तो स्वागत है आपका फिर से हमारी वेबसाइट पर और आज हम आपके सामने ला रहे वैलेंटाइन स्पेशल गैंग बैंग चुदाई कहानी!
अगर आपको गैंग बैंग नहीं पता तो बता देते है की ग्रुप सेक्स जिसके दो से ज्यादा मर्द हो और सब आपस में एक दूसरे के साथ सेक्स करे! तो कहानी शुरू करते है वैलेंटाइन स्पेशल चुदाई!
मेरा नाम सागर है और मेरे दोस्त का नाम अमित हैं और हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं! तो हुआ ये की अमित की एक लड़की के साथ अच्छा दोस्ताना वाला रिलेशन बन गया था!
तो उन दोनों को काफी समय हो गया था तो उन्होंने वैलेंटाइन पर रूम पर मिलने का प्लान बनाया!
अमित ने मना लिया था और फिर शाम को जब मैं और अमित पीने बैठे तो उसने मुझे बताया की कैसे उसने अपनी दोस्त को सेक्स के लिए मना लिया और वैलेंटाइन डे पर उसे रूम पर लेकर जाने वाला हैं!
मैं अमित के लिए खुश हुआ पर मैं सिंगल था और मेरा भी सेक्स करने का बहुत मन था तो मैं थोड़ा मायूस हो गया! अमित ने मुझे देखा और कहा भाई मायूस न हो तेरा जुगाड़ भी करवाता हूँ!
मैंने कहा कैसे उसने बताया की उसकी दोस्त आयुषी की पड़ोस में एक भाभी रहती हैं थी वो भी सेक्स चाहती थी!
तो मैंने कहा यार शादी शुदा है कोई दिक्कत तो नई होगी तो उसने कहा नहीं वो भाभी खुद पति से दुखी हैं क्युकी वो उम्र में बहुत बड़ा है और ठीक से उसे खुश नहीं कर पता!
मैंने पूछा तुझे इतना सब कैसे पता तो उसने कहा की आयुषी ने सब बताया है मुझे और अब मैं कल उसे उस भाभी को रूम पर लाने को कहता हूँ!
तो अगले दिन अमित और उसकी दोस्त घूमने गए थे और अमित ने उससे भाभी और मेरे बारे में बात करनी थी!
मैं पुरे दिन घर था और बेसब्री से इन्तजार कर रहा था! शाम में अमित दो बोतल दारू की लेकर घर आया और बोला साले आज तो पार्टी करेंगे, आयुषी ने भाभी से तेरे बारे में मेरे सामने बात करी और वो मान गयी!
उसने कहा कल रूम पर तू और भाभी और वो और आयुषी होंगे! बस पार्टी करी सो गए अगले दिन होटल के रूम पर पहले मैं और अमित गए!
कुछ देर बाद अमित को काल आया और वो भाभी और आयुषी को लेकर कमरे में आया!
हम सब बैठ आपस में बात करी और कुछ देर बाद हम इतने घुलमिल गए की ऐसा लग रहा था जैसे सालो से दोस्त यार हो!
थोड़ी देर बाद हमने दारू खोली और सबने पी, दो तीन गिलास के बाद सब सुरूर में आ गए!
उसके बाद भाभी ठुमके लगाने लगी, साड़ी तो पहन रखी थी, उनकी कमर और गांड मटकता देखकर मेरा तो मूड बन गया!
मैं आपको आयुषी के बारे में बताता हूँ, वो दिखने में खूबसूरत थी, बूब्स बड़े मोटे और पतली थी!
अब भाभी के बारे में सुनो वो बूब्स तो ठीक थे पर गांड मोटी मस्त थी! भाभी का डांस देखकर अमित का मूड भी बन गया तो वो आयुषी को चूमने लगा, वो दोनों अपना ग्रुप सेक्स शुरू हो गए!
मैंने भाभी को दीवार पर कमरे के कोने में ले गया और किस करने लगा! अब पुरे कमरे में शांति थी बस किस की अवाजै आ रही थी!
मैंने मुड़कर देखा तो वो दोनों आयुषी और अमित तो पुरे नंगे हो चुके थे और अमित आयुषी की चूत चाट चाटने में लगा था!
उन्हें देखकर मुझे जोश आ गया तो मैंने भाभी की साड़ी की उतार दी और उनकी चूत चाटने लगा!
भाभी तो पूरी तयारी के साथ आयी थी जांट साफ़ करवा कर! बहुत गरम माहौल था, आयुषी और भाभी की आह्हः उह्ह्ह की सिसकारियां पुरे कमरे में गूंज रही थी! फिर मैंने भाभी को लंड चुसवाया उसने मना नहीं करा और वो मस्त से लोडा चूस रही थी!
उधर आयुषी की चुदाई शुरू हो चुकी थी, आयुषी को नंगा देखकर मेरा लंड और कड़क हो गया था! आयुषी चुदते चुदते मुझे देख रही थी और मैं उसे देख रहा था!
मैंने काबू खो दिया और भाभी को चोदने लगा, भाभी चुदते हुए बोली मेरे पति ने मेरी प्यास नहीं बुझाई तुम मेरी प्यास भुजाओ!
मैंने उनके बाल पकडे और उन्हें बुरी तरह से छोड़ना शुरू कर दिया! उधर आयुषी उछल उछल कर चुद रही थी, और मैं इधर भाभी को घोड़ी बना कर चौद रहा था!
करीब 20 मिंट जबरदस्त चुदाई के बाद बाद मेरा झड़ गया और हम नंगे लेट गए! कुछ देर बाद अमित का भी हो गया और वो मेरे साथ आकर लेट गया और बोला सुन आयुषी तुझे बुला रही है!
तू वंहा जा और मैं भाभी के पास जाता हूँ! मैंने बोलै तुझे कोई दिक्कत नहीं है न उसने बोलै लड़की राजी है भाई और कोनसा मेरी बंदी हैं! बस फिर मैं आयुषी के पास गया बेसब्री से मेरा इन्तजार कर रही थी!
जैसी मैं उसके पास आया उसने मुझे अपने ऊपर लिटा दिया और पागलो की तरह मुझे चूमने लगी! ऐसा लग रहा था अमित से ज्यादा उसे मेरा इन्तजार था!
करीब 8 मिंट तक होंठ चूसने के बाद उसने मुझे देखा दोनों टाँगे खोलकर चूत खोलदी मेरे सामने!
मैंने उसकी चूत पर लंड रगड़ा और पहले तो धीरे से लंड अंदर बहार किया फिर चुदाई की रफ़्तार बड़ा दी!
उधर अमित भाभी को दबाकर चोद रहा था, उसने भाभी को उल्टा लिटा रखा था और पीछे से चूत मर रहा था!
इधर में आयुषी को चोदते चोदते उसकी आँखों में देख रहा था और वो मेरी आँखों में! आयुषी जब चुद रही थी तो उसके चुच्चे मस्त उछल रहे थे, मैं उसके निप्पल खिंच रहा था और उसे ऐसा करने पर आनंद आ रहा था!
उधर भाभी की चींखे निकल रही थी पता नहीं अमित क्या कर रहा था! इधर मैं और आयुषी अपना मस्त चुदाई में लगे थे पसीने से तरबतर शरीर हमारा चुदाई से गरम हो चूका था!
मेरा लंड कुछ ही समय में फटने वाला था और सारा लावा निकलने वाला था! मैंने कहा आयुषी मैं झड़ने वाला हूँ बता कंहा झाड़ू, उसने कहा मेरे बूब्स पर सारा माल निकालना!
मैंने जोर जोर से चुदाई करना शुरू करदिया मैं बस फटने वाला था और मैंने तुरंत लंड चूत से निकल कर उसके चुच्चो पर रगड़ना शुरू करदिया!
कुछ समय बाद मेरा सारा माल उसके बूब्स पर गिर गया! और हम सब नंगे ही लेट गए , अमित और भाभी तो सो गए थे! मैं और आयुषी उन्हें नंगा देख कर हसने लगे और फिर किस करके सो गए!