भाभी ट्रेन से लेकर घर तक चोदा 1

हॉट इंडियन भाभी न्यूड स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी मौसेरे भाई की विधवा भाभी को गर्म करके उनको उनकी ही एक फ्रेंड के घर में चूत चोदी ? 

दोस्तो, तो कैसे है आप लोग!

मैं ठीक हूं … और उम्मीद है कि आप सब भी ठीक ही होंगे.

मेरा नाम अभिषेक हैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं.

आप सभी ने मेरी पिछली स्टोरी पढ़ी होगी “कुलीग भाभी के घर में पेइंग गेस्ट” आप सबका बहुत प्यार मिला जिससे मैं आज फिर एक स्टोरी लिखने जा रहा हूं जो अभी पिछले महीने ही घाटी है। 

मेरी हॉट इंडियन भाभी न्यूड स्टोरी का मजा लें.

मैं कारिब 1 साल बाद दीवाली मनाने घर आया था और दिवाली के बाद मैने घर वालों के साथ घूमने का प्लान बनाया और बनारस जाने के लिए सब मन गए तो मम्मी पापा और मौसी की 30 अक्टूबर की बनारस जाने और 1 नवम्बर आने की ट्रेन टिकेट कराई, कुछ दिन बाद मौसी ने मम्मी को कॉल किया और बोला की रूपा (नाम बदला है) और दोनो बच्चे भी चलने की जिद कर रहे है तो मेरी मम्मी ने बोला कोई बात नही अभिषेक को बोलती हूं वो 2 टिकेट और करा लेगा मैने टिकेट देखी तो 1 ही टिकेट थी तो वो बुक की और मौसी को कॉल करके बताया तो मौसी बोली ठीक है antarvasna

मैं आप सब को पहले भाभी के बारे में बता दूं मेरी भाभी गवर्नमेंट जॉब करती है, 2020 में कोरोना से भईया की डेथ के बाद भाभी को उनकी जगह जॉब मिली थी, भाभी के दो बच्चे थे एक बेटी और एक बेटा, बेटी 14 की और बेटा 10 साल का था मेरी भाभी की उमर 30-32 साल की है दिखाने में किसी अप्सरा से कम नहीं है 

भाभी के फिगर तो देखने लायक है रंग गोरा दूध के जैसे चूची 36, कमर 24 और गांड़ 36 कोई 60 साल का बूढ़ा अगर देख ले तो उसके लौंडे से पानी टपकते लगे

फिर 30 नवम्बर को सब लोग स्टेशन पहुंचे, मौसी भाभी और उनके दो बच्चे स्टेशन पर ही मिलने वाले थे और हम लोग घर से स्टेशन के लिए निकले हमारी ट्रेन रात 8 बजे थी तो सब लोग अपनी अपनी सीट पर बैठ गए, मम्मी पापा और मौसी की नीचे की सीट मिली थी और 1 मिडिल की और 1 ऊपर की सीट थी तो मिडिल वाली में भाभी की बेटी सो गई और ऊपर वाली सीट मे मै भाभी और उनका छोटा बेटा अर्जेस्ट हो गए । 

रात 12 बजे तक मैने और भाभी मोबाइल पर मूवी देख रहे थे, मैने देखा तो सब लोग सो चुके थे बस मैं और भाभी ही जाग रहे थे 

अभी तक सब ठीक चल रहा था 

फिर भाभी को नींद आ रही थी तो वो भी मेरे कंधे पर सर रख कर सो रही थी ये पहली बार था जब भाभी मेरे से सट कर बैठी थी आज से पहले कभी मेरे मन मे ऐसा खयाल नहीं आया उनके लिए लेकिन आज उनकी सांसे मेरी उत्तेजना बढ़ा रही थी धीरे धीरे मेरा लौड़ा खड़ा हो कर एक दम टाइट हो गया जैसे की अभी ही फट जायेगा।

शायद वो भी यही चाहती थी क्युकी करीब 2 साल बाद किसी मर्द के साथ ऐसे सट कर बैठी थी और मुझे भी अच्छा लग रहा था 

आधे घंटे एक ऐसे ही बैठा रहा फिर चुप चाप उठा और वाशरूम में गया, लौड़ा निकला देखा जैसे पूरा ब्लड लौंडे में ही आ गया इतना टाइट हो गया था ,भाभी के नाम की मूठ मारी लौड़ा थोड़ा नॉर्मल हुआ लेकिन अभी भी तना हुआ था 

लौड़े को पैंट में नीचे की ओर दबा कर पैंट सही करके  वापस आ कर बैठ ही रहा था 

भाभी ने पूछा क्या हुआ अभिषेक कहा चले गए थे, मैने कहा कही नही वासरूम गया थे पेट खराब हो गया था 

भाभी अब तक सब समझ चुकी थी की वासरुम में क्या करने गया था क्युकी जब आया था तो भाभी नजर मेरे पैंट पर ही थी 

मैं अपनी जगह पर बैठ गया और भाभी फिर से वैसे ही मेरे से सट कर कम्बल ओढ़ कर बैठ गई लेकिन इस बार वो और ज्यादा चिपक कर बैठी थी मुझे लगा ठंडी की वजह से होगा और मेरी हिम्मत नही हो रही थी कुछ करने की 

तो मैं भी ऐसे ही बैठा रहा 

रात को करीब 1 बजे भाभी ने मेरी गोद में सर रख कर लेट गई उनका मुंह मेरे लौड़े के ऊपर ही था 

भाभी मेरे लौंडे पर गर्म गर्म सांसे छोड़ने लगी मुझे बहुत अजीब लग रहा था मैं चुप चाप ऐसे ही बैठा रहा 

जब भाभी को लगा कि मैं कुछ नही करनी वाला तो खुद ही अपना एक हांथ मेरे लौड़े पर ला कर रख दिया और धीरे धीरे सहलाने लगी 

अब मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया था की भाभी को भी अपनी चूत की आग मिटानी है 

मैने अपना एक हांथ धीरे से भाभी की चूची पर रखा तो भाभी ने कुछ नही बोला और अपना हांथ पीछे की ओर किया जिससे मैं चूची को पकड़ सकूं अच्छे से 

अब बड़े आराम से चूची को दबा रहे था इधर भाभी मेरे लौंडे को अच्छे से पकड़ कर सहला रही थी 

मैं बारी बारी से उनके दोनो चूची को दबाने लगा तो भाभी की सिसकियां निकलने लगी 

थोड़ी देर बाद भाभी की चूची से हाथ निकल दिया और चूत की तरफ हांथ ले गया 

 और सलवार के ऊपर से ही चूत को रगड़ने लगा भाभी अपनी दोनो आंखे खोल कर मुझे देख रही थी 

मैने बोगी में आस पास देखा तो सब सो रहे थे, फिर भाभी के गुलाबी होंठो को हांथ से ही रगड़ा तो भाभी ने एक चूमी दी 

फिर देर ना करते हुए अपने होंठो को भाभी के होंठो पर रख दिया और किस करने लगे 

भाभी अपनी जीभ पूरे मुंह में घुमा रही थी मैंने भी ठीक वैसे ही किया और और हम एक दूसरे को 5 मिनट तक किस किया और हाथ गए जिससे कोई देख न ले 

फिर भाभी को ईसरा किया तो उन्होंने अपना सर थोड़ा ऊपर उठा लिया इतने में मैंने अपनी पैंट का हुक खोल कर जिप खाली और लौंडे को बाहर निकाल कर बैठ गया 

भाभी भी अपने सलवार के नारा खोल कर कम्बल ओढ कर लेट गई 

ऐसे ही बैठे बैठे अपना एक हांथ भाभी की चूत पर ले गया और दूसरे हांथ से भाभी की चूची दबाने लगा 

चूत गीली थी और चिपचिपी थी भाभी ने हेयर क्लीन नही किया था तो छोटे छोटे बाल थे जिससे और जेयद चिपचिपा रही थी 

ऊंगली से चूत के दाने रगड़ रहा था जिससे भाभी और उत्तेजित होती जा रही थी 

इधर भाभी ने मेरा लौड़ा मुंह में ले कर चूसने लगी और मैं अपनी आंख बंद करके मजे ले रहा था 

और अब चूत में मैने अपनी एक उंगली डाल दी, उंगली को बड़े आराम से अंदर बाहर करने लगा अब चूत और ज्यादा गीली हो चुकी थी 

भाभी मेरा लौड़ा पूरा अंदर तक ले रही थी 

मैने एक उंगली और डाल दी चूत में और तेज तेज अंदर बाहर करने लगा 

 अब भाभी का शरीर अकड़ने लगा तो उंगली और तेज तेज करने लगा और पूरी ताकत से अंदर तक डालने लगा 

भाभी तेज तेज सांस लेने लगी और थोड़ी ही देर में भाभी की चूत ने पानी छोड़ दिया 

मैने उंगली निकाली और भाभी के होंठ पर पानी लगा दिया फिर अपने होंठ भी भाभी के होंठ पर सटा कर किस करने लगा 

चूत का पानी होंठ से चाटने में मजा आ रहा था, भाभी भी मजे से किस कर रही थी 

भाभी को एक बार फिर से ईसरा किया तो वो लौड़ा मुंह में लेकर बड़े मजे से चूस रही थी 

10 मिनिट तक ऐसे ही चूसती रही मेरा वीर्य निकलने वाला था तो भाभी का सिर पकड़ कर लौंडे पर दबा दिया और पूरा वीर्य भाभी के मुंह में निकला

भाभी चुप चाप वीर्य को गटक गई और लौड़ा को साफ भी कर दिया 

अब मेरा लौड़ा भी ठंडा हो गया था और भाभी की चूत भी 

हम दोनो ने अपने कपड़े ठीक किए और वापस पहले के जैसे बैठ गए और कब नींद आ गई पता ही नही चला 

मॉर्निंग में मम्मी ने बोला उठा जा अभिषेक स्टेशन आ गया मैं आराम से नीचे आया और समान निकल कर सेट किया ट्रेन बनारस स्टेशन पर रुकी

सब लोग धीरे धीरे निकल रहे थे मम्मी पापा मौसी और दोनो बच्चे आगे चल रहे थे भाभी सबसे पीछे चल रही थी और मेरे आगे 

तो भाभी बीच बीच में रुक जा रही थी जिससे भाभी की गांड़ मेरे लौड़े से सटा रही थी मुझे भी अच्छा लग रहा था और ट्रेन में भिड़ भी थी और सभी लोगो को उतरना था 

भाभी ऐसे ही करीब 5-6 बार अपनी गान्ड मेरे लौंडे से सटा चुकी थी अब मेरा लौड़ा भी टाइट हो गया था लेकिन मैने हांथ से उसको सही किया और ट्रेन से बाहर आ गया 

फिर मैने 2 ऑटो बुक की दशवमेध घट तक की, एक में मम्मी पापा मौसी बैठ गई और दूसरी में मैं भाभी उनकी बेटी और उनका लड़का लड़के को भाभी ने गोद में बिठा लिया था जिससे वो कवर हो गई 

 सब लोग ऑटो में बैठे और चल दी करीब 20 मिनट का रास्ता था  

भाभी ने अपना एक हांथ मेरी पैंट के ऊपर रख दिया और लौंडे को दबाने लगी 

मैने भी साइड से हांथ ले जा कर चूची को दबाने लगा ऐसे ही मजे लेते लेते हम लोग गिरजाघर चौराहे पर आ गए थे 

सब लोग उतरे और ऑटो वालों को पैसे दिए मंदिर की ओर चलने लगे 

 मंदिर के पास मैने पता किया तो एक रूम मिल रहा था तो मम्मी ने बोला तुम और भाभी जा कर देख आओ हमने बोला ठीक है 

मे और भाभी ही रूम जा कर देखा तो सही लगा मैं अभी से ही रात का जुगाड करने लगा और 1 रात के लिए रूम बुक किया

फिर सभी लोग रूम में लेकर आए और  वहा पर फ्रेश हुए और नहा धो कर मंदिर के लिए तैयार होकर दर्शन करने चले गए ।

सम को सब लोग वापस आए करीब सात बज रहे थे तो थोड़ी देर रूम में रेस्ट किए फिर घट घूमने चल दिए रात में करीब 11 बजे सब लोग वापस आए खाना पीना खा कर और सोने की तैयारी करने लगे ।

मैने बिना किसी को बताए पास की ही मेडिकल शॉप से एक कंडोम का पैकेट ले लिया रात के लिए 

चुकी रूम में एक ही बड़ा बेड था जो दो तख्त को सता कर एक कर दिया गया था और जैसे मैने और भाभी ने प्लान किया था वैसे ही किया 

तो मम्मी, पापा, मौसी और भाभी की बेटी सब बेड पर लेट गए।

अब बेड पर जगह नहीं थी तो भाभी ने नीचे एक गद्दा लगाया उस पर भाभी उनका लड़का और थोड़ी सी जगह पर में भी लेट गया भाभी के फेस की तरफ पैर करके। 

सब थके थे से सब लोग जल्दी ही सो गए लेकिन मे और भाभी अभी जग रहे थे और वेट कर रहे थे सबके सोने का 

रात में करीब 1 रात मे एक बजे भाभी वाशरूम जाने के बहाने से उठी और देखा की सब सो गए की नही

 मुझे अपने लौड़े के ऊपर कुछ भरी भरी सा लगा तो मैने देखा तो भाभी का पैर था मैने पैर को हटा कर फिर से सो गया। 

अभी 10 मिनिट ही हुआ होगा की भाभी ने फिर से अपना पैर मेरे लौड़े के ऊपर रख दिया और पैर से ही लौंडे को धीरे धीरे सहलाने लगी 

अब मेरी नींद खुल गई थी क्युकी मेरा लौड़ा टाइट हो गया था भाभी की इस हरकत से।

कुछ देर बाद भाभी वॉशरूम से आई और  घूम कर लेट गई और अपनी गांड़ मेरे लन्ड पर दबाने लगी जिससे मेरा लौड़ा टाइट होने लगा । 

मैने अपना हांथ भाभी गर्दन के पीछे से ले जा कर भाभी की कुर्ती में डाल कर चूची को धीरे धीरे दबाने लगा 

 दूसरा हाथ भाभी की कमर पर रख और कमर को पकड़ कर अपनी ओर खींचा 

भाभी ने बड़ी ही कामुक आवाज में बोला और कितना तड़पाएगा अभी अब तो पानी पिला दे अपने लौड़े का मेरी चूत को

तो मेरी हिम्मत बढ़ गई फिर मैंने अपना हाथ बड़े आराम से उनके कुर्ते के अन्दर डाल भाभी का शरीर एक गर्म भट्टी के जैसे जल रहा था

भाभी का शरीर पूरा कांप रहा था हाथ को बिंदास भाभी की चूची की तरफ ले गया.

भाभी ने ब्रा पहन रखी थी, तो ब्रा के अंदर मैंने हांथ डाल कर चूची को एक बार सहलाया और हाथ को वापस निकाल लिया.

फिर एक बार मैने अपन हांथ भाभी की ब्रा के अंदर डाल कर चूची को दबाने लगा भाभी धीमे धीमे सिसकियां ले रही थी ।

आह्ह्ह् आहा… आआअह्हह् आहा आ 

करीब 10 मिनट तक मैंने उनके मम्मों को दबाता रहा और वो अपनी गान्ड मेरे लौड़े पर दबा रही थी मेरा लौड़ा भी उनकी गान्ड की दरार में फिट हो गया था । 

फिर वो मेरी तरफ मुंह करके लेटी मैने बिना कुछ सोचे उनके भरे हुए रसीले होठों पर अपना होठ रख दिया और फ्रेंच किस करने लगे

मेरी जीभ भाभी के मुंह के अंदर तक घुस दी और वो भी अपनी जीभ मेरे मुंह के अंदर चला रही थी

मैने एक हांथ से उनकी चूत रगड़ने लगा लैगी के ऊपर से ही दूसरे हांथ से भाभी के चूची को दबाने लगा 

अब भाभी पूरी तरह गर्म हो चुकी थी, फिर भाभी ने खुद ही लैगी को नीचे करके अपने पैर थोड़ा खोल दिए जिसे मेरा हांथ आराम से भाभी की चूत मे घुस गया 

मैने जैसे ही चूत पर हांथ लगाया तो पाया भाभी की चूत एक दम चिकनी थी एक भी बाल नहीं थी और पूरी गीली हो चुकी थी 

मैने कहा कल जंगल था आज साफ बोली आज सुबह ही साफ किया है 

मैने एक उंगली भाभी को चूत में डाल दी ऐसा लग राहा थे जैसे कोई गर्म भट्टी में अपना हांथ डाल दिया हो 

फिर बड़े आराम से उंगली को अन्दर बाहर करने लगा भाभी भी मेरा पूरा मजे के साथ अपनी चूत को आगे पीछे करने लगी

भाभी की सिसकियां तेज हो रही थी तो मैंने होंठ उनके होंठ से सटाए रखा और किस करता रहा 

भाभी भी अपने एक हांथ से मेरे लौड़े को सहला रही थी मुझे ऐसा लग रहा था जैसे अभी ही फट जायेगा 

फिर मैने एक उंगली और भाभी की चूत में डाल दी

तो भाभी ने सीईईई सीईई आ आहा आह्ह्… करके मेरे होंठ को कटने लगी 

 भाभी के मुंह को अपने मुंह से सटा कर बंद किया क्युकी कोई सुन लेता तो जग जाता अब मैने उंगली तेजी तेजी अंदर बाहर करने लगा 

भाभी ने बोला उंगली से ही चोदेगा या लौड़ा भी डालेगा मैने बोला साबर कर मेरी जान सब मिलेगा 

मैने कंडोम का पैकेट निकला पॉकेट से तो भाभी बोली ये क्यों मैं बोला प्रोटेक्शन बोली नही ऐसे ही दल दे ज्यादा मजा आयेगा

भाभी ने पहले ही ऑयल अपने पास रख लिया था तो थोड़ा सा ऑयल अपने हांथ में ले कर मेरे लौंडे पर लगा दिया 

मैने चूत पर लौड़ा सेट किया और धीरे धीरे अंदर डालने लगा चूत बहुत टाइट थी और तेल भी लगा था जिससे लौड़ा फिसल जा रहा था 

मैने भाभी को सीधा लेटने को बोला और मैं भाभी ऊपर आ गए 

लेटे लेटे ही लौंडे को चूत पर सेट किया और भाभी का मुंह दब कर एक झटका लगा दिया जिससे आधा लौड़ा अंदर चला गया 

ऐसा लग जैसे जन्नत मिल गई हो मुझे भाभी की चूत बहुत गर्म थी

काफी टाइम के बाद भाभी ने चूत में लौड़ा लिया था तो भाभी की आंखो से आंसू आ गए मैं ऐसे ही थोड़ी देर लेटा रहा 

थोड़ी देर बाद भाभी ने अपनी कमर ऊपर करना सुरू किया तो एक फिर से भाभी का मुंह दब कर एक  तेज झटका लगा दिया

इस बार लौंड भाभी की चूत चीरता हुआ अंदर तक चला गया 

फिर मैंने लौंडे की स्पीड बढ़ा दी और तेज तेज अंदर बाहर करने लगा 

करीब 10 मिनट बाद भाभी ने अपने नाखून मेरी पीठ पर गड़ाने लगी समझ आ गया की भाभी अब झड़ने वाली है

तो मैंने दोनो लौंडे को और अंदर तक डालने लगा, लौंडे G प्वाइंट को छू रही थी 

 2 मिनट बाद भाभी ने अपना पानी छोड़ दिया और पूरा लौड़ा चूत पानी से भीग गया 

भाभी ढीली पड़ गई थी लेकिन मेरा लौड़ा अभी भी एक दम टाइट और गर्म था 

भाभी को ईसरा किया तो भाभी नीचे खिसक गई भाभी का मुंह मेरे लौड़े के पास था

भाभी ने बिना देर किए मेरा लौड़ा मुंह में भर लिया और चूसने लगी 

और ऐसे चूस रही थी जैसे कोई लालीपोप चूसता है 

भाभी मेरा पूरा लौड़ा अपने मुंह के अंदर तक ले जा रही थी और बाहर कर रही 

मैं भी उनका सर दबा रहा था और भाभी के मुंह को चोदने लगा 

मैं अपने चरम पर था मैने भाभी के सर पकड़ कर लौड़ा उनके मुंह में ही घुसाए रखा 

भाभी भी जीभ से ही मेरे लौड़े के साथ खेलने लगी और फिर एक दम से मैने अपना पानी भाभी के मुंह में ही छोड़ दिया 

भाभी भी तैयार थी जैसे पता हो की मेरा होने वाला 

भाभी ने बिना कुछ बोले पूरा पानी गटक गई और लौड़ा पूरा जीभ से चाट कर साफ कर डाला 

ऐसे साफ कर रही थी जैसे कोई पाईप से कोल्ड ड्रिंक पीता है 

फिर भाभी ने अपने कपड़े सही किए और चुप चाप उठी देखा कोई जाग तो नही गया 

और आराम से वाशरूम में घुस गई सब कुछ सही किया और वापस आ कर मुझे गाल पर किस किया और थैंक यू बोल कर अपने बेटे के बगल में सो गई 

मैने भी भाभी के होंठो पर एक प्यार से किस किया और लेट गया 

मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैंने हांथ से उनकी चूची दबाने लगा फिर पता नही कब मुझे नींद आ गई और मैं भी सो गया 

सुबह उठा देखा तो सब लोग नहा धो कर स्टेशन जाने के लिए तैयार थे मम्मी ने भाभी को बोला मुझे भी जगा दे अब 

भाभी मेरे पास आई और मुझे जागने लगी मैंने आंख खोली तो देखा की भाभी स्माइल कर रही थी 

फिर मैने भी स्माइल किया और वाशरूम में चला गया और फ्रेश हुआ लेकिन मेरा मन अभी भी रात वाली बात पर ही अटका था 

फिर मैने वही एक बार भाभी के नाम की मूठ मारी और नहा कर बाहर आया और तैयार हो गया 

फिर हम सब लोग स्टेशन पर आ गए ट्रेन मे बैठ कर वापस आने लगे अब मैं और भाभी व्हाट्स पर चैटिंग करने लगे 

तो उन्होंने बताया की भईया की डेथ के 2 साल बाद किसी ने उनको इतनी खुशी दी है 

भाभी बोली की तेरा लौड़ा तेरे भईया से भी बड़ा और मोटा है 

मैं बोला सच में बोली हां सच में, तेरे भईया ने मेरी प्यास कभी नही बुझाई थी और न ही ऐसे कभी ऐसे चोदा था

मैने कहा कोई बात नही कौन सा मैं कही जाने वाला हूं अभी टाइम है तब तक कोई न कोई प्लान बन जायेगा 

भाभी बोली घर जाके प्लान करते है 

आगे की स्टोरी “ट्रेन में लौड़ा चूसा कर भाभी को उन्ही की फ्रेंड के घर में चोदा 2” में जल्दी ही लिखूंगा तब तक ले लिए अलविदा और वेट करिए 

आपको मेरी ये पोर्न भाभी Xxx चुदाई कैसी लगी, मुझे जरूर बताना। मैं आप सबके मैसेज का इंतजार करूंगा।

अपनी प्रतिक्रियाएं आप कहानी के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं, या फिर मुझे ईमेल पर मैसेज भी कर सकते हैं।

complaintcovid@gmail.com. 

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