क्रिकेट, में और मुस्लिम दोस्त – 1

स्वागत हैं दोस्तों आपका एक बार फिर से हमारी हिंदी सेक्स स्टोरी वाली वेबसाइट पर!

आज की कहानी मेरे पड़ोस में रह रहे दो भाई बहन की हैं Muslim Sex Story ! दोस्तों मेरा नाम अंशु हैं मेरी उम्र 22 साल हैं और मैं UP का रहने वाला हूँ!

दोस्तों मेरे पड़ोस में एक एक मुस्लिम परिवार रहता था जो की बहुत अच्छा था, उनके दो बच्चे थे एक बेटा और एक बेटी !

दोनों भाई बहन में काफी अच्छी बनती थी भाई छोटा था और बहन 24 साल की थी! दोनों दिखने में बहुत सुन्दर थे और मेरे अच्छे दोस्त भी थे!

हम ज़्यदातर मिलते खेलते रहते थे सब बढ़िया चल रहा था जबतक वो दिन नहीं आया जब मेरी बॉल उनकी छत पर नहीं चली गयी!

वो दिन था जिसके बाद सब कुछ बदल गया और मैंने ऐसी चीज देख ली जो मेरे दिमाग से नहीं निकल पायी!

अक्सर ये भाई बहन अजीब हरकते करते थे जब इनके घरवाले नहीं होते थे तो ये घर से नहीं निकलते थे न खेलने आते थे!

कहि बार इन दोनों को घर पर रहना बहुत पसंद था पता नहीं पर अजीब था सब!

मेरी छत पर हम अक्सर क्रिकेट खेलते थे तो शाबरीन जो की मुस्लिम लड़की का नाम हैं उसके घर पर एक दिन बॉल चली गयी!

वैसे इतनी दूर कोई नहीं मारता था पर किस्मत मुझे वंहा भेजना चाहती थी!

मैं उनके घर छत टाप कर गया, बाल छत के कोने में पड़ी थी मैं बॉल के पास गया तो मुझे निचे जाली से किसी की आवाज आयी!

मैं गबरा गया क्युकी मुझे बोला गया था घर पर कोई नहीं हैं!

मैंने छत के गेट पर हाथ लगाया जो की बंद नहीं था पर दरवाजा डक रखा था!

मैं सीढ़ियों से निचे गया तो किसी की बात की आवाज सुनाई दी!

मैं दबे पैर उनके कमरे की तरफ गया तो मैंने वंहा देखा शाबरीन पूरी नंगी थी और निचे उसका भाई नंगा लेटा हुआ था!

वो अपने भाई के लंड पर कूद कूद कर चुद रही थी और उसके भाई ने उसके बूब्स पकडे हुए थे!

शाबरीन कह रही थी की छोटे तुझे मजा तो आ रहा हैं न ?

छोटा भाई बोला हां दीदी बहुत मजे आ रहे हैं और दोनों चुदाई करे जा रहे थे!

उनके शरीर की आपस में टकराने की आवाज पच पच पुरे कमरे में आ रही थी!

मेरा शरीर गरम हो गया शाबरीन को नंगा देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया!

जो लड़की इतनी गोरी चिकनी और सुंदर हैं वो लड़की बिना कपड़ो के मेरे सामने अपने भाई से चुद रही थी!

उसके बूब्स बड़े और मस्त गोल थे वो हवा में उछल रहे थे!

उसका गोरा बदन लाल हो रहा था, चेहरा लाल और पसीने से भरा उसका बदन!

मेरा मन मुठ मरने को हुआ लेकिन तभी उसके घरवालो ने दरवाजे पर घंटी बजायी!

लेकिन दोनों भाई बहन को फरक नहीं पड़ा शाबरीन ने कहा आ गए अम्मी अब्बू चलो जल्दी जल्दी करते हैं!

मुझे पता था वो बहार आने वाले हैं तो चुप चाप छत के रास्ते निकल गया!

उधर मेरे दोस्त गाली देने लगे की साले बोल लेने गया था या बनाने, मैंने बात घुमा दी की अरे वो मिल नहीं रही थी!

लेकिन उस दिन वो सीन मेरे दिमाग से नहीं गया, मैं क्रिकेट में अच्छा था और उस दिन 3 बार मैं 0 पर आउट हुआ!

बार बार वही सब चलरा था, जिस तरह से वो चुदाई कर रहे थे और घरवालों के आने पर बिलकुल नहीं डरे मतलब साफ़ था वो बहुत टाइम से सेक्स कर रहे हैं!

ओह्ह्ह शिट छत का दरवाजा बंद करना भूल गया मैं वो भी जानकर क्युकी वो दरवाजा खुलते टाइम तो आवाज नहीं करता

लेकिन बंद करते समय बहुत तेज आवाज आती थी इसीलिए मैंने खुला छोड़ कर भाग गया!

कुछ दिनों में मोहल्ले का क्रिकेट चैंपियन यानि मैं 0 पर आउट हुआ ये बात मोहल्ले में फ़ैल गयी!

किसी को यकीं नहीं हुआ क्युकी मैं क्रिकेट में अच्छा था और मुझे आउट करने वाला बच्चा था!

शबरीन तक ये बात पहुंच गयी और वो भी हैरान हो गयी, वो मेरे सामने आयी!

मैं नर्वस हो गया तो आंखे चुराने लगा, उसने कहा ऐसा क्या हुआ था उस दिन जो तीन 3 बार 0 पर आउट हो गए?

मेरी हिम्मत नहीं हुए नजरे मिलाने की हड़बड़ा कर मैंने बोला कुछ नहीं बस बॉलर अच्छा था!

उसने कहा झूट मत बोलो बॉलर नया हैं और उसकी बोल पर कोई आउट नहीं हुआ !

मैंने कहा अरे मुझे समज नहीं आयी उसकी बॉल तो ध्यान नहीं गया!

उसने कहा अच्छा मतलब तुम्हारा ध्यान कहि ओऱ था? क्या सोच रहे थे तुम? क्या चल रहा था तुम्हारे मन में?

वो मुझे घूरने लगी मेरी हालत खराब दिल तेजी से दड़क रहा था की क्या कहू ?

क्या शबरीन को सब पता चल गया की मैं उस दिन इन्हे देख रहा था?

आगे पढ़ें भाग – 2 में!

1 thought on “क्रिकेट, में और मुस्लिम दोस्त – 1”

Leave a Comment