बुली ने मेरी बहन को चोद दिया

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है अंकुर और मैं आपके सामने पेश करने जा रहा हूं एक नई चुदाई कहानी

हाल ही में मेरी मुलाकात एक राहुल नाम के आदमी से हुई, उसने अपनी बहुत ही बेहतरीन स्टोरी के बारे में मुझे बताया।   उसकी स्टोरी सुनने में मुझे बहुत मजा आया तो अब आपका ज्यादा समय ना नष्ट करते हुए सीधा स्टोरी पर आते हैं । यह कहानी अब आप राहुल के नजरिए से सुनेंगे

मेरा नाम राहुल सिंह है , मैं बिहार के एक बहुत ही छोटे से जिले से बिलॉन्ग करता हूं। मेरी उम्र आज करीब 42 साल हो चुकी है और इन 42 सालों में मैंने वह सब देखा है, जो आप सोच भी नहीं सकते तो मैं आपको शुरू से कहानी बताता हूं।

यह बात तब की है जब मेरी उम्र करीब 15 साल रही होगी मेरे से 4 साल सीनियर एक लड़का था जिसका नाम था राज वाडिया।  वह इलाके के नेता का बेटा था, जिसके वजह से उस की दादागिरी हमारे स्कूल पर बहुत चलती थी वह आने जाने वाली लड़कियों को छेड़ा करता था।  हम नए-नए ही बिहार में शिफ्ट हुए थे, क्योंकि आस पास कोई स्कूल नहीं था तो हमारे पापा ने हमें उसी स्कूल में दाखिला दिलवा दिया।

मेरी बहन भी है उसका नाम दिव्या है और वह मुझ से 3 साल बड़ी थी । भगवान ने उसके जिस्म को फुर्सत में तराशा था।  उसके बूब्स काफी बड़े थे और उसकी गांड भी सही आकार में थी। अपनी उम्र की लड़कियों से वह कुछ ज्यादा ही जवान और खूबसूरत दिखती थी। उसका फिगर शायद 28 26 29 रहा होगा।

मैं उस वक्त नौवीं कक्षा में था और मेरी बहन 11वीं कक्षा में थी और राज 12वीं कक्षा में पढ़ता था। राज ने जब मेरी बहन को पहली बार देखा था तभी से उसे बिस्तर पर लिटाने के सपने संजोने लगा था । इसी की खातिर उसने मुझसे दोस्ती करने की कोशिश की मगर मैं राज के भयानक मंसूबों को जान गया था । उसने मेरी बहन पर नजर मार नी शुरू की तो मैंने उसे डांट दिया।

हमारे बीच में काफी लड़ाई हुई लेकिन क्योंकि मेरे पिताजी भी केंद्रीय सरकार में नौकरी करते थे इसलिए उनके रसूख के चलते तो उस समय राज ने अपने पिता के दबाव में आकर मुझसे कुछ नहीं कहा लेकिन उसने हमेशा मुझसे रंजिश रखी।

वह 12वीं करने के बाद एक कॉलेज में गया और वहां उसने छात्र राजनीति में दाखिला ले लिया और वहां का उभरता हुआ सितारा बन गया।  इसी बीच वह मेरी बहन के बहुत आगे पीछे घूमता था और मेरी मासूम बहन राज द्वारा दिखाए जा रहे चकाचौंध में बिल्कुल अंधी हो चुकी थी और अब वह राज से प्यार करने लगी थी।

एक दिन जब मैं अपनी  परीक्षा की पढ़ाई कर रहा था तब मेरे घर पर कोई लड़का आया और उसने मुझसे कहा कि तुम्हारी बहन राज के साथ है टॉकीज में पिक्चर देख रही है।

यह बात सुनकर मेरा खून खौल उठा और मैं तीन-चार दोस्तो को लेकर टाकीज की तरफ गया। हैम सिनेमा हॉल में अंदर घुसे और राज को बुरी तरीके से पीट दिया।

उसके 1 महीने तक राज हमें स्कूल में दिखाई नहीं दिया । तब मुझे मेरे एक दोस्त मिला जिसकी हाथ पर पट्टी बंधी थी। मैन वजह पूछी।

वह मुझ पर ही भड़कते हुए बोला कि “साले तेरी वजह से हमने राज  से मुसीबत मोल ले ली है, उसने मुझे और शिवम दोनों को बहुत बुरी तरीके से मारा है, शिवम की तो सीरियस हालत हो गई है हॉस्पिटल में।”

अब मैं बहुत डर चुका था। मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि अब राज मेरे साथ क्या करेगा मैं सोच ही रहा था कि तभी पीछे से एक गाड़ी मेरे सामने आकर रुकी और उसमें बैठे हुए कुछ लोग उतरे और मुझे जबरदस्ती गाड़ी में बिठा कर एक जगह ले गए।

मैंने देखा कि बहुत ही वीरान सी हवेली थी वह लोग मुझे वहां ले गए मैं उनसे रास्ते में पूछ रहा था कि बताओ मुझे कहां लेकर जा रहे हो तब उसमें बैठे हैं कि इंसान ने कहा कि तेरी बहन को आज राज भाई चोद देंगे, वही दिखाने तुझे लेकर जा रहे हैं

मेरा दिल बहुत ज़ोरो से ज्यादा धड़क था और मैं उनको गाली दे रहा था । तो उन्होंने मुझे एक चांटा जड़ दिया अब मैं शांत हो गया।

अब उन लोगों ने मेरे मुंह पर एक कपड़ा बांध दिया था कि मेरी चीख ना निकले और मुझे एक खिड़की के पास खड़ा कर दिया।

खिड़की के अंदर का नजारा देखकर मेरी आंखें फटी की फटी रह गई क्योंकि राज ने वीसीआर पर एक ब्लू फिल्म चला रखी थी और राज की बाहों में मेरी बहन थी।

राज ने एक बार पीछे मुड़ा, खिड़की की तरफ देखा और मेरे को देख कर आंख मार दी और अब उसने मेरी बहन के मुलायम होठों पर होंठ रख दिए। मेरी बहन भी आगे बढ़ कर राज को बेइंतहा चुम रही थी । राज  मेरी बहन के होंठो का सारा  चूस रहा था और उसके मुलायम चुचो को सलवार के ऊपर से ही दबा रहा था।

मेरी बहन मादक सिसकारियां ले रही थी। मेरा मन तो कर रहा था कि मैं अभी खुद को छुड़ा लू और राज की हत्या कर दूं लेकिन पीछे मौजूद लोगों ने मुझे बहुत जोर से पकड़ रखा था।

अब राज ने एक एक करके  मेरी बहन के सारे कपड़ों को उतारना शुरू किया ।  पहले उसने मेरी बहन की सलवार उतारी मेरी बहन ने सिर्फ ब्रा पहनी हुई थी। राज में ब्रा के हुक खोल कर ब्रा को भी साइड में फेंक दिया । अब मेरी बहन के बड़े-बड़े चूची आजाद हो गए । पहली बार अपनी जवान बहन को नंगी देख रहा था , मेरे दिल में हलचल होने लगी और मेरा लन्ड भी पैंट में तंबू बनाने लगा।

“देख इस बहन के दलाल को…. सामने बहन चुद रही है और इसे मजा आ रहा है ” एक इंसान ने कहा।

वहां मौजूद सभी लोगों ने पेंट को खोल दिया और अपने अपने लंड बाहर निकाल कर हाथ में लेकर हिलाने लगे।

अंदर राज मेरी बहन के पायजामे को भी उतार दिया और थोड़ी देर बाद उसकी पैंटी को भी निकालकर साइड में फेंक दिया और मेरी बहन पूरी नंगी हो चुकी थी।  उसका जिस्म किसी संगमरमर की तरह चमक रहा था।  वह अपने हाथों से अपने अंगों को छुपाने की कोशिश कर रही थी , अब राज उस की तरफ बढ़ा और उसने मेरी बहन को वहीं पर पड़े एक गद्दे पर गिरा दिया।

वह मेरी बहन को बेतहाशा चूम रहा था और उसके नंगे बूब्स को हाथों से बहुत तेजी से मसल रहा था मेरी बहन मादक सिसकारियां बोल रही थी, दर्द भरी थी, मगर मीठी मीठी वाणी बोल रही थी ।
बहन की मदमस्त आवाज सुनकर मेरा लंड मानो फटा जा रहा था।

अब राज ने अपने सारे कपड़े भी निकाल कर बगल में फेंक दिए और मेरी बहन पर एक बार फिर से झप्पटा मार दिया। अब राज ने मेरी बहन के बूब्स के निप्पल को अपने जीभ से छूने लगा और उसकी चूत को मसलने लगा।

मेरी बहन की मादक आवाज़ पुरानी हवेली में घूम रही थी अब राज ने अपनी एक उंगली मेरी बहन की चूत में डाली दी और उसे अंदर बाहर करने लगा।

एक उंगली भी मेरी बहन के लिए बहुत ज्यादा थी क्योंकि मेरी बहन मकुंवारी कन्या थी और उस कुँवारी कन्या की चुत पहली बार चोदने का मौका राज जैसे हरामी इंसान को मिल रहा था।

तुमने आज से पहले कभी सेक्स नहीं किया है क्या??

नहीं मैंने कभी नहीं किया मैंने सुना है बहुत दर्द होता है

मैं करूंगा बहुत प्यार से तुम्हारे साथ तुम चिंता मत करो।। थोड़ा बहुत दर्द तो होगा लेकिन के बाद मजा आ जाएगा

मेरी बहन ने हां में सर हिला दिया अब।

अब राज ने दिव्या की चूत में दो उंगली डाली और उसकी चूत में अंदर-बाहर करने लगा। मेरी बहन बहुत ज्यादा गर्म हो रही थी ,राज से लगातार में उंगली अंदर बाहर करने की वजह से दिव्या की चूत झड़ गई थी और उसकी चूत से बहुत सारा रस निकल रहा था जो राज ने अपनी उंगलियों पर लगाया और मेरी बहन को ही चुसने लगा।

पहले तो मेरी बहन ने मना किया लेकिन अंततः वह उंगलियों को चूसने लगी उसने अपने चूत से झड़ा हुआ माल पीलिया।

देखो मैंने तुम्हारी चूत को गिला कर दिया है। अब तुम्हारी चूत में लंड आराम हो जाएगा और तुम्हें दर्द नहीं होगा लेकिन उस से पहले तुम्हें मेरा लंड चूसना होगा।

अब राज यह कह कर दिव्या के पास आया और उसके मुंह के पास अपने लंड को रख दिया । मेरी बहन पहले तो बहुत आनाकानी कर रही थी , लेकिन राज के लाख मनाने  के बाद अब मेरी बहन ने राज के लन्ड की खाल को पीछे की तरफ किया और उसके अगले हिस्से को जीभ से चाटने की।

टोपे चाटने पर मेरी बहन काफी अजीब लग रहा था लेकिन थोड़ी थोड़ी देर तक मेरी बहन ने राज के लंड के अगले हिस्से को जीभ से चाट कर गिला कर दिया था ।

अब राज ने कहा कि अब मुंह में लेकर देखो अगर अजीब नहीं लगेगा।

दिव्या ने राज के लंड को मुंह में लिया लेकिन उसे उल्टी सी आ गई और वह मना करने लगी ।

अब राज खड़ा हुआ और दूर ही पर रखे हुए आइसक्रीम अपने लंड पर मल दी और दिव्या को कहा लो अब इसको आइसक्रीम समझ कर चूस लो,  तुमको महक नहीं आएगा।

अब मेरी बहन को वाकई  महक नहीं आ रहा था और उसने राज के लंड को किसी कुल्फी की तरह चूसना शुरू किया और राज भी अदद हहह  की आवाजें निकालने लगा।  राज ने अब खिड़की से मेरी ओर देखा और एक कुटिल मुस्कान दी।

मेरी बहन राज के लंड को किसी आइसक्रीम की तरह चूस रही थी की तभी राज ने मेरी बहन के सर को पकड़ा और अपने लंड को अंदर-बाहर करने लगा।

मेरी बहन के मुंह में से सिर्फ घुह घूउऊ  की आवाज आ रही थी अब राज में 5 मिनट तक मेरी बहन की मुह चुदाई की और एक दम लन्ड निकाल दिया।

तुम तो एकदम पागल हो गए राज!!! मैं तुम्हें हटाने का कितना कोशिश कर रही थी मगर तुम हट ही नहीं रहे थे।

मुझे माफ करना यार !!! मुझे मजा आ रहा था देखो अब मैं तुम्हारी चूत में लंड डालूंगा तो तुम्हें भी मजा आएगा , तुम भी मुझे रोकने की कोशिश नहीं करूंगी।

मुझे डर लगता है राज मैंने अपनी सहेलियों से पूछा था वह बताती हैं कि खून निकलता है बहुत दर्द होता है।

पहली बार जब लंड चूत में जाएगा तो दर्द होगा ही लेकिन उसके बाद सब बहुत अच्छा लगेगा।

अब राज मेरी बहन की चूत पर लन्ड रखकर एक हल्का सा धक्का देता है और उसका टोपा मेरी बहन की चूत में समा जाता है।  मेरी बहन दर्द से उठ जाती है और राज को दूर कर लेती है।

दिव्या की आंखों में आंसू आ जाते हैं। राज उसको  गाल पर किस करता है और कहता है कि मैंने बोला था शुरू में दर्द होगा, बस आज तुम शुरू का दर्द सहन कर लो, उसके बाद मजा ही मजा आएगा।

अब दिव्या शांत हुई,  राज ने एक बार फिर से अपना लंड मेरी बहन की चूत पर सेट किया और एक हल्का से धक्के से उसका लन्ड फिर से मेरी बहन की चूत में घुस गया था । दिव्या की शक्ल ही बता रही थी कि उसको कितना दर्द हो रहा है लेकिन उसने दर्द सहना जारी रखा अब राज ने भी हल्का-हल्का धक्का मेरी बहन की चूत में मारता रहा देखते ही देखते उसका आधा लंड मेरी बहन की चूत में समा गया।

मेरी बहन बहुत चीख रही थी , दर्द के मारे अब राज ने लंड निकाला तो मैंने देखा कि राज के लंड पे कुछ लाल-लाल लगा हुआ था । शायद वह खून था तभी राज ने कहा देखो मैंने तुम्हारी सील तोड़ दी है , अब तुम्हें मेरा लंड लेने में कोई परेशानी नहीं होगी।

मेरी बहन ने हां में सर हिला दिया और एक बार फिर से राज में मेरी बहन की चूत में लंड डाल दिया फिर और राज बहुत जोरदार धक्का मारा उसका पूरा लंड मेरी बहन की चूत में घुस गया।  लेकिन इस बार उसके वार को दिव्य सह नहीं पाई और बहुत जोर से चिल्लाने लगी तथा रोने लगी।

मगर राज  इन सब चीजों से परेशान हो गया था , इस बार वह रुका नहीं बल्कि अपनी चुदाई को जारी रखा।

राज ने अपने कमर को बहुत तेज चलाए रखना शुरू किया, मेरी बहन बहुत रो रही  थी । मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था साथ ही में मेरे साथ खड़े बहुत सारे लोग हस रहे थे और अपना लंड बहुत ज़ोर से हिला रहे थे।

अब दाज ने दिव्या के दोनों पैरों को हवा में उठा कर अपने कंधों पर रख लिया और अपनी पूरी शक्ति से उनकी चूत मारने लगा।

दिवया की चुत बहुत टाइट थी इसलिए राज को बहुत ज्यादा मजा आ रहा था । राज ने धक्के में अपना पूरा जोर लगा दे रहा था, राज के आंड मेरी बहन के गांड पर टकराने से ठप ठप की आवाज आ रही थी। मेरी बहन शुरू में तो बहुत ज्यादा चिल्ला रही थी और छटपटा रही थी लेकिन 10 मिनट के बाद उसका चिल्लाना थोड़ा कम हो गया और वह राज को अपनी ओर खींचने लगी।

राज ने दिव्या को देखा “मैंने कहा था ना, थोड़े देर बाद मजा आएगा…”
दिव्या ने भी हामी भर दी
अब राज ने कहा कि ठीक है अब दूसरी पोजीशन में ट्राई करते हैं।

उसने दिव्या को घोड़ी बनने के लिए का कहा।

बहन घोड़ी बन गई और राज ने दिव्य की गुलाबी चुत पर लन्ड सेट किया और एक जोरदार धक्का मारा ।

  राज ने दिव्या को कमर से पकड़ा और बहुत जोर से दिव्या की चूत को चोदने लगा।

मेरी बहन के आंसू निकल रहे थे और बहन राज को बराबर हटाने का प्रयास कर रही थी। मगर राज मेरी तरफ देखकर मेरी बहन की चूत को फाड़ने में व्यस्त था । अब राज ने अपने शरीर को मेरी बहन के ऊपर गिरा दिया और मेरी बहन के बूब्स को दबाने लगा साथ में मेरी बहन की चूत को चोद रहा था।

अब मेरी बहन भी थोड़ी नॉर्मल हुई और खुद ही अपनी गांड पीछे करके राज के लंड अपनी चूत में ले रही थी।

राज ने अब  मेरी बहन को जमीन पर लिटा दिया और खुद उसके ऊपर चढ़कर उसके एक पैर को हवा में उठा कर चूत चोदने लगा इस पोजीशन में करीब राज ने उसे 10 मिनट तक चोदा और मेरी बहन के चूत में से सैलाब आ गया था।

झड़ने के बाद मेरी बहन बुरी तरीके से कांप रही थी लेकिन राज स्पीड लगातार बढ़ता जा रहा था।

राज ऐसा सुख मैंने कभी भी प्राप्त नहीं किया था,   तुम्हारा शुक्रिया अदा करती हूं कि तुमने इतनी खूबसूरत चीज से मुझे अवगत कराया।

कोई बात नहीं जान तुम जब तुम्हारा मन करेगा मैं तुम्हारी चूत चोद दूंगा।

मैं तो तुम्हारी दीवानई हूं ,  राज जो तुम बोलोगे, जहां तुम बोलोगे …. मैं करने को तैयार हूं , तुम बस रुको मत और मेरी चूत को चोदते रहो …. हहहह कितना मजा आ रहा है।

अब राज ने मेरी बहन की चूत को थोड़ी देर तक और चोदा अब राज झड़ने वाला था । उसने अपना लंड बाहर निकाल दिया और उसने बोला दिव्या तुम मेरे माल को भी गटक जाना ठीक है।

कह कर राज ने अपना लंड मेरी बहन के मुंह में डाल दिया दिव्या ने भी उसके लंड को अपने मुंह में भर लिया और राज ने अपने लंड का सारा माल मेरी बहन के मुंह में डाल दिया ।

मेरी बहन का मन तो था कि उसके माल को मुंह से गिरा दिया जाए लेकिन राज ने उसके माल को घटकने के लिए बोला तो दिव्या ने राज के माल को घटक लिया।
अब दिव्या राज के सिने पर सर रख कर सो गई।

अब जो लोग  बाहर खड़े थे , उन्होंने मुझे पकड़ा और मुझे कहीं और ले गए । थोड़ी देर के बाद राज आता है मैं अभी भी मेरे मुंह पर पट्टी थी , अब राज मेरे करीब आया और उसने बोला कि बेटा तुमने मुझे पिटवाया था ना तेरी बहन की इज्जत के लिए , अब देख मैं तेरे साथ क्या-क्या करता हूं।

तो ये वाली कहानी कैसे लगी आपको मुझे इस मेल पर बताइये adikum63@gmail

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