समने से मनीष आया और मेरे मुंह में लन्ड पेलने लगा मेरे मुंह से आवाज आने लगी आआआआ…..म्‍म्म्ममाआज़्ज़्ज़ाआ…आआ….गगग्गगययययाआ….ऊओररर…त्त्तीईज्ज्ज्ज

अब दोनो का लुंड विकराल रूप धारण कर लिया था अब मुझ सुख के साथ मीठे दुःख की प्राप्ति होने वाली थी ,मेरा बदन सिहर रहा था मैं बेड पर लेट गई और मनीष ने टांग खोल दी जिससे मेरी गोरी गंद दिखने लगीं जिसकी दरार एकदम छोटी थी क्युकी मुझे चूदे बहुत दिन हो या था,फिर उसने अपने लुंड पर थूका और में गंद पर भी उसने अपना गर्म रोड़ मेरे छोटे छेद पर टिका कर एक झटका में सुपाड़ा अन्दर चला गया और मेरे मुंह से आवाज निकली ..आअहह..आहह…आहह..आहह…अहह….आहह

आह…ऊओह..ऊ..ऊओह..आहह..ऊहह…ऊ..आहह

मेरे चिलाते ही धनंजय अपना लन्ड मेरी मुंह में पेल कर आवाज को बंद कर दिया अब मैं कराह रही थी और फिर मैंने हरीझंडी का संकेत दिया और मनीष एक जोरदार झटके में अपना पूरा लुंड मेरी गंद मे घुसा दिया मुझे बहुत दर्द हुआ और आंखों से आशु आ गए पर मुंह में लन्ड होने के कारण आवाज नही निकली अब धनंजय मेरी मुंह चोद रहा था और मनीष धीरे धीरे पीछे से गंद मार रहा था मुझ थोडा दर्द हो रहा था पीटी मैं सहन कर रही थी थोड़ी देर धीरे धीरे चुड़ाई से मैं भी गंद को आगे पीछे कर के लन्ड का स्वागत करने लगी और मुंह से लुंड निकल चुका था क्युकी दोनो को मेरी सिसकारियां सुननी थी अब मानिस तेजी से चोद रहा था और मेरी गान्ड पर चाटे मार रहा था और मैं मस्ती में चुदौई करवा रही थी और बडबडा रही थी आअहह…म्माआ……आऐईयइ….हहाअ…ज्ज्ज्ूओर्र…

सस्ससे…बबबीएटत्त्ताअ…फ़ाआड़ द्दूव…उउउम्म्म्ममम 

मनीष मुझ 20 मिनिट चोदा पर ओ झड़ा ही नही

अब धनंजय अपना सुखा लुंड मेरी भट्ठी में सेट किया और एक जोर का झटका मारा इसका सुपाड़ा जोकि काफी गठीला और मोटा था ओ मेरी गान्ड मे घुसा और मैं बहुत जोर से आवाज निकली आअहह…म्माआ……आऐईयइ….हहाअ…ज्ज्ज्ूओर्र…

सस्ससे…बबबीएटत्त्ताअ…फ़ाआड़ द्दूव…उउउम्म्म्ममम …हहा…बीत्त्ताअ,,,आज्ज्जज म्म्माजयन्न्न…ट्तीररीि र्राान्न्ँदडडिईई ब्बांन…ग्गगाइइइ फिर थोड़ी देर में नार्मल हुई फिर एक शॉट लगा और आधा लुंड अंदर प्रवेश किया और मैं चिल्ला उठी …हहा…बीत्त्ताअ,,,आज्ज्जज म्म्माजयन्न्न…ट्तीररीि र्राान्न्ँदडडिईई ब्बांन…ग्गगाइइइ

मेरे चिल्लाने से उन्हें मजा आ रहा था फिर दूसरा शॉट और लन्ड मेरे पेट में अंदर तक फील हुआ और वही पर मैं खुद को संभाल रही थी और चीख रही थी क्युकी उसका लन्ड काफी गठीला और मोटा और बड़ा थी जो मेरी गान्ड फाड़ दिया था अब उसने रफ्तार बढ़ाया और चोदने लगा और मैं उसके लन्ड का स्वागत पूरा अंदर तक करने लगी और सिसकारियां भरने लगी उूुुउउइइ…म्म्म्मोमाआ…..फफफफफ़ाआद्दद्ड…द्ददडिईई…

.आहह…हमम्म्म…उूउउम्म्म्मम…म्म्म्म माआररर्र्ररर…द्द्ददडाालल्ल्ल्ल्ल्लाअ..आहह

ओ अपना लुंड पूरा बाहर निकलता और एक बार में पूरा अंदर तक जड़ देता था और मै भी सिसक सिसक कर लन्ड को आगे पीछे करने लगी अब मनीष का लुंड ढीला पड़ रहा था तभी उसने अपने लुंड को मेरे मुंह में ठूंस दिया और मुंह चोदने लगा अब मैं दोनो छेद मोटे मोटे हथियार से लैस थी और मैं उनके चलने से आवाज निकाल रही थी 

तभी धनाजय राजा ने चोदने के पोज को चेंज किया और मुझे अपने गोद में उठा लिया और लुंड अभी मेरे पेट में था और अब उछाल उछाल कर चोदने लगे और मैं बस बेबस हो कर सिसक्करीय निकाल रही थी आअहह..आ..त्ततप्प्प..त्ततप्प..त्तप्प..आहह..ईएसस..ऊहह..ज्जूओर्र…ससी..म्म्मा अररर…आअहह…त्तप्प…ट्टह्ह्प…ऊहह…

यस…अहहह..जजूर्र्रसस्सीए

मैं तो थी लुंड की भूखी भिकारी जो हर मानने वालो में से नही थी

अब मेरे गंद से कुछ पानी जैसा निकल रहा था जो की बियर मूत वीर्य का मिक्स पानी था

उससे प्यार कमरे में आवाज बदल गई उूुुउउइइ…म्म्म्मोमाआ…..फफफफफ़ाआद्दद्ड…द्ददडिईई…

.आहह…हमम्म्म…उूउउम्म्म्मम…म्म्म्म माआररर्र्ररर…द्द्ददडाालल्ल्ल्ल्ल्लाअ..आहह

अब मेरे गंद से फचा फच पानी निकल रहा था और मेरे राजा का धक्के चालू थे अब चोदने आया मानिस मैं उसको बोली साले अब तू क्या चोदे गा तेरे लुंड का असर तो कुछ पड़ेगा ही नही फिर o गुस्से से बोला इतना घमंड तेरी गंद पर मैं बोली हा साले कुत्ते 

उसने बोला चल भाई इस रांडी साली कुतिया को एक साथ चोदते हैं आज पीछे से चोद कर आगे के माल निकलेंग इतना कहने से मैं दर गईं पर ओ दोनो तैयारी में लग गाए धनंजय बेड पर लेटा और मैं उसके ऊपर तभी मनीष ढेर सारा थूक मेरी गंद और थूका जैसे किसी ने उल्टी की हो और नीचे से काले राजा ने अपनी रण्डी की गंद अपने लुंड से भर दिया और मैं चिल्ल उठी सस्सल्ल्लीी….आअररराम्मा….आआहहह…सस्सीई…म्माम्ाल ररर…..फ़फफात…ग्गगाइइइ…म्म्माँआ मैं गाली देने लगी तभी साली रण्डी मधरचोद की बच्ची कुतिया हम घमंड दिखाती हैं तभी पीछे से मानिस अपना लन्ड मेरी गान्ड में डालने की किसिस कर रहा था पर असफल रहा बार बार लुंड फिसल रहा था तभी काले राजा उसके लन्ड को दबाया और उसने ताकत से अंदर तक जड़ दिया अपना लन्ड और मैं बेहोश हो गई साले इतने बेरहम थे की मेरे मुंह पर थूक रहे थे जिससे मै होस में आ गाई और गाली दे रहे थे साली रण्डी मुंबई की वैश्य हमे चैलेंज करती है तेरी मां को चोदूं मैं बोली हा साले मधरचौद मेरी मां को भी चोद लेना ओ भी मेरी तरह चुड़ककड़ है उससे पहले मेरी फाड़ो सालो इतना कहते दोनो घपा घप मेरी गान्ड की धज्जियां उड़ाते रहे और मैं चुदाती रही और आवाजे निकलने में कामयाब हो रही थी क्यो की मेरी मुंह खुली हुई थी आअहह,…अहहाअ…आइसे ही…आअहह…ऊरर…तेजज…आअहह…हाअ…राअज्जजाअ…आईीससीए..हहिी…फ्फ़ाआद…दीए….

करीब 30 मिनिट इसी पोज में चोदे और मैं निढाल होकर धनंजय के ऊपर लेटी थी तभी दोनो ने अपना हथियार एक झटके में बाहर निकल लिए मैं हसने लगी की हो गई तुम्हारी मां की ओ बोले चुप रांद अभी पोज चेंज कर के फड़ेंगे फिर काले पतिदेव ने गोद मे उठा कर अपना विशालकाय जो विकराल रूप में फंफाना रहा था उसे मेरे पेट तक एक ही बार में पेल दिया फिर मनीष मेरे पहले पति पीछे से पकड़ कर अपने लन्ड को दबाया और मेरे गांड़ मे घुसा दी और मैं चिल्ला उठी मेरे चिल्लाने से आवाज आती तो मैं दर जाति कही पड़ोसियों ने सुना तो ओ भी गांड़ marne आ जाएंगे फिर मै मुंह खोल कर सिसकारी भरने लगी और दोनो ताल मेल मिला कर चोदने में लगे थे मेरी गान्ड फट कर गुफा हो गई थी फिर भी मेरे दोनो पति सुहागरात को रंगीन बना रहे थे मैं दोनो बीच में सैंडविच बनी बाजारू वेस्या रण्डी बन कर और बीच में उछाल उछाल कर मेरे गंद की धज्जियां उड़ाते रहे और मैं कुछ देर तक सिसकारी भरती रही 

आआआआआहह………ब्ब्ब्बाआससस्स….ककककाररर….आआररररराांम्म…सस्सीए…बब्बहाआड़द्द्वववे…

.म्‍म्म्माअदददाअरर्ृररकक्चहूऊओददड़…..म्‍म्म्ममाअरर्र्ररगज्गगाऐयइ…म्‍मम्मूऊऊउम्म्म्ममय्ी

ओ गाली दे रहे थे और मेरी गान्ड मार रहे थे साली रण्डी तेरी मां रण्डी मधरचोद भेंचौद कुटिया ये हर नही मान रही सालो अब क्या और एक लुंड डालोगे की मैं हर में लू तुमने पहले ही इसका भोसड़ा

बना दिया है तो क्या होगा भाई साली हम छुटने वाले हैं मुंह को ऊपर कर के तभी अचानक

मेरे अंदर वीर्य का इतना तेज धार चालु हुआ की मेरी पेट फूल उन दोनो का सारा माल मेरे मुंह से फव्वारे की तरह निकले लगे ऐसे ही झटके कर कर सारा वीर्य छोड़ दी और मुझे बेड पर पटक कर खुद भी लेट लेट गए और मैं वीर्य की प्यासी दोनों का लन्ड चाट कर साफ किया और एक दूसरे को चूमते हुए सो गए सुबह हुईं तो मैं चल नही पा रही थी तो दोनो ने मिल कर मुझे नहलाया और खुद नहाए फिर मुझे बेड पे लिटा कर एक दावा लाने गया और दूसरा मेरे लिए काफ़ी बनाई और मैं दावा खा कर सो गई वापस उठी तो देखा तो गांड़ फट गई थी और होले बहुत बड़ा हो चुका था अब,और मेरे चूतड बहुत जड़ा बड़े हो गए थे

अब मैं कई बार चूड चुकी थी फिर मेरे घर वाले आ गए और मेरा काला पति धनंजय कहा था की तेरी मां को भी चोदुंग उसने सच में मेरी मैं को मुंबई जाने से पहले चोद डाल ।

मेरे मां और मेरे पति की chudai padne ke liye comments kre

To bade lund Wale dosto kaise rhi Shivani रण्डी की chudai भरी कहानी 

कमेंट कर के जरूर बताएं जिससे मै और चुडवा सकू और लिख कर आपको बता सकू।

धन्यवाद 💋🙏

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