प्यार और वासना

हैल्लो फ्रेंड्स उम्मीद है आप सभी कुशल मंगल होंगें मैं आशा करता हूं आप लोगो को ये स्टोरी पसन्द आएगी तो चलिए शुरू करते हैं…

समुद्र किनारे एक छोटा सा देश था जहाँ पर अत्यधिक महँगाई बढ़ जाने से सिविल वार जैसे हालात थे। जिसमे एक लड़के के माँ बाप मारे जाते हैं उस समय लड़के की उम्र 14 साल थी, लड़के का नाम राज रहता है। वो आनाथ हो जाता है उसके परिवार में उसके अलावा कोई नहीं बचा था। वो इधर उधर घूम कर भिखारी जैसा जीवन जी रहा था।

 फिर एक दिन उसे कोई रईस आदमी दिखता है वो उसके पास मदद के लिए जाता है,

 राज- साहब मेरी मदद कीजिए।

 आदमी- चले जाओ यहाँ से मेरे पास पैसे नही है।

 राज- साहब मुझे पैसे नहीं चाहिए मैंने 2 दिनों से खाना नहीं खाया हूँ मेरी मदद कीजिए।

रईस आदमी को गुस्सा आ जाता है और वो राज को लात मारते हुए कहता मैं तुम्हे एक फूटी कौड़ी भी नही दूंगा..! गंदी नाली के कीड़े।

तुम लोगों से भीख मांगके खाते हो भिखारी कभी हाई क्लास के सामने मत आना। सबक मिला गया न कुत्ते के पिल्ले..!

राज- मुझे माफ़ कर दीजिए सर मैं भूखा तड़प रहा हूँ मुझे मत मारिए!

आदमी राज को फिर से लात मारने के लिए पैर उठाता है तभी एक 16 साल की लड़की दौड़ती हुई आके आदमी के सीने में जोर लात मारती है। जिससे वो आदमी ज़मीन में गिर जाता है।

वो लड़की राज से बोलती है- यदि तुम्हें जिंदा रहना है तो मेरे साथ चलो!

राज लड़की से पूछता है तुम कौन हो?

वो लड़की अपना नाम रिया बताती है। और कहती है- मैं तुम्हें बचाने आयी हूँ इससे पहले की वो आदमी उठे यहाँ से चलो!

फिर वह उस लड़की के साथ चला जाता है। 

फ़िर हम एक टूटी इमारत में पहुँच जाते हैं जहाँ पर हमारी उम्र के और भी लड़के लड़कियां लोग थे। लगभग 40-50 की संख्या रही होगी। 

रिया सभी लोगों को मोटिवेट करती थी एकजुट रहने के लिए। वो एक अच्छे लीडर के सारे गुण थे। उसने सभी को सरकार और बड़े लोगों के  कारनामों के बारे में सबको बतायीं की किस तरह से उन लोगों उनके माता पिता को अपने मतलब के मौत के घाट उतारा। अब हमें अपनी तैयारी करनी है और सही समय आने पर उनसे बदला लेना है। लोगों ने बिना किसी झिझक के उसकी बात मानी और आगे बढ़ते रहे। हम लोग ज्यादा समय तक स्थान में नहीं रुकते थे अपना ठीकाना बदलते रहते थे।

ऐसा ही करते करते हम लोगों को 7 साल बीत गए। इस बीच हमारे कई साथी मारे गए और कई नए लोग जुड़े। ऐसे ही एक बार हम समुद्र किनारे अपनी योजना बना रहे थे। तभी दुश्मनों ने हमला कर  दिया। और हम शिप में बैठकर समुद्र की और निकल गए। उन लोगों ने काफी दूर तक हमारा पीछा किया लेकिन हम भागने में कामयाब रहे।

शिप के अनजान लोगों को मिनी बोट में बिठा कर वापिस भेज ओर शिप में अब बस हमारे ही लोग थे।

अभी मेरी उम्र 21 साल हो गयी थी और रिया की 23 हो गयी। मैंने खुद पर बहुत काम किया और बॉडी सोडी बना ली मेरी हाइट 6 फ़ीट और गोरा हैंडसम भी हो गया था। रिया भी एक क्रांतिकारी नेता के रूप में काफी फेमस हो गयी थी वह लोगों की मदद करती जागरूकता फ़ैलती और सभी उसका आदर सम्मान करते और डरते भी क्योंकि आवाज में दम और कराटे और लड़ाई में कुशल थी।

लेकिन मैं नहीं डरता था मैं बहुत प्राउड फील करता था रिया बहादुर है और मैं रिया का साथ दे रहा हूँ। साथ ही मैं रिया को पसंद भी करता था। रिया अब एक सुंदर महिला बन चुकी उसकी हाइट 5 फुट 4 इंच थी। उसका रंग एक दम गोरा फेस कट भी इतना सुन्दर की कोई भी फिदा हो जाये। रिया का बदन भी भर चुका था। रिया बूब्स और हिप्स परफेक्ट साइज के थे न ज्यादा छोटे न ज्यादा बड़े। और कहीं न कहीं रिया भी मुझे पसंद करने  लगी थी इतने सालों इतना तो समझ आ गया था। 

फ़िर हम टापू पर  छोटे से द्वीप पर रुके और कुछ दिनों के लिए वहीं डेरा डाला । कुछ दिनों बाद मेरे शिप में बैठ के प्लानिंग कर रहा था। तभी वहां रिया आयी।

रिया- क्या कर रहे हो राज?

राज- मैडम मैं हथियारों जरूरत के बारे पता कर रहा था।

रिया- राज हम अभी अकेले हैं और तुम्हे बार कहा है मुझे नाम से बुलाया करो।

राज- आप मैडम डिज़र्व करती है आप हमारी बॉस है। और मुझे अच्छा लगता है आपको मैडम कहना।

रिया- कहाँ की बॉस ? हमारी संख्या कम हो गयी है लोग अब हमें सुअरों का झुंड कहते हैं।

राज- दूसरे क्या कहते हैं मुझे फर्क नही पड़ता। जिन लोगों को हमारी जरूरत है उनकी मदद करना है बस।

रिया- ये हुई न बात! इसलिए मैं तुम्हे पसंद करती हूँ।

राज- और मैं भी आपको बहुत पसंद करता हूँ मैडम।

रिया- अच्छा! किश करो मुझे!

राज- क्या..?

रिया- किश करो मुझे। मैं कब से इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रही हूँ। नहीं तो मैं तुम्हें शार्क के पास फेंक दूंगी।

राज- हाँ मैं किश करूँगा लेकिन शार्क के डर से नहीं।

  इसके बाद मैंने रिया किश करना शुरू किया। कितने शॉफ्ट स्मूथ लिप्स थे मैंने रिया का सिर पकड़ कर लगातार किश करता गया। एक पल के लिए मैं सब भूल गया दुनिया कितनी खराब क्या हो रहा है दुनिया मैं आखिरकार जिससे प्यार करता हूँ उसको बाँहो में लेकर चूम रहा हूँ भूलना तो लाज़मी हैं।

  रिया एक कठोर बाहदुर स्त्री है लेकिन आज मुझे उसका गदराया बदन और रसीलापन का पता चल रहा है। क्या मुलायम गांड है रिया की! क्या नाज़ुक सी छोटी सी लग रही है मेरी बांहों में। उसके बदन की खुशबु इस पल का न जाने मैं कब से इतंज़ार कर रहा था।

   फिर मैंने एक एक करके सारे कपड़े उतार दिए और रिया को भी नंगा करके टेबल पे लिटा दिया पहली बार मैंने रिया बूब्स को हाथ मे लिया इतने ज्यादा फर्म शाफ़्ट क्या ही बोलू।बूब्स दबाने पर रिया धीरे-धीरे मौन करने लगी मम्ममम्म्म्म आह!मम्ममम्म्म्म आआह

   अब एक हाथ से रिया की चूत पे उंगली करने लगा रिया की चूत पूरी गीली होके बहने लगी थी मेरी जिस्म की भूख बढ़ती जा रही थी। मेरा 6.5 इंच लौंडा पूरा टाइट खड़ा हो गया था। अब मुझसे रहा नही जा रहा था। 

   मैं भी टेबल पे चढ़ गया और रिया की टाँगे उठाकर रिया की चूत में अपना लौड़ा डाल दिया रिया बहुत प्यारी नाजुक सी लग रही थी उसकी सॉफ्ट गीली चूत में मेरा मोटा लंड । रिया की चीख निकल गयी और मैं आराम से अपना लौड़ा अंदर बाहर करके चुदाई2 करता रहा  रिया बस सिसकियाँ लिए जाए आआह आआह… मम्ममम्म्म्म अअअअअअ… आआह। उई आआह अहह….!

   मेरा लौड़ा रिया की नाज़ुक सी चूत को पेले जा रहा था। मैं कोशिश कर रहा था कि आराम से चोदू। लेकिन रिया अब ओर जोर ओर जोर से करके चिसकिया ले रही थीं । फिर मैं भी रिया की गांड ऊपर करके जोर से धक्के मारकर पेलने लगा। फिर वो और जोर से कहारने लगी।

   रिया-आआह,,,आआह ऐसे ही….अम्म्म आआह…मम्ममम्म्म्म आआह ओह्ह।आह….!चोदो मुझे..!

   राज- रिया माय लव! मैं कब से इसका इंतजार कर रहा था!

   रिया- ओह याह! ऐसे ही…!   तुम्हारा लंड  बहुत बड़ा और मोटा है आआह… आआह।।हहह..! चोदो..!

   राज- लो मैडम जी ! अपने छोटे सिपाही का मोटा लंड।

   रिया- डालो! अपना मोटा लौड़ा मेरी छोटे छेद में आआह…हहहहहह आआह हहहहहहह।

   राज- येह…तुम बहुत हॉट हो बेबी।

   रिया -आह हहह ऐसा लग रहा तुम्हारा लौड़ा अंदर बच्चादानी तक फाड़ रहा है मेरी चूत को आआह यह हहह आआह मम्ममम्म्म्म आआह। 

   राज- ओह्ह तुम कितनी टाइट हो बेबी। मन कर रहा है अनन्तकाल तक तुमको चोदता रहूँ।

   रिया- राज तुम्हारा लौड़ा इतना हॉट हैं पहले पता होता तो काफी पहले चुदवा चुकी होती तुमसे आआ….ह अ…..हह मम आआह….

  राज- तुम्हे मेरा लौड़ा इतना पसंद आया ये लो फिर… आआह।

  रिया- आआह अहा ऐसे ही चोदो .. और जोर से… मीठी चूत का भोसड़ा बना दो।आआह…. आआह ओह””हहै हहहहहह बेबी आआह। आई लव यौर थिक कॉक!

  राज- तुम भी बहुत गरम माल हो बेबी चूत मस्त टाइट गीली है। 

  फिर हमने पोजीशन चेंज की मैं नीचे आ गया और रिया मेरे लौड़े पे उछलेने लगी।

  रिया- मुझे बहुत मज़ा आ रहा है तुम्हारे मोटे लौड़े पर उछलके चुदने में। आआह यह अहह।।।हहहहहहह।

  राज- आआह चुदाई में मज़ा आ रहा है ना मेरी रण्डी लीडर मैडम जी।

  रिया- यस..! आआह मुझे और ज्यादा और ज्यादा चुदने का मन कर रहा है ।आह अहह..!

  हम दोंनो का बदन पसीने भींज गया था पूरा रूम चुदाई की आवाज से गूंज रहा था।

  रिया- आआह..  बहुत दर्द हो रहा है..!

  राज- थोड़े देर रुक जाते हैं..!

  रिया- शट अप! तुम जोर से चोदते रहो।

  राज- तुम्हारी गांड ऊपर नीचे होती है बहुत अच्छा लग रहा है।

  रिया- आआह अच्छा फील हो रहा है।

  राज- आआह तुम रण्डी की तरह उछल रही हो..!

  रिया- हाँ मैं तुम रण्डी बना लो मम्ममम्म्म्म…!

  राज- तुम बहुत टाइट हो बेबी मैं और नहीं रोक पाऊँगा।मैं तुम्हारी चूत भर दूँगा।

  रिया- सोचना भी मत ! अभी मुझे और चाहिए।

  राज-आआह मेरी निर्दयी रण्डी कुतिया..!

  रिया- मैं तुम्हारे मोटा लंड का एक-एक इंच मेरी छोटी सी चूत में फील करना चाहती हूँ..!

  राज- आआह तुम्हे मेरा बड़ा मोटा मूसल लंड पसंद आया?

  रिया- आआह बहुत पसंद आया।।

  राज-लो फिर

  रिया- दो फिर

  राज- रण्डी की तरह ले मेरा लौड़ा।

  रिया- आआह मैं रण्डी हूँ! चोद मुझे..!

  राज- यार तुम बहुत हॉट हो  मै मेरा वीर्य छोड़ रहा हूँ।

  रिया -आआह मेरी चूत में भर दे पानी।

  राज- क्या सच में भर दू।

  रिया- हाँ भर दो मेरी चूत।

  राज- तो फिर ज़ोर जोर  से उछल!

  रिया- मैं भी झड़ने वाली हूँ।हहहह आआह

  आआह आआह मम्ममम्म्म्म आआह आआह

  फिर हम दोनों साथ मे झड़ गए मैंने मेरा पानी से पूरी चूत भर दिया।

  फिर वैसे ही कुछ देर नंगे बांहों में पड़े रहे।

  फिर कुछ दिनों बाद हम उस द्वीप से निकल गए। रास्ते में एक दूसरा द्वीप था जहाँ भयंकर आग का धुँआ उबार मार रहा था।

  रिया ने सभी से कहा हमे वहाँ चलना चाहिए और वहाँ के लोगो की मदद करनी चाहिए।

  मुझे रिया का ये आइडिया पसंद नहीं आया क्योंकि वैसे ही हम कम लोग थे और वहाँ प्रोब्लम भी हो सकती थी । पर मैंने भी बात1 मान ली मै प्यार करता था और रिया को बुरा कैसे लगने दे सकता था।

  फिर हम उस द्वीप पर पहुँच गए।

  वहाँ जाके हमने देखा कि सैकड़ों लोगों की लाशें जमीन पड़ी जल रही हैं सब घास पूस के घर जल रहे हैं। लोग एक दूसरे को पकड़ कर रो रहे हैं।

  वहाँ पर हमने एक रोते हुए आदमी से पूछने की कोशिश की की आखिर यहाँ हुआ क्या है?  उसने बताया कि वो लोग आदिवासी हैं। और यहाँ अपने क़बीले के साथ रहते हैं दूसरे क़बीले के साथ यहाँ एक लड़ाई हुई जिसमें उन लोगों की जीत हुई लेकिन बहुत सारे लोगो की मौत हो गयी। अभी उनके क़बीले के राजा मरे लोगों को क़ब्र में दफ़न कर रहे थे। उसने हमें जाने की हिदायत दी। 

  हम लोग ने भी यही ठीक समझा और जाने के मुड़े तभी हमने देखा कि रिया के चारों और आदिवासी जनजाति के लोगों के बच्चे भूखे खाने के लिए कुछ मांग रहे हैं। ये सब देख के रिया और हम सब लोगो अपना अतीत याद आ गया और हम सब लोगों आंखे नम हो गयी। फिर हमनें क़बीले के लोगों खाना के लिये कुछ अनाज दिए और उनके राजा से मुकालात की और उनके घर बनाने  और मेडिकल मदद करने की पेशकश की। 

  उनके राजा तैयार हो गए लेकिन उन्होंने कहा कि बदले वो हमें कुछ दे नहीं सकते। हमने ख़ुशी ख़ुशी ऊनकी मदद करने लगे।

  हमारी मदद से राजा बहुत खुश हुआ। और हमे बहुत आदर सम्मान मिला। क़बीले के बच्चे भी बहुत खुश रहने लगे। रिया को भी इन सब का हिस्सा होने पा बहुत खुशी हुई।

  मुझे खुद स्वार्थी जैसा लगने लगा था क्योंकि रिया अब मुझपे कम ध्यान दे रही थी। रिया का पूरा फोकस राजा के ट्राइब के घरों और लोगों पुनः पुरानी जीवनशैली में लाने में था।

  ज्यादातर समय हम लोग घरों के बनाने में व्यस्त रहते थे और रिया और राजा घर की पोजीशन डिसकस करते थे कि दोबारा हमले होने से बचा जा सके।

  वैसे ट्राइब के लोग अफ्रीकी काले लोगों की तरह दिखते थे। राजा भी काला था लेकिन उसका बदन एकदम गठीला था। उसकी हाइट मुझसे भी ज्यादा तकरीबन 7 फ़ीट के आसपास भी। एक दम बॉडीबिल्डर जैसी।

  रिया अपना ज्यादातर समय ट्राइब के बच्चों के साथ खेलना पसंद करती थी। और उसने राजा को भी खेल में शामिल कर लिया था । क्योंकि रिया के अनुसार लीडर को अपने लोगो के साथ ज्यादा मिलना जुलना चाहिए।  

  इस दौरान हम लोग मजदूर की तरफ काम करते थे।

  अब धीरे धीरे मैं ऊब चुका था अब मैं जल्दी से काम खत्म करके रिया के साथ यहाँ से बाहर जाना चाहता था।

  किंग(राजा) अब कभी कभी रिया पारम्परिक ज्वेलरी देकर कॉम्प्लिमेंट देता था ज्वेलरी भी ट्राइब कल्चर की होती थी जो बहुत सुंदर होती थी।और रिया को पहले से ही इन सब चीजों से लगाव था उसे भी अच्छा लगता था।

  किंग धीरे धीरे ट्राइब के मूल्यांकन वस्तु गिफ्ट करने लगा था। रिया को ये अच्छा लगता था किसी की संस्कृति से जुड़ना। कहि न कहीं किंग को रिया का साफ दिल और फिगर देखकर मोहित हो गया था।

  मैं कभी उन दोनों के बीच दख़ल नहीं देता था क्योंकि मुझे रिया पर भरोसा था। और बेहद प्यार करता था। 

  ऐसे ही मैं सब इग्नोर करके अपना काम करता गया और फाइनली घर झोपड़ी बनाने का काम पूरा हुआ और सब ने मिल कर जश्न का प्लान बनाया। रात को बढ़िया नाच गाना हुआ। 

  फिर किंग ने रिया को अपनी झोपड़ी में इनवाइट किया। मेरे तो जैसे सीने तलवार चली गयी हो मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था। फिर थोड़ी देर बाद मैं वहाँ गया और रिया को बाहर बुलाकर पूछा-

  तुम्हारा उस आदमी के साथ क्या चक्कर चल रहा है? 

  रिया- डार्लिंग तुम इतने नर्वश क्यों हो?

  राज- तुम मेरे सवाल पे सवाल कर रही हो । मेरा जवाब नहीं दे रही.. मुझे पता है वो कमीना तुम्हें कैसे देखता है अब मुझसे बर्दाश्त नही हो रहा है।

  रिया- हा हा हा !

  राज- इसमे हँसने वाली कौनसी बात है मैंने थोड़ी मारा हूँ। या मैं जोकर दिखता हूँ क्या?

  रिया- नहीं! तुम जेलस होते हो तो कितने क्यूट लगते हो।

  राज-मैं? मैं जेलस नहीं हूँ मैं बस तुम्हें प्रोटेक्ट कर रहा हूँ ख़तरे से। वो आदमी मुझे ठीक नहीं लगता।

  रिया- वह तुम्हारे जैसा लगता है तुम्हें उसे मौका देना चाहिए।

  राज- मेरे जैसा? तुम मज़ाक कर रही हो।

  रिया- वह सरल स्वभाव का,दयालु, सज्जन आदमी है और हैण्डसम भी है।

  राज- हैंडसम!!?

  रिया-हाँ, लेकिन तुमसे ज्यादा नहीं डार्लिंग। तुम दुनिया के सबसे ज्यादा हैंडसम आदमी हो। आई लव यू राज!

  रिया- सुनो! क़बीले अभी लड़ाई से उभर रहा है। हमें किंग की क़बीले को पुनः बसाने में मदद करनी है।

  राज- ये हमारा घर नहीं है हमे  यहाँ से चलना चाहिए।

  रिया- पहले हम अपना काम फिनिश करते हैं और फिर हम दोनों साथ चलेंगे प्रामिस।

  मैं रिया को मना नहीं कर पाया लेकिन मेरी नज़र हमेशा रिया पे रही उसको प्रोटेक्ट करने के लिए। हमारा काम जल्द खत्म होने वाला था। 

  लेकिन हमारे जाने के एक हफ्ते पहले मैंने रिया से जाने की तैयारी के बारे में पूछा? लेकिन रिया खोई हुई सी दुःखी लग रही थी फिर मैंने उससे उदासी का कारण पूछा-

  वह मेरे से आकर लिपट गयी और रोने लगी।

  मैने फिर पूछा- क्या हुआ डिअर?

  रिया- किंग ने मुझे भयानक बात बतायीं।

  राज- क्या कहा उसने?

  रिया- किंग ने कहा, लड़ाई के दौरान उनकी रानी बुरी तरह घायल हो गयी एक प्रकार से वो कोमा में है और 4-5 महीने में वो मार जाएगी।

  और क़बीले में लड़ाई के दौरान सभी बड़ी उम्र की महिलाएं मारी 6-7 साल की छोटी बच्चियां बस क़बीले में बच्ची हैं। कोई रानी नहीं बन सकती ऐसे में  कुछ महीनों में इनका कबीला बर्बाद हो जाएगा।

  इन लोगो को इतना ज्यादा दुःख क्यों मिल रहा है इतनी परेशानी क्यों झेलना पड़ रहा है। 

  इतना बोलके रिया रोने लगी।

  राज- रो मत रिया अब हम कर भी क्या सकता है जितना हो सकता था उतनी मदद की अब हम कर भी क्या सकते है अपना काम पूरा हुआ अब हमें चलना चाहिए।

  रिया- लेकिन किंग ने बोले कि एक रास्ता हैं। रानी को जीवित करने का।

  राज- क्या?

  रिया- किंग ने कहे कि तुम पहले ही उनकी काफी मदद कर चुके है अब और ज्यादा परेशान नहीं करना चाहते। मैं चाहती हूँ कि तुम किंग से बात करो उनकी मदद के लिये फिर हम दोनों यहाँ से चले जायेंगे प्लीज।

  राज का मन का किंग से बात करने का बिल्कुल भी नहीं था पर वो रिया को बहुत चाहता था और उसे दुःखी नही देखना चाहता था। इसलिए वो राजा से बात करने के लिए तैयार हो जाता है।

  फिर मैं किंग से मिला तो उसने बताया कि, द्वीप के दूसरे तरफ घना जंगल है वहाँ एक विशेष प्रकार  साँप हैं जिसके ज़हर एक औषधि बनायी जाती है उससे रानी ठीक हो सकती हैं लेकिन ये इतना आसान नहीं है वहाँ ख़तरनाक जंगली जानवर रहते है । अभी तक बहुत लोग अपनी जान गवाँ बैठे इसलिए बेहतर है तुम रहने दो।

  राज थोड़ी देर सोचता हैं वह रिया को खुश देखना चाहता हैं  इसलिए वो ये काम करने तैयार हो जाता हैं। वह सबसे अच्छे लोगो की टीम बनाता है और मिशन के लिए निकल जाता है।

  आगे उसे बहुत से जानवरों से लड़ना पड़ता है 20 लोगो के झुण्ड में से सिर्फ 2 ही लोग बचते हैं साँप तक पहुंचने तक बड़ी मुश्किल से वो सांप पर काबू पा कर क़बीले के लिए लौटता हैं एक महीना बीत चुका था लेकिन वो भूल भुलैया में  फंस जाते हैं और आख़िरकार मेरी जैसी हालात में वो  दोनों क़बीले पहुँचेते हैं। 

  राज रास्ते भर रिया के बारे में सोचता रहता है आखिर पहुँच कर वो बोलता सफर खत्म हुआ अब मैं मेरी प्यारी रिया के साथ यहाँ से जाऊंगा।

 रात को वो क़बीले पहुचते हैं। वहाँ क़ाबिले के लोग उन दोंनो को देखकर आश्चर्य में पड़ जाते हैं। उनको अपनी आँखों में विश्वास नहीं होता।

  राज लोगो से- हेलो किंग कहा है उसके लिए एक तोहफा  लाये है।

  लोग कोई जवाब नहीं देते। एकटक वो दोनों देखते बस रहते हैं जैसे कोई भूत देख लिया हो।

  मेरे दिमाग में सिर्फ प्यारी रिया चल रही थी। मैं लोगों से पूछता हूँ कहा हैं वो हम आ गए। क़बीला अच्छा लग रहा है हमारे जाने के बाद तुम लोगों ने अच्छा काम काम किया है। तुम लोगो को देखके अच्छा लग रहा है हम 3 महीनों से जंगल मे खो गए थे। वापस आके अच्छा लग रहा है। बताओ मेरी रिया कहा है? मेरी रिया डार्लिंग कहा है?

  किसी का कोई जवाब नहीं मैं बाहर की और जाने की दौड़ा की नहा लू पर मुझे रिया को देखना था उसे गले लगाना था। उसको बांहों में भरना है काफी दिनों से दूर हूँ अब जाके सुकून आएगा। फाइनली अब हम इस द्वीप से बाहर जा पाएंगे। और शादी करेंगे। और साथ अपना मकसद पूरा करेंगे।

  मैंने सोचा क़बीले के डेवलोपमेन्ट के सिलसिले में वो किंग से बात कर रही होगी तो मैं किंग की झोपड़ी की और भागा….

  रिया का स्माइली फेस मेरे दिमाग में बार बार आ रहा था जाके अब सीधे किश करूँगा। मेरी नाज़ुक रिया को प्यार से गले लगाऊंगा।

 जैसे ही में झोपड़ी के नज़दीक पहुँचा मुझे लगा कुछ तो गड़बड़ है…।

 एक अजीब सी आवाज़ किंग की झोपड़ी से आ रही हैं मैं कन्फ्यूज़ हो गया….। 

 एक पल के लिए मैं भूख प्यास के कारण बेहोस होके गिरने वाला था लेकिन एक लम्बी साँस ली मन शांत किया।  फिर मुझे क्लियर हुआ अंदर क्या चल रहा है।

 पर्दे के पीछे की इमेज ने मेरी आत्मा को जमा दिया। मेरे माइंड ढेर सारे सवालों का विस्फोट हुआ लेकिन में अपनी जगह से हिल नहीं पा रहा था मेरे पैर लड़खड़ा रहे थे।

  मैं खुद से बोल रहा था ये सब सच नहीं है एक ज्यामितीय भ्रम है रोशनी का लेकिन सिसकियों की आवाज का क्या?

  शायद ये मेरे दिमाग़ का भ्रम का थकान के कारण ऐसा लग रहा है। यदि ये सच है तो झोपड़ी से वासना की बू आ रही हैं?

  मुझे अंदर देखना चाहिये ….फिर मैं झोपड़ी के पास गया और पर्दा हल्का सा हटाया…! और  मैन जो कुछ देखा उसके बाद लास्ट बार दुआ करी की ये सब सच नहीं हैं।

  मैंने देखा कि वो किंग था, काला विशाल बॉडीबिल्डर 40 साल का आदमी मेरी प्यारी 23 साल की रिया जिसको दुनिया मे मैं सबसे ज्यादा चाहता हूँ को अपने 8 इंच मोटे मूसल घोड़े जैसे लण्ड से मेरी नाज़ुक रिया को घोड़ी बना के चोद रहा है।

  मेरा दिल उसके चोदने की स्पीड के में धड़क रहा हैं।

  इस हब्बलि लौड़े के आगे मेरी रिया कैसे टिक पा रही है मेरी छोटी सी प्यारी सी नाज़ुक रिया!

  रिया- आह.…! तुम्हारा मूसल लौड़ा बहुत जबरदस्त हैं…. आआह…

  रिया- ओह याह..! ऐसे ही ….इधर ही डालो आआह…..

  रिया-आह.. किंग! तुम्हारा विशाल मोटा लण्ड मुझे बहुत पसंद है। मेरी चूत का भोसड़ा बना दिया… तुम सीधे बच्चेदानी में वीर्य डालते हो। जल्द ही मैं तुम्हारे बहुत सारे बच्चों की माँ बन जाऊंगी।

  रिया के शब्द लगातार राज के दिमाग मे गूंज रहे थे।

  राज मन में- अब इसमें कोई शंका विवाद नहीं है कि मेरी मंगेतर किसी दूसरा आदमी चोद रहा हैं। मैं अपनी फीलिंग्स को बयां नहीं कर  सकता.. यह जलन ,दुःख, घृणा का मिश्रण सा है।मुझे समझ नहीं आ क्या करना चाहिए।

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