फर्स्ट टाइम Xxx विद चाची कहानी में पढ़ें कि मैं चाचा के घर कुछ दिन रहा तो कैसे मेरी सेटिंग चाची के साथ हो गयी, मैंने चाची को हर तरह से चोदकर मजा किया.
दोस्तो, मेरा नाम शुभम है. मैं 19 साल का लड़का हूँ. मेरी ऊंचाई 6 फीट है और मैं जलगांव का रहने वाला हूँ. मैं अभी पढ़ाई कर रहा हूँ.
मेरे जीवन का सबसे पहला सेक्स का किस्सा, जो बेहद सुखद था, वो आप सबको सुनाने जा रहा हूँ.
ये मेरी सच्ची फर्स्ट टाइम Xxx विद चाची कहानी तब की है, जब मैं पढ़ता था.
मेरा एक दोस्त मिलिंद था. उसे सेक्स के बारे में बहुत कुछ पता था.
वो मुझे रोज सेक्स की कहानियां सुनाता था.
हम रोज पढ़ाई की जगह सेक्स की बातें करने लगे थे.
उससे सेक्स के किस्से सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगता था.
एक दिन मैंने उससे कहा- तुम जब ये सारी बातें करते हो, तब मेरा लंड खड़ा हो जाता है. मैं इसका क्या करूं?
वो बोला- मुठ मार लिया करो.
मैंने उससे मुठ मारने के बारे में समझा और घर जाकर मुठ मारने लगा.
एक दिन हमारी क्लास शुरू हुई और टीचर क्लास में आईं.
हम दोनों सेक्स के बारे में बात कर रहे थे. अपनी सेक्सी टीचर को देख कर उनके बारे में मस्त मस्त बातें करने लगे.
मिलिंद ने अचानक से मेरी पैंट में हाथ डालकर मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे मसलने लगा.
मेरा लंड खड़ा हो गया. वो मेरे लंड को हिलाने लगा. मुझे भी मजा आने लगा.
करीब 15 मिनट तक उसने मेरे लंड को हिलाया. मेरे लंड से सफेद पानी निकल गया.
सबसे पीछे बैठे होने के कारण क्लास में हमें कोई ने देख नहीं पाया था.
अब हम ये सब रोज करने लगे. वो मुझे सेक्स वीडियो दिखाता, मैं वीडियो देख कर चुदाई के बारे में सब कुछ जान चुका था.
एक दिन स्कूल का लंच ब्रेक हुआ. क्लास के सभी बच्चे खाना खाने बैठ गए.
मुझे जोर की पेशाब आई थी, मैं पेशाब करने चला गया.
स्कूल का बाथरूम बहुत गंदा रहता था, तो लड़कियां भी बाथरूम के बाहर पेशाब करती थीं.
मुझे जोर की आई थी, इस वजह से मैं दौड़ कर गया.
मैंने देखा कि वहां एक लड़की पेशाब कर रही थी.
उसने भी मुझे देखा पर वो खड़ी नहीं हुई क्योंकि वो पेशाब कर रही थी.
मैं उसके सामने जाकर रुका तो मैं उसकी सफेद गुलाबी चूत को देख कर दंग रह गया.
मैं उसे देखता रह गया.
वो मुझ पर चिल्लाई और वहां से चली गई.
मैं भी पेशाब करके वहां से चला गया.
ये सब मैंने मिलिंद को बताया.
स्कूल छूटने के बाद में घर गया.
मेरे मन में बार बार उस लड़की का ख्याल आ रहा था. मैं उसकी चूत को याद करके मुठ मारने लगा.
कुछ दिनों के बाद मैं अपनी चाची के घर गया.
चाची का नाम सोनाली था.
मैं चाची को सोनी आंटी कहा करता था.
चाची का रंग थोड़ा दबा सा था और उनका साइज़ 36-32-38 का था.
वो 30-31 साल की मस्त माल थीं.
मैं उनके घर गया ही था कि चाचाजी बोले- तू अच्छा आ गया. मैं आज काम के लिए मुंबई जा रहा हूँ. तू अपनी चाची का ख्याल रखना.
मैंने कहा- चाचा, मैं तो शाम को घर चला जाऊंगा.
चाचा- तुम कुछ दिनों के लिए यहीं रुक जाओ. मैं तुम्हारे घर पर कहे देता हूँ.
मैंने भी हां कर दी.
चाचा मेरे घर पर कह कर चले गए.
अब घर में चाची और में ही रह गए थे.
मैंने आज से पहले चाची को कभी उस नजर से नहीं देखा था.
पर उस दिन न जाने क्यों मुझे उनको चोदने के ख्याल आने लगे.
मैं चाची के घर पूरा दिन रहता था. स्कूल भी नहीं जाता था.
चाची के मोबाइल में सेक्स वीडियो देखता रहता था.
एक दिन चाची ने मुझे सेक्स वीडियो देखते हुऐ पकड़ लिया और मुझसे बोलीं- ये सब नहीं देखना चाहिए.
वो मेरा फ़ोन लेकर किचन में चली गईं.
चाची और मैं रात को एक ही बेड पर सोते थे.
मैं सोते समय कभी उनकी गांड को सहलाता, तो कभी चूत को, तो कभी बूब्स को.
वो सो रही होती थीं और मैं उनके होंठों पर किस कर लेता, तो कभी स्तनों को चाट लेता.
कभी कभी मुठ मारके अपना पानी उनके ऊपर छोड़ देता.
सुबह उठने के बाद वो जब देखतीं, तो उनकी साड़ी पर, बूब्स और चेहरे पर दाग दिखाई देते थे.
उससे उन्हें मादक खुशबू आती थी.
मैं समझ गया कि चाची को ये सब अच्छा लग रहा है, नहीं तो अभी तक चाचा तक बात पहुंच गई होती.
अब ये सब मैं रोज करने लगा.
एक दिन सुबह के खाने के बाद मैंने चाची से उनका फोन मांगा तो चाची ने मना कर दिया.
वो बोलीं- तुम उसमें सेक्स वीडियो देखते हो. मैं तुम्हें फोन नहीं दूंगी.
उसी दिन रात को चाची को सारे बदन में किसी वजह से खुजली होने लगी, या उन्होंने खुद से ड्रामा किया था.
चाची बोलीं- शिवम देखो बहुत खुजली हो रही है, मेरी थोड़ी पीठ तो खुजा दो.
मैं बोला- हां क्यों नहीं चाची.
चाची ने अपना ब्लाउज खोल दिया.
चाची ब्रा नहीं पहनती थीं. उन्होंने ब्लाउज को मम्मों के ऊपर पकड़ कर रखा और मुझसे पीठ खुजाने को बोलीं.
मैं पीठ खुजाते खुजाते साड़ी के ऊपर से उनकी गांड को छू देता तो कभी बूब्स को.
चाची के बूब्स और पेट में भी खुजली होने लगी. चाची ने ब्लाउज उतार दिया और बोलीं- यहां भी खुजाओ.
वो लेट गईं.
उनके बूब्स देख मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैं चाची के मम्मों को दबाने लगा और खुजाने लगा. उनकी बगलों को खुजाने लगा.
चाची आंख बंद करके पड़ी थीं. उनकी आंखें बंद थीं, तो मैंने अपना लंड पैंट से बाहर निकाला और हिलाने लगा.
एक हाथ से मैं उनके बदन को खुजाता रहा.
कुछ देर बाद मैंने उनकी बगलों की मादक खुशबू ली, तो मेरे लंड में तनाव और बढ़ गया.
थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझे रोक कर अपना ब्लाउज पहना और एक तरफ होकर लेट गईं.
मैं भी उनके पीछे चिपक कर लेट गया और अपना लंड उनकी गांड में साड़ी के ऊपर से रगड़ का अपना पानी गांड पर छोड़ दिया.
दूसरे दिन रात को चाची किचन में खाना बना रही थीं.
मैं बेडरूम में टीवी पर सेक्स वीडियो देखने लगा.
चाची मुझे खाना खाने के लिए आवाज देने लगीं पर टीवी चलने की वजह से मुझे आवाज आई नहीं.
मेरे जवाब न देने से चाची रूम में आ गईं और मुझे सेक्स वीडियो देखते हुए पकड़ लिया.
चाची मुझसे कुछ नहीं बोलीं, टीवी बंद किया और नीचे चली गईं.
मैं उनके पीछे पीछे नीचे चला गया और खाना खाने बैठ गया.
खाने के बाद हम दोनों रूम में आ गए और चाची बिस्तर लगाने लगीं.
बिस्तर लगाने के बाद चाची ने टीवी चालू किया तो मैं जो सेक्स वीडियो देख रहा था … वो चालू हो गया.
चाची ने टीवी बंद नहीं किया.
वो बेड पर जाकर बैठ गईं, मुझे भी बैठने को कहा.
फिर हम दोनों साथ बैठ कर सेक्स वीडियो देखने लगे.
चाची बोलीं- ये देखने से तुम्हें क्या मिलता है?
मैं बोला- सुख.
वो बोलीं- ठीक है, हम दोनों एक साथ देखते हैं.
ब्लू फिल्म देखते देखते मैंने अपने लंड को पैंट से बाहर निकाला और हिलाने लगा.
चाची ये सब देख गर्म होने लगीं.
मैं अपने आप पर काबू नहीं कर पाया और चाची के ब्लाउज को नीचे खींच कर उनकी एक चूची को मुँह में ले लिया; दूसरी चूची को हाथ से दबाने लगा.
चाची ने भी मेरा विरोध नहीं किया.
ये देख कर मैं और जोर से चूचियों को पीने और दबाने लगा.
कुछ देर बाद चाची ने मुझे रोका और बाथरूम चली गईं.
कुछ देर बाद चाची बाथरूम से बाहर आईं.
वो बिना कपड़ों के नंगी थीं.
चाची को ऐसे देख मेरे लंड में तनाव आ गया. साला लंड फट ना जाए, ऐसा कड़क हो रहा था.
मैंने भी देर न करते हुए अपने सारे कपड़े निकाल फैंके.
चाची ने मुझे बेड पर लेटाया और मेरे ऊपर चढ़ गईं, मेरे लंड को पकड़ कर हिलाने लगीं.
एक मिनट तक हिलाने के बाद लंड की चमड़ी को पीछे करके अपनी जीभ से लंड के टोपे को चाटने लगीं.
थोड़ी देर बाद मेरे आंड को अपने मुँह में लेकर हल्के हल्के से दांतों से चबाने लगीं.
फर्स्ट टाइम Xxx करने से मुझे स्वर्ग का मिल रहा हो, ऐसा लग रहा था.
कुछ देर बाद चाची ने मेरा लंड पूरा मुँह में ले लिया और जोर जोर से चूसने लगीं.
मैं सिसकारने लगा.
करीब दस मिनट बाद मैंने अपना पानी उसकी मुँह में छोड़ दिया.
चाची ने पूरा पानी पी लिया और लंड को अच्छे से साफ कर दिया.
हम दोनों बेड पर नंगे पड़े रहे.
कुछ मिनट बाद चाची बोलीं- चलो एक बार और करते हैं.
मैं बोला- चाची मेरा लंड तो सोया हुआ है.
चाची बोलीं- मैं खड़ा कर दूंगी. मैं तुम्हें जैसा कहूँ, तुमको वैसा ही करना है.
मैंने कहा- ठीक है.
चाची अपनी चूत मेरे मुँह के पास लाईं और खुद का मुँह मेरे लंड के पास ले आईं.
वो बोलीं- तुम मेरी चूत सूँघो. मैं तुम्हारा लंड चूसती हूँ.
मैं वैसा ही करने लगा.
चाची ने मेरा लंड मुँह में लिया और चूसने लगीं.
मैं उनकी चूत की मादक खुशबू लेने लगा.
मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
अब मैं चाची की चूत चाटने लगा, जीभ से चूत को चोदने लगा.
कुछ मिनट बाद चाची चिल्लाती हुई बोलीं- जोर से चाट साले … आह
फिर अगले ही पल चाची अपनी चूत मेरे मुँह पर दबाती हुई बोलीं- आंह … मैं झड़ रही हूँ.
वो मेरे मुँह में झड़ गईं और कहने लगीं- आंह मेरी चूत को अच्छे से साफ कर दे.
मैंने भी चाची की चूत को चाट कर साफ कर दिया.
चाची बोलीं- अब बहुत हो गई चुसाई … चलो अब चुदाई करते हैं.
मैं ये सुनकर जल्दी से उठा और चाची को घोड़ी बना दिया. मैं उनकी गांड के छेद को चाटने लगा.
थोड़ी देर बाद अपने लंड के सुपारे को गांड के छेद पर रखा और जोर से धक्का लगा दिया.
मेरा आधा लंड गांड में घुस गया.
चाची चीख उठीं और बोलीं- मादरचोद जरा धीरे पेल … मैं चूत नहीं गांड मरवा रही हूँ.
मैंने गाली सुनकर और जोर से धक्का दे मारा, मेरा पूरा लंड गांड में घुस गया.
चाची दर्द के कारण चिल्लाने लगीं.
मैं उनकी कमर पकड़ कर जोर जोर से गांड मारने लगा.
वो दर्द से सिसकने लगीं.
मगर कुछ मिनट बाद चाची को मजा आने लगा.
अब उन्होंने मुझे रोका और बोलीं- अब तुम लेटो, मैं करती हूं.
मैं चित लेट गया, वो मेरे ऊपर आ गईं और मेरे लंड पर बैठ गईं.
मेरे लंड को हाथ से पकड़ कर चाची ने अपनी चूत के ऊपर सैट कर दिया और ऊपर नीचे होने लगीं.
मैं उनके चूचे पकड़ कर मसलने लगा.
वो मादक आवाज में सिसकारने लगीं.
दस मिनट बाद मैं चाची की चूत में झड़ गया.
कुछ देर तक हम दोनों वैसे ही पड़े रहे.
मैं चाची से बोला- बाथरूम में चलो.
चाची उठीं और हम दोनों बाथरूम में आ गए.
चाची बोलीं- क्या करना है?
मैंने कहा- मैं नीचे बैठता हूँ, आप मेरे ऊपर पेशाब करो.
चाची मेरे ऊपर पेशाब करने लगीं.
मैंने चाची की पेशाब को अपने मुँह में लिया, थोड़ा पी लिया बाकी बदन पर गिरा लिया.
फिर चाची बोलीं- अब मुझको भी मजा दो.
मैंने उन्हें नीचे बिठाया और उनके मुँह पर पेशाब कर दी.
चाची ने भी थोड़ा मूत पिया और बाकी से अपने मम्मों को गीला किया.
हम दोनों वैसे ही पेशाब से भीगे बदन को लेकर एक दूसरे से लिपट कर नहाने लगे.
फिर नंगे ही सो गए.
सुबह उठे तो चाची बोलीं- आज हम दोनों दिनभर बिना कपड़ों के रहेंगे.
मैंने हामी भरते हुए चाची को किस किया.
फिर चाची और मैं एक साथ नहाने चले गए.
बाथरूम में आए, चाची ने शॉवर चालू कर दिया और नीचे बैठ कर मेरा तना हुआ लंड मुँह में लेकर चूसने लगीं.
चाची मेरा लंड चूस रही थी कि पूरा लौड़ा उनके गले में था.
तभी मैंने उनके मुँह में पेशाब कर दी.
ऐसा करने से चाची मुझे देख कर मुस्कुरा दीं और लंड को जोर जोर से चूसने लगीं.
कुछ मिनट बाद मैं उनके मुँह में झड़ गया.
चाची बोलीं- अब तुम मेरी चूत चाटो.
वो बाथरूम के फर्श पर लेट गईं.
मैंने चाची के पैर फैलाए और उनकी चूत को जोर जोर से चाटने लगा.
मैं इतनी जोर से चाटने लगा कि चाची की पेशाब निकल गई.
कुछ देर बाद उन्होंने अपना चूतरस भी मेरे मुँह में छोड़ दिया.
सच में चूत की मलाई बड़ी स्वादिष्ट थी. उसकी सुगंध भी लाजवाब थी.
फिर हम दोनों ने नाश्ता खाया और बेडरूम में आ गए.
चाची ने मुझे एक गोली दी. उस गोली की वजह से मेरा लंड लोहे जैसा ठोस हो गया.
चाची ने टीवी पर सेक्स वीडियो लगाया और मुझे बेड पर बिठा कर खुद मेरे ऊपर आ गईं.
मेरा लंड अपनी चूत में लेकर चाची मेरे लंड पर बैठ गईं.
हम दिन भर सेक्स वीडियो देखते रहे और मेरा लंड चाची की चूत में पड़ा रहा.
अब हम दोनों हर रोज सेक्स करने लगे.
चाची को बच्चे होने के बाद वो सिर्फ मुझे अपना दूध पिलाती हैं, चुदाई नहीं करने देतीं.
मैं अब कभी कभी ही उनके चुचे दबा पाता हूँ, चूस पाता हूँ. उनके हाथ से मुठ मरवा लेता हूं या लंड चुसवा लेता हूँ.
ऐसे ही मजेदार और सच्ची सेक्स कहानी के साथ मैं फिर से आऊंगा, दोस्तो आप मेल जरूर करें कि फर्स्ट टाइम Xxx विद चाची कहानी आपको कैसी लगी?
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