मौसेरी बहन को चोदा रुला- रुला कर

हल्लो नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब

एक बार फिर मैं अमित,आपके सामने अपनी कहानी 

             मौसी की प्यासी चूत-2

का अगला भाग लेकर आ गया हूं 

अगर आपने अभी तक मेरी कहानी का पिछला भाग नही पढ़ा है तो अभी पढ़े 

अब मैं कहानी को आगे बढ़ाता हूं

आपने पिछले भाग में पढ़ा की केसे मैने मौसी को चोदा 

और चोदते हुए मौसी की बड़ी बेटी रीमा ने हमको देख लिया और मैं और मौसी उसको देखकर भौचके रह गए।

अब आगे……

अब मैं और मौसी रीमा को देखकर इधर उधर भागकर कपड़े पहनने लगे 

मौसी ने कंबल डाल लिया और आत्मग्लानि करके रोने लगी

इधर रीमा गुस्से से अंदर आई 

तो मौसी ने लड़खड़ाते हुए शब्दों में कहा रीमा तुम

तुम तो तो चली गई थी ना

तभी रीमा बोली हां चली गई थी पर मैं अपना फोन यही भूल गई थी और जब लेने वापस आई तो मैंने आपकी रोने की आवाज सुनी और यहां आकर देखा ,

और रोते हुए बोली मम्मी आप ये सब , छी मैं कभी नही सोच सकती ऐसा,

 मुझे आपको मम्मी कहते हुए भी शर्म आ रही है

मेरा तो सिर ही नीचे हो गया

मौसी ने रीमा को समझाने का प्रयास किया पर वो नही समझी,और बोली आज पापा को बोलूंगी फोन पर 

और रीमा रोते हुए अपने कमरे में चली गई

और रीमा अपनी सहेली को फोन किया और बोली की मैं नहीं आ पाऊंगी 

अब मौसी भी रोने लगी

तभी मैंने मौसी को चुप कराया और कहा की आप केसे भी रीमा को समझाओ 

फिर मौसी कपड़े पहनकर चलने लगी तो मेने देखा की उनसे चला नहीं जा रहा था वो दर्द में थी क्योंकि मैंने मौसी की गान्ड जो मारी थी 

उनकी गांड़ पहली बार फटी थी

अब मौसी, रीमा के कमरे मैं गई ।

और मैं दरवाजे के पास खड़ा हो गया कि उनकी बाते सुन सकू

मौसी ने रीमा का हाथ पकड़ते हुए बोली की देख बेटी मैने आज जो भी किया वो सब गलत है।

पर मैं क्या करू बेटी, हूं तो एक औरत ही ,

रीमा बोली पर ये सब गलत है,

मौसी बोली तुम भी औरत हो , तुम समझती हो की एक औरत के मन में कितनी इच्छाएं होती है।

जब वो पूरी नहीं होती है तो फिर कभी कभी सायाद दिमाग आपको गलत राह पर ले जाता है ,

पर अगर उससे आपको खुशी मिले , तो उसे अपना लेना चाहिए ।

तुम्हारे पापा साल भर घर से बाहर रहते है , और मैं घर पर।

तुम्हारा पति भी शायद तुम्हारी इच्छाएं पूर्ण नहीं कर पाया 

बेटी तुम समझ रही हो ना की तुम्हारी सादी को डेढ़ साल हो चुके है पर तुम प्रेगनेंट नहीं हुई 

पर खेर

शायद आज मैने गलती कर दी

मैं दोषी हूं ।

और कहते हुए मौसी अपने आप को कोसते हुए खुद को थप्पड़ मारने लगी

तभी सायद रीमा का दिल पिघल गया और उसने मौसी को रोकते हुए अपने गले लगाया

और चीखते हुए कहा मम्मी……

तभी मौसी ने मेरी प्यारी बेटी कहते हुए रीमा को अपनी बाहों में जकड़ लिया ।

फिर मौसी ने कहा की प्लीज ये सब पापा को मत बताना और मौसी उठकर चलने लगी तो लड़खड़ाकर चल रही थी तब रीमा ने कहा मम्मी दर्द हो रहा है

तो मौसी थोड़ी मुस्कराते हुए वहा से आ गई

अब रात हुई मौसी ,रीमा और मैं तीनो ने खाना खाया 

रीमां का बरताव वो ही था एकदम घुल मिलकर रहने वाला

ऐसा नहीं लग रहा था कि कुछ हुआ था

वो सब से मुस्कुराकर बोल रही थी

खाना खत्म करके मैं अपने कमरे में सोने चला गया 

पर मुझे नींद नहीं आ रही थी बस दिनभर जो हुआ उसे सोच रहा था

करीब रात को 1 बजे मुझे मेरे कमरे मैं किसी के आने का

एहसास हुआ और मैने देखा की कोई दरवाजे के पास खड़ा है

तो मैंने जाकर देखा तो वो रीमा थी 

रीमा के बारे में बता दूं

उसकी उम्र 23 साल है 

उसका बदन मौसी की तरह गोरा है 

गोल गोल बूब्स (36) उभरी हुई चूची है 

भरी हुई गान्ड (37)

साड़ी में तो एकदम परी लगती है

देखने वालो के लन्ड पेंट में ही पानी छोड़ दे।

रीमा लाल साड़ी पहन कर आई थी और ब्लैक ब्लाउस , पेटीकोट पहन रखी थी 

जिससे वो एकदम कड़क माल लग रही थी मैं तो देखते ही रह गया

मैने पूछा इतनी रात तैयार होकर कहा जा रही हो

तो उसने बोला नींद नही आ रही 

तो मैंने कहा क्यों 

तो वो बोली की आज दिनभर जो कुछ हुआ उससे शायद मेरे अरमान जाग गए 

मैने कहा कहना क्या चाहती हो तुम

तो रीमा बोली , जो तुमने मम्मी के साथ किया वो मुझे भी करना है 

सायद मम्मी ने सही कहा था , 

क्योंकि तुम्हारे जीजू भी मेरी इच्छाएं पूरी नहीं कर पाते 

तो तुम करोगे ना।

ये सब सुनकर मेरे मन में तो मानो लड्डू फ़ूटने लगे।

मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा

मन ही मन मुस्कुराने लगा 

तभी रीमा ने बोला कि कहा खो गए

तो रीमा ने कहा करोगे ना,और मेरे करीब आ गई

अब मेरी सांसों से उसकी सांसे टकराने लगी

मेरी दिल की धड़कने बढ़ने लगी मानो दिल नहीं कोई जरनेटर हो  , धक – धक- धक – धक…..

और मेने मौके का फायदा उठाते हुए रीमा की कमर में हाथ डाल दिया और रीमा को अपनी ओर खींच लिया

रीमा थोड़ी सहम सी गई, अब उसके होंठ मेरे होंठो के पास आ गए ।

और मेने किस करना शुरु कर दिया

होंठो को चूमने लगा और शायद मेरा एक दांत उसके होंठ पर लग गया और वो सिहर उठी 

फिर मैने उसकी , और उसकी नाभि को 

चूमने लगा जिससे वो पूरी गर्म हो चुकी थी, करीब 10 मिनिट चूमने के बाद 

मैने उसके ब्लाउस को उतार दिया अब मैंने उसके दूध ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा वो हल्की हल्की सिसकारियां लेने लगी

उम्म ऊ ऊ ऊं आआ आह………

जिससे मैं भी गर्म हो गया और 5 मिनिट दूध दबाने के बाद 

मैने ब्रा को भी निकाल दिया 

रीमा के बूब्स देखकर मैं पागल सा होने लगा 

एकदम गोल भूरे रंग के चूचे 

चुचियों को दबाने लगा और 2 मिनिट दबाने के बाद

चुचियों को मुंह में लेकर चूसने लगा , जिससे रीमा सिसकारियां भरने लगी

ओह ओह आआ आआ आह………

ऊं ऊं आह ओह उम्म्म …..

और मैं पागलों की तरह दूध पीने लगा

और जोर- जोर से बूब्स दबाने लगा

10 मिनिट तक ऐसा करने के बाद

अब मैंने रीमा का पेटीकोट भी निकाल दिया

और रीमा ने भी मेरा शर्ट और पैंट उतार दिया 

और अब रीमा बस पेंटी में मेरे सामने खड़ी थी

और मैं भी एक अंडरवियर में था जिसमे मेरा 10 इंच का लन्ड पूरा खड़ा था फनकार मार रहा था

रीमा की पेंटी में से हल्की हल्की गांड़ दिख रही थी

जिसे देखकर मैं और पागल सा हो गया

अब मैं पेंटी के ऊपर से ही चूत को सहलाने लगा

और रीमा भी मेरे लन्ड को अंडरवियर के ऊपर से ही धीरे धीरे सहला रही थी

रीमा हल्की हल्की सिसकारियां निकालने लगी

हम्म्म  आह ऊ ऊ ऊ आ आह आह……

 आह ओह ओह आआ आआ आआ….

 आह ओह ऊं ऊं ऊं आआ आह…….

 और रीमा की चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी

अब मैंने पेंटी भी खींच कर उतार दिया

अब रीमा की नंगी चूत मेरे सामने थी

रीमा की चूत देखकर मैं और भी ज्यादा पागल हो गया क्योंकि उसकी चूत गुलाबी थी और एकदम साफ बिना बालो के 

2 मिनिट तक ऐसे ही देखता रहा ,

तो

रीमा ने कहा देखोगे ही या करोगे भी

तो मैंने रीमा की चूत पर झट से अपनी जीभ रख दी और धीरे धीरे चाटने लगा

चूत के गुलाबी दाने को मुंह में लेकर मसलने लगा 

 रीमा जोर जोर से 

ऊं ऊं आआ. आआ….

आह आह आह ऊ ऊ…

आह आह आह ऊं ऊं आआ…..

आआ आह ओह हम्मम आह…

करने लगी

अब में जोर जोर से पागलों की तरह चूत में जबान फेंटने लगा

और बूब्स दबाने लगा 

5 मिनिट चूत चाटने के बाद 

मैने एक उंगली चूत में डाल दी और पाया कि चूत एकदम टाइट थी मानो कई महीनो से उसमे लन्ड गया ही नही हो

और वो हल्की सी चिलाई

ओह ओह आआ आआ……

Oóohhhh आहा आह ओह….

10 मिनिट चूत में उंगली फेंटने के बाद 

रीमा अकड़ गई और मेरे सिर को जोर जोर से अपनी चूत में दबाने लगी और रीमा  ने अपना पानी छोड़ दिया, मेरे मुंह में ही झड़ गई और मैं भी पूरा पानी चाट गया

अब मैने अपना लन्ड अंडरवियर से निकाला और रीमा को पकड़ाया तो रीमा बोली बाप रे ये तेरा लन्ड है या घोड़े का इतना लंबा और इतना मोटा 10 इंच लम्बा, 4इंच मोटा 

तभी मम्मी सुबह लंगड़ा कर चल रही थी

मम्मी का ये हाल था तो मेरा क्या होगा 

तो मैंने कहा क्यों तुमने इतना लंबा लन्ड नही देखा कभी 

तो उसने कहा नही कभी नही

क्योंकि तुम्हारे जीजू का लन्ड तो मुस्किल से 5 इंच का होगा जो मुझे कभी संतुष्ट नहीं कर पाया

पर आज तुम मेरी वासना मिटाना।

और रीमा उसे प्यार से हिलाने लगी 

अब मेने लन्ड को रीमा के मुंह में डाल दिया और रीमा चूसने लगी प्यार से चूस रही थी 

मैं अपने आप में स्वर्ग की सेर करने लगा 

2 मिनिट बाद मै रीमा के मुंह को जोर जोर से चोदने लगा

और उसके मुंह से  घू गू घू गू घू गू घू ……… की आवाज आने लगी वो पूरे कमरे में गूंजने लगी

5 मिनिट बाद में रीमा के मुंह में ही झड़ गया और वो मेरा पूरा वीर्य पी गई

अब मेने रीमा को बेड पर सीधा लेटाया और लन्ड को रीमा की चूत पर सेट किया और धीरे धीरे चूत पर रगड़ते रहे

रीमा भी पागल होती जा रही थी

वो जोर जोर से सिसकारियां 

आह ओह हम्म आह ऊं आआ…..

  निकलते हुए बोली प्लीज अब मत तड़पाओ 

अब डाल दो अंदर अब रहा नही जाता

अब चोद डाल

फाड़ दे मेरी चूत को

ये सुनते ही मैंने मैने एक एक जोर का झटका लगा दिया

और रीमा की जोर से चीख निकल गई

आह आआआअह…………. 

और लन्ड आधा अंदर चला गया 

और रीमा झटपटाने लगी ,रोने लगी 

आंख से आंसू भी आने लगे

बोलने लगी प्लीज बाहर निकालो मैं मर जाऊंगी, प्लीज बाहर निकालो

और रोने लगी

पर मैं नही माना और 1 मिनिट बाद लन्ड को 

एक जोरदार धक्का लगा दिया और रीमा इस बार और जोर से चीखी,

ओ ओह ओ ओ ओह आआ आह……

झटपटाने लगी ,जोर जोर से रोने लगी 

क्योंकि इस बार चूत से खून भी निकल रहा था ।

चूत की सही माईने मैं सील आज टूटी थी ।

और लन्ड इस बार चूत की दीवारों को चीरता हुआ पूरा अंदर चला गया जो कि रीमा की बच्चेदानी से जाकर टकराया ।

वो गिड़गिड़ाई प्लीज बाहर निकाल दो

वरना मैं सच में आज मर जाऊंगी 

प्लीज बाहर निकालो

और जोर जोर से रोने लगी 

ओहो ओह ओह ओह ओह ओह…….

हु ऊं आआ आह…….  

रीमा को बहुत दर्द हो रहा था इसलिए वो मुझे पीछे धकेल रही थी ताकि लन्ड बाहर निकल जाए

परन्तु मेरी पकड़ इतनी मजबूत थी कि वो मुझे हिला भी नहीं पा रही थी 

उसके दर्द को महसूस करते हुए मैंने 5 मिनिट तक लन्ड को बिना हिलाए 

उसके बदन को चूमने लगा

बूब्स दबाने लगा

 एक हाथ से चूत के दाने को मसलने लगा

वो ऊं आआ ऊंह ऊं…….

करने लगी 

और वो एक बार फिर गर्म हो गई

अब रीमा का दर्द थोड़ा शांत हो गया

अब मैने धीरे धीरे लन्ड को चलाने लगा जिससे रीमा को दर्द होने लगा पर थोड़ा मजा भी आने लगा

करीब 5 मिनिट बाद मैने झटको की स्पीड बढ़ा दी और रीमा को दर्द के साथ मजा भी आ रहा था 

वो सिसकारियां ले रही थी

ऊंह आआ आह आह ओह आआ……

ऊंह ऊं आआ आह आह ओह आआ….

आआ आह आह ऊं ऊं आआ……..

करीब 5 मिनिट चोदने के बाद मैं झड़ गया और अपना गर्म पानी रीमा की चूत में ही छोड़ दिया

अब मैने रीमा को घोड़ी बनाया और लन्ड को चूत पर लगाकर एक जोरदार धक्का लगाया जिससे लन्ड रीमा की चूत की गहराइयों तक चला गया

और जोर जोर से चोदने लगा

और बूब्स दबाने लगा जोर जोर से 

और रीमा 

ओह ओह आआ आआ अह आह…

आह ओह ऊंह ऊं ऊं आआ आह आह…

ऊंह ऊं आआ अह आह ओह आआ…

करके चुदवाने लगी

साथ में जोर जोर से कहने लगी

आह चोदो और जोर से चोदो,

आह आह चोदो,

फाड़ दो मेरी चूत को,

भोसड़ा बना दो चूत का 

आह आ आह ओह आह ….

आ आआ आह ओह….

आज से पहले कभी नहीं चूदी ऐसे

लन्ड को पूरा बाहर निकाल कर अंदर डालता इसी प्रकार चोदने लगा

जिससे लन्ड सीधा बच्चेदानी से जाकर टकराता

जिससे रीमा दर्द के साथ सहम जाती

और आह आह आह आह ओह……

 ओह ओह आआ आआ आह आह …..

15 मिनिट की जोरदार दर्द भरी चुदाई के बाद मैं और रीमा एक साथ झड़ने को हुए

और एक दूसरे को कस कर पकड़ लिया और झड़ गए और निढ़ाल होकर बिस्तर पर लेट गए 

रीमा की चूत से चूत का पानी और मेरा वीर्य मिलकर बाहर निकल रहा था 

10 मिनिट यूं ही पड़े रहे

और रीमा बोली बहुत दर्द हो रहा है, जलन भी हो रही है

उसने कहा बस अब और कल करेंगे 

तो मैंने कहा बस एक बार और उसके बाद चली जाना 

और इस बार मेने होंठो पर किस करने लगा

और चूचियां पीने लगा

जोर जोर से बूब्स दबाने लगा 

5 मिनिट बाद रीमा फिर से गर्म हो गई और मेरे लन्ड को जोर जोर से चूसने लगी 

2 मिनिट चूसने के बाद मैं बेड पर सीधा लेट गया और मैंने रीमा को अपने लन्ड पर बैठाया और चूत को जोर जोर से चोदने लगा

और रीमा आह आह आह ओह ओह…..

 ऊं ऊं ऊं ऊं आआ आह ऊंह ऊं आआ अह ….

करके चुदने लगी

करीब 10 मिनिट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद 

हम दोनों एक साथ झड़ गए और बेशुध होकर बेड पर लेट गए।

आधा घंटा ऐसे ही पड़े रहे और बाते करने लगे 

फिर रीमा बोली अब मैं अपने कमरे मैं जाती हु ।

वो उठाकर कपड़े पहनकर चलने लगी तो उससे 

चला नहीं जा रहा था वो लड़खड़ाने लगी और उसे

 दर्द भी हो रहा था 

तो मैंने उसे अपनी गोद में उठाया और उसके कमरे में सुलाकर आ गया। 

आगे क्या हुआ अगले भाग में बताऊंगा तब 

 तक के लिए धन्यवाद 

तो दोस्तो कैसी लगी कहानी 

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