ये कहानी का दूसरा भाग हैं आपको कहानी शुरू करने के लिए ऐसी भाभी सबको मिले पढ़ना पड़ेगा!
उसके बाद आप ये कहानी पढ़ेंगे तो मजा और समज दोनों आएँगी !
रात को भी भैया भाभी के बिच कुछ बहस हो गयी और भैया मेरी जगह पर सो गए!
मजबूरी में मुझे भाभी के कमरे में सोने जाना पड़ा पर अबकी बार मैं खुश था की भाभी के साथ सोने को मिलेगा!
भाभी सो चुकी थी मैं पढाई कर रहा था इसीलिए लेट सोने आया!
कमरे में कुण्डी लगाई और फिरसे वही सब होने की दुआ करने लगा!
की काश भाभी फिर कपड़े उतार दे और फिरसे वो सब हो!
फिर थोड़ी देर मुझे नींद नहीं आयी मैं इन्तजार करता रहा की भाभी कपड़े उतारे तबतक मैं सो ही गया!
कुछ घंटे बाद मेरी नींद खुली मैंने देखा भाभी मेरे बिलकुल मुँह के पास हैं इतने की किस आराम से हो जाये!
पहले मैं हल्का सा पीछे हुआ पर फिर मेरे अंदर की आग बड़क गयी!
मैंने उनके होंठ को महसूस कर पा रहा था अँधेरे में उनकी साँस से!
मुझे बस एक्टिंग करनी थी की गलती से होंठ टच हो गए!
पर इतनी हिम्मत मेरे जैसे वर्जिन लड़के में नहीं थी!
बहुत कोशिश के बाद मैंने होंठ पर होंठ टच करे और एकदम आंखे बंद करली!
हलकी हलकी आंखे खोलकर मैं उन्हें देखने लगा वो सो रखी थी गहरी नींद में !
थोड़ी सी हिम्मत बढ़ी और मैंने फिरसे किस करी और उनके चेहरे के हाव भाव देखने लगा!
वो बिलकुल भी नहीं हिली मानो बेहोश हो, मैंने फिर से उनके होंठ पर हलके से चूसा और थोड़ी देर तक!
बहुत मजा आया लेकिन मैं घबरा गया क्युकी इतनी लम्बी किस करी इतने में कोई भी उठ जायेगा!
मुझे अच्छा नहीं लगा घबराहट हुई और ऐसा लगा की भाभी उठी हैं जानकर एक्टिंग तो नहीं कर रही सोने का!
घबराकर मैंने दूसरी तरफ मुँह कर लिया, और चुप चाप सो गया!
फिर मेरी नींद खुली सुबह के 7 बजे सब सो रखे थे संडे था इसीलिए!
मैंने मुड़कर भाभी को देखा तो भाभी ने मैक्सी पहनी हुई थी रात से !
अंदर कुछ नहीं पहना था उन्होंने मेरी तरह पीठ की हुई थी और उनकी मैक्सी पिछवाड़े तक उठी हुई थी!
मैंने उनकी मैक्सी को हलके हाथ से ऊपर उठाया और अब मेरे सामने उनकी साफ़ गांड दिखी!
मैंने बहुत सोचा पर रहा नहीं गया और हिम्मत करके मैंने उनकी गांड को टच किया!
मैंने पहले हाथ रख दिया फिर कुछ देर रुका फिर सहलाने लगा और आखिर में दबाने लगा!
ऐसा लगने लगा मैं मैं नहीं हूँ अपने ऊपर से काबू खो चूका था मैं!
वो मुड़कर मेरी तरह मुँह करके सो गयी, मैंने आंखे बंद करली!
कुछ देर बाद आंखे खोली देखा की वो मुँह खोलकर सो रही थी, उन का एक निप्पल बहार को आ रखा था कपड़ो से!
मुझसे रहा नहीं गया मेरे शरीर पर पसीने आ रहे थे मने सोचा देखा जाएगा पर डर लग रहा था!
मेरी हवस ने मुझसे मेरे हाथ भाभी के निप्पल पर लगवा दिए!
भाभी अभी भी गहरी नींद में थी मैंने उनका कपडा निचे किया और उनका पूरा चूचा बहार आ गया!
बहुत बड़ा था मस्त गोल गोरा भाभी हलकी सी हिली और मैं वापिस सोने का नाटक करने लगा!
मुझसे बस एक बार बूब्स दबाने थे बेशक उसके बाद कभी न दबाउ!
मैंने बूब्स पर धीरे से अपना कपकपाए हुए हाथ रखा और पहले सिर्फ हाथ रख कर सोने का नाटक करने लगा!
थोड़ी देर बाद देखा तो वो सो रही थी एक आंख से मैंने उन्हें देखा और मैं धीरे धीरे बूब्स दबाने लगा!
मुझे इतना मजा आने लगा की मैंने जोर से उनके बूब्स दबा दिए और भाभी एकदम से मूड गयी और दूसरी तरफ मुँह करके सो गयी!
इसका मतलब भाभी उठी हुई थी ? क्या भाभी सबको बता देंगी ? अब क्या होगा? काश मैं खुद पर काबू करलेता और ये सब न होता? अब आगे जाने की क्या हुआ ?
इस कहानी अगला भाग यानी अंतिम भाग पढ़े!