मेरी पिछली कहानी आई थी
हॉट सीमा 2 Xxx की चूदाई कहानी 9
आगे की कहानी।
कुछ देर बाद में मीठी नींद में सो रही थीं. रात 3 बजे मेरी नींद खुली तो में सैंडविच बनी हुई थी। रसूल मेरी चूत में और चांद मेरी गांड में लंड घुसाने की कोशिश कर रहे थे।
कुछ देर की कोशिश के बाद उन दोनों के लंड मेरी चूत और गांड में गुस गए और रसूल मेरी चुत और चांद मेरी गांड को मरने लगे ।
में ‘उईई ऊईईई आह आहहह मर गई बचाओ …’ चिल्लाने लगीं और दोनों ताबड़तोड़ चुदाई करने लगे.
मेरी चीखों के साथ मेरी चुत और गांड मारने से ‘थप थप थप थप थप …’ से पूरा कमरा गूंज रहा था.
कुछ देर बाद उस दोनों ने अपनी जगह बदली चांद मेरी चुत और रसूल मेरी गांड मर रहे थे,कुछ ही पल में उन दोनों ने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी और सटासट सटासट लंडो को चुत और गांड में अन्दर बाहर करने लगे.
उन दोनों ने फिर से जगह बदली और मुझे चोदने लगे, कुछ ही देर में उन की रफ्तार तेज हो गई और दोनों झड़ गए।
करीब 40 मिनिट बाद फिर से इसी तरह एक बार और मेरी चुत और गांड की चूदाई हुई, और उन दोनों के झड़ने के बाद।
मैंने लेटे हुऐ शीशे में मेरी चूत और गांड को देखा ऐसे खुल गए थे मानो कोई पहाड़ की गुफा हो. उस के बाद में सो गई।
दोपहेर के 1 बजे में नींद से जागी तो मेरे शरीर में मानो जान ही नहीं रह गई थी, मैं बिस्तर पर वैसे ही बेहोशी की हालत में नंगी पड़ी थी।
शायद रसूल या चांद में से किसी ने एक लड़की को फोन करके बोल दिया था, वो लड़की आई मुझे बाथरूम ले जाकर फ्रेश करवाया।
अब मुझ में हल्की सी जान आई, मैं बोली- मेरे कपड़े फट गए हैं, ये इंसान नही जानवर है, बहुत बेरहम है ।
तभी रसूल की आवाज सुनाई दी- रानी हम लोग ऐसे ही चोदते हैं इसीलिए मैंने तुम्हारे रूम से कपड़े मंगा लिए थे ।
फिर लड़की ने मुझे कपड़े पहनाए और चाय और नाश्ता कर के मुझे ले गई अपने रूम में ।
पुरा दिन और पूरी रात आराम किया रूम में । मेंने मन में सोच रही थी बेसक दोनों जानवर थे पूरे, मजा पूरा दिया।मेरी चुत और गांड को इतना खोल दिया है पूरी खुली गुफा कर दी है।
एसी चूदाई मेरी आज तक नही हुई है, मेरी चुत और गांड दोनों सूज गए हैं ऐसा लगता है जैसी 6 से 8 लोगों ने एक साथ चोदा है
मानना पड़ेगा चांद और रसूल में दम था ऐसे कर रहे थे जैसे इंसान नहीं हो कोई मशीन है एसे जटके मारते थे लगता था अब जान निकल जाएगी।
मुझे तो ऐसा लग रहा था कि वह देना कंपटीशन कर रहे थे कि कौन मुझे ज्यादा चोद देगा।
दिन में खाना खाने के बाद मैं घूमने चली गई रात को रूम में लौटी तो मेरे पीरियड्स आ गए थे
मुझे कोई टेंशन नहीं था अब किसी भी बात की मैंने बिना प्रोटेक्शन की यह सब किया था
बाकी के दिन मैंने आराम से शहर घुमा और शॉपिंग की और सेटरडे को वापस आ गई
घर पहुंच कर अजू से कहा की में थक गई हु ये बोल दिया।
मैं सो गयी ज्यादा थकान होने की वजह से।
फिर जब शाम को उठी तो मेरे बॉय फ्रेंड अनुम का फ़ोन आ गया, वो अपने दोस्टों के साथ शिमला ट्रिप पर गया था पर बिसनेस के काम की वजह से उसे बीच में छोड़ कर वो मुंबई चला गया।
वहा का काम कुछ दिनों का था , और मुंबई से आने से पहले उसने अपने सभी दोस्तों को गोवा ट्रिप प्लान कर ली और आज ही लौटा था।
अनुम मुझसे मिलना चाहता था इसलिये मेरे घर आने को बोल रहा था। पर मैंने अजू के होने की बात बता दी तो उसने मुझे अपने घर बुला लिया रात में।
मैंने उसे बताया थकान है तो वो मुझे लेने के लिये मेरे घर के पास वाले मैट्रो स्टेशन पर आ गया।
मैंने अजू को बोल दिया कि मेरी सहेली की मम्मी की तबियत ठीक नहीं है तो मैं उसके घर जा रही हूँ। आने में लेट हो सकती हूँ, तुम खाना खा लेना।
अब मैं अनुम के साथ उसके घर पहुँच गयी तो पता चला कि उसके मॉम डैड किसी फन्क्शन में गये हैं और कल आयेंगे।
अगले दिन मेरे ऑफ़िस की छुट्टी थी तो मुझे वहाँ रुकने में कोई परेशानी नहीं थी।
अब अनुम ने मुझे एक ड्रेस गिफ्ट किया और खुद बाहर चला गया दारू लाने के लिये। वो ड्रेस एक मिनी स्कर्ट थी और ब्रा की जगह बिकनी थी जो अनुम मेरे लिये गोआ से लाया था।
वो देखने में बहुत खूबसूरत थी और उससे मेरे निप्पल्स ही छिप रहे थे बस। मैंने उसके ऊपर अनुम का शर्ट पहन लिया और फ्रेश होकर बैठ गयी।
इतनी देर में अनुम आ गया दारू लेकर- सीमा, तुमने वो ड्रेस नहीं पहनी है क्या?
मैं- वो बहुत छोटी थी ऊपर तो इसलिये तुम्हारे शर्ट से ढक लिया खुद को।
अनुम – यहाँ हमारे अलावा कोई नहीं है तो तुमको शर्माने की जरूरत नहीं है, मैं तुम्हारे लिये जो गिफ्ट लाया हूँ, मुझे दिखाओ कैसी है?
मैं- जो देखना है खुद देख लो।
अब अनुम मेरे पास आ गया और मुझे बांहों में भर लिया, उसने मेरे होंठों पर होंठ रख दिये और मेरी जीभ को चूसने लगा। मैं भी अनुम से बहुत दिन बाद मिली थी इसलिये उसके होंठों का रस पीने लगी।
अब अनुम धीरे धीरे मेरे शर्ट के बटन खोलने लगा और मैं अनुम के शर्ट के बटन खोल रही थी।
मैंने अनुम को आँखें बंद करने को बोल दिया और तुरन्त उसका और अपना शर्ट उतार दिया।
मेरी चूत भी बहुत देर से तड़प रही थी लंड लेने के लिये तो अब मैंने अनुम की पैंट को उतार दिया और उसकी चड्डी के ऊपर से ही उसके लंड को चूम लिया। उसका लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया और मेरी चूत का भोसड़ा बनाने को तैयार हो गया।
मैं अनुम से दूर खड़ी हो गयी और उसको आँखें खोलने को बोला।
अनुम मुझे देखता रह गया।
बिकनी में मेरी आधी नंगी चूचियां, पेंटी दिखाती हुई मेरी स्कर्ट, मेरा नंगा पेट, मेरी नंगी जांघें।
अनुम ने मुझे उठा लिया और बेडरूम में ले जाकर बेड पर पटक दिया, फिर मेरे ऊपर लेट कर मेरे होंठों को चूसने लगा।
मैंने भी अनुम को बांहों में ले लिया और उसके मुख का पानी पीते हुए समूच कर रही थी। अब अनुम ने बिकनी की स्ट्रिप को कन्धे से उतार दिया और मेरी नंगी चूचियों को देखने लगा।
अनुम – सीमा मेरी जान, तुम्हारी चूचियों की साइज़ बड़ी हो गयी है किससे दबवा रही थी?
मुझे लगा कही अनुम को पता तो नहीं चल गया इसलिये मैंने उसके शक वाली बात पर गुस्सा दिखाया और बोल दिया- हां, मैं ऑफ़िस में चुची दबवाने ही जाती हूँ, इसके लिये ही पैसे मिलते हैं।
अब मैं उठ कर जाने लगी तो अनुम मुझसे सोरी बोलने लगा। मैं भी चुदास में तड़प रही थी इसलिये मैंनें उसे थोड़ी देर में माफ कर दिया।
अनुम ने मेरे एक निप्पल को मुँह में ले लिया और दूसरी बूब्स को दबाने लगा। अनुम का लंड मेरी पेंटी के ऊपर से ही चूत रगड़ रहा था।
धीरे धीरे अनुम नीचे जाने लगा और पेंटी के ऊपर से ही मेरी चूत सूंघने लगा, उसकी गर्म सांसें चूत को ठंडक दे रही थी।
मैं- अनुम प्लीज कुछ करो ना!
तो अनुम ने मेरी चूत को किस किया।
मैं- अनुम प्लीज मुझे नंगी कर दो ना और मेरी चूत की प्यास बुझा दो… बहुत दिनों से तड़प रही है तुम्हारी याद में।
अनुम ने एक झटके में मेरी पेंटी को फ़ाड़ दिया और अपनी जीभ मेरी चूत में डाल दिया, फिर जीभ से ही मेरी चूत चोदने लगा।
मैं अनुम के बेड पर पूरी नंगी होकर टांगें हवा में उठा ली थी और चूत चटवा रही थी।
मैं- अनुम मेरे मुँह को बंद कर दो नहीं तो चीख निकल जायेगी।
अब अनुम घूम गया और ओरल सेक्स के लिए 69 में हो गया। मैंने अनुम की चड्डी को फ़ाड़ दिया और लंड मुँह में ले लिया। अनुम का लंड बहुत लम्बा है जो मेरे गले में घुस रहा था। अनुम प्यार से मेरी चूत को चाट रहा था जिससे मैं बहुत गर्म हो रही थी और अनुम के लंड को जीभ से चाट चाट कर चूस रही थी।
अनुम ने अपनी कमर को ऊपर उठा लिया मैं समझ गयी कि मेरा प्रेमी मेरे मुँह को चोदना चहता है इसलिये मैंने मुँह पूरा खोल दिया।
अनुम ने झटके से लंड मेरे मुँह में घुसा दिया जो मेरे गले में घुस गया और फिर निकाल लिया, फिर झटके से घुसा कर मेरे गले में ही थोड़ी देर तक रखा।
मुझे उल्टी जैसा फील होने लगा तो मैंने अनुम के लंड को पकड़ लिया और उस पर थूक दिया। फिर अनुम ने मेरी चूत पर थूक दिया।
और मेरी चूत पर अपने थूक को मसल दिया और साथ में दो उंगलियाँ मेरी चूत में घुसा दी जिससे मैं और ज्यादा गर्म हो गयी और अनुम का लंड हिला हिला कर चूसने लगी।
उसके लंड पर थूक कर चाटने लगी जो अनुम को मजा दे रहा था। अब अनुम ने मेरी टांगों को और उठा कर मेरी गांड चाटना स्टार्ट कर दिया।
गांड चटवाना मेरी कमजोरी है जिससे मैं झड़ने लगी और अनुम ने मेरे चूत पर मुँह लगा कर मेरे चूत का रस चाट लिया और मेरे मुँह में अपने लंड का पानी भर दिया। मैं अनुम के लंड का निकला हुआ वीर्य पी गयी और लंड को चाट कर साफ कर दिया।
अब अनुम उठ गया और हाल में जाकर सोफे पर नंगा ही बैठ गया और दारू का पेग बनाने लगा। मैं बाथरूम से नंगी ही आकर अनुम के साथ बैठ गयी और हम दोनों दारू पीने लगे।
दारू पीते हुए अनुम मेरे निप्पल्स को मसल देता।
अनुम – मेरी जान तुम्हारी चूत में बहुत नशा है, काश तुम गोआ में मेरे साथ होती तो समुद्र के किनारे रेत पर लिटा कर चोदता तुमको।
मैं- तुम अपने दोस्तो के साथ गये थे फिर तुम्हारे दोस्तों का क्या होता?
अनुम – वो सब तुमको देख कर लंड हिलाते अपना।
मुझे यह बात अच्छी लगी और मेरी चूत टाइट हो गयी।
मैं- और तुम्हारे दोस्त मुझे अकेले में चोद देते तो?
अनुम – अकेले में कोई नहीं चोदता मेरी जान को… मैं हूँ ना!
मुझे लगा था कि अनुम भी अपने दोस्तों से मुझको चुदवाना चाहता है। पर मेरे उम्मीदों पर पानी फिर गया तो मैं बस दारू पीने पर ध्यान देने लगी।
अब मैंने एक हाथ से अनुम का लंड पकड़ लिया और दूसरे से दारू पी रही थी।
थोड़ी देर में अनुम का लंड खड़ा हो गया इसलिये मैं दारू के ग्लास में अनुम का लंड डाल कर उसके लंड को चूसने लगी।
मेरा यह अंदाज अनुम को बहुत अच्छा लगा। थोड़ी देर बाद अनुम ने मेरे सिर को पकड़ लिया और मेरे मुँह को दुबारा चोदना स्टार्ट कर दिया।
मैं बोली- गोआ में चूत नहीं मिली क्या?
अनुम – मिली थी जान… पर तुम्हारी चूत के आगे उस चूत का कोई वजूद नहीं है।
मुझे अपने चूत की तारीफ बहुत अच्छी लगी, मैंने मुस्कुरा कर अनुम के लंड को जीभ से चाट लिया।
अनुम – वहाँ एक चूत थी और लंड 6 थे तो ज्यादा मौका नहीं मिला चोदने का।
मैं- तो तुम्हारे सारे दोस्त एक साथ चोद रहे थे एक गर्ल को?
अनुम – हां, सब एक ही बेड पर नंगे होकर दारू पी रहे थे और वो गर्ल सबका लंड चूस रही थी। फिर 3 लोग एक बार में उसके ऊपर चढ़ गये। मैंने मुँह में लंड डाला था, विनू ने चूत में क्योंकि उसका लंड मोटा है और सूसील ने गांड में क्योंकि उसका छोटा लंड है।
मैं खुद को उस गर्ल की जगह इमेजिन करने लगी और सोचने लगी कि अनुम के सारे दोस्त गोल दायरे में बैठे हैं मैं सभी का लंड चूस रही हूँ बारी बारी से… सब मुझे चोद रहे हैं।
यह सोच कर ही मेरी चूत गीली हो गयी।
मैं- तो इसका मतलब 6 बॉय एक गर्ल… अगर मैं होती तो उस गर्ल की हैल्प हो जाती।
अनुम – हां पर तुम होती तो हम लोग उस गर्ल को नहीं बुलाते।
मैं- क्या? इसका मतलब तुम सब लोग मुझे चोदते?
अनुम – हां सब नशे में थे तो किसी को पता नहीं चलता।
मैं- पर मुझे तो पता चलता ना जब 6 लंड मेरी चूत मारते तो?
अनुम – चूत ही नहीं, गांड और मुँह में भी लंड घुसा देते तुम्हारे।
मैं- मैं किसी और के लंड से गांड नहीं मरवाऊँगी।
अनुम – मुझसे तो गांड मरवा लोगी ना जान!
मैं- तुम मेरा प्यार हो, तुम्हारे लिये तो सब कुछ करूंगी।
अनुम – यार फिर तो एक न्यू गर्ल को बुलाना जरूरी होता। तुम 3 लंड ले लेती और वो 3 लंड।
मैं- 6 लंड से अच्छा है कि 3 लंड से चुदवा लूं।
अब अनुम ने मुझे सोफे पर लिटा दिया और मेरी चूत में लंड घुसा दिया।
अनुम – तो बताओ 3 लंड से चुदोगी?
मैं मुस्कुराते हुए- पागल हो क्या? कोई क्या सोचेगा?
अनुम – कोई कुछ नहीं सोचेगा, बस लंड से तुमको चोदेगा!
ये सोच कर मेरी चूत टाइट होने लगी कि एक साथ 3 लंड मुझे चोदेंगे!
लेकिन मैंने अनुम को दिखाने के लिए बोला- चुप रहो!
और उसके होंठों को अपने होंठों में दबा कर कमर उछालने लगी।
अब अनुम समझ गया कि मैं तैयार हूँ 3 लंड से चुदने के लिये… इसलिये अनुम ने मुझे जोर जोर से चोदना शुरु किया।
मैं कुल्हे उछाल उछाल कर अनुम से चुदवा रही थी।
फिर अनुम ने मुझे ऐसे ही उठा लिया और बेडरूम में ले जाकर बेड पर चोदने लगा।
मैं- आह्ह्ह आअह्ह्ह आअह्ह्ह आअह्ह अनुम जोर से चोदो मुझे, फ़ाड़ दो मेरी चूत!
अनुम – ले मेरी जान और तेज ले, तुझे अपने सारे दोस्तों से चुदवा दूंगा मेरी चुदक्कड़ सीमा रानी।
मैं- उम्म्ह… अहह… हय… याह… चुदवा देना सबसे पर अभी मेरी चूत में मजा आ रहा है मेरे राजा जोर से फ़ाड़ मेरी चूत को। अनुम… मजा आ रहा है चुदवाने में! मेरी चूत को फ़ाड़ दो प्लीज। आह आहह और तेज चोदो मुझे।
अनुम – ले और तेज और तेज आहह आहह!
मैं मजे से गांड उछाल के चुत चुदाई करवा रही थी और अनुम मेरे चूतड़ों को पकड़ कर मेरी चूत चोद रहा था और मेरी गांड में एक उंगली घुसा कर गांड को उंगली से चोद रहा था।
अनुम – सीमा मेरी जान, तेरी गांड और चूत एक साथ चुदेगी तो ज्यादा मजा आयेगा। अपनी गांड मरवायेगी मुझसे?
तेरी गांड मारने का मन कर रहा है जान।
मैं- मार लो जान। जब तुम्हारे दोस्तो के 3 लंड से चुदवाऊँगी तो उस टाईम भी कोई गांड मारेगा ही… पर आज तुम मार लो पहले मेरे राजा!
अब अनुम ने मेरी टांग को मेरे सीने तक उठा दिया और थूक लगा कर मेरी गांड में अपना लंड घुसा दिया।
मैं कई लोगों से कई बार गांड मरवा चुकी हूँ, और चांद और रसूल के मोटे लंडो ने तो मेरी गांड को पूरा गुफा बना दिया है
इसलिये मुझे ज्यादा दर्द नहीं हुआ पर फिर भी ऐसे अनुम को दिखाने के लिये दर्द होने का नाटक किया कि अनुम फिर से मेरी गांड मर रहा है । फिर अनुम ने अपने लंड पर वैसलिन लगायी और मेरी गांड में घुसेड़ दिया।
मैं- उम्म्ह… अहह… हय… याह… आअह आह्ह मजा आ रहा है अनुम । जोर से गांड मार लो मेरी… मजा आ रहा है गांड मरवाने में… मेरी गांड खोल दो पूरा अपने दोस्तों के लिये। मैं सारे लंड एक साथ गांड में ले लूंगी… आहह आहह प्लीज मेरी गांड मारो।
अनुम – हां मेरी जान, तेरी गांड और मस्त है तेरी चूत से ज्यादा। तेरी चूत और मुँह में भी लंड होते तो और मजा आता तुझे।
मैं- घुसवा दो लंड हर छेद में मेरे, मारो जोर से मेरी गांड, और तेज आह आह्ह्ह आहह मेरी गांड को फ़ाड़ दो मेरे राजा।
अब अनुम ने मुझे कुतिया बना दिया और पीछे से लंड मेरी गांड में डाल दिया; मेरी एक चुची को एक हाथ से कस कर पकड़ लिया और मेरे बालों को पकड़ कर मेरी गांड मारने लगा जैसे घोड़े की सवारी कर रहा हो।
मैं- आह्ह्ह आहह… पीछे से ज्यादा मजा आ रहा है।
अनुम मेरे चूतड़ों पर मारते हुए- हां जान, पीछे से तेरी गांड और अच्छी लग रही है। इस पोज़ीशन में तू दो लंड एक साथ गांड में डलवा लेगी।
मैं यह सुन कर बहुत गर्म हो गयी और अनुम से बोलने लगी- आह आह आहह… दो नहीं मुझे छह लंड एक साथ गांड में डलवाने हैं। अनुम मेरे छेद में लंड के साथ उंगली भी घुसेड़ दो।
अब अनुम ने मेरी गांड में अपनी 2 उंगली और लंड घुसा दिया जो मुझे और मजा दे रहा था।
20 मिनट मेरी गांड मारने के बाद अब अनुम झड़ने की कगार पर आ गया था इसलिये तेज तेज शॉट मेरी गांड में मारने लगा।
और मैं भी झड़ने वाली थी इसलिये अनुम को खुद के नंगे बदन से चिपका लिया अपने चूचियों को पीछे से दबवाने लगी।
10 या 15 धक्के मार के अनुम ने मेरी गांड को अपने वीर्य से भर दिया और मेरी चूत ने भी पानी छोड़ दिया। अब मैं और अनुम नंगे ही एक दूसरे की बांहों में लेट गये।
थोड़ी देर में अनुम सो गया और मैं 3 लंड से एक साथ चुदवाने का सोचते सोचते सो गयी।
रात में मेरी नीन्द खुली तो देखा अनुम मेरी गांड को चाट रहा है। मैंने अपने हाथ से अपनी गांड को थोड़ा फैला दिया जिससे अनुम आराम से अपनी जीभ मेरे गांड में डाल सके।
अनुम ने अपने हाथ की 4 उंगलियाँ घुसा दी मेरी गांड में; मुझे दर्द हुआ पर मैंने अनुम से कुछ नहीं कहा क्योंकि मैं 2 लंड एक साथ गांड में लेना चाहती थी।
फिर अनुम मेरे पीछे लेट गया और गांड में अपना लंड डाल कर मुझसे चिपक गया और मेरी गांड मारते हुए मुझसे बातें करने लगा।
मैं- क्या बात है? गांड मारने की भूख नहीं मिट रही है?
अनुम – सीमा , तुम्हारे जिस्म में सबसे अच्छी तुम्हारी गांड है।
मैं- पहले चूत भी थी पर तुमने चोद चोद कर चूत को बड़ा कर दिया।
अनुम – तो सही है… अब मेरे दोस्तो का लंड एक साथ चूत में ले लेना।
यह सुन कर मेरी गांड टाइट हो गयी और मैंने अनुम का हाथ अपनी चूत पर रख लिया जिसे अनुम अपनी उंगलियाँ घुसेड़ कर फैला रहा था।
मैं- मुझे किसी से नहीं चुदवाना है। मैं कोई रन्डी हूँ क्या?
अनुम – नहीं मेरी जान, तू तो मेरा प्यार है। इसलिये तो मैं तुझे अपने दोस्तों का लंड गिफ्ट में देना चाहता हूँ।
मैं- तो इतने सारे दोस्त एक साथ चोदेन्गे तो रन्डी वाली फीलिंग ही तो आयेगी ना।
अनुम – ठीक है तो पहले 2 दोस्तों को बुला लेता हुँ फिर 4 से और फिर 6 से एक साथ चुदवा लेना।
मैं- ठीक है तो रन्डी की तरह ही सब मिलकर चोदना।
मैंने अनुम को कुछ बोलने नहीं दिया; उसके होंठों को किस करने लगी और अनुम मेरी गांड मारने लगा।
20 मिनट गांड मार के अनुम मेरे गांड में ही झड़ गया और बिना लंड निकाले ही सो गया।
मैं अनुम का लंड गांड में लिये उसकी बांहों में नंगी लेटी हुई थी और उसके दोस्तों से चुदवाने का सोच रही थी।
खुद को रन्डी की तरह सोचते सोचते कब नीन्द आ गयी पता नहीं चला।
रात के सपने में मैंने देख लिया कि मेरी हालत खराब होने वाली है आने वाले कुछ दिनों में!
फिर सुबह मैंने उठ कर अनुम का लंड अपनी गांड के पास देखा कि उसका लंड टाइट है बिल्कुल और मैं रह नहीं पायी और तुरन्त उसके लंड को चाटने लगी।
इतनी देर में अनुम जग गया और मेरा सर पकड कर मेरे मुँह में लंड डाल दिया। अब मैं रुक गयी तो अनुम ने ही मेरे सिर को दोनों हाथों से पकड़ कर मेरे मुँह को चोदना चालू कर दिया।
मैंने थोड़ी देर मुँह चुदवा कर अनुम को बोला- टॉयलेट जाना है जाने दो; या वहीं पर चलो।
अब मैं नंगी ही टॉयलेट सीट पर बैठ गयी जो कोमोड वाला था और टॉयलेट करने लगी इतनी देर में अनुम भी नंगा ही आ गया अपना लंड हाथ में लिये। तो मैंने मुँह में अनुम का लंड ले लिया और पोट्टी करने लगी।
अनुम की खासियत यह है कि वो कम ही लंड को चुसवाता है बल्कि हमेशा मुँह को ज्यादा चोदता है।
अब अनुम ने मेरे सिर को पकड़ कर मेरे मुँह में लंड से चोदना शुरु कर दिया।
15 मिनट मेरे मुँह को चोदने के बाद अनुम ने मेरे मुँह में ही अपना वीर्य गिर दिया जिसे मैं पी गयी और अनुम का लंड चाट कर साफ करने लगी।
अब अनुम ने लंड बाहर निकाल लिया और मेरे निप्पलों पर सुसु करने लगा। मैं उसके लंड को पकड़ कर अपने ऊपर सुसु करवा रही थी.
फिर अचानक मुझे क्या हुआ मैंने अनुम का लंड मुँह में ले लिया और उसके सुसु को पीने लगी; और पूरा सुसु पीकर भी मैंने लंड नहीं निकाला मुँह से तो इससे अनुम का लंड दुबारा खड़ा होने लगा।
अब मैंने कमोड का टोंटी को खोल दिया जिससे मेरी गांड धुलने लगी और साथ साथ मैं अनु का लंड चूस रही थी या यों कहिये कि मुख चोदन करवा रही थी।
अब अनुम ने सिग्रेट सुलगा लिया और पीते हुए मेरे मुँह को लंड से चोद रहा था।
जब मेरी गांड धुल गयी तो अनुम ने मुझे खड़ा किया और खुद कमोड पर बैठ गया सिग्रेट पीते हुए।
फिर थोड़ी देर तक अनुम ने मेरे निप्पल को चूसा और फिर मुझे घूमने को बोल दिया।
मुझे लगा अनुम मेरी पीठ को चूमेगा या गांड पर मारेगा तो मैं घूम गयी। इतनी देर में अनुम ने मुझे खींच लिया और मैं अनुम की गोद में बैठ गयी और एक झटके में अनुम का लंड मेरी गांड में घुस गया।
मुझे ये सब बहुत नया लग रहा तो मैं बहुत उत्तेजित हो गयी थी।
अब अनुम ने सिग्रेट मुझे पीने को दे दिया और खुद मेरी गर्दन को चूमने लगा। साथ ही अपने दोनों हाठों की दो दो उंगलियाँ मेरी चूत में डाल ड़ी और फैला कर मुझे सुसु करने को बोलने लगा।
मुझे मजा आ रहा था इसलिये मैं सिग्रेट पीते हुए जोर लगा कर सुसु करने लगी और साथ ही साथ गांड उठा कर अनुम के लंड पर पटकने लगी जिससे मेरी गर्म सुसु मेरी चूत से निकल कर अनुम की उंगलियों में लग रही थी और नीचे गांड से होते हुए अनुम के लंड पर जा रही थी।
अब अनुम ने मेरी चूत में 2 उंगली घुसेड़ दिया और उंगली से चूत चोदने लगा; मैं मजे से गांड मरवा रही थी और चूत में अनुम की उंगली से चुदवा रही थी। अनुम मेरी गांड मारने के साथ साथ पोट्टी भी कर रहा था।
अब अनुम ने चूत वाली उन्गली को मेरे मुख में डाल दिया और दूसरे हाथ की उँगलियों को चूत में डाल कर चोदने लगा। मुझे मजा आ रहा था क्योंकि मेरे 3 छेद में 3 चीजें घुसी हुई थी।
आप मेरे साथ बने रहिए और इस हॉट सीमा 2 हार्ड सेक्स कहानी पर किसी भी प्रकार की राय देने के लिए आप मेल पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं.
seema.singh2003@proton.me